23-03-2019, 01:54 PM
(This post was last modified: 18-03-2021, 12:49 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
पकड़ कर देख लो
![[Image: Boobs-Jethani-26166310_542427386134654_1...3436_n.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/31/Boobs-Jethani-26166310_542427386134654_1302090024062163436_n.jpg)
कामिनी भाभी ने बसंती से कहा- “मेहंदी तो खूब रच रही है, ननद रानी के हाथ में, बहुत अच्छी लगायी है तुमने…”
![[Image: Menhadi-Designer-breast-tattoo.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/31/Menhadi-Designer-breast-tattoo.jpg)
वो हँसकर बोली- “इसलिये कि जब ये गांव के लड़कों का पकड़ें तो उन्हें अच्छा लगे…”
“हे अच्छा बताओ, तुमने अब तक किसका-किसका पकड़ा है…” चम्पा भाभी चालू हो गयीं।
मैं चुप थी।
“अच्छा चलो, नाम न सही नंबर ही बता दो, 4, 5, 6 मेरे कितने देवरों का पकड़ा है, अबतक…”
“अरे भाभी यहां आपके देवरों का पकड़ रही है और घर चलकर मेरे देवर का पकड़ेगी…”
मेरी भाभी क्यों मौका चूकतीं।
![[Image: Teej-d494bd53de61023600118828f073b733.jpg]](https://i.ibb.co/wNMmXpk/Teej-d494bd53de61023600118828f073b733.jpg)
“धत्त भाभी, आप भी…”
शर्म से मेरे गाल गुलाबी हो रहे थे।
![[Image: Girls-Ind-9f500c484fd32f9a8e1735b6a96692d1.jpg]](https://i.ibb.co/gVJCZxY/Girls-Ind-9f500c484fd32f9a8e1735b6a96692d1.jpg)
कामिनी भाभी हँसकर बोलीं
- “अरे इसमें धत्त की क्या बात, तुम्हारी भाभी पकड़ने का ही तो कह रहीं हैं लेने का तो नहीं…
पकड़कर देख लेना, कितना लंबा है, कितना मोटा है, दबाकर देख लेना कित्ता कड़ा है,
और न हो तो टोपी हटाकर सुपाड़ा भी देख लेना, पसंद हो तो ले-लेना…”
![[Image: holding-cock-tumblr-owwfkywa-Et1qzw1zio1-400.gif]](https://i.ibb.co/sbgJfp0/holding-cock-tumblr-owwfkywa-Et1qzw1zio1-400.gif)
“अरे भाभी, ये सिर्फ यहीं नखड़ा दिखा रही है, वहां पहुँचकर
तो ये सोचेगी कि जब मैंने भाभी के सारे भाईयों का पकड़ा, किसी को भी नहीं मना किया
तो बेचारे अपने भाई का क्यों ना पकड़ूं और फिर अपने मेंहदी रचे हाथों में गप्प से पकड़ लेगी…”
भाभी ने मुझे छेड़ा।
पर मेरे मन में तो रवीन्द्र की…
जो चन्दा ने कहा था कि उसका इत्ता मोटा है, कि मेरे हाथ में नहीं आयेगा। घूम रही थी।
“और क्या पहले हाथ में, फिर अपने इन दोनों कबूतरों के बीच पकड़ेगी…”
कामिनी भाभी ने मेरे उभारों पर चिकोटी काटते हुये कहा।
![[Image: sixteen-1512420_242024325984450_546911426_n.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/31/sixteen-1512420_242024325984450_546911426_n.jpg)
“और फिर ऊपर वाले होंठों के बीच…” चम्पा भाभी बोलीं।
“और फिर नीचे वाले होंठों के बीच…”
