11-01-2021, 01:23 PM
(This post was last modified: 06-07-2022, 12:11 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
विन्नी दीदी ३२ साल की शादी शुदा औरत है. पर है वो जबरदस्त कंटाप माल. दीदी का बदन ३८-३०-३८ होगा. दीदी ने ब्लैक कलर की साड़ी पहनी हुई थी, जिसमे उनका गोरा बदन बहुत खिल रहा था. टाइट ब्लाउज में कैद दूध से भरे हुए बड़े बड़े स्तन क़यामत लग रही थी. ब्लाउज काफी डीप थी, जिससे काफी क्लीवेज दिख रहा था. हम सब नशे में थे, मैं दीदी के साथ डांस करने लगा. दीदी पर नशा छा गया था. मैं डांस के बहाने दीदी के जवान बदन को ताड़ रहा था.. दीदी की गोरी कमर ब्लैक साड़ी में मस्त लग रही थी.. दीदी ने साड़ी बहुत निचे से बाँधी थी, एकदम अपनी बूर से ऊपर. साड़ी में कसी हुई दीदी की भारी भरकम चुत्तड़ बहुत ही सेक्सी लग रही थी. दीदी हर बीट के साथ अपनी गांड मटका रही थी.. मैं दीदी की भारी गांड पर अपना लंड रगड़ रगड़ कर नाच रहा था… रात के १२ बज चुके थे और DJ बंद हो गया…
दीदी: भाई अभी तो मजा आना शुरू ही हुआ था…
मैं: दीदी आपको और पार्टी करनी है क्या…
दीदी: हाँ भाई…
मैं: ठीक है दीदी आप मेरे रूम में चलो… वहा म्यूजिक और दारू दोनों का इंतजाम है
मैं दीदी को लेकर अपने कमरे में ले गया. वहा मैंने और दीदी ने २ पैक और लगाए. मैंने अपने मोबाइल पर सांग्स लगा दिया और हमदोनो डांस करने लगे. दीदी काफी नशे में थी… उनको अब कुछ होश नहीं था… उनकी साड़ी का पल्लू पूरा हट चूका था, और उनके बड़े बड़े बॉल्स ब्लाउज से साफ़ दिख रहे थे. दीदी की चूचियां बहुत ज्यादा बाउंस हो रही थी… जिसे देख कर मेरा लंड पूरा खड़ा हो चूका था.
दीदी: भाई सिर्फ देखता ही रहेगा क्या
दीदी ने मेरी आँखों को देख लिया था..
मैं: सॉरी दीदी
दीदी: रोहित मेरे भाई सॉरी की क्या बात है.. इस ऐज में होता है… तुझे अगर देखना है तो देख सकता है….
दीदी मुझसे चिपक कर डांस करने लगी…. मैं भी दीदी के बदन को सहलाने लगा और अपना हाथ दीदी की भारी गांड पर रख दिया.. और धीरे से प्रेस कर दिया.
मैं: दीदी मुझे सिर्फ देखना नहीं है…
दीदी: ओह्ह्ह तो मेरा भाई और क्या करना चाहता है
मैं: दीदी मैं आपकी इस गदरायी बदन को भोगना चाहता हूँ… आपका ये भाई आपको पूरी नंगी करके अपने बिस्तर पर रगड़ रगड़ कर चोदना चाहता है..
दीदी: ओह्ह्ह्हह रोहित तूने मेरी आग भी भड़का दी है… और तेरे जीजाजी भी नहीं है यहाँ पर..
