14-01-2021, 11:06 AM
चुदाई के खत्म होने के बाद मैंने और मौसी ने बहुत देर तक एक दूसरे को चाटते रहें। कुछ देर बाद हमने अपने अपने कपडे पहन लिया और बांहों में बांहे डाल कर किस करने लगे। मैंने अपने मौसी से पूछ – मेरे चुदाई से मजा आया। तो उन्होंने हस्ते हुए कहा – तुम बहुत मजाकिया हो।
हम घर चले आये, मुझे क्या पता था की आज मेरी पेलाई होने वाली है। मेरी और मौसी के चुदाई के बारे में पता नही कहाँ से पापा को पता चल गया। मेरे घर आते ही मेरे आते ही पापा ने मेरी एक मोटे डंडे से खूब पेली की। मैंने तो सोच लिया की घर के किसी को कभी भी मत चोदो वरना चुदाई से ज्यादा पेलाई हो गयेगी
हम घर चले आये, मुझे क्या पता था की आज मेरी पेलाई होने वाली है। मेरी और मौसी के चुदाई के बारे में पता नही कहाँ से पापा को पता चल गया। मेरे घर आते ही मेरे आते ही पापा ने मेरी एक मोटे डंडे से खूब पेली की। मैंने तो सोच लिया की घर के किसी को कभी भी मत चोदो वरना चुदाई से ज्यादा पेलाई हो गयेगी
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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