14-01-2021, 05:24 PM
Update 18
रामू टिफिन को बिस्तर पर रख देता है और अपनी शर्ट और पैंट उतारकर फेक देता है वो सिर्फ चड्डी में खड़ा था , चंपा रामू को चड्डी में खड़ा देख अपनी साड़ी उतार के नीचे गिरा देती है
अब आगे-
रामू - आह आज मिली है फुरसत में आज देखना कैसे तेरी चूत फाड़ता हूं और फिर रामू अपने कड़क हाथों से चंपा कि बड़ी बड़ी चूचियों को मसलने लगता है
चंपा - हां मेरे राजा आज मेरी चूत फाड़ देना अपने मोटे डंडे से आह
रामू पीछे से चंपा की ब्रा का हुक खोलकर उसकी बड़ी बड़ी चूचियों को मुंह में लेकर चूसने लगता है और अपनी दो उंगलियों को एक साथ मिलाकर चंपा की चिपचिपी में घुसा देता है जिससे चंपा उछलने लगती है
चंपा - आहहह रामू इतना मत तड़पा आह्हह। एक बार चोद दे मुझे मेरे राजा आह्हहह
रामू - पहले अपना मुंह तो मीठा कर ले मेरी रानी और फिर रामू चंपा को उसके घुटनो के बल बैठा देता है जिससे चंपा का चेहरा रामू के लन्ड के सामने आ जाता है
चंपा तो बस लन्ड की प्यासी थी चाहे वो मुंह में जाए, चूत में या गान्ड में , चंपा रामू के लन्ड में पहले थूकती है फिर उसे सीधा अपने मुंह में भर लेती है , चंपा की गीली थूक से भरा हुआ रामू का लन्ड जल्दी ही अपनी औकात में आ जाता है उसके लन्ड की मोटी मोटी नसें तन जाती हैं
चंपा रामू का लन्ड मुंह से निकालने को तैयार नहीं थी और रामू अपना लुनद उसकी चूत में पेलने को तड़प रहा था वो चंपा को सीधा करके पलंग पर सुला देता है और उसके ऊपर चढ़ जाता हैं और ऊपर आकर अपने लन्ड को चंपा की बड़ी बड़ी चूचियों के बीच लगा देता है
रामू - चल साली जोर से पकड़ अपनी चूचियों को ।
चंपा वैसे ही करती है और रामू अपने उसकी बड़ी बड़ी चूचियों के बीच घुसाके अपनी कमर हिलाने लगता है जिससे उसका मोटा लन्ड चंपा की चूचियों के बीच रगड़ खाने लगता है
चंपा - आह हाए कमीने चोद ना अपनी चंपा को रण्डी की तरह बेरहमी से आह फाड़ दे मेरी चूत मै कल चल भी ना पाऊ ऐसे रगड़ के चोद मुझे मेरे राजा आह
रामू चंपा के पैर खोल देता है और अपने लुनद को उसकी चूत के मुंह पर लगाकर एक जोरदार झटका अंदर की तरफ मारता है ये इतना जोरदार झटका था कि चंपा रो पड़ती है रामू का लन्ड था ही इतना मोटा की चंपा की चूत चीर कर रख दिया था
चंपा - आह हरामजादे फाड़ दी रे मेरी चूत आह
रामू - तूने ही कहा ना फाड़ दे अब देख कैसे फाड़ता हूं , रामू तो चंपा की बात जैसे सच करने पर तुला हुआ था , वो सटासट चंपा की चूत में अपने लन्ड को अंदर बाहर करने लगता है
चंपा - आह रामू तू क्या सच में मेरी चूत फाड़ता चाहता है जो इतनी बुरी तरह चोद रहा है
रामू - चंपा बहुत तड़पाया है तूने मुझे आज तुझे खूब रगड़ रगड़ के पेलूंगा और वैसे भी अभी तेरा एक सुराख बाकी है
चंपा - आह मां मै वहां नहीं लूंगी तेरा आह
रामू - कैसे नहीं लेगी रण्डी , घर तबतक नहीं जाऊंगा जबतक तेरी तीनों सुराख भर ना दूं अपने पानी से
रामू के लन्ड के झटकों से चंपा की चूत इतनी चिकनी हो गई थी कि हर धक्के के साथ फच फच्च की आवाज आ रही थी काफी समय तक रामू चंपा को चोदता रहता है , चंपा थक जाती है
Continues....
