11-01-2021, 04:59 PM
दीदी दीपा मेरे पास डायनिंग हॉल आई फिर दोनों ने एक दूसरे के योनि को जमकर चूमा और चाटा, वाशरूम से आकर वो मेरे बगल में बैठी तो मैं उठा फिर उसे तकिया पर लिटाकर नाईटी की डोरी खोल उसे बाहों पर कर दिया, उसकी गोल मुलायम चूचियां ब्राउन रंग की निप्पुल से सेक्सी लग रही थी तो मैं दीपा के दोनों बूब्स हाथ में पकड़े दबाने लगा और वो मेरे टाईट लंड को पकड़ हिलाते हुए मस्त होने लगी फिर मैं झुका और उसकी चूची को मुंह में लिए चूसने लगा तो दीपा मेरे चूतड को सहलाते हुए ” उई ओह माई गॉड मेरी चूत में लंड डाल ना इतनी गुदगुदी फूद्दी में कभी नहीं हुई थी तो मैं चूची चूसता हुआ उसके चूत पर हाथ फेरने लगा और एक साथ दो उंगली चूत में डाले रगड़ने लगा तो मेरे मुंह से लार टपक टपक कर उसकी चूची को गीला कर दिया और फिर दीपा की चूची मुंह से निकाल मैं अब उसकी कमर के नीचे बैठा। दीपा की जांघें फैली हुई थी तो उसके बीच में लंड पकड़े बैठ गया फिर सुपाड़ा को छेद में घुसाया और धीरे धीरे आधा से अधिक लंड अंदर पेलकर कमर थामा फिर जोर से धक्का देकर पूरा लंड चूत में डाले चुदाई करने लगा तो दीपा कोई कुंवारी कच्ची कली नहीं थी बल्कि शादीशुदा लड़की सो वो अपने चूतड़ को उपर नीचे करने लगी और मैं तुरन्त ही उसके बदन पर लेटकर चोदता हुआ ओंठ और गाल चूमने लगा, अब दीपा मुझे कसकर जकड़े चूतड को उछालना शुरू कर दी तो मैं दीपा की बुर चुदाई करता हुआ मस्त था और डायनिंग हॉल के फर्श पर गद्दे पर भाई और बहन चुदाई में लीन थे तो जीजा जी अपने बेड पर नींद में सो रहे थे, पल भर बाद दीदी की चूत से रस निकलने लगा तो मै धक्का देना छोड़ दिया और फिर लंड को चूत से निकाल उसकी चूत को जीभ से चाटते हुए कमर सहलाने लगा ” अब छोड़ राहुल नहीं तो मुंह में ही मूत दूंगी
( मैं जीभ निकाल उठा ) तो क्या हुआ साली चुदक्क़ड जा मूत ले ” फिर दीपा नंगे ही वाशरूम चली गई, वापस आईं तो बेड पर ही डॉगी स्टाइल में होकर चुदाई को तैयार थी और मै लंड पकड़े उसके चूतड के सामने बैठा फिर लंड को चूत के अंदर डालने लगा, वैसे भी चार पांच साल से चूत चूद्वाकर ढीली कर चुकी थी तो एक ही धक्के में पूरा लंड घुसाए चोदने लगा और दीपा अपने कमर हिलाते हुए चुदवा रही थी। राहुल उसके एक बूब्स पकड़ दबाने लगा तो एक हाथ कमर पर रख चोदे जा रहा था तो बहन की चूतड मानो स्प्रिंग की तरह हिल रही थी और अब दोनों चुदाई में मस्त थे। दीपा पीछे मुड़कर बोली ” क्या रात भर चोदेगा
( मैं गपागप लंड पेलता हुआ ) नहीं बेबी कल दिन में तेरी गान्ड चोदूंगा
( वो अपने कमर स्थिर किए चुदवा रही थी ) तो पूनम पर तेरा ध्यान नहीं गया क्या
( मैं चोदता हुआ हांफने लगा ) देखने में तो साली छीनार ही लगती है लेकिन है तो तेरी ननद
( दीपा हंसते हुए ) वो तुझे जरूर चोदने देगी
( मैं उसके बूब्स दबाने लगा ) ओह बेबी तुझे नहीं पता कि वो मुझसे चुदवा चुकी है
