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Incest भैया संग गेस्ट हाउस में कामसूत्र की पढ़ाई की
#2
मेरे घर में डैड के बाद बड़े भाई ही हैं जोकि मुझे बन्धन में बांधे हुए है लेकिन मेरी जैसी लड़की उन्हें ही अपने जाल में फांस ली फिर तो नितिन भैया रक्षासूत्र भूल बैठे और दोनों कामसूत्र की गाथा गाने लगे, ये कैसी विडम्बना है कि भाई को बहन ने ही अपनी ओर आकर्षित कर लिया तो भाई भी मेरे सेक्सी जिस्म की ओर खींचा चला आया और दोनों शारीरिक संबंध बनाकर संभोग सुख के आदी हो गए। मैं कभी किसी लड़की से ना कहूंगी की वो अपनी आजादी के लिए भाई को ही अपने गिरफ्त में कर ले, भले ही उनके साथ सेक्स करती आईं हूं लेकिन हमेशा आत्मग्लानि महसूस होती है लेकिन ये भी तो नशा ही है और दोनों को पता है कि मेरी शादी होते ही ये सम्बन्ध आंशिक ही रह जाएगा तो कभी कभार भेंट होने पर और मौका मिलने पर ही दोनों याद को ताजा कर पाएंगे। कानपुर से लौटने के बाद सोमवार के सुबह भैया के साथ कॉलेज के लिए निकली तो भैया कुछ ज्यादा ही चिंतित लग रहे थे, मैं उनके साथ बाईक पर बैठी हुई थी तो कॉलेज गेट आने से पहले ही मैं बोली ” नितिन, अभी तुम्हारे ऑफिस में काफी टाईम है और मेरे क्लास में भी, चलो एक एक कॉफी पीते हैं ” तो नितिन बाईक को एक कॉफी शॉप पर रोका फिर दोनों अंदर गए और हम दोनों के अलावा शॉप में कोई भी नहीं था तो नितिन ने कॉफी का ऑर्डर दिया, मैं पर्पल रंग की लेगिंग्स और टॉप्स पहन रखी थी, बोली ” क्या बात है बहुत उदास लग रहे हो
( नितिन मुझे देख बोला ) अगले रविवार लड़के वाले तुम्हें देखने आ रहे हैं
( मैं नितिन को देख मुस्कुराई ) मैं कम से कम स्नातक किए बगैर शादी करने वाली नहीं, कहे देती हूं पापा को भी समझा देना ” फिर दोनों कॉफी पीने लगे और तभी नितिन बोला ” आज मेरे साथ घूमने का मन है
( मैं मुंह फेरते हुए हंसने लगी ) किधर घुमाना है डियर
( वो थोड़ा शरमाने लगा ) आज मेरे पास गेस्ट हाउस की चाभी है
( मैं ) ओह तो नितिन अब मुझे गेस्ट हाउस में रखेगा और वहां क्या क्या होगा ” फिर मैं भी भैया के साथ उनके ऑफिशियल गेस्ट हाउस जाने को तैयार हुई तो पता था कि ये दो तीन हफ्ते बाद मेरे साथ क्या करेंगे, बुर का भुजिया बनना तय था तो मुझे भी उनके लंड से खास प्यार हो चुका था। नितिन अपने गेस्ट हाउस जोकि अहमद नगर में है पहुंचने से पहले ही वाईन शॉप से जाकर व्हिस्की खरीदा तो मैं उसको बोली ” वो दवाई भी ले लेना ताकि सब कुछ सेफ रहे ” और दोनों १०:०० बजे के आसपास गेस्ट हाउस पहुंचे, जोकि काफी छोटा था उसका दरवाजा खुला फिर दोनों अंदर घुसे तो वो महज सिंगल रूम सेट सा था फिर नितिन बाईक को अंदर की ओर लाया तो मैं आराम से सैंडल खोली फिर बेड पर लेट गई। नितिन रूम में आया फिर दरवाजा बंद किया तो मैं पूछी ” चैनल गेट बंद किए की नहीं
