14-01-2021, 01:32 PM
फिर मैंने मौसी से कहा कि चलो अब में तुम्हारे कपड़े उतारूँगा. फिर मौसी हँसते हुए बोली कि उतार दे, चोद डाल मुझे, मेरे बूब्स को मसलकर उन्हें अपने मुँह में लेकर पी जा, मेरा सारा दूध. फिर में मौसी की नाइटी पीछे से धीरे-धीरे उतारने लगा. अब मौसी की आँखें हवस से भरी हुई थी.
अब मैंने मौसी के पूरे कपड़े उतार दिए थे और उनके बूब्स को चूसने लगा था और उसमें से आता थोड़ा-थोड़ा दूध भी पीने लगा था. अब में बहुत पागल हो चुका था. अब में मौसी के बूब्स को एक तरबूज की तरह काट और चूस रहा था. अब मौसी भी हवस से पूरी लथपथ थी.
अब मैंने मौसी के पूरे कपड़े उतार दिए थे और उनके बूब्स को चूसने लगा था और उसमें से आता थोड़ा-थोड़ा दूध भी पीने लगा था. अब में बहुत पागल हो चुका था. अब में मौसी के बूब्स को एक तरबूज की तरह काट और चूस रहा था. अब मौसी भी हवस से पूरी लथपथ थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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