11-01-2021, 03:04 PM
जल्दी आना मेरी चूत तुम्हारे सख्त लंड के इंतजार में पानी टपका रही है ….. मैंने उठ कर एक बार दीदी की चूची जोर से मसली और मुस्कुराते हुए बाथरूम में घुस गया ….. मुझे बाथरूम में लगभग आधा घंटा लगा और जब मैं नहा कर नंगा ही बाथरूम से निकला तो देखा दीदी अपने फ़ोन में लगी पड़ी हैं वो बेड पर पेट के बल पड़ी थी और उनकी गोरी चीकनी मखमली गांड़ एकदम नंगी मेरे सामने थी ….. मुझसे रहा नही गया और मैंने जा कर दीदी की टांगो के बीच के लेट कर उनके चूतड़ फैला दिए और झुक कर अपनी जीभ उनकी गांड़ के चिकने रसीले छेद पर फिराते हुए दीदी की गांड़ चाटने लगा दीदी मेरी इस हरकत से एकदम से गरमा गई और बोली संजू मैंने वीडिओज़ देख लिए हैं अब स्टोरी पढ़ रही हूं ….. और अब मैं समझ रही हूं तू क्या चाहता है ….. मैने गांड़ से जीभ हटा कर कहा समझ गयी हो तो क्या इरादा है फिर …. दीदी बोली मेरा इरादा अपने भाई की पालतू रांड बन कर रहने का है जिसका काम सिर्फ अपने मास्टर के लंड को खुश करना है उसके लिए मुझे कुछ भी क्यों ना करना पड़े मेरे मन मे लड्डू फूट पड़े मैंने कहा सच कह रही हो दीदी ….. दीदी उठ कर बैठ गईं और मेरी आँखों मे झांक कर ठरक भरी आवाज़ में बोली दीदी नहीं मेरे राजा अब मैं तेरी कुतिया हूँ तेरी लंड की गुलाम पालतू कुतिया …. आज से रुचि तेरी सेक्स स्लेव है संजू जैसे चाहे चोद अपनी इस रण्डी को मैंने कहा दीदी मैं कुछ सेक्स टॉयज का इंतजाम कर लूंगा अपनी फंतासी पूरी करने के लिए दीदी ने फौरन plz संजू दीदी मत बोल ना मैंने कहा फिर क्या बोलूं दीदी बोली जो तेरी मर्ज़ी हो वो बोल मैंने कहा गालियां दूंगा तो तुम्हे बुरा नही लगेगा ….. दीदी ने मुझे अपनी बाहों में भर लिया उनकी चूचियाँ मेरे सीने से दब गई और वो मेरी गर्दन को चूमते हुए बोली संजू my love जितना तुमने मेरे लिए किया है शायद कोई अपनी पत्नी या प्रेमिका के लिए भी नही करता होगा बदले में अगर तुम थोड़ी सी खुशी चाहते हो मुझ्से तो इसमे बुरा लगने जैसी क्या बात है और गालियां कोई नई नही हैं मेरे लिए मैं जिस इंसान से नफरत करती थी जब उसकी गालियां सुनती थी तो तुमसे तो प्यार करती हूं मेरे राजा ….. अब मैं तुम्हारी मर्ज़ी का कर रही हूं तो तुम क्यों हिचक रहे हो
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.