13-01-2021, 09:35 AM
(This post was last modified: 15-09-2021, 11:34 AM by komaalrani. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
खोल मुंह
वो डरी ,सहमी ,सिकुडी।
" खोलमुंह भाइचॉदी ,रंडी जल्दी खोल "
और मेरे एक हाथ की उँगलियों ने उसके गाल दबाकर उसका मुंह खुलवा लिया। दूसरे हाथ से मैंने कस के उसके सर को पकड़ रखा था ,हिल डुल भी नहीं सकती थी वो ,
और फिर बहुत देर से मुंह में ,जैसे बच्चे बबुल गम से गोला बनाते हैं ,उसी तरह पूरे मुंह का सैलाइवा मैंने इकट्ठा किया था ,
फचाक ,वो सैलाइवा का गोला सीधे उसके मुंह में।
" करती हूँ मुख शुद्धि तेरी ,देख तेरे इस मुंह में क्या क्या जाता है ,छिनार इसी मुंह से बोलने में शर्मा रही थी न ,"
उसका गाल अभी भी मेरी उँगलियों से दबा ,मुंह चिड़िया की तरह खुला , और
फचाक , अबकी पहले से भी ज्यादा थूक उसके मुंह के अंदर।
बोल हो गयी न सुद्धि की और कराएगी छिनार , एक हल्का चांटा ,
और अबकी मेरा निशाना जान बूझ के थोड़ा चूका , थोड़ा उसके मुंह में ,थोड़ा चेहरे पर।
बहुत प्यार से धीरे धीरे वो सैलाइवा मेरी उँगलियों ने उसके पूरे चेहरे पर फैला दिया।
और अब गाल छोड़ के मेरी उंगलियां आलमोस्ट नोचते हुए ,उसके टिट्स को पिंच कर रही थी।
" बोल छिनार "
मैं गरजी और अबकी वो वो बिना सोचे समझे बोल उठी।
" चूँची "
"जोर से बोल स्साली , तुझे कुत्तों से चोदवाउंगी। ."
मैं चीखी और अबकी वो खुल के बोली ,
"चूँची "
मैंने गुड्डी के नयी नयी आयी मिल्क टिट्स को मरोड़ा, कस के।
बोल फिर से ,और वो फिर बोली ,
' चूँची '
हाँ ऐसे ही , और मुझसे नहीं रहा गया।
मैंने दांत लगा ही दिया ,
जिस जिस ने कच्ची अमिया कुतरी होंगी , उसे ही उसका स्वाद मालुम होगा।
क्या मस्त , ... कोई लाख कहे , ये नहीं वो नहीं लेकिन इस उमर की लड़की किसी के हाथ लग जाए तो बिना टिकोरों को चखे कौन छोड़ता है।
और अबकी वो नहीं चीखी। एक बार फिर दूसरी अमिया पे ,
और अबकी वो खुद सिसकती हुयी बोली चूँची।
हाँ ऐसे ही मजे ले ले के ये सोच न की तेरे भैय्या तेरी चूँची कुतर रहे हैं मीज रहे हैं , जब बोलो , जिस भी पार्ट के बारे में रस ले ले के मजे ले ले के।
मैंने अपनी जवान होती ननद को समझाया।
और टेस्ट के लिए मैंने उसे आर्डर भी दिया ,खोल
वो डरी ,सहमी ,सिकुडी।
" खोलमुंह भाइचॉदी ,रंडी जल्दी खोल "
और मेरे एक हाथ की उँगलियों ने उसके गाल दबाकर उसका मुंह खुलवा लिया। दूसरे हाथ से मैंने कस के उसके सर को पकड़ रखा था ,हिल डुल भी नहीं सकती थी वो ,
और फिर बहुत देर से मुंह में ,जैसे बच्चे बबुल गम से गोला बनाते हैं ,उसी तरह पूरे मुंह का सैलाइवा मैंने इकट्ठा किया था ,
फचाक ,वो सैलाइवा का गोला सीधे उसके मुंह में।
" करती हूँ मुख शुद्धि तेरी ,देख तेरे इस मुंह में क्या क्या जाता है ,छिनार इसी मुंह से बोलने में शर्मा रही थी न ,"
उसका गाल अभी भी मेरी उँगलियों से दबा ,मुंह चिड़िया की तरह खुला , और
फचाक , अबकी पहले से भी ज्यादा थूक उसके मुंह के अंदर।
बोल हो गयी न सुद्धि की और कराएगी छिनार , एक हल्का चांटा ,
और अबकी मेरा निशाना जान बूझ के थोड़ा चूका , थोड़ा उसके मुंह में ,थोड़ा चेहरे पर।
बहुत प्यार से धीरे धीरे वो सैलाइवा मेरी उँगलियों ने उसके पूरे चेहरे पर फैला दिया।
और अब गाल छोड़ के मेरी उंगलियां आलमोस्ट नोचते हुए ,उसके टिट्स को पिंच कर रही थी।
" बोल छिनार "
मैं गरजी और अबकी वो वो बिना सोचे समझे बोल उठी।
" चूँची "
"जोर से बोल स्साली , तुझे कुत्तों से चोदवाउंगी। ."
मैं चीखी और अबकी वो खुल के बोली ,
"चूँची "
मैंने गुड्डी के नयी नयी आयी मिल्क टिट्स को मरोड़ा, कस के।
बोल फिर से ,और वो फिर बोली ,
' चूँची '
हाँ ऐसे ही , और मुझसे नहीं रहा गया।
मैंने दांत लगा ही दिया ,
जिस जिस ने कच्ची अमिया कुतरी होंगी , उसे ही उसका स्वाद मालुम होगा।
क्या मस्त , ... कोई लाख कहे , ये नहीं वो नहीं लेकिन इस उमर की लड़की किसी के हाथ लग जाए तो बिना टिकोरों को चखे कौन छोड़ता है।
और अबकी वो नहीं चीखी। एक बार फिर दूसरी अमिया पे ,
और अबकी वो खुद सिसकती हुयी बोली चूँची।
हाँ ऐसे ही मजे ले ले के ये सोच न की तेरे भैय्या तेरी चूँची कुतर रहे हैं मीज रहे हैं , जब बोलो , जिस भी पार्ट के बारे में रस ले ले के मजे ले ले के।
मैंने अपनी जवान होती ननद को समझाया।
और टेस्ट के लिए मैंने उसे आर्डर भी दिया ,खोल