08-01-2021, 12:46 PM
फिर सुबह 9 बजे उतारने के पहले हमने एक बार हमने फिर अपना रात वाला खेल खेला. लेकिन इस बार भाई ने मेरी चूत मसलने के साथ उसे चूसा भी और इसके बाद मैंने दोबारा से भाई का लंड चूस कर उसका पानी निकाल दिया. हमने ये सब पर्दा लगा कर किया इसलिए किसी को कुछ पता नहीं चल पाया. इसके बाद हम दोनों अपने बस स्टॉप पर उतर गए और भाई के फ्लैट पर चले गए.
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.