( दीपा ) ओह अब समझी इसलिए तुझे अपने साथ सुलाना चाहती थी ” और दीपा की चूत अब गर्म हो चुकी थी तो मेरा लंड भी लेकिन वीर्य स्खलित होने में वक्त था सो धीरे धीरे चोद रहा था और अब दीपा अपने चूतड हिलाते हुए चुदाने लगी और दोनों चुदाई के नशे में चूर थे, बुर में मानो आग लगी हुई थी तो दीपा अब सेक्सी आवाज निकालने लगी ” ओह कितना जलन हो रहा है बुर में राहुल प्लीज़ अब रस गिराकर बुर को ठंड कर दे ” लेकिन मेरा लंड अभी टिकने के मूड में था और दोनों अपने अपने कमर हिलाते हुए चुदाई का आनंद ले रहे थे, दीपा की चूतड फिर से स्थिर हो गई तो मैं ८-१० जोर का धक्का मारा और चिंख् पड़ा ” उह ओह अब झड़ा ले साली रण्डी पी मेरे लंड का रस ” तो लंड से वीर्य की धार निकल पड़ी और मैं पल भर बुर में ही लंड छोड़ दिया फिर लंड निकाल लेट गया तो दीपा अपनी नाईटी पहन चली गई और मैं फ्रेश होकर थकावट के मारे नींद में सो गया.
( मैं जीभ निकाल उठा ) तो क्या हुआ साली चुदक्क़ड जा मूत ले ” फिर दीपा नंगे ही वाशरूम चली गई, वापस आईं तो बेड पर ही डॉगी स्टाइल में होकर चुदाई को तैयार थी और मै लंड पकड़े उसके चूतड के सामने बैठा फिर लंड को चूत के अंदर डालने लगा, वैसे भी चार पांच साल से चूत चूद्वाकर ढीली कर चुकी थी तो एक ही धक्के में पूरा लंड घुसाए चोदने लगा और दीपा अपने कमर हिलाते हुए चुदवा रही थी। राहुल उसके एक बूब्स पकड़ दबाने लगा तो एक हाथ कमर पर रख चोदे जा रहा था तो बहन की चूतड मानो स्प्रिंग की तरह हिल रही थी और अब दोनों चुदाई में मस्त थे। दीपा पीछे मुड़कर बोली ” क्या रात भर चोदेगा
( मैं गपागप लंड पेलता हुआ ) नहीं बेबी कल दिन में तेरी गान्ड चोदूंगा
( वो अपने कमर स्थिर किए चुदवा रही थी ) तो पूनम पर तेरा ध्यान नहीं गया क्या
( मैं चोदता हुआ हांफने लगा ) देखने में तो साली छीनार ही लगती है लेकिन है तो तेरी ननद
( दीपा हंसते हुए ) वो तुझे जरूर चोदने देगी
( मैं उसके बूब्स दबाने लगा ) ओह बेबी तुझे नहीं पता कि वो मुझसे चुदवा चुकी है
( दीपा ) ओह अब समझी इसलिए तुझे अपने साथ सुलाना चाहती थी ” और दीपा की चूत अब गर्म हो चुकी थी तो मेरा लंड भी लेकिन वीर्य स्खलित होने में वक्त था सो धीरे धीरे चोद रहा था और अब दीपा अपने चूतड हिलाते हुए चुदाने लगी और दोनों चुदाई के नशे में चूर थे, बुर में मानो आग लगी हुई थी तो दीपा अब सेक्सी आवाज निकालने लगी ” ओह कितना जलन हो रहा है बुर में राहुल प्लीज़ अब रस गिराकर बुर को ठंड कर दे ” लेकिन मेरा लंड अभी टिकने के मूड में था और दोनों अपने अपने कमर हिलाते हुए चुदाई का आनंद ले रहे थे, दीपा की चूतड फिर से स्थिर हो गई तो मैं ८-१० जोर का धक्का मारा और चिंख् पड़ा ” उह ओह अब झड़ा ले साली रण्डी पी मेरे लंड का रस ” तो लंड से वीर्य की धार निकल पड़ी और मैं पल भर बुर में ही लंड छोड़ दिया फिर लंड निकाल लेट गया तो दीपा अपनी नाईटी पहन चली गई और मैं फ्रेश होकर थकावट के मारे नींद में सो गया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.