अब मेरी भाभी का नंबर था।
“अरे, जब रवीन्द्र बोलेगा, बहन एक बार पकड़ लो मेरा तो ये कैसे मना करेगी, बोलेगी लाओ भैया…”
भाभी आज चालू थीं।
उन्होंने मुझे चिढ़ाते हुए गाना शुरू किया और सब भाभियां उनका साथ दे रहीं थीं-
हो प्यारी ननदी, पकड़कर देख लो, बांकी ननदी, पकड़कर देख लो।
ना ये आधा, ना ये पौना, पूरा फुट है, पकड़कर देख लो, बांकी ननदी, पकड़कर देख लो।
ना ये छोटा, ना ये पतला, पूरा अंदर है, पकड़कर देख लो।
हो, बांकी ननदी, पकड़कर देख लो, गुड्डी रानी, पकड़कर देख लो।
हो प्यारी ननदी, पकड़कर देख लो, बांकी ननदी, पकड़कर देख लो।
काहे का रुकना, क्या झिझकना, तुम्हारा धन है, पकड़कर देख लो, हो बांकी ननदी पकड़कर देख लो।
हो प्यारी ननदी, पकड़कर देख लो, गुड्डी रानी, पकड़कर देख लो।
नीचे लकड़ी ऊपर छतरी, रूप ग़जब का, पकड़कर देख लो। हो बांकी ननदी पकड़कर देख लो।
हो प्यारी ननदी, पकड़कर देख लो, बांकी ननदी, पकड़कर देख लो।
तभी चमेली भाभी आयीं और उन्होंने बताया कि चन्दा को बुखार हो गया है
इस लिये वो नहीं आ पायी है और उसने मुझे वहीं बुलाया है।
मैं तुरंत जाने के लिये तैयार हो गयी और चम्पा भाभी की ओर देखा।
उन्होंने तुरंत हां कह दी।
पर बसंती भाभी ने बोला-
“अरे एक हाथ की मेंहदी तो छुड़वा लो…”
पर मैंने कहा कि मैं रास्ते में खुद छुड़ा लूंगी।
सलवार और कुर्ता दोनों टाइट हो गये थे और मेरे जोबन के उभार और चूतड़ एकदम साफ-साफ दिख रहे थे।
![[Image: sixteen-5ade7e2ec12514bcd47de8f1e63aa258.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/31/sixteen-5ade7e2ec12514bcd47de8f1e63aa258.jpg)
पीछे से कामिनी भाभी ने छेड़ा-
“अरे ऐसे चूतड़ मटका के ना चलो, कोई छैला मिल जायेगा तो बिना गाण्ड मारे नहीं छोड़ेंगा…”
“अरे भाभी, इसको भी तो गाण्ड मरवाने का मजा चखने दीजिये…”
मैंने पीछे मुड़कर देखा तो बसंती हँसकर बोल रही थी।
तब तक पीछे से किसी ने जोर से मेरे उछलते कूदते मचलते चूतड़ों पर जोर से चिकोटी काटी
और साथ में एक मस्त रसीली गाली भी ,
"अरे ये मस्त मोटे मोटे चूतड़ मटकाकर कहाँ चली,, छिनाल ,... "
और फिर एक हलकी सी चपत भी चूतड़ पे ,
मैं पहचान गयी।
भाभी की माँ ,वो अभी अभी शहर से आई थीं।
इसका मतलब अजय और सुनील भी लौट आये होंगे।
मैं कुछ बोलती उसके पहले मुस्करा के वो बोलीं,
" मैं तुम्हारे घर भी गयी थी , तेरे लिए एक खतरनाक खबर है ,"
मेरे तो कान खड़े गए होगे , कहीं कॉलेज की बची हुयी चार दिन की छुट्टियां तो नहीं कैंसल हो गयी
और हम लोगों को आज कल में जाना पड़ेगा।
भाभी भी ध्यान से सुन रही थीं ,
कुछ देर तक सस्पेंस रखने के बाद वो बोलीं ,
"वहां कुछ टेंशन था शहर में ,इस लिए अब छुट्टी सात दिन के लिए बढ़ा दी गयी है। हमने तुम्हारे घर भी बात कर ली है
तो अब तुम छुट्टी खत्म होने के बाद,...."
