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Incest भैया संग गेस्ट हाउस में कामसूत्र की पढ़ाई की
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जिया की सच्ची दास्तान सुनकर बहनों कि चूत खुजला रही है कि नहीं? लौंडे जो मेरी शारीरिक संबंध की वाकया पढ़ रहे हैं क्या उनका लंड टाईट हो रहा था! ये तो आप लोग ही जानें लेकिन जिया तो कितनों को अपनी पिया बना चुकी है, भले ही क्लाश के दोस्त हो या खून के रिश्ते मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कारण की किस गुप्तज्ञान में लिखा है कि भाई का लंड बहन की बुर को अपवित्र कर देती है, अगर ये सच है कि हमें सामाजिक और पारिवारिक रिश्तों का सम्मान करना चाहिए तो क्या भैया संग सेक्स उनका अपमान है लेकिन जो भी हम दोनों के बारे में जानेगा वो दोनों को चरित्रहीन ही समझेगा, लेकिन क्या फ़र्क पड़ता अगर साल दो साल भाई से चुदवा ही ली तो, एक रूम में भैया किसी लड़की की कल्पना कर हस्तमैथुन करें और बगल के रूम में मैं खुद से चूत को संतुष्ट करती रहूं, मेरे समझ से गलत है। जिया सोफ़ा पर जांघें फैलाकर बैठी हुई है तो नितिन मेरी चूत चाटने के बाद चिकनी जांघ को किस्स करने लगा साथ ही मेरी बुर में एक उंगली घुसाया तो बुर को कुरेंदने लगा और मैं सिसक रही थी ” ओह मेरे राजा प्लीज़ बुर में हथौड़ा सा लंड पेलो ना क्या कुत्ते की तरह चाटे और अब उंगली डाले हो
( नितिन मुझे देख मुस्कुराया ) हां बेबी पहले तुझे गरम तो कर दूं फिर शांत करूंगा नहीं तो कहेगी की भैया में ताकत नहीं है ‘ ” और मैं शर्माकर चेहरा फेर ली फिर खुद से एक पैक बनाई और व्हिस्की पीने लगी, भैया ओंठो का चुम्बन मेरे जांघ पर दे रहे थे तो उनकी उंगली चूत में अंदर बाहर हो रही थी और मैं सेक्सी आवाज ” उह उई चाट लिया अब चोद साले उई इस आह मजा क्या अब पानी निकलने पर है ” और फिर बुर से रस निकलने लगा तो भैया अब बुर से उंगली निकाले और मेरी चूत को जीभ से चाटते हुए चूची दबाने लगे तो मेरे चूत की गर्मी चरम पर थी हालांकि थोड़ी सुस्त तो मैं पड़ चुकी थी लेकिन काम क्रिया के वक़ मेरे में जोश और जुनून सवार हो जाता था, नितिन बुर छोड़कर उठा फिर वाशरूम चला गया। मै दो पैक व्हिस्की पीने के बाद ये भूल चुकी थी कि मेरा भाई नितिन मेरे साथ सेक्स कर रहा हैं और मेरे साथ संभोग सुख भी लेगा।
नितिन उधर से आया तो साला का लौड़ा टनटन लग रहा था और मैं बेशरम की तरह उसके पास गई फिर उससे लिपटकर उसको चूमने लगी, उसका हाथ मेरे चूतड को सहलाने लगा तो मैं उसके छाती को ओंठो से चूमते हुए पूछी ” लंड चूस दूं जिया के पिया
