05-01-2021, 11:22 PM
(This post was last modified: 06-01-2021, 12:34 AM by babasandy. Edited 5 times in total. Edited 5 times in total.)
मेरी प्रियंका दीदी ने कामुक आमंत्रण देते हुए लता की तरह अजय को जोर से अपनी बाँहों में ,अपने पैरों के बीच लता की तरह लपेट लिया।
लता कितनी भी खूबसूरत क्यों न हो ,उसे एक सपोर्ट तो चाहिए न ,ऊपर चढ़ने के लिए।
और आज मेरी बहना को उनका सपोर्ट मिल गया था, उनका होने वाला पति अजय..
पर अजय तो बहुत था बहुत दुष्ट ,एकदम कमीना।
उसे मालूम था मेरी बहना को इस वक्त क्या चाहिए..
.
उसका काला मोटा लंबा सख्त... औजार....
क्या करूं मेरी छम्मक छल्लो.. अजय ने पूछा...
मेरी प्रियंका दीदी अच्छी तरह जानती थी अजय की सारी आदतें.. मेरी दीदी को पता था अजय उनके मुंह से क्या सुनना चाह रहा है.
मेरी दीदी ने भी तो खूब तड़पाया था उसे.. अपना बदला ले रहा था अजय...
" हे करो न ,… " आखिर मेरी दीदी को बोलना ही पड़ा.. कामुक आवाज में..
जवाब में अजय ने मेरी प्रियंका दीदी की दाईं चूची को अपने मुंह में ले लिया और फिर गुलाबी निप्पल को अजय ने खूब जोर से कचकचा के काटा ,और पूछा ,
"बोल न जानू क्या करूँ ,… "
मेरी प्रियंका दीदी क्या करती ,आखिर बोली ," प्लीज अजय ,मेरा बहुत मन कर रहा है , अब और न तड़पाओ ,प्लीज करो न "
जोर से निपल उसने मसल दिए और एक बार अपनी उंगली आलमोस्ट बाहर निकाल कर एकदम जड़ तक मेरी बहना की बुर में ठेलते हुए वो शैतान बोला ,
" तुम जानती हो न जो तुम करवाना चाहती हो ,मैं करना चाहता हूँ उसे क्या कहते हैं ,तो साफ साफ बोलो न। "
मेरी दीदी के जवाब का इंतजार किए बिना उसने मेरी दीदी की दूसरी चूची को मुंह में लिया और और दुगनी ताकत से काट लिया.. मेरी बहना तड़पने लगी..
पर मेरी बहना समझ चुकी थी कि यह कमीना मानने वाला तो है नहीं.. अगर नहीं बोलूंगी तो पता नहीं कहां-कहां निशान डालेगा अपने दांतो से, सारी दुनिया को पता चल जाएगा यह निशान देखकर, मेरी बहन की दोनों चुचियों में खून उतर आया था... बिल्कुल लाल हो गई.. जब अजय मेरी प्रियंका दीदी के गाल काटने लगा..मेरी बहन ढीली पड़ गई.
फिर उसकी उंगली ने मेरी प्रियंका दीदी को पागल कर दिया था..
शरम लिहाज छोड़ के उसके कान के पास अपने होंठ ले जाके मेरी प्रियंका दीदी बहुत हलके से बोली ,
" अजय , मेरे राजा ,चोद न मुझे "
और अबकी एक बार फिर उसने दूसरे उभार पे अपने दांत कचकचा के लगाये और बोला ," ,जोर से बोलो , मुझे सुनाई नहीं दे रहा है। "
" अजय ,चोदो ,प्लीज आज चोद दो मुझको , बहुत मन कर रहा है मेरा। " अबकी जोर से मेरी प्रियंका दीदी बोली.
बस ,इसी का तो इन्तजार कर रहा था वो दुष्ट ,
मेरी दीदी की दोनों लम्बी टाँगे उसके कंधे पे थीं ,उसने मेरी बहना को दुहरा कर दिया और उसका सुपाड़ा सीधे मेरी प्रियंका दीदी बुर के मुहाने पे।
दोनों हाथ से उसने जोर से मेरी दीदी की कलाई पकड़ी ,और एक करारा धक्का ,
दूसरे तूफानी धक्के के साथ ही ,अजय का मोटा सुपाड़ा मेरी प्रियंका दीदी की बच्चेदानी से सीधे टकराया ..
