04-01-2021, 08:17 AM
कहानी :
टिप टिप बरसा पानी
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UPDATE 12
निधी का भी पानी गिरने ही वाला था, वो झट से मुड़कर अपने भैया से लिपट गई , जिससे भैया का झड़ा हुआ आधा खड़ा लण्ड उसकी जांघों के बीच घुस गया. निधी ने कस कर अपने भैया को पकड़ा और उसी समय उसकी चूत से पानी चूने लगा. वो अपनी ज़िन्दगी में आज पहली बार चरमोत्कर्ष पर पहुँची थी. उसके लिये ये अनुभव जितना कामुक था उससे कहीं ज़्यादा भावनात्मक था, इतना की उसकी आँखों से आंसू निकल आएं. वो अपना सिर भैया के कंधों पे रख कर आँखे मुंदे रोने लगी. रोहित उसे अपनी बाहों में भरे उसके बाल सहलाते हुए उसे शांत करता रहा.
झड़ने के दौरान निधी अपनी काँपती जांघों के बीच फंसे अपने भैया के लौड़े को अपनी नरम नरम टांगों में दबाती रही, जिससे रोहित के लण्ड से वीर्य की तीन चार और धारें बह निकली !!!
पूरे दस मिनट तक निधी झड़ती रही और दोनों उसी तरह एक दूसरे से लिपटे हुए नंगे खड़े रहें. फिर रोहित ने बड़े प्यार से निधी की आंसूओ से गीले हुए गालों को चुमा और अपना पूरी तरह से झड़ा हुआ लण्ड जो की अब ढीला पड़ कर झूल रहा था, अपनी बहन की जांघों के बीच से बाहर निकाल लिया. दोनों एक साथ Shower में नहाने के लिये घुस गयें और नहाते हुए खड़े खड़े पेशाब भी कर लिया..............................
" आपलोगों ने भी नहीं खाया ? खा लेते ना... ". खाने के टेबल पर Lunch के दौरान रोहित ने अपने मम्मी पापा से पूछा.
" कोई बात नहीं... रोज़ जब साथ खाते हैं तो... एक दिन लेट हो गया तो क्या. " उनके पापा ने कहा.
" You Know मम्मी, आपसे एक बात थी... ". निधी ने कहा. " मैं अपना अलग रूम मांग रही थी ना, वो अब मुझे नहीं चाहिये. ".
रोहित ने अपनी बहन की ओर देखा तो निधी ने उसे आँख मार दी.
" अच्छा... Good. पर क्या हो गया अचानक ? ". माँ ने पूछा.
" भैया ने मुझे एक साड़ी Gift करने का वादा किया है... ". निधी मुस्कुराते हुए बोली.
" अरे ! मैंने कब कहा ? ". रोहित ने कहा.
" आपने बोला था भैया... बस में. ". निधी ने कहा.
रोहित अपनी बहन की शैतानी पर मुँह दबा कर हँसने लगा और फिर सब एक साथ खाना खाने लगें............................
रात को डिनर के बाद दोनों भाई बहन रोज़ की तरह अपने मम्मी पापा को Good Night बोल कर अपने कमरे में आ गयें. एक दिन में सब कुछ बदल गया था, कहाँ रोज़ दोनों इसी कमरे में लड़ते झगड़ते रहते थें और एक ही बिस्तर पर भाई बहन की तरह सोते थें, और आज देखो, रोहित की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा जब निधी ने रूम का दरवाज़ा अंदर से बंद किया तो, मानो वो अपनी बहन नहीं बल्कि अपनी नई नवेली दुल्हन का Wait कर रहा हो !!!
रोहित की आँखे खुली की खुली रह गई जब निधी बाथरूम से कपड़े चेंज करके आई. उसकी बहन ब्रा और एक पारदर्शी Designer स्लीपिंग पैंट में अतुलनीय सुन्दरता की कामदेवी लग रही थी.
टिप टिप बरसा पानी
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UPDATE 12
निधी का भी पानी गिरने ही वाला था, वो झट से मुड़कर अपने भैया से लिपट गई , जिससे भैया का झड़ा हुआ आधा खड़ा लण्ड उसकी जांघों के बीच घुस गया. निधी ने कस कर अपने भैया को पकड़ा और उसी समय उसकी चूत से पानी चूने लगा. वो अपनी ज़िन्दगी में आज पहली बार चरमोत्कर्ष पर पहुँची थी. उसके लिये ये अनुभव जितना कामुक था उससे कहीं ज़्यादा भावनात्मक था, इतना की उसकी आँखों से आंसू निकल आएं. वो अपना सिर भैया के कंधों पे रख कर आँखे मुंदे रोने लगी. रोहित उसे अपनी बाहों में भरे उसके बाल सहलाते हुए उसे शांत करता रहा.
झड़ने के दौरान निधी अपनी काँपती जांघों के बीच फंसे अपने भैया के लौड़े को अपनी नरम नरम टांगों में दबाती रही, जिससे रोहित के लण्ड से वीर्य की तीन चार और धारें बह निकली !!!
पूरे दस मिनट तक निधी झड़ती रही और दोनों उसी तरह एक दूसरे से लिपटे हुए नंगे खड़े रहें. फिर रोहित ने बड़े प्यार से निधी की आंसूओ से गीले हुए गालों को चुमा और अपना पूरी तरह से झड़ा हुआ लण्ड जो की अब ढीला पड़ कर झूल रहा था, अपनी बहन की जांघों के बीच से बाहर निकाल लिया. दोनों एक साथ Shower में नहाने के लिये घुस गयें और नहाते हुए खड़े खड़े पेशाब भी कर लिया..............................
" आपलोगों ने भी नहीं खाया ? खा लेते ना... ". खाने के टेबल पर Lunch के दौरान रोहित ने अपने मम्मी पापा से पूछा.
" कोई बात नहीं... रोज़ जब साथ खाते हैं तो... एक दिन लेट हो गया तो क्या. " उनके पापा ने कहा.
" You Know मम्मी, आपसे एक बात थी... ". निधी ने कहा. " मैं अपना अलग रूम मांग रही थी ना, वो अब मुझे नहीं चाहिये. ".
रोहित ने अपनी बहन की ओर देखा तो निधी ने उसे आँख मार दी.
" अच्छा... Good. पर क्या हो गया अचानक ? ". माँ ने पूछा.
" भैया ने मुझे एक साड़ी Gift करने का वादा किया है... ". निधी मुस्कुराते हुए बोली.
" अरे ! मैंने कब कहा ? ". रोहित ने कहा.
" आपने बोला था भैया... बस में. ". निधी ने कहा.
रोहित अपनी बहन की शैतानी पर मुँह दबा कर हँसने लगा और फिर सब एक साथ खाना खाने लगें............................
रात को डिनर के बाद दोनों भाई बहन रोज़ की तरह अपने मम्मी पापा को Good Night बोल कर अपने कमरे में आ गयें. एक दिन में सब कुछ बदल गया था, कहाँ रोज़ दोनों इसी कमरे में लड़ते झगड़ते रहते थें और एक ही बिस्तर पर भाई बहन की तरह सोते थें, और आज देखो, रोहित की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा जब निधी ने रूम का दरवाज़ा अंदर से बंद किया तो, मानो वो अपनी बहन नहीं बल्कि अपनी नई नवेली दुल्हन का Wait कर रहा हो !!!
रोहित की आँखे खुली की खुली रह गई जब निधी बाथरूम से कपड़े चेंज करके आई. उसकी बहन ब्रा और एक पारदर्शी Designer स्लीपिंग पैंट में अतुलनीय सुन्दरता की कामदेवी लग रही थी.