08-01-2021, 01:57 PM
वो मेरे कमरे में ही आ गया बोला दीदी अभी नींद नहीं आ रही थी। इसलिए बात करते है। हम दोनों ही बेड पर लेट कर बात करने लगे। बिच बिच में वो अपने मोबाइल को छेड़ रह रहा था और मैं भी अपने मोबाइल पर लोगो की डीपी देख रही थी। तभी जोर की बारिश होने लगी। हम दोनों को बरसात बहुत पसंद है। हलकी हलकी ठंडी हवा चल रही थी। देहरादून की हवा भी अच्छी है। तो वो सोने लगा मैं बोली भाई जा अपने कमरे में। तुम्हे नींद आ रही है।
वो नखरे दिखाने लगा। दीदी तंग नहीं करो ना प्लीज ऐसा वो बोलकर आँख बंद कर लिए और फिर तुरंत भी पांच मिनट में नींद से सो गया। मुझे लगा की अब क्या उठाना सोने ही देती हूँ। मैं उठी बाथरूम गई और अपने कपडे चेंज की। मैं रात में सिर्फ बरमुंडा पेण्ट और ऊपर ढीली ढाली टी शर्ट पहनती हूँ। आजतक मैंने कभी भी ब्रा और पेंटी पहन कर नहीं सोई. मुझे नींद नहीं आती है टाइट कपडे में।
वो नखरे दिखाने लगा। दीदी तंग नहीं करो ना प्लीज ऐसा वो बोलकर आँख बंद कर लिए और फिर तुरंत भी पांच मिनट में नींद से सो गया। मुझे लगा की अब क्या उठाना सोने ही देती हूँ। मैं उठी बाथरूम गई और अपने कपडे चेंज की। मैं रात में सिर्फ बरमुंडा पेण्ट और ऊपर ढीली ढाली टी शर्ट पहनती हूँ। आजतक मैंने कभी भी ब्रा और पेंटी पहन कर नहीं सोई. मुझे नींद नहीं आती है टाइट कपडे में।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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