08-01-2021, 02:19 PM
अब मैं शांत हो गई थी ऐसा लग रहा था कितनी थकान हो। मैं बेसुध पड़ी रही मैं अब हिलडुल भी नहीं पा रही थी। मैं शांत हो गई थी। वो तुरंत ही अपने जीन्स को ऊपर चढ़ाये और ज़िप लगाया अपना जैकेट पहने और एक बार मुझे हलकी थपकी देकर कहा सो जाना मैं मामा जी के यहाँ जा रहा हूँ सुंबह आऊंगा। मैं चुदाई के बिना नहीं रह सकता था इसलिए मैं एक बार घर आ गया ताकि तुम्हे आज भी चोद कर ही जाऊं। मैं तब भी चुप थी। वो तुरंत ही चले गए।
उन्हें पता भी नहीं चला उन्होंने भाभी के जगह पर मुझे चोद दिए थे। दोस्तों आज मैं आपको इसलिए हु बहु लिख रही हूँ क्यों की ये कल ही वाकया हुआ था।
आगे क्या होगा भाभी को क्या बोलेंगे क्या ये राज ही रहेगा
उन्हें पता भी नहीं चला उन्होंने भाभी के जगह पर मुझे चोद दिए थे। दोस्तों आज मैं आपको इसलिए हु बहु लिख रही हूँ क्यों की ये कल ही वाकया हुआ था।
आगे क्या होगा भाभी को क्या बोलेंगे क्या ये राज ही रहेगा
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.