मैं:दीदी आज मुझे ही अपना पति समझ लो…
दीदी: ठीक है भाई.. चल अब अपनी बीवी की प्यास बुझा…
दीदी मुझे पागलो की तरह किश करने लगी… दीदी ने मेरी शर्ट फाड़ दी और मेरी छाती को किश करने लगी. मैंने दीदी को तुरंत पीछेसे अपनी आगोश में ले लिया और उनकी नेक और पीठ पर किश करने लगा और उनकी चूचियों को ब्लाउज के ऊपर से ही दबाने लगा… ओह्ह्ह्ह भाई… फिर मैंने दीदी की ब्लाउज में हाथ डाला और उनकी चूचियों को दबाने लगा…. अह्ह्ह्हह्हह रोहित….. और दबा भाई जोर से.. मैंने ब्लाउज की डोर खोल दी.. दीदी ने ब्रा नहीं पहनी थी, जिससे उनके तरबूज हवा में उछलने लगे.. बहुत ही बड़ी बड़ी और भरी हुई चूचियां थी. जिसे देख कर मुंह में पानी आ गया… मैं चूचियों को जोर जोर से दबाने लगा… अह्हह्ह्ह्ह भाई…. दीदी की तरबूज जैसी बड़ी बड़ी रसीली चूचियां मेरे हाथो में थी जिसे मैं खूब मसल और चूस रहा था… ओह्ह्ह्हह्हह भाई…. मजा आ रहा है…
मैं: साली रंडी कितनी बड़ी बड़ी चूचियां है तेरी…. इसको दबा दबा कर चूसने में बहुत मजा आ रहा है
दीदी: ओह्ह्ह्हह्ह मेरे राजा…. चूस ले अच्छे से मेरे भाई…
दीदी: भाई अभी तो मजा आना शुरू ही हुआ था…
मैं: दीदी आपको और पार्टी करनी है क्या…
दीदी: हाँ भाई…
मैं: ठीक है दीदी आप मेरे रूम में चलो… वहा म्यूजिक और दारू दोनों का इंतजाम है
मैं दीदी को लेकर अपने कमरे में ले गया. वहा मैंने और दीदी ने २ पैक और लगाए. मैंने अपने मोबाइल पर सांग्स लगा दिया और हमदोनो डांस करने लगे. दीदी काफी नशे में थी… उनको अब कुछ होश नहीं था… उनकी साड़ी का पल्लू पूरा हट चूका था, और उनके बड़े बड़े बॉल्स ब्लाउज से साफ़ दिख रहे थे. दीदी की चूचियां बहुत ज्यादा बाउंस हो रही थी… जिसे देख कर मेरा लंड पूरा खड़ा हो चूका था.
दीदी: भाई सिर्फ देखता ही रहेगा क्या
दीदी ने मेरी आँखों को देख लिया था..
मैं: सॉरी दीदी
दीदी: रोहित मेरे भाई सॉरी की क्या बात है.. इस ऐज में होता है… तुझे अगर देखना है तो देख सकता है….
दीदी मुझसे चिपक कर डांस करने लगी…. मैं भी दीदी के बदन को सहलाने लगा और अपना हाथ दीदी की भारी गांड पर रख दिया.. और धीरे से प्रेस कर दिया.
मैं: दीदी मुझे सिर्फ देखना नहीं है…
दीदी: ओह्ह्ह तो मेरा भाई और क्या करना चाहता है
मैं: दीदी मैं आपकी इस गदरायी बदन को भोगना चाहता हूँ… आपका ये भाई आपको पूरी नंगी करके अपने बिस्तर पर रगड़ रगड़ कर चोदना चाहता है..
दीदी: ओह्ह्ह्हह रोहित तूने मेरी आग भी भड़का दी है… और तेरे जीजाजी भी नहीं है यहाँ पर..
मैं:दीदी आज मुझे ही अपना पति समझ लो…
दीदी: ठीक है भाई.. चल अब अपनी बीवी की प्यास बुझा…
दीदी मुझे पागलो की तरह किश करने लगी… दीदी ने मेरी शर्ट फाड़ दी और मेरी छाती को किश करने लगी. मैंने दीदी को तुरंत पीछेसे अपनी आगोश में ले लिया और उनकी नेक और पीठ पर किश करने लगा और उनकी चूचियों को ब्लाउज के ऊपर से ही दबाने लगा… ओह्ह्ह्ह भाई… फिर मैंने दीदी की ब्लाउज में हाथ डाला और उनकी चूचियों को दबाने लगा…. अह्ह्ह्हह्हह रोहित….. और दबा भाई जोर से.. मैंने ब्लाउज की डोर खोल दी.. दीदी ने ब्रा नहीं पहनी थी, जिससे उनके तरबूज हवा में उछलने लगे.. बहुत ही बड़ी बड़ी और भरी हुई चूचियां थी. जिसे देख कर मुंह में पानी आ गया… मैं चूचियों को जोर जोर से दबाने लगा… अह्हह्ह्ह्ह भाई…. दीदी की तरबूज जैसी बड़ी बड़ी रसीली चूचियां मेरे हाथो में थी जिसे मैं खूब मसल और चूस रहा था… ओह्ह्ह्हह्हह भाई…. मजा आ रहा है…
मैं: साली रंडी कितनी बड़ी बड़ी चूचियां है तेरी…. इसको दबा दबा कर चूसने में बहुत मजा आ रहा है
दीदी: ओह्ह्ह्हह्ह मेरे राजा…. चूस ले अच्छे से मेरे भाई…
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.