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पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ
आज भाभी की चुचियां भी कुछ ज्यादा ही ज्यादा दिख रही थीं. उन्होंने नाइटी के अन्दर पिंक कलर की ब्रा पहनी थी, जो कि एकदम साफ़ दिख रही थी. उनके दूध देख कर मेरा लंड लोअर में टेंट बन रहा था, जो छुपाए नहीं छिप रहा था.
[Image: 10817550_066_ad25.jpg]
भाभी भी पता नहीं क्यों काफी खुश थीं, वो मेरी तरफ देख देख कर स्माइल कर रही थीं, शायद उनको मेरा खड़ा होता लंड दिख गया होगा.

हम दोनों का मन दूसरे खेल की तरफ चलने लगा. भाभी बड़ी झुक झुक कर स्ट्राइकर चला रही थीं, जिससे उनकी पूरी चूचियां मुझे हिलती दिख रही थीं.

हमारा गेम कुछ देर बाद खत्म हुआ और भाभी जीत गयी थीं.

भाभी मेरे गाल पकड़ कर बोलने लगी- बच्चे मुझसे नहीं जीत पाओगे.
मैं बोला- भाभी मैं बच्चा नहीं हूँ. आपको भी मालूम है.
मेरी इस बात पर भाभी हंस दीं और बोलीं- हां न तू छोटा है और न तेरा!
इतना कह कर वो चुप हो गईं, मैं समझ गया कि भाभी मेरे लंड के लिए कह रही थीं.[Image: 10817550_059_678e.jpg]

मैं भी हंसते हुए अपने रूम में आ गया और अन्दर आकर मैं भाभी की चूचियों को याद करते हुए मुठ मारने लगा. कुछ ही देर में मेरे लंड से माल छूट गया और मैं लेट गया.[Image: 10817550_065_dba7.jpg]

उस पूरी रात मेरे सपनों में भाभी के चुचे ही बार बार सामने आ रहे थे. मुझे नींद नहीं आ रही थी. जैसे तैसे सोया तो सुबह देर से उठा.

सोकर उठने के बाद मैंने नहाया और नाश्ता के लिए आ गया.

मम्मी ने ही नाश्ता दिया.
मैंने उनसे पूछा कि मम्मी, आज भाभी कहां हैं?
मम्मी ने बताया कि वो अभी ही ऊपर गयी है.

मैं नाश्ता करके ऊपर गया और उनके कमरे में चला गया. अन्दर जाते ही मैंने भाभी को हग कर दिया.

भाभी हंस कर बोलीं- क्या बात है देवर जी … आज बड़े रोमांटिक लग रहे हो?[Image: 10817550_064_9c4f.jpg]
मुझे उनसे ऐसे बोलने की उम्मीद नहीं थी. भाभी ने कोई ऐतराज नहीं किया.

मैंने उनको छोड़ा भी नहीं, मैं यूं ही भाभी को अपनी बांहों लिए लिए बोला कि आज मुझे प्रीति की बहुत याद आ रही है.
प्रीति मेरी गर्लफ्रेंड थी.

तो भाभी ने मुझे थोड़ा दूर किया और बोलीं- अगर प्रीति यहां होती, तो क्या करते?
मैंने भाभी को गाल पर चूम लिया और बोला- और बताऊं कि क्या करता![Image: 10817550_075_a04d.jpg]

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तो भाभी झूठ मूठ का गुस्सा दिखा कर बोलीं- मैं तेरी भाभी हूँ … तेरी गर्लफ़्रेंड नहीं हूँ.

उनके इस रिएक्शन से पहले तो मैं डर गया और उनसे अलग होते हुए बोला कि सॉरी भाभी, एक तो मैं उसको मिस कर रहा था और ऊपर से आपने ऐसे पूछा कि मुझसे रहा ही नहीं गया.
भाभी स्माइल करते हुए मेरे पास आईं और बोलीं- कभी भी उसकी याद आए, तो मेरे पास आ जाना.[Image: 10817550_069_b408.jpg]

वे मेरे इतना पास थीं कि 3 या 4 इंच ही दूर होंगी.
मैंने उन्हें फिर से हग कर लिया और इस बार ड्रामा करते हुए रोने लगा.
भाभी मुझे कसते हुए बोलीं- बहुत प्यार करता है उससे!
मैंने हां में सिर हिला दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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Pahli bar bahan k sath picnic - by neerathemall - 14-02-2019, 03:18 AM
RE: Soni Didi Ke Sath Suhagraat - by neerathemall - 26-04-2019, 12:23 AM
didi in waterfall - by neerathemall - 04-06-2019, 01:34 PM
Meri Didi Ki Garam Jawani - by neerathemall - 29-01-2020, 11:22 AM
RE: पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ - by neerathemall - 11-01-2021, 05:29 PM



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