![[Image: Teej-baundole-22.jpg]](https://i.ibb.co/7VgmWHL/Teej-baundole-22.jpg)
भाभी की ख़ुशी तो छलक रही थीं , मायके में इतने दिन और रहने का मौका ,
और मैंने भी मुश्किल से अपनी ख़ुशी दबाई।
लेकिन मेरे मुंह से निकल ही गया ,
' मतलब सात दिन और "
मैं बोल पड़ी।
" नहीं नहीं सात दिन नहीं ,जो तेरी छुट्टियां खत्म हो रही थीं उसके बाद सात दिन और। "
उन्होंने हाल खुलासा किया।
भाभी ऊँगली पे कुछ जोड़ घटाना कर रही थीं , तुरंत बोलीं ,
अरे हम लोगों को पांच दिन बाद जाना था ,मतलब १२ दिन और।
बसंती ने टुकड़ा लगाया ,
" ई तो बहुत निक खबर है , गाँव के लड़कन और मरदन के लिए हाँ बुरी खबर ,बुर के लिए है एकरे बुर की बुरी हालत हो जायेगी ,"
लेकिन मेरा बचाव किया ,भाभी की माँ ने हमेशा की तरह
" अरे तू लोग न हरदम हमरी बिटिया के पीछे पड़ी रहती हो ,
अरे इसकी बुर के लिए बुरी खबर काहें को है , ई केहु को मना की है कभी , अपने देवरों को बोलो न। "
( ये कहने की जरूरत नहीं की उनकी एक हथेली इस समय मेरी टाइट शलवार के ऊपर से ठीक दोनों रेशमी मखमली जाँघों के बीच ,)
मैं समझ गयी की मैं और रुकी तो मजाक की चक्की में मैं ही पिसुंगी और दूसरे मैं इतनी खुश थी की बता नहीं सकती थी ,
पूरे १२ दिन , अब तो बस , ...
मैं चंदा के घर की ओर चल पड़ी लेकिन कान मेंरे घर में हो रही बाते से चिपके थे।
" भाई इस ख़ुशी में कुछ मीठा होना चाहिए , " कामिनी भाभी ने मेरी भाभी के गाल पे चिकोटी काटते हुए बोला ,.
" मीठा नहीं खारा ,नमकीन , .... " खिलखिलाते हुए बसंती बोली , फिर जोड़ा ,
"अरे बिन्नो की उ छिनार ननद को खारा शरबत पिला ही देना चाहिए। "
" अरे बसंती तो क्या अभी तक नहीं पिलाया तूने कैसी भौजाई हो "
भाभी की माँ ने जोर से घुड़का।
तब तक मैं उन आवाजों से दूर घने गन्ने के खेतों के बीच मेंड़ पर आ चुकी थी , चंदा के घर का शार्ट कट।
उसे भी ये खुशखबरी देनी थी ,
१२ दिन और।
![[Image: menhadi-on-boobs-G-c122653c06497c2ecfb45aaf7ecee11e.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/31/menhadi-on-boobs-G-c122653c06497c2ecfb45aaf7ecee11e.jpg)
![[Image: Boobs-Jethani-26166310_542427386134654_1...3436_n.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/31/Boobs-Jethani-26166310_542427386134654_1302090024062163436_n.jpg)
कामिनी भाभी ने बसंती से कहा- “मेहंदी तो खूब रच रही है, ननद रानी के हाथ में, बहुत अच्छी लगायी है तुमने…”
![[Image: Menhadi-Designer-breast-tattoo.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/31/Menhadi-Designer-breast-tattoo.jpg)
वो हँसकर बोली- “इसलिये कि जब ये गांव के लड़कों का पकड़ें तो उन्हें अच्छा लगे…”
“हे अच्छा बताओ, तुमने अब तक किसका-किसका पकड़ा है…” चम्पा भाभी चालू हो गयीं।
मैं चुप थी।
“अच्छा चलो, नाम न सही नंबर ही बता दो, 4, 5, 6 मेरे कितने देवरों का पकड़ा है, अबतक…”
“अरे भाभी यहां आपके देवरों का पकड़ रही है और घर चलकर मेरे देवर का पकड़ेगी…”
मेरी भाभी क्यों मौका चूकतीं।
![[Image: Teej-d494bd53de61023600118828f073b733.jpg]](https://i.ibb.co/wNMmXpk/Teej-d494bd53de61023600118828f073b733.jpg)
“धत्त भाभी, आप भी…”
