29-12-2020, 07:26 PM
सुनिलं का लण्ड जो काफी देर से खड़ा था उसने मुझे बिस्तर पर गिराया और धीरे धीरे मेरी चुत में घुसने लगा ।हालांकि ये पहली बार नही था पर सुनिलं को ये दिखाने के लिए जरूरी था कि जो वो सोच रहा है वैसे ही उसको कीमत सही लगे ।
पर जैसे जैसे उसने अपना लण्ड मेरी चुत में डाला मुझे एहसास हो गया कि उसका लण्ड एक बार फिर से मेरी चुत को फाड़ रहा हो ।
तभी मुझे उस बूढ़े हीरा लाल की बात याद आई जिसने कहा था कि मेरी चुत ही ऐसी है जो जितनी बार चुदती है उतनी ही बार वापस पैक हो जाती है और चुत पर बना तिल इस बात का गवाह है ।
सुनिलं पूरा लण्ड पेलकर ,--क्यों रानी कैसा है मेरा हथियार ।
में दर्द भरी आवाज में ,--बहुत सॉलिड है राजा पर अब जब घुस गया तो झेलना ही पड़ेगा आह.....
सुनिलं धीरे धीरे से चोदते हुए ,--अरे इसलिए तो धीरे धीरे चोद रहा हूँ मुझे पता है तुमने ऐसा सॉलिड हथियार नही लिया होगा ।
मैं ,--आह थेंक्स राजा तुझे पता है नई चुत कैसे फाड़ी जाती है आखिर तूने पैसे देकर भी मेरी चुत का खयाल रखा हुआ है ।
सुनिलं ,--पैसे तो में वसूल करूंगा ही अभी तेरी चुत को अपने लण्ड के हिसाब से एडजस्ट होने दो ।
मैं ,--यही तो फायदा होता है अनुभव का आखिर तुमने बहुत सील खोली होगी ।मेरी तो फिर भी खुली हुई है ।
सुनिलं ,--हां , पर नई लौंडिया से तो चुदी चुदाई औरत ही ज्यादा मज़े करवाती है ।
सुनिलं अब धीरे धीरे स्पीड बढ़ा रहा था उसको अब बाकी के राज उगलवाने का समय आ गया था इसलिए मेने उसकी गाँड पर हाथ फिराते हुये पुछा।
में, --आह ...राजा चोद मुझे भी सरिता जैसे गर्भवती कर दे आज ।
सुनिलं ,--तू पागल है क्या उस रण्डी की बातों में मत आना अभी तो तेरे खाने पीने के दिन है नए लण्ड खा और उनका ताजा पानी पी ।
मैं ,--पर ये गांव नही है जो किसी की पास भी सेट हो जाओ और मज़े कर लो ।
सुनिलं ,--तो उसके लिए मैं हूँ ना मेरे गांव नेता है यहां तू बोले तो उसको बोल देता हुँ तुझे रोज ऐश करवॉएगा और पैसे भी दिलवा देगा ।
मैं ,--मतलब रण्डी बाज़ी करूँ ।
सुनिलं ,--तो अभी कोनसी कम है तूने मुझसे अपनी कीमत तो ले ही ली ।
में ,--तुमको सब रण्डी ही लगती है क्या ।
सुनिलं ,--सब तो नही पर मेने जिसको भी अपने नीचे सुलाया है वो सब धंधा ही करने लग जाती है ।
मैं ,--तो सुनीता भुआ भी ।
सुनिलं ,--वही नही उसकी बेटी रश्मि भी बड़ी रण्डी बन चुकी है ।
मैं ,--इसका मतलब आप ने रश्मि दीदी की भी नथ उतारी थी ।
सुनिलं ,--मेने सुनीता को औरत बनाया था और शादी के दिन भी उसने फेरे लेने से पहले रजु की मदद से चोदा था जहां तक मेरा मानना है रश्मि भी मेरे ही लण्ड की पैदाइश है पर रश्मि को मेने नही उसको सोलहवें साल में ही चंदा ने किसी से चुदवा दिया था ।