( वो खड़े थे ) हां बेबी चूसोगी नहीं तो चोदने में मजा नहीं आएगा ” और फिर भाई के सामने पैर के बल हुई तो लंड पकड़ उसे चूमने लगी, उसके लंड की मोटाई मुझे हमेशा पहले तो दर्द देती थी फिर मजे भी, अब लंड के सुपाड़ा को ओंठ पर रगड़ते हुए उनको देखने लगी तो वो मस्त थे। जिया अब भाई का लौड़ा मुंह में लिए चूसने लगी तो उसका पूरा लंड अंदर था जिसे चूसते हुए उनके चूतड़ पर हाथ फेर रही थी और नितिन का लंड मेरे मुंह में अकड़ने लगा, सोची की सर का झटका देते हुए मुखमैथुन किया जाए लेकिन भैया तो खुद ही मेरे बाल पकड़े मुंह में लंड का धक्का देने लगे और जिया की मुख्चूदाई होने लगी और मेरे मुंह से थूक टपकने लगा फिर भी भैया के सुपाड़ा का आनंद गले तक ले रही थी, अब जोर से खांस पड़ी तो नितिन झट से लंड मुंह से बाहर निकाल दिया और मैं टेबल पर रखे पानी के बोतल लिए पानी पी ली। जिया के सामने ६-७ इंच लम्बा और ढाई इंच मोटा लंड था जिसे पकड़ मैं चाटने लगी तो नितिन आहें भरने लगा ” ओह इट्स हॉट बेबी छोड़ अब चोदूंगा ” लेकिन मैं लंड पर लगे थूक को चाटते हुए मस्त थी, अब उठी और वाशरूम चली गई फिर मूतने लगी फ्रेश होकर उसी बेडरूम में बेड पर लेटी और वहीं रखे चादर ओढ़े लेटी रही, पल भर बाद नितिन उधर से आया और मुझे देख बेड पर आ गया ” ओह तो मेरे लंड के डर से यहीं रुक गई क्यों बेबी
( मैं हंस दी ) अबे साले तू तो दस मिनट मेरी बुर में टिक नहीं पाता है और चला है मर्दानगी दिखाने
( वो मेरे पैर के पास बैठा ) ओके बेबी लेकिन ये तो प्रकृति की देन है कि मर्द को ही चूत में झडना होता है, दवाई किधर है ” मैं उसे बताई की गर्भ निरोधक दवाई पर्स में है फिर भैया दवाई लेकर आए और मेरी बुर को फल्का कर उसमें घुसाने लगे, मेरी गुदाज बुर में दवाई घुसते ही मुझे थोड़ी राहत महसूस हुई आखिर इसके पिघलने से चिपचिपा तो होगा ही और चुदवाने में मजा भी अधिक तो नितिन अब मेरी कमर चूमने लगा साथ ही चूची को पकड़ दबाए जा रहे थे और इतने में मेरी मोबाईल बजने लगी ” देखूं कौन साला कुत्ता है
( भैया मोबाईल मुझे दिए ) ओह ये तो रागिनी है, साली को अभी ही फोन करना था….. बोल रागिनी……. क्लास क्या खाक आती, कानपुर आईं की माहवारी शुरू हो गया……… अब क्लास तीन चार दिन बाद से आऊंगी ” फिर नितिन मेरे बुर में लंड घुसाने लगा तो मैं जांघें फैलाए लेटी थी, उनका थोड़ा लंड अंदर गया कि वो किसी दरिंदे कि तरह मेरे कमर पकड़े जोर से चोद दिए और उनका पूरा लंड मेरी बुर में घुस गया तो मैं चिल्ला दी ” अबे साले मादरचोद रण्डी की बुर नहीं है तेरी बहन हूं आराम से चोद ना
( नितिन चोदता हुआ बूब्स पकड़ दबाने लगा ) रण्डी भी किसी की बहन होती है जिया ” और नितिन गपागप लंड पेलते हुए मेरे ऊपर सवार हुआ और उसका गधे सा लंड मेटी बुर का हाल खराब कर रहा था तो मैं व्हिस्की के नशे के गिरफ्त में चुदवाए जा रही थी और मजे भी ले रही थी फिर चुदाई जारी रही…
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: भैया संग गेस्ट हाउस में कामसूत्र की पढ़ाई की - by neerathemall - 11-01-2021, 02:53 PM



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