शर्म से मेरे गाल गुलाबी हो रहे थे।
![[Image: Girls-Ind-9f500c484fd32f9a8e1735b6a96692d1.jpg]](https://i.ibb.co/gVJCZxY/Girls-Ind-9f500c484fd32f9a8e1735b6a96692d1.jpg)
कामिनी भाभी हँसकर बोलीं
- “अरे इसमें धत्त की क्या बात, तुम्हारी भाभी पकड़ने का ही तो कह रहीं हैं लेने का तो नहीं…
पकड़कर देख लेना, कितना लंबा है, कितना मोटा है, दबाकर देख लेना कित्ता कड़ा है,
और न हो तो टोपी हटाकर सुपाड़ा भी देख लेना, पसंद हो तो ले-लेना…”
![[Image: holding-cock-tumblr-owwfkywa-Et1qzw1zio1-400.gif]](https://i.ibb.co/sbgJfp0/holding-cock-tumblr-owwfkywa-Et1qzw1zio1-400.gif)
“अरे भाभी, ये सिर्फ यहीं नखड़ा दिखा रही है, वहां पहुँचकर
तो ये सोचेगी कि जब मैंने भाभी के सारे भाईयों का पकड़ा, किसी को भी नहीं मना किया
तो बेचारे अपने भाई का क्यों ना पकड़ूं और फिर अपने मेंहदी रचे हाथों में गप्प से पकड़ लेगी…”
भाभी ने मुझे छेड़ा।
पर मेरे मन में तो रवीन्द्र की…
जो चन्दा ने कहा था कि उसका इत्ता मोटा है, कि मेरे हाथ में नहीं आयेगा। घूम रही थी।
“और क्या पहले हाथ में, फिर अपने इन दोनों कबूतरों के बीच पकड़ेगी…”
कामिनी भाभी ने मेरे उभारों पर चिकोटी काटते हुये कहा।
![[Image: sixteen-1512420_242024325984450_546911426_n.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/31/sixteen-1512420_242024325984450_546911426_n.jpg)
“और फिर ऊपर वाले होंठों के बीच…” चम्पा भाभी बोलीं।
“और फिर नीचे वाले होंठों के बीच…”
अब मेरी भाभी का नंबर था।
“अरे, जब रवीन्द्र बोलेगा, बहन एक बार पकड़ लो मेरा तो ये कैसे मना करेगी, बोलेगी लाओ भैया…”
भाभी आज चालू थीं।
उन्होंने मुझे चिढ़ाते हुए गाना शुरू किया और सब भाभियां उनका साथ दे रहीं थीं-
हो प्यारी ननदी, पकड़कर देख लो, बांकी ननदी, पकड़कर देख लो।
ना ये आधा, ना ये पौना, पूरा फुट है, पकड़कर देख लो, बांकी ननदी, पकड़कर देख लो।
ना ये छोटा, ना ये पतला, पूरा अंदर है, पकड़कर देख लो।
हो, बांकी ननदी, पकड़कर देख लो, गुड्डी रानी, पकड़कर देख लो।
हो प्यारी ननदी, पकड़कर देख लो, बांकी ननदी, पकड़कर देख लो।
काहे का रुकना, क्या झिझकना, तुम्हारा धन है, पकड़कर देख लो, हो बांकी ननदी पकड़कर देख लो।
हो प्यारी ननदी, पकड़कर देख लो, गुड्डी रानी, पकड़कर देख लो।
नीचे लकड़ी ऊपर छतरी, रूप ग़जब का, पकड़कर देख लो। हो बांकी ननदी पकड़कर देख लो।
हो प्यारी ननदी, पकड़कर देख लो, बांकी ननदी, पकड़कर देख लो।
तभी चमेली भाभी आयीं और उन्होंने बताया कि चन्दा को बुखार हो गया है
इस लिये वो नहीं आ पायी है और उसने मुझे वहीं बुलाया है।
मैं तुरंत जाने के लिये तैयार हो गयी और चम्पा भाभी की ओर देखा।
उन्होंने तुरंत हां कह दी।
पर बसंती भाभी ने बोला-
“अरे एक हाथ की मेंहदी तो छुड़वा लो…”
पर मैंने कहा कि मैं रास्ते में खुद छुड़ा लूंगी।
सलवार और कुर्ता दोनों टाइट हो गये थे और मेरे जोबन के उभार और चूतड़ एकदम साफ-साफ दिख रहे थे।
![[Image: sixteen-5ade7e2ec12514bcd47de8f1e63aa258.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/31/sixteen-5ade7e2ec12514bcd47de8f1e63aa258.jpg)
पीछे से कामिनी भाभी ने छेड़ा-
