08-01-2021, 01:59 PM
अब मैं उसके होठ को चूसने लगी वो मेरी जिस्म को सहलाने लगा मेरी चूचियां दबाने लगा। मैं बैठ गई उसको लिटा दी और उसके लंड को पकड़कर मैं चूसने लगी। उसके शरीर में सिहरन होने लगी। और मैं बहुत ही ज्यादा कामुक हो गई है। मैं फिर से वापस लेट गई और चुदने को तैयार हो गई अपना पैर फैला दी। और उसको देखने लगी। वो अपना लैंड मेरी चूत पर लगाया और जोर से घुसा दिया मेरी चूत में।
ओह्ह्ह्हह्ह क्या बताऊँ दोस्तों बाहर बारिश और अंदर चुदाई इसका मजा ही कुछ और है। वो अब मुझे चोदने लगा। और मैं खुद गांड को गोल गोल घुमाती तो कभी धक्के देती। पूरा लंड अंदर जा रहा था मेरी चूत बार बार पानी छोड़ रहा था। उसका लौड़ा अंदर बाहर हो रहा था। मेरे होठ सुख रहे थे।
ओह्ह्ह्हह्ह क्या बताऊँ दोस्तों बाहर बारिश और अंदर चुदाई इसका मजा ही कुछ और है। वो अब मुझे चोदने लगा। और मैं खुद गांड को गोल गोल घुमाती तो कभी धक्के देती। पूरा लंड अंदर जा रहा था मेरी चूत बार बार पानी छोड़ रहा था। उसका लौड़ा अंदर बाहर हो रहा था। मेरे होठ सुख रहे थे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.