14-01-2021, 01:24 PM
र उसने मेरे बूब्स को इतना मस्त चूसा कि में तो बस पागल ही गयी और अब वो मेरे बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. फिर उसने मुझे उठाकर बेड पर लेटाया और मेरी पेंटी को अपने दातं में लेकर नीचे कर दिया, वो तभी वाइल्ड हो गया और मेरी चूत चाटने लगा. अब में पूरी तरह से गर्म थी और उसके सिर को अपनी चूत की तरफ खींचने लगी. उसे चूत चाटना बहुत पसंद था और तो उसने लगभग 25 मिनट तक मेरी चूत चाटी. अब वो इतना मस्त होकर चूत चाट रहा था, जैसे कि वो कोई एक्सपीरियंस लड़का हो जो कई सारी आंटीयों को चोद चुका हूँ.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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