11-01-2021, 03:08 PM
ये वाक्या तकरीबन साल भर पहले की है तो मेरी उम्र कोई २१ साल होगी तो मेरी चचेरी बहन रेखा की उम्र १९ साल की, मेरी लम्बाई ६’० फीट के आसपास तो सुडौल बदन जिसको देख कोई भी लड़की या औरत एक बार तो जरूर सोचेगी की काश ये मेरे साथ शारीरिक सम्बन्ध एक ही बार सही पर बना ले तो रेखा मेरे बड़े चाचा की बेटी है जोकि कानपुर में ही बी ए की डिग्री में दाखिला ली है और उसके छरहरे बदन, सुराहिनुमा गर्दन और लंबी काली जुल्फें किसी को भी उसका दीवाना बना दे तो उसके दोनों बूब्स उम्र के हिसाब से बड़े बड़े तो कमर पतली और चूतड़ तो उसकी तेज चाल के साथ देखने लायक, दोनों फांक स्प्रिंग की तरह आपस मै टकराती है। रेखा और मेरे बीच का रिश्ता कूड़ेदान में जा चुका था और हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स का आनंद लेने लगे तो उसकी चुत की सील तोड़कर मैं धन्य हो उठा, बिल्कुल ही कसी हुई चुत जिसपर हल्के रोएं और लालिमा लिए बुर के दरार स्पष्ट पर फांक आपस में सटे हुए तो एक दिन ये जानकर कि मॉम, डैड और मेरी बहन तीनो पैतृक गांव जाने वाले हैं खुशी से झूम उठा लेकिन तभी मॉम बोली ” सुनो राहुल, जरा रेखा से बात कराना
( मैं गंभीर होता हुआ ) सो क्या काम है
( मैं गंभीर होता हुआ ) सो क्या काम है
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
