14-01-2021, 01:20 PM
अब में उठकर बैठ गयी और मैंने देखा कि उस समय अज्जू के कमरे की लाइट जल रही थी. फिर मैंने धीरे से उठकर अज्जू के रूम के पास जाकर अंदर झांककर देखा, तो वो उस समय उल्टा होकर सो रहा था.
फिर मेरा हाथ अपने आप अपनी चूत पर जाने लगा था और मुझे बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रहा था कि में कैसे शुरुआत करूँ? अपनी चुदाई के लिए उसको कैसे कहूँ?
तभी मैंने ध्यान से देखकर महसूस किया कि अज्जू अब कुछ हिल रहा है, जैसे एक आदमी औरत के ऊपर चढ़कर उसकी चुदाई करते समय हिलता है वो वैसे ही हिल रहा था और फिर मुझे समझते ज्यादा देर नहीं लगी कि वो मेरी नंगी जांघो को और साफ चूत को देखकर इतना उत्तेजित हो गया है इसलिए वो यह सब कर रहा था.
अब वो अपने लंड का पानी बाहर निकालने की पूरी तैयारी में है. तभी मैंने समय गँवाए बिना में अज्जू के रूम में तुरंत चली गयी और मैंने देखा कि अब अज्जू ने धीरे से अपनी आखें खोलकर मुझे देखा और वो सोने का नाटक करने लगा
फिर मेरा हाथ अपने आप अपनी चूत पर जाने लगा था और मुझे बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रहा था कि में कैसे शुरुआत करूँ? अपनी चुदाई के लिए उसको कैसे कहूँ?
तभी मैंने ध्यान से देखकर महसूस किया कि अज्जू अब कुछ हिल रहा है, जैसे एक आदमी औरत के ऊपर चढ़कर उसकी चुदाई करते समय हिलता है वो वैसे ही हिल रहा था और फिर मुझे समझते ज्यादा देर नहीं लगी कि वो मेरी नंगी जांघो को और साफ चूत को देखकर इतना उत्तेजित हो गया है इसलिए वो यह सब कर रहा था.
अब वो अपने लंड का पानी बाहर निकालने की पूरी तैयारी में है. तभी मैंने समय गँवाए बिना में अज्जू के रूम में तुरंत चली गयी और मैंने देखा कि अब अज्जू ने धीरे से अपनी आखें खोलकर मुझे देखा और वो सोने का नाटक करने लगा
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


![[+]](https://xossipy.com/themes/sharepoint/collapse_collapsed.png)