“अरे ऐसे चूतड़ मटका के ना चलो, कोई छैला मिल जायेगा तो बिना गाण्ड मारे नहीं छोड़ेंगा…”
“अरे भाभी, इसको भी तो गाण्ड मरवाने का मजा चखने दीजिये…”
मैंने पीछे मुड़कर देखा तो बसंती हँसकर बोल रही थी।
तब तक पीछे से किसी ने जोर से मेरे उछलते कूदते मचलते चूतड़ों पर जोर से चिकोटी काटी
और साथ में एक मस्त रसीली गाली भी ,
"अरे ये मस्त मोटे मोटे चूतड़ मटकाकर कहाँ चली,, छिनाल ,... "
और फिर एक हलकी सी चपत भी चूतड़ पे ,
मैं पहचान गयी।
भाभी की माँ ,वो अभी अभी शहर से आई थीं।
इसका मतलब अजय और सुनील भी लौट आये होंगे।
मैं कुछ बोलती उसके पहले मुस्करा के वो बोलीं,
" मैं तुम्हारे घर भी गयी थी , तेरे लिए एक खतरनाक खबर है ,"
मेरे तो कान खड़े गए होगे , कहीं कॉलेज की बची हुयी चार दिन की छुट्टियां तो नहीं कैंसल हो गयी
और हम लोगों को आज कल में जाना पड़ेगा।
भाभी भी ध्यान से सुन रही थीं ,
कुछ देर तक सस्पेंस रखने के बाद वो बोलीं ,
"वहां कुछ टेंशन था शहर में ,इस लिए अब छुट्टी सात दिन के लिए बढ़ा दी गयी है। हमने तुम्हारे घर भी बात कर ली है
तो अब तुम छुट्टी खत्म होने के बाद,...."
![[Image: Teej-baundole-22.jpg]](https://i.ibb.co/7VgmWHL/Teej-baundole-22.jpg)
भाभी की ख़ुशी तो छलक रही थीं , मायके में इतने दिन और रहने का मौका ,
और मैंने भी मुश्किल से अपनी ख़ुशी दबाई।
लेकिन मेरे मुंह से निकल ही गया ,
' मतलब सात दिन और "
मैं बोल पड़ी।
" नहीं नहीं सात दिन नहीं ,जो तेरी छुट्टियां खत्म हो रही थीं उसके बाद सात दिन और। "
उन्होंने हाल खुलासा किया।
भाभी ऊँगली पे कुछ जोड़ घटाना कर रही थीं , तुरंत बोलीं ,
अरे हम लोगों को पांच दिन बाद जाना था ,मतलब १२ दिन और।
बसंती ने टुकड़ा लगाया ,
" ई तो बहुत निक खबर है , गाँव के लड़कन और मरदन के लिए हाँ बुरी खबर ,बुर के लिए है एकरे बुर की बुरी हालत हो जायेगी ,"
लेकिन मेरा बचाव किया ,भाभी की माँ ने हमेशा की तरह
" अरे तू लोग न हरदम हमरी बिटिया के पीछे पड़ी रहती हो ,
अरे इसकी बुर के लिए बुरी खबर काहें को है , ई केहु को मना की है कभी , अपने देवरों को बोलो न। "
( ये कहने की जरूरत नहीं की उनकी एक हथेली इस समय मेरी टाइट शलवार के ऊपर से ठीक दोनों रेशमी मखमली जाँघों के बीच ,)
मैं समझ गयी की मैं और रुकी तो मजाक की चक्की में मैं ही पिसुंगी और दूसरे मैं इतनी खुश थी की बता नहीं सकती थी ,
पूरे १२ दिन , अब तो बस , ...
मैं चंदा के घर की ओर चल पड़ी लेकिन कान मेंरे घर में हो रही बाते से चिपके थे।
" भाई इस ख़ुशी में कुछ मीठा होना चाहिए , " कामिनी भाभी ने मेरी भाभी के गाल पे चिकोटी काटते हुए बोला ,.
" मीठा नहीं खारा ,नमकीन , .... " खिलखिलाते हुए बसंती बोली , फिर जोड़ा ,
"अरे बिन्नो की उ छिनार ननद को खारा शरबत पिला ही देना चाहिए। "
" अरे बसंती तो क्या अभी तक नहीं पिलाया तूने कैसी भौजाई हो "
भाभी की माँ ने जोर से घुड़का।
तब तक मैं उन आवाजों से दूर घने गन्ने के खेतों के बीच मेंड़ पर आ चुकी थी , चंदा के घर का शार्ट कट।
उसे भी ये खुशखबरी देनी थी ,
१२ दिन और।
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![[Image: SugarCaneFieldGA.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/31/SugarCaneFieldGA.md.jpg)