रामू टिफिन को बिस्तर पर रख देता है और अपनी शर्ट और पैंट उतारकर फेक देता है वो सिर्फ चड्डी में खड़ा था , चंपा रामू को चड्डी में खड़ा देख अपनी साड़ी उतार के नीचे गिरा देती है
अब आगे-
रामू - आह आज मिली है फुरसत में आज देखना कैसे तेरी चूत फाड़ता हूं और फिर रामू अपने कड़क हाथों से चंपा कि बड़ी बड़ी चूचियों को मसलने लगता है
चंपा - हां मेरे राजा आज मेरी चूत फाड़ देना अपने मोटे डंडे से आह
रामू पीछे से चंपा की ब्रा का हुक खोलकर उसकी बड़ी बड़ी चूचियों को मुंह में लेकर चूसने लगता है और अपनी दो उंगलियों को एक साथ मिलाकर चंपा की चिपचिपी में घुसा देता है जिससे चंपा उछलने लगती है
चंपा - आहहह रामू इतना मत तड़पा आह्हह। एक बार चोद दे मुझे मेरे राजा आह्हहह
रामू - पहले अपना मुंह तो मीठा कर ले मेरी रानी और फिर रामू चंपा को उसके घुटनो के बल बैठा देता है जिससे चंपा का चेहरा रामू के लन्ड के सामने आ जाता है
चंपा तो बस लन्ड की प्यासी थी चाहे वो मुंह में जाए, चूत में या गान्ड में , चंपा रामू के लन्ड में पहले थूकती है फिर उसे सीधा अपने मुंह में भर लेती है , चंपा की गीली थूक से भरा हुआ रामू का लन्ड जल्दी ही अपनी औकात में आ जाता है उसके लन्ड की मोटी मोटी नसें तन जाती हैं
चंपा रामू का लन्ड मुंह से निकालने को तैयार नहीं थी और रामू अपना लुनद उसकी चूत में पेलने को तड़प रहा था वो चंपा को सीधा करके पलंग पर सुला देता है और उसके ऊपर चढ़ जाता हैं और ऊपर आकर अपने लन्ड को चंपा की बड़ी बड़ी चूचियों के बीच लगा देता है
रामू - चल साली जोर से पकड़ अपनी चूचियों को ।
चंपा वैसे ही करती है और रामू अपने उसकी बड़ी बड़ी चूचियों के बीच घुसाके अपनी कमर हिलाने लगता है जिससे उसका मोटा लन्ड चंपा की चूचियों के बीच रगड़ खाने लगता है
चंपा - आह हाए कमीने चोद ना अपनी चंपा को रण्डी की तरह बेरहमी से आह फाड़ दे मेरी चूत मै कल चल भी ना पाऊ ऐसे रगड़ के चोद मुझे मेरे राजा आह
रामू चंपा के पैर खोल देता है और अपने लुनद को उसकी चूत के मुंह पर लगाकर एक जोरदार झटका अंदर की तरफ मारता है ये इतना जोरदार झटका था कि चंपा रो पड़ती है रामू का लन्ड था ही इतना मोटा की चंपा की चूत चीर कर रख दिया था
चंपा - आह हरामजादे फाड़ दी रे मेरी चूत आह
रामू - तूने ही कहा ना फाड़ दे अब देख कैसे फाड़ता हूं , रामू तो चंपा की बात जैसे सच करने पर तुला हुआ था , वो सटासट चंपा की चूत में अपने लन्ड को अंदर बाहर करने लगता है
चंपा - आह रामू तू क्या सच में मेरी चूत फाड़ता चाहता है जो इतनी बुरी तरह चोद रहा है
रामू - चंपा बहुत तड़पाया है तूने मुझे आज तुझे खूब रगड़ रगड़ के पेलूंगा और वैसे भी अभी तेरा एक सुराख बाकी है
चंपा - आह मां मै वहां नहीं लूंगी तेरा आह
रामू - कैसे नहीं लेगी रण्डी , घर तबतक नहीं जाऊंगा जबतक तेरी तीनों सुराख भर ना दूं अपने पानी से
रामू के लन्ड के झटकों से चंपा की चूत इतनी चिकनी हो गई थी कि हर धक्के के साथ फच फच्च की आवाज आ रही थी काफी समय तक रामू चंपा को चोदता रहता है , चंपा थक जाती है
Continues....