14-01-2021, 01:31 PM
अब प्रोग्राम ख़त्म हो चुका था और अब में और मौसी मेरी स्कूटी पर देर रात को 1 बजे सड़क से जा रहे थे. अब में जब-जब ब्रेक दबा रहा था, तो तब-तब मौसी के बूब्स मेरी पीठ पर लग रहे थे. अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. अब में जानबूझकर ज़ोर-जोर से ब्रेक दबाने लगा था. अब मौसी को धीरे-धीरे सब समझ में आ रहा था. फिर मौसी ने अचानक से अपना एक हाथ मेरी कमर पर रख दिया, तो तभी मेरे शरीर में अजीब सा करंट दौड़ा. अब में मौसी को चोदने के लिए और भी पागल हुए जा था.
अब हम घर पहुँच चुके थे, अब हमने खाना तो खा लिया था और अब हमें सिर्फ़ सोने जाना था. अब किस्मत से मौसा जी घर से बाहर ट्रिप पर गये हुए थे और बच्चे भी सो चुके थे. फिर मौसी चेंज करके आ गई, उन्होंने एक नाइटी पहनी थी, जो जामुनी कलर की थी.
मौसी उसमें बहुत सुंदर लग रही थी. मौसी ने गलती से अपनी नाइटी के ऊपर के बटन खुले छोड़ दिए थे फिर मैंने मौसी से कहा कि मौसी आपके स्तनों के ऊपर के दो बटन खुले है, जो कि मुझे अंदर का सभी नज़ारा बता रहे थे. मौसी ने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी और ऐसा लगता था कि जानबूझकर नहीं पहनी थी. अब मौसी को ऐसा बोलते वक़्त मुझे शर्म भी नहीं आई थी.
फिर मौसी ने मेरी तरफ देखकर एक सेक्सी सी स्माइल दी. फिर मौसी ने मुझसे कहा कि तुम भी अब लुंगी पहन लो और मौसी ने तुरंत मुझे मौसा जी की लुंगी लाकर दी. अब मेरा लंड खड़ा ही था, तो मौसी ने उसकी तरफ देखा और अपनी आँखे दूसरी तरफ फैर ली. फिर मैंने अपना एक हाथ अंदर डालकर उसे सुला दिया तो मैंने फिर से देखा तो वो फिर से खड़ा दिख रहा था. फिर तभी मौसी बोली कि अरे ये क्या बार-बार अंदर हाथ डाल रहे हो?
अब हम घर पहुँच चुके थे, अब हमने खाना तो खा लिया था और अब हमें सिर्फ़ सोने जाना था. अब किस्मत से मौसा जी घर से बाहर ट्रिप पर गये हुए थे और बच्चे भी सो चुके थे. फिर मौसी चेंज करके आ गई, उन्होंने एक नाइटी पहनी थी, जो जामुनी कलर की थी.
मौसी उसमें बहुत सुंदर लग रही थी. मौसी ने गलती से अपनी नाइटी के ऊपर के बटन खुले छोड़ दिए थे फिर मैंने मौसी से कहा कि मौसी आपके स्तनों के ऊपर के दो बटन खुले है, जो कि मुझे अंदर का सभी नज़ारा बता रहे थे. मौसी ने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी और ऐसा लगता था कि जानबूझकर नहीं पहनी थी. अब मौसी को ऐसा बोलते वक़्त मुझे शर्म भी नहीं आई थी.
फिर मौसी ने मेरी तरफ देखकर एक सेक्सी सी स्माइल दी. फिर मौसी ने मुझसे कहा कि तुम भी अब लुंगी पहन लो और मौसी ने तुरंत मुझे मौसा जी की लुंगी लाकर दी. अब मेरा लंड खड़ा ही था, तो मौसी ने उसकी तरफ देखा और अपनी आँखे दूसरी तरफ फैर ली. फिर मैंने अपना एक हाथ अंदर डालकर उसे सुला दिया तो मैंने फिर से देखा तो वो फिर से खड़ा दिख रहा था. फिर तभी मौसी बोली कि अरे ये क्या बार-बार अंदर हाथ डाल रहे हो?
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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