07-01-2021, 04:37 PM
एक दिन मैंने खुद रिंकी दी से बोला क्यों ना हमदोनो साथ सो जाये दरवाजा ऐसे भी बंद रहता है माँ पापा को पता भी नहीं चलेगा। तो वो बोल दी मुझे कोई दिक्कत नहीं। और फिर हम दोनों एक साथ ही सोने लगे। दो तीन दिन तो कुछ भी नहीं हुआ वो अपने मोबाइल पर बिजी मैं अपने मोबाइल पर बिजी आराम से सोये कुछ भी नहीं हुआ.सच बताता हूँ दोस्तों मेरे मन में बहन की चुदाई का ख्याल भी नहीं आया मुझे लगता था बहन भाई बहन भाई होने हैं एक आदर का प्यार का रिस्ता होता है बस इतना ही।
पर एक दिन की बात है उस दिन सब कुछ भी उलट गया और बहन भाई रिश्ते के मायने भी बदल गए और हम दोनों में सेक्स सम्बन्ध बन गया।
एक रात मैं भी कहानियां पढ़ कर सोने की कोशिश कर रहा था और वो भी सोने की कोशिश कर रही थी।पर नींद नहीं आ रहा था। मैं तो कहानी के पात्र में बारे में सोच रहा था कैसे उसने अपनी बहन को चोदा था। मेरी बहन भी इधर उधर करवट बदल रही थी शायद वो भी नॉनवेज स्टोरी डॉट की कहानी के बारे में सोच रही थी।
हम दोनों ही सोने की कोशिश कर रहे थे। मैं आँख मूंद कर सोने की कोशिश कर रहा था। तभी मेरी बहन मेरे तरफ घूम गयी। और फिर हौले हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी। धीरे धीरे मेरा लौड़ा बड़ा हो गया। वो सहलाते रही। मेरी साँसे तेज तेज चलने लगी। उसके बाद मेरी बना मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चूची पर यानी बूब्स पर रख दी।
पर एक दिन की बात है उस दिन सब कुछ भी उलट गया और बहन भाई रिश्ते के मायने भी बदल गए और हम दोनों में सेक्स सम्बन्ध बन गया।
एक रात मैं भी कहानियां पढ़ कर सोने की कोशिश कर रहा था और वो भी सोने की कोशिश कर रही थी।पर नींद नहीं आ रहा था। मैं तो कहानी के पात्र में बारे में सोच रहा था कैसे उसने अपनी बहन को चोदा था। मेरी बहन भी इधर उधर करवट बदल रही थी शायद वो भी नॉनवेज स्टोरी डॉट की कहानी के बारे में सोच रही थी।
हम दोनों ही सोने की कोशिश कर रहे थे। मैं आँख मूंद कर सोने की कोशिश कर रहा था। तभी मेरी बहन मेरे तरफ घूम गयी। और फिर हौले हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी। धीरे धीरे मेरा लौड़ा बड़ा हो गया। वो सहलाते रही। मेरी साँसे तेज तेज चलने लगी। उसके बाद मेरी बना मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चूची पर यानी बूब्स पर रख दी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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