( वो अपना जूता खोल रहा था ) इस तरह से बन्द है की किसी को भी लगेगा की लॉक बाहर से है ” और नितिन अपना कपड़ा उतार सिर्फ चढ्ढी और बनियान में था तो उसने व्हिस्की की बोतल टेबल पर रखी और बोला ” वाशरूम अंदर के रूम के साथ है तो फ्रेश हो लो ” मैं उठी फिर अंदर के रूम में गई और पहले तो अपने लेगिंग्स टॉप्स उतार दी फिर फ्रेश होकर अर्ध नग्न अवस्था में ही भाई के ओर जाने लगी, उस रूम कम् डायनिंग हॉल में पहुंची तो नितिन मुझे घूरने लगा और बोला ” कुछ ज्यादा ही चर्बी बदन पर चढ़ रही है बेबी जरा ध्यान से ” मैं उसके बगल में सोफ़ा पर बैठकर ड्रिंक्स ली और पीने लगी तो नितिन एक सिगरेट फूंकने लगा, जिया अपने भाई के करीब बैठकर उसके लंड के उभार चढ्ढी पर से सहलाने लगी तो नितिन मुझे सिगरेट बढ़ाया ” तो कितनों से आज तक चुदवा चुकी हो, जरा मैं भी तो जानूं
( मैं व्हिस्की पीते हुए सिगरेट फूंक रही थी और नितिन मेरे एक बूब्स पकड़े दबाने लगा ) वो जानकर क्या करोगे मैं तो इतना ही जानती हूं कि इस जिस्म को बस प्यार चाहिए ” और नितिन पहला ड्रिंक्स पीने के बाद मेरे पीठ पर हाथ लगाए ब्रा की हूक खोल चूचियों को नंगा कर दिया तो मैं अब खुद को सोफ़ा पर सीधे की और भाई का चेहरा चूची के पास था, जिसे वो पकड़ अपने मुंह में लिया फिर चूसने लगा तो मैं नितिन के चढ्ढी को कमर से नीचे की और व्हिस्की पीकर मस्त हो चुकी थी फिर नितिन के लंड पकड़ सहलाने लगी। नितिन २३-२४ साल का हैंडसम लड़का है जिसकी ६’० फीट की लंबाई और चौड़ी छाती किसी भी छोकरी को आकर्षित कर सकती थी तो मेरी चूची चूसता हुआ जांघों के बीच बुर पर उंगली रगड़ने लगा और मैं अब बुर की खुजली से परेशान थी ” उह उई मां कितनी गुदगुदी नितिन प्लीज़ दूध पीना छोड़ो और अब चोद ना
( वो मेरी चूची मुंह से निकालकर ) बेबी अभी तो बुर चाटना बाकी है साथ ही तुमको भी तो लौड़ा चूसना है फिर चुदाई में आनंद आएगा ” ये कहकर नितिन मेरी चूची मुंह में लिए चूसने लगा तो उसके टाईट लंड पकड़े मैं हिलाने लगी, उसकी उंगली पेंटी में घुसने को बेकरार थी लेकिन फूल साईज पेंटी पहनी हुई जिया भाई को परेशान नहीं देखना चाहती थी फिर अपनी पेंटी को कमर से नीचे की तो नितिन मेरी चूची चूस चूसकर लाल कर दिया और पैंटी मेरे पैर से निकालकर अब मेरे पैर के सामने बैठा तो मैं अपनी चूतड को सोफ़ा के किनारे किए जांघें फैला दी और नितिन फर्श पर बैठकर एक पैक बनाया फिर थोड़ा सा व्हिस्की पीकर मेरी बुर पर चुवाने लगा और मैं बेशरम लड़की की तरह बुर को सहलाते हुए फलका दी। नितिन मेरी बुर के फांक को ओंठो से चूमने लगा तो उसके बाल पर हाथ फेरने लगी और आज की क्लास भाई के गेस्ट हाउस में चल रही थी जहां मेरी बुर को चूमकर नितिन अब जीभ से चाटना शुरू किया तो मैं मस्त थी ” उह उफ़ नितिन चोद ना डियर इट्स हॉट आह ” और वो बुर को लपलप कुत्ते की तरह चाटे जा रहा था तो मैं कामग्नी की गिरफत में थी, आगे तो पूरा दिन भाई बहन के बदन के साथ खेलता रहा…..
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: भैया संग गेस्ट हाउस में कामसूत्र की पढ़ाई की - by neerathemall - 11-01-2021, 02:52 PM



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