Thread Rating:
  • 1 Vote(s) - 5 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
चचेरी बहन की रजाई
#34
इसके बाद मैंने जोर का एक धक्का मारा. मेरा आधा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ अन्दर घुस गया. उसे बहुत तेज दर्द हुआ और दर्द की वजह से वो रोने लगी. मैं पहले से ही होशियार था इसलिए उसके मुंह पर हाथ रख कर उसे चीखने से रोक दिया. अब वह मुझसे छूटने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैंने अपने हाथों की पकड़ मजबूत बनाये रखी, जिससे वो मुझसे अलग नहीं हो पाई.

अब मैं उसे लगातार किस करने लगा ताकि उसका दर्द कुछ कम हो जाए. थोड़ी देर बाद फिर वो नॉर्मल हो गयी और उसकी दर्द भरी सिसकियां बंद हो गयीं तो dir मैंने एक धक्का और लगाकर पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया.

इसके बाद फिर मैं लगातार धक्के लगाने लगा. हालांकि अभी मेरे धक्कों की रफ्तार थोड़ी धीमी थी लेकिन जैसे – जैसे उसका दर्द कम होता जाता था और लंड चूत में अपनी जगह बनाता गया वैसे – वैसे मैं अपने धक्कों को रफ्तार बढ़ाने लगा. थोड़ी देर बाद उसे भी मज़ा आने लगा और अब वह भी नीचे से अपनी कमर हिलाने लगी. इस दौरान मैं लगातार उसके बूब्स भी मसलता जा रहा था.

करीब 30 मिनट की चुदाई के बाद फिर मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. अब तक वो 3 बार अपना पानी छोड़ चुकी थी. फिर मैं उससे चिपक कर लेट गया. थोड़ी देर बाद फिर मेरा लंड खड़ा होने लगा और मैंने एक बार फिर से उसकी चुदाई की














































.........
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
[+] 1 user Likes neerathemall's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: चचेरी बहन की रजाई - by neerathemall - 08-01-2021, 12:44 PM



Users browsing this thread: 13 Guest(s)