08-01-2021, 12:48 PM
एक दिन रात को हम दोनों भाई बहन टीवी पर एक मूवी देख रहे थे. खाना खाने के बाद पापा – मम्मी दोनों सोने चले गए थे. हम दोनों मेरे ही बेड पर बैठ के टीवी देख रहे थे, भाई का बेड बगल बाला था. टीवी देखते – देखते दोनों कब सो गए पता ही नहीं चला.
रात को पता नहीं मुझे क्या हुआ मैं अपने भाई का लन्ड निकाल के सहलाने लगी थी. उस टाइम मैं नींद में थी और शायद किसी सपने की वजह से ऐसा करने लगी थी. लेकिन लन्ड सहलाते – सहलाते जब नींद खुली तो अपनी स्थिति देख कर मैं पसीने – पसीने हो गई और सोचा कि हे भगवान ये क्या हो गया है? मैं तो अपने भाई के लंड को ही सहला रही थी, अगर वो जगा होगा तो मेरे बारे में क्या सोचेगा?
मैं हैरान थी. मैंने तुरन्त अपना हाथ हटाया और उसका लन्ड अंदर कर दिया. फिर जब कुछ देर तक उसकी तरफ से कोई हरकत नहीं हुई तो मैं चुपचाप घूम कर लेट गई. करवट लेने के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा भाई सो नहीं रहा था. उसकी सांसें तेज थीं और थूक गटकने की आवाज़ साफ़ – साफ़ आ रही थी, जिससे पता चल रहा था कि वो नहीं सो रहा है. यह जान कर मैं शर्म से और भी पानी – पानी हो गयी.
रात को पता नहीं मुझे क्या हुआ मैं अपने भाई का लन्ड निकाल के सहलाने लगी थी. उस टाइम मैं नींद में थी और शायद किसी सपने की वजह से ऐसा करने लगी थी. लेकिन लन्ड सहलाते – सहलाते जब नींद खुली तो अपनी स्थिति देख कर मैं पसीने – पसीने हो गई और सोचा कि हे भगवान ये क्या हो गया है? मैं तो अपने भाई के लंड को ही सहला रही थी, अगर वो जगा होगा तो मेरे बारे में क्या सोचेगा?
मैं हैरान थी. मैंने तुरन्त अपना हाथ हटाया और उसका लन्ड अंदर कर दिया. फिर जब कुछ देर तक उसकी तरफ से कोई हरकत नहीं हुई तो मैं चुपचाप घूम कर लेट गई. करवट लेने के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा भाई सो नहीं रहा था. उसकी सांसें तेज थीं और थूक गटकने की आवाज़ साफ़ – साफ़ आ रही थी, जिससे पता चल रहा था कि वो नहीं सो रहा है. यह जान कर मैं शर्म से और भी पानी – पानी हो गयी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.