और मेरी प्रियंका दीदी बहुत जोर से चिल्लाई ," उईइइइइइइइइइ माँ , प्लीज लगता है ,माँ ओह्ह आह बहोत जोर से नहीईईईई अजय बहोत दर्द उईईईईईई माँ। "
" अपनी माँ को क्यों याद कर रही हो ,उनको भी चुदवाना है क्या ,चल यार चोद देंगे उनको भी , वो भी याद करेंगी की ,...."
दोनों हाथों से मेरी प्रियंका दीदी की दोनों गदराई चूंची दबाते , और अपने पूरा घुसे लंड के बेस से जोर जोर से क्लिट को रगड़ते अजय ने चिढ़ाया।
मेरी प्रियंका दीदी ने भी जोरदार जवाब दिया..
" अरे साल्ले भूल गए ,अभी साल दो साल भी नहीं हुआ , जब मैं इसी गाँव से तोहार बहिन को सबके सामने ले गयी थी , अपने घर ,अपने भइया से चुदवाने। और तब से कोई दिन नागा नहीं गया है जब तोहार बहिन बिना चुदवाये रही हों। ओहि चुदाई का नतीजा ई मुन्ना है , और आप मुन्ना के मामा बने हो। "
दूर के रिश्ते में अजय मेरी चंदा भाभी का भाई लगता था... पर दोस्तो आप तो जानते ही हो हमारे गांव और मेरे घर का तो खास कर इतना खुल्लम-खुल्ला हो रहा था.. अजय के दोस्त सुनील ने तो उसके सामने मेरी चंदा भाभी को गन्ने के खेत में उठक बैठक करवाई थी.. और अजय ने उनके सामने ही मेरी प्रियंका दीदी को अपना गन्ना खिलाया था.
मेरे कहने का मतलब है कि मेरी चंदा भाभी और अजय के बीच में भाई बहन का रिश्ता होने के बावजूद भी कोई पर्दा नहीं बचा था..
इसके बावजूद भी मिर्ची उसे जोर की लगी।
बस उसने उसी तरह जवाब दिया ,जिस तरह से वो दे सकता था ,पूरा लंड सुपाड़े तक बाहर निकाल कर ,एक धक्के में हचक के उसने पेल दिया पूरी ताकत अबकी पहली बार से भी जोरदार धक्का उसके मोटे सुपाड़े का मेरी प्रियंका दीदी के बच्चेदानी पर लगा..
मेरी बहना दर्द और मजे के मारे तड़पने लगी..
और साथ ही मेरी प्रियंका दीदी की चूची काटते हुए अजय ने अपना इरादा जाहिर किया...
साली रंडी... बहन की लोड़ी ..." जितना तेरी भाभी ने साल भर में , उससे ज्यादा तुम्हे दस दिन में चोद देंगे हम, समझती क्या हो।
मुझे मालूम है हमार दी की ननद कितनी चुदवासी हैं ,सारी चूत की खुजली मिटा के भेजेंगे यहाँ से तुम खुदे आपन बुरिया नही पहचान पाओगी। "
जवाब में जोर से अजय को अपनी बाहों में बाँध के अपने नए आये उभार ,अजय की चौड़ी छाती से रगड़ते हुए , उसे प्यार से चूम के मेरी प्रियंका दीदी बोली..
" तुम्हारे मुंह में घी शक्कर , आखिर यार तेरा माल हूँ और अपनी भाभी की ननद हूँ ,कोई मजाक नहीं। देखती हूँ कितनी ताकत है हमारी भाभी के भैय्या में , चुदवाने में न मैं पीछे हटूंगी ,न घबड़ाउंगी। आखिर तुम्हारी दी भी तो पीछे नहीं हटती चुदवाने में , मेरे शहर में। साल्ले बहनचोद , अरे यार बुरा मत मानना , आखिर मेरे भैय्या के साले हो न और तोहार बहिन को तो हम खुदै ले गयी थीं ,चुदवाने तो बहिनचोद , … "
मेरी प्रियंका दीदी के बाद तो अभी पूरी भी नहीं हुई थी... अजय ने मेरी बहना को दोहरा कर दिया.. अजय ने मेरी दीदी के दोनों मोटे मोटे चूतड़ पकड़कर एक ऐसा जोरदार झटका पीछे से दिया कि मेरी दीदी की सांसे रुक गई... फिर तो एक के बाद एक झटके जोरदार... मेरी बहना ने तो एक जानवर को दावत दे दी थी अपने घर..