मैं ,--आह ....तो फिर आपने नही भोगा उसको ।
सुनिलं ,--भोगा पर सरजू को नही पता इस बात का ।
मैं ,--वो कैसे संभव है ।
सुनिलं ,--उसको तो मेने सुनीता के घर पर सुनीता को पैसे देकर चोदा है ।
मैं ,---आह ...बड़ा चोदू है तू जो मां बेटी और सास बहू सबको एक ही लण्ड के नीचे सुला लिया ।
सुनिलं ,--अरे रानी ये लण्ड ही ऐसा है कभी मानता ही नही।इसको सिर्फ चुत दिखती है चाहे वो किसी की भी हो ।
सुनिलं को चोदते हुए आधा घंटा हो गया था इससे पहले वो सरजू को ठंडा कर चुका था इसलिए उसका पानी छूटने के कगार पर था और वो फुल स्पीड में लगा हुआ था पर मे वियाग्रा की वजह से अभी झड़ने वाली नही थी।
सुनिलं ने तेज गति से धक्के लगाए और वो मेरे ऊपर ढेर हो गया तो मेने उसके बालों को सहलाते हुए कहा ।
मैं ,--तू तो अभी बड़ी बड़ी डींगें हांक रहा था इतना जल्दी खल्लास हो गया अब में क्या अंगुली करूँ ।
सुनिलं ने मुझे घूर कर देखा और फिर मेरी चूची पर किस करके बोला ,--रण्डी अभी तो एक ही राउंड हुआ है रात कहा बीत गयी ।पर तु भी चुड़कड रांड है जो इतनी देर तक मुझे झेल ली वरना अभी तक तो तीन चार बार झड़ कर पड़ी होती ।
मैं ,--अब तुझे कितनी देर लगेगी तैयार होने में मुझे ठंडा करो ।
सुनिलं ,--बस एक बार बाथरूम से होकर आता हूं फिर बताता हूँ।
सुनिलं उठकर बाथरूम चला गया और मेने घड़ी में देखा तो रात के ढाई बजे थे यानी अभी भी बहुत टाइम था ।
तभी सुनिलं बाहर आया और बोला ,--रेखा तू रीता के बारे में कुछ बोल तो मेरा हथियार अभी खड़ा हो जाएगा।
मैं ,--तुम कहो तो उसके मुंह से कुछ सुनवा दूं ।
सुनिलं ,--अरे तब तो मज़ा आ जायेगा ।
मैं ,--ठीक है पर तुम एकदम चुप रहना ।
उसके बाद मेने अपना फोन उठाया और रीता को डायल करके फोन को स्पीकर मोड़ पर डाल दिता।
रीता ने लास्ट रिंग में फोन उठाया और बोली ।
रीता ,--भाभी इतना रात में कैसे फोन किया ।
में ,--अरे तेरे भैया आज नासिक गए उनकी याद आ रही थी उन्होंने फोन नही उठाया तो सोचा ननद को तंग करूँ।
रीता ,--पर भैया के पास जो सामान है वो मेरे पास थॉडी ही है ।
मैं ,--सामान को खुलकर नही बोल सकती क्या कुतिया।
रीता ,--अरे भाभी मेरे पास भी आपके जैसी चुत ही है भैया जैसे लण्ड थोड़े ही है ।
जब सुनिलं ने रीता के मुंह से लण्ड सुना तो उसके लण्ड में करंट लगा ओर वो सर उठाने लगा ।
मैं ,--लगता है तेरी चुत भी लण्ड मांगने लगी है अब ।
रीता ,--भाभी अब आप से क्या छुपाना अब अंगुली कर कर के थक गई आप ही कुछ करो ।
सुनिलं का लोडा पूरा टाइट हो गया था