14-01-2021, 11:18 AM
दोस्तों मेरे चूत को सहलाते हुए उसके मुह से सिसकारियां निकलने लगी. मैंने भी अपना दोनों पैर फैला दी. वो धीरे धीरे अपनी ऊँगली को मेरे चूत में डालने लगा. मेरी चूत काफी गीली हो चुकी थी. मैं भी जोश में आ गई. और वो निचे सरककर, मेरी चूत के पास बैठ गया और चाटने लगा. अब बर्दाश्त के बाहर था. मैंने उसका बाल पकड़ा और अपने चूत में रगड़नेलगी. वो मेरी चूत की पानी को चाट रहा था. मेरे मुह से भी सिस्कारिया निकलने लगी. आह आह आह आह आह से कमर गूंजने लगा. मैं रोहित को ऊपर को और उसके होठ को चूसने लगी. वो मेरे ऊपर था वो भी मेरी चूचियों को दबाते हुए मेरे होठ को चूस रहा था और वो बार बार अपना जीभ मेरे मुह में दे रहा था इस वजह से मैं और भी कामुक हो रही थी. दोस्तों मुझे लग रहा था की रोहित को अपनी चूत में घुसा लू, मैंने कहा देर मत कर कमीने और कितना तड़पाएगा. आज तुमने एक रजाई होने का सजा और मजा दोनों दे रहा है. सजा तो ये की एक बहन आज अपने भाई से चुदेगी और मजा की आज मैं पूरी रात चुदुंगी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.