14-01-2021, 01:32 PM
फिर मैंने मौसी के मुँह में अपना लंड दे दिया, तो वो पहले तो हिचकिचाने लगी, क्योंकि उन्होंने शायद पहले अपने मुँह में नहीं लिया था इसलिए. फिर मैंने मौसी से कहा कि एक बार लेकर देखो बहुत मज़ा आएगा. फिर मौसी मेरे लंड को अपने मुँह में लेने लगी और केले की तरह चूसने लगी थी. अब में नाहह, हुउऊउउ करने लगा था.
अब मौसी के मुँह में मेरा सारा पानी भरने लगा था और वो उसे मज़े से पीने लगी थी. फिर मैंने मौसी को रुकाया और अब अपने लंड को उनके चूतड़ में घुसा दिया और ज़ोर-ज़ोर से डालने लगा. अब मौसी आआहह करने लगी थी. अब में मौसी को चोदते-चोदते उनके बूब्स का दूध भी पी रहा था.
फिर 10 मिनट के बाद मैंने अपना वीर्य मौसी की चूत में ही छोड़ दिया और फिर हम दोनों वैसे ही अपने बिस्तर पर सो गये. फिर जब हम सुबह उठे तो मौसा जी सामने बैठकर जूस पी रहे थे, तो मैंने चौंककर मौसी की तरफ देखा, तो वो काफ़ी सामान्य लग रही थी.
अब मौसी के मुँह में मेरा सारा पानी भरने लगा था और वो उसे मज़े से पीने लगी थी. फिर मैंने मौसी को रुकाया और अब अपने लंड को उनके चूतड़ में घुसा दिया और ज़ोर-ज़ोर से डालने लगा. अब मौसी आआहह करने लगी थी. अब में मौसी को चोदते-चोदते उनके बूब्स का दूध भी पी रहा था.
फिर 10 मिनट के बाद मैंने अपना वीर्य मौसी की चूत में ही छोड़ दिया और फिर हम दोनों वैसे ही अपने बिस्तर पर सो गये. फिर जब हम सुबह उठे तो मौसा जी सामने बैठकर जूस पी रहे थे, तो मैंने चौंककर मौसी की तरफ देखा, तो वो काफ़ी सामान्य लग रही थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


![[+]](https://xossipy.com/themes/sharepoint/collapse_collapsed.png)