04-01-2021, 07:51 AM
इस घटना को एक महीने से ज़्यादा हो चुके थें. ज़ाहिर है अदिती ने इसका ज़िक्र किसी से भी नहीं किया था. उसका Love Birds Night Club में हफ्ते में तीन चार बार तो जाना लगा ही रहता था... हर बार वो वहाँ के Auto Stand पे जाती पर उसने कभी भी उस Auto वाले को दुबारा नहीं देखा.
इधर सूरज जान बूझकर उस Area में अब Auto लेकर नहीं जाता था... उसे डर था कि कहीं उस लड़की से आमना सामना ना हो जाये...................
करीब जब दो महीने होने को आये तो एक दिन साहस करके सूरज उस Night Club के पास Auto लेकर गया. इतने दिन हो गयें थें... अब उसका डर जाता रहा. और किस्मत देखो... जैसा कि अदिती का वहाँ तकरीबन Regular ही आना जाना था, उस दिन दोनों फिर से मिल गयें.
Night Club से बाहर आकर उस दिन अदिती ने अपने दोस्तों को Bye कहा और Auto Stand में आई.
" आइये मैडम...कहाँ जाना है ? ". सारे Auto वाले उसे बुलाने लगें पर अदिती ने उस कमीने Auto वाले को पहचान लिया और सीधे उसके पास चली गई.
" Auto वाले भैया... चलोगे ??? ". उसने सूरज कि आँखों में आँखे डाल कर पूछा.
" हाँ... हाँ... मैडम जी... चलिए मैडम जी !!! ". सूरज कि तो जैसे साँस ही अटक गई हो गले में उस लड़की को इतने दिन बाद अचानक सामने देख कर.
अदिती का गुस्सा इतने दिनों में अब थोड़ा कम हो गया था. वो Auto में बैठते ही थोड़ी नरमी से बोली. " कितना लोगे भैया ? ".
उसकी सहज आवाज सुन कर सूरज कि जान में जान आई और वो धीरे से मुस्कुरा कर बोला. " आप पैसे देती कहाँ हो मैडम जी... ".
उसकी बात सुनकर अदिती एकबारगी हँस पड़ी, सूरज भी हँसने लगा और और Auto स्टार्ट कर दी.
" Radio है आपके Auto में भैया... ज़रा चला दो ! ".
" हाँ मैडम जी... ". सूरज ने Radio On कि और Auto वहाँ से निकल पड़ी.
******** The End **********
इधर सूरज जान बूझकर उस Area में अब Auto लेकर नहीं जाता था... उसे डर था कि कहीं उस लड़की से आमना सामना ना हो जाये...................
करीब जब दो महीने होने को आये तो एक दिन साहस करके सूरज उस Night Club के पास Auto लेकर गया. इतने दिन हो गयें थें... अब उसका डर जाता रहा. और किस्मत देखो... जैसा कि अदिती का वहाँ तकरीबन Regular ही आना जाना था, उस दिन दोनों फिर से मिल गयें.
Night Club से बाहर आकर उस दिन अदिती ने अपने दोस्तों को Bye कहा और Auto Stand में आई.
" आइये मैडम...कहाँ जाना है ? ". सारे Auto वाले उसे बुलाने लगें पर अदिती ने उस कमीने Auto वाले को पहचान लिया और सीधे उसके पास चली गई.
" Auto वाले भैया... चलोगे ??? ". उसने सूरज कि आँखों में आँखे डाल कर पूछा.
" हाँ... हाँ... मैडम जी... चलिए मैडम जी !!! ". सूरज कि तो जैसे साँस ही अटक गई हो गले में उस लड़की को इतने दिन बाद अचानक सामने देख कर.
अदिती का गुस्सा इतने दिनों में अब थोड़ा कम हो गया था. वो Auto में बैठते ही थोड़ी नरमी से बोली. " कितना लोगे भैया ? ".
उसकी सहज आवाज सुन कर सूरज कि जान में जान आई और वो धीरे से मुस्कुरा कर बोला. " आप पैसे देती कहाँ हो मैडम जी... ".
उसकी बात सुनकर अदिती एकबारगी हँस पड़ी, सूरज भी हँसने लगा और और Auto स्टार्ट कर दी.
" Radio है आपके Auto में भैया... ज़रा चला दो ! ".
" हाँ मैडम जी... ". सूरज ने Radio On कि और Auto वहाँ से निकल पड़ी.
******** The End **********