और वह जानवर मेरी बहना को रगड़ रगड़ के ठोक रहा था.. बुरी तरह .. दीदी का बुरा हाल था...
लता कितनी भी खूबसूरत क्यों न हो ,उसे एक सपोर्ट तो चाहिए न ,ऊपर चढ़ने के लिए।
और आज मेरी बहना को उनका सपोर्ट मिल गया था, उनका होने वाला पति अजय..
पर अजय तो बहुत था बहुत दुष्ट ,एकदम कमीना।
उसे मालूम था मेरी बहना को इस वक्त क्या चाहिए..
.
उसका काला मोटा लंबा सख्त... औजार....
क्या करूं मेरी छम्मक छल्लो.. अजय ने पूछा...
मेरी प्रियंका दीदी अच्छी तरह जानती थी अजय की सारी आदतें.. मेरी दीदी को पता था अजय उनके मुंह से क्या सुनना चाह रहा है.
मेरी दीदी ने भी तो खूब तड़पाया था उसे.. अपना बदला ले रहा था अजय...
" हे करो न ,… " आखिर मेरी दीदी को बोलना ही पड़ा.. कामुक आवाज में..
जवाब में अजय ने मेरी प्रियंका दीदी की दाईं चूची को अपने मुंह में ले लिया और फिर गुलाबी निप्पल को अजय ने खूब जोर से कचकचा के काटा ,और पूछा ,
"बोल न जानू क्या करूँ ,… "
मेरी प्रियंका दीदी क्या करती ,आखिर बोली ," प्लीज अजय ,मेरा बहुत मन कर रहा है , अब और न तड़पाओ ,प्लीज करो न "
जोर से निपल उसने मसल दिए और एक बार अपनी उंगली आलमोस्ट बाहर निकाल कर एकदम जड़ तक मेरी बहना की बुर में ठेलते हुए वो शैतान बोला ,
" तुम जानती हो न जो तुम करवाना चाहती हो ,मैं करना चाहता हूँ उसे क्या कहते हैं ,तो साफ साफ बोलो न। "
मेरी दीदी के जवाब का इंतजार किए बिना उसने मेरी दीदी की दूसरी चूची को मुंह में लिया और और दुगनी ताकत से काट लिया.. मेरी बहना तड़पने लगी..
पर मेरी बहना समझ चुकी थी कि यह कमीना मानने वाला तो है नहीं.. अगर नहीं बोलूंगी तो पता नहीं कहां-कहां निशान डालेगा अपने दांतो से, सारी दुनिया को पता चल जाएगा यह निशान देखकर, मेरी बहन की दोनों चुचियों में खून उतर आया था... बिल्कुल लाल हो गई.. जब अजय मेरी प्रियंका दीदी के गाल काटने लगा..मेरी बहन ढीली पड़ गई.
फिर उसकी उंगली ने मेरी प्रियंका दीदी को पागल कर दिया था..
शरम लिहाज छोड़ के उसके कान के पास अपने होंठ ले जाके मेरी प्रियंका दीदी बहुत हलके से बोली ,
" अजय , मेरे राजा ,चोद न मुझे "
और अबकी एक बार फिर उसने दूसरे उभार पे अपने दांत कचकचा के लगाये और बोला ," ,जोर से बोलो , मुझे सुनाई नहीं दे रहा है। "
" अजय ,चोदो ,प्लीज आज चोद दो मुझको , बहुत मन कर रहा है मेरा। " अबकी जोर से मेरी प्रियंका दीदी बोली.
बस ,इसी का तो इन्तजार कर रहा था वो दुष्ट ,
मेरी दीदी की दोनों लम्बी टाँगे उसके कंधे पे थीं ,उसने मेरी बहना को दुहरा कर दिया और उसका सुपाड़ा सीधे मेरी प्रियंका दीदी बुर के मुहाने पे।
दोनों हाथ से उसने जोर से मेरी दीदी की कलाई पकड़ी ,और एक करारा धक्का ,
दूसरे तूफानी धक्के के साथ ही ,अजय का मोटा सुपाड़ा मेरी प्रियंका दीदी की बच्चेदानी से सीधे टकराया ..
और मेरी प्रियंका दीदी बहुत जोर से चिल्लाई ," उईइइइइइइइइइ माँ , प्लीज लगता है ,माँ ओह्ह आह बहोत जोर से नहीईईईई अजय बहोत दर्द उईईईईईई माँ। "
" अपनी माँ को क्यों याद कर रही हो ,उनको भी चुदवाना है क्या ,चल यार चोद देंगे उनको भी , वो भी याद करेंगी की ,...."
दोनों हाथों से मेरी प्रियंका दीदी की दोनों गदराई चूंची दबाते , और अपने पूरा घुसे लंड के बेस से जोर जोर से क्लिट को रगड़ते अजय ने चिढ़ाया।
मेरी प्रियंका दीदी ने भी जोरदार जवाब दिया..
" अरे साल्ले भूल गए ,अभी साल दो साल भी नहीं हुआ , जब मैं इसी गाँव से तोहार बहिन को सबके सामने ले गयी थी , अपने घर ,अपने भइया से चुदवाने। और तब से कोई दिन नागा नहीं गया है जब तोहार बहिन बिना चुदवाये रही हों। ओहि चुदाई का नतीजा ई मुन्ना है , और आप मुन्ना के मामा बने हो। "
दूर के रिश्ते में अजय मेरी चंदा भाभी का भाई लगता था... पर दोस्तो आप तो जानते ही हो हमारे गांव और मेरे घर का तो खास कर इतना खुल्लम-खुल्ला हो रहा था.. अजय के दोस्त सुनील ने तो उसके सामने मेरी चंदा भाभी को गन्ने के खेत में उठक बैठक करवाई थी.. और अजय ने उनके सामने ही मेरी प्रियंका दीदी को अपना गन्ना खिलाया था.
मेरे कहने का मतलब है कि मेरी चंदा भाभी और अजय के बीच में भाई बहन का रिश्ता होने के बावजूद भी कोई पर्दा नहीं बचा था..
इसके बावजूद भी मिर्ची उसे जोर की लगी।
बस उसने उसी तरह जवाब दिया ,जिस तरह से वो दे सकता था ,पूरा लंड सुपाड़े तक बाहर निकाल कर ,एक धक्के में हचक के उसने पेल दिया पूरी ताकत अबकी पहली बार से भी जोरदार धक्का उसके मोटे सुपाड़े का मेरी प्रियंका दीदी के बच्चेदानी पर लगा..
मेरी बहना दर्द और मजे के मारे तड़पने लगी..
और साथ ही मेरी प्रियंका दीदी की चूची काटते हुए अजय ने अपना इरादा जाहिर किया...
साली रंडी... बहन की लोड़ी ..." जितना तेरी भाभी ने साल भर में , उससे ज्यादा तुम्हे दस दिन में चोद देंगे हम, समझती क्या हो।
मुझे मालूम है हमार दी की ननद कितनी चुदवासी हैं ,सारी चूत की खुजली मिटा के भेजेंगे यहाँ से तुम खुदे आपन बुरिया नही पहचान पाओगी। "
जवाब में जोर से अजय को अपनी बाहों में बाँध के अपने नए आये उभार ,अजय की चौड़ी छाती से रगड़ते हुए , उसे प्यार से चूम के मेरी प्रियंका दीदी बोली..
" तुम्हारे मुंह में घी शक्कर , आखिर यार तेरा माल हूँ और अपनी भाभी की ननद हूँ ,कोई मजाक नहीं। देखती हूँ कितनी ताकत है हमारी भाभी के भैय्या में , चुदवाने में न मैं पीछे हटूंगी ,न घबड़ाउंगी। आखिर तुम्हारी दी भी तो पीछे नहीं हटती चुदवाने में , मेरे शहर में। साल्ले बहनचोद , अरे यार बुरा मत मानना , आखिर मेरे भैय्या के साले हो न और तोहार बहिन को तो हम खुदै ले गयी थीं ,चुदवाने तो बहिनचोद , … "
मेरी प्रियंका दीदी के बाद तो अभी पूरी भी नहीं हुई थी... अजय ने मेरी बहना को दोहरा कर दिया.. अजय ने मेरी दीदी के दोनों मोटे मोटे चूतड़ पकड़कर एक ऐसा जोरदार झटका पीछे से दिया कि मेरी दीदी की सांसे रुक गई... फिर तो एक के बाद एक झटके जोरदार... मेरी बहना ने तो एक जानवर को दावत दे दी थी अपने घर..
और वह जानवर मेरी बहना को रगड़ रगड़ के ठोक रहा था.. बुरी तरह .. दीदी का बुरा हाल था...