11-01-2021, 03:11 PM
( मैं उसके चुत को चूमकर उसपर भी शैंपू लगाने लगा ) सो क्यों बेबी, अपनी दिल मुझे दे रखी हो और बिल ( छेद ) किसी और को
( वो मुड़कर बोली ) दे तो रही हूं डियर, मेरी गान्ड मारेगा तो नया टेस्ट मिलेगा पर छेद तो बिन कंडोम के या दवाई के, ना बाबा ना
( रेखा के चूतड़ को चूमने लगा ) कोई बात नहीं, रात को ही तुझे चोदूंगा “फिर रेखा के गद्देदार चूतड़ के दरार में जीभ फेरता हुआ उसके पेट से चुत तक पर हाथ फेर रहा था और वो “अबे साले, क्या नंगी लड़की को ऐसे स्नान कराया जाता है, गान्ड चाटने में लगा है कुत्ते
( मैं उसके चूतड़ से पैर तक को शैंपू करता हुआ रगड़ने लगा ) बोल साली चुदक्कड़, जब तेरी गान्ड में लंड पेलूंगा ना तब बाप बाप करेगी”तो वो चुप रही और मैं उठकर उसके पीठ पर शैंपू लगा दिया फिर दोनों आमने सामने खड़े होकर झरना का नल चालू किए और एक दूसरे से लिपटकर स्नान करने लगे, रेखा की सेक्सी जिस्म मेरे से रगड़ खा रही थी तो मेरा हाथ उसके गान्ड की गोलाई को मापने में लगा हुआ था और तभी दोनों का बदन पानी से झाग को साफ कर दिया तो भाई बहन का स्नान हो गया। दोनों एक ही टॉवेल से एक दूसरे के बदन को पोंछने लगे फिर नंगे ही रूम आ गए और रेखा एक दर्पण के सामने खड़ी होकर अपने खूबसूरत जिस्म को निहारने लगी तो मैं उसके पीछे खड़ा था “अब मेकअप हो गया हो तो जरा एक कप कॉफी बनाओ तो
( वो मुड़कर बोली ) दे तो रही हूं डियर, मेरी गान्ड मारेगा तो नया टेस्ट मिलेगा पर छेद तो बिन कंडोम के या दवाई के, ना बाबा ना
( रेखा के चूतड़ को चूमने लगा ) कोई बात नहीं, रात को ही तुझे चोदूंगा “फिर रेखा के गद्देदार चूतड़ के दरार में जीभ फेरता हुआ उसके पेट से चुत तक पर हाथ फेर रहा था और वो “अबे साले, क्या नंगी लड़की को ऐसे स्नान कराया जाता है, गान्ड चाटने में लगा है कुत्ते
( मैं उसके चूतड़ से पैर तक को शैंपू करता हुआ रगड़ने लगा ) बोल साली चुदक्कड़, जब तेरी गान्ड में लंड पेलूंगा ना तब बाप बाप करेगी”तो वो चुप रही और मैं उठकर उसके पीठ पर शैंपू लगा दिया फिर दोनों आमने सामने खड़े होकर झरना का नल चालू किए और एक दूसरे से लिपटकर स्नान करने लगे, रेखा की सेक्सी जिस्म मेरे से रगड़ खा रही थी तो मेरा हाथ उसके गान्ड की गोलाई को मापने में लगा हुआ था और तभी दोनों का बदन पानी से झाग को साफ कर दिया तो भाई बहन का स्नान हो गया। दोनों एक ही टॉवेल से एक दूसरे के बदन को पोंछने लगे फिर नंगे ही रूम आ गए और रेखा एक दर्पण के सामने खड़ी होकर अपने खूबसूरत जिस्म को निहारने लगी तो मैं उसके पीछे खड़ा था “अब मेकअप हो गया हो तो जरा एक कप कॉफी बनाओ तो
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
