08-01-2021, 12:32 PM
बस फिर क्या था! मैंने भी देर नहीं की. अब वो बेड पर लेट गयी और उसने अपनी टाँगे खोल ली. अब मैं उसकी दोनों टांगों के बीच आ गया और लंड को उसकी चूत के मुहाने पर रख दिया और अंदर घुसाने लगा पर मेरा लंड अंदर नहीं जा रहा था. तो वो बोली, “तेल लगा लो जानू.” फिर मैंने वहीं सीसे के पास रखी हुई सरसो के तेल की सीसी उठा कर उसकी चूत पर और अपने लंड पर लगाया और चूत के छेद पर लंड रख कर झटका मारा.
अब मेरे लंड का टोपा उसकी चूत में चला गया तो दर्द की वजह से वो चिल्लाने लगी. तो मैंने जल्दी से उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और फिर एक झटका मारा. जिससे मेरा लंड पूरा अंदर घुस गया. तभी मैंने देखा कि उसकी आखों में आंसू थे और उसकी चूत से खून निकल रहा है. मतलब साफ था उसकी सील टूट चुकी थी जिससे उसे दर्द हो रहा था.
फिर थोड़ी देर तक मैं उस पर ऐसे ही पडा रहा. जब उसका दर्द कुछ कम हुआ तो फिर मैंने अपनी गति बधाई और अब वो भी मेरा साथ देने लगी. उसको भी अब मज़ा आ रहा था और मैं भी झटके पर झटके मारे जा रहा था.
अब वो आह आह करके आहें भर रही थी. फिर मैं खड़ा हुआ और उसकी दोनों टांगों को अपने कंधों पर रखा और अपने लंड को उसकी चूत में पेल दिया. अब हम दोनों चुदाई के परम आनन्द पर थे. पूरा कमरा हमारी चुदाई की आवाजों से गूंज रहा था. तभी उसने कहा, “मैं झड़ने वाली हूँ…”
लेकिन मेरा अभी नहीं हुआ था तो मैं झटके पर झटके मारे जा रहा था. अब वो झड़ चुकी थी पर मैं लगा हुआ था. अब मैं भी झड़ने वाला था तो उसने कहा कि मेरे अंदर ही छोड़ दो, आज मैं पूरा आनन्द लेना चाहती हूँ. फिर कुछ झटकों के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया.
फिर हम दोनों एक साथ नहाए. उसके बाद उसने कहा, “तुमने मुझे आज खुश कर दिया. थैंक्यू, लव यू.” फिर मैंने भी उसके होंठों पर किस किया और फिर अपने कपड़े पहन कर वहां से चला आया और फिर बाद में मैंने उसे आई-पिल की गोली लाकर दी.
अब मेरे लंड का टोपा उसकी चूत में चला गया तो दर्द की वजह से वो चिल्लाने लगी. तो मैंने जल्दी से उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और फिर एक झटका मारा. जिससे मेरा लंड पूरा अंदर घुस गया. तभी मैंने देखा कि उसकी आखों में आंसू थे और उसकी चूत से खून निकल रहा है. मतलब साफ था उसकी सील टूट चुकी थी जिससे उसे दर्द हो रहा था.
फिर थोड़ी देर तक मैं उस पर ऐसे ही पडा रहा. जब उसका दर्द कुछ कम हुआ तो फिर मैंने अपनी गति बधाई और अब वो भी मेरा साथ देने लगी. उसको भी अब मज़ा आ रहा था और मैं भी झटके पर झटके मारे जा रहा था.
अब वो आह आह करके आहें भर रही थी. फिर मैं खड़ा हुआ और उसकी दोनों टांगों को अपने कंधों पर रखा और अपने लंड को उसकी चूत में पेल दिया. अब हम दोनों चुदाई के परम आनन्द पर थे. पूरा कमरा हमारी चुदाई की आवाजों से गूंज रहा था. तभी उसने कहा, “मैं झड़ने वाली हूँ…”
लेकिन मेरा अभी नहीं हुआ था तो मैं झटके पर झटके मारे जा रहा था. अब वो झड़ चुकी थी पर मैं लगा हुआ था. अब मैं भी झड़ने वाला था तो उसने कहा कि मेरे अंदर ही छोड़ दो, आज मैं पूरा आनन्द लेना चाहती हूँ. फिर कुछ झटकों के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया.
फिर हम दोनों एक साथ नहाए. उसके बाद उसने कहा, “तुमने मुझे आज खुश कर दिया. थैंक्यू, लव यू.” फिर मैंने भी उसके होंठों पर किस किया और फिर अपने कपड़े पहन कर वहां से चला आया और फिर बाद में मैंने उसे आई-पिल की गोली लाकर दी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.