14-01-2021, 01:14 PM
वो मेरी कमर पकड़ कर मुझे जोर जोर से चोदने लगा। उसका लंड मेरी चूत को लगातार फाड़ता रहा। उसने अपना भीगा हुआ लंड चूत से निकालकर मेरी गांड के छेड़ पर रख दिया। मैंने उसे गांड मारने से मना किया। लेकिन वो नही माना उसने अपने लंड पर थूक लगाकर गांड में डाल दिया। मेरी तो गांड फट गई। उसका इतना मोटा लंड मेरी गांड को फाड़ दिया। मै जोर से चीखने लगी। वो मेरी गांड धीरे धीरे मारने लगा। कुछ देर बाद दर्द थोड़ा कम हुआ। तो मुझे भी गांड मरवाने में मजा आने लगा। उसने अपना पूरा लंड अब मेरी गांड में डाल कर अंदर बाहर कर। मेरी गांड मारने लगा। मै भी गांड मटकाने लगी। अब वो और जोर से मेरी गांड मारने लगा। मै कहती रही आज तू मेरी गांड भी फाड़ डाल। आह आऊ—–आऊ—-हमममम अहह्ह्ह्हह—सी सी सी सी–हा हा हा–” और जोर से पेलो मेरी गांड में। फाड़ मेरी गांड तेरी माँ की चूत फाड़ मेरी गांड।अब वो और तेजी से अपना लंड चलाने लगा। वो भी अब झड़ने वाला धीरे धीरे होने लगा था। उसने अपनी स्पीड खूब तेज कर ली। अब मुझे लगने लगा ये सच में आज मेरी गांड फाड़ डालेगा। वो अब जोर जोर से साँसें छोड़ के मेरी गांड को धक्के पर धक्के मारने लगा। उसका लंड अब और भी गर्म हो गया था। उसने अपने लंड को पूरा अंदर बाहर बहुत तेजी से करने लगा। मई भी अब तक थक चुकी थी। लेकिन वो जोश में होने के कारण अब तक पेल रहा था।अब वो झड़ने वाला हो गया। उसने जल्दी से अपना लैंड निकाल कर मेरी मुँह में डाल दिया। वो मेरी मुँह में मुठ मारने लगा। कुछ देर मुठ मारने के बाद वो मेरी मुँह में ही झड़ गया। मेरी मुँह को उसने अपने लंड के रस से लबालब भर दिया। मै उसका सारा रस पी गई। अब वो भी थक कर मेरी ऊपर ही लेट गया। उसने उस रात कई बार मेरी चुदाई की। कुछ दिन रूक कर वो मुझे मेरी पति की तरह रहकर मुझे चुदाई का आनन्द देता रहा। अब जब भी वो आता है। 2 ,3 दिन रूक कर मेरी चुदाई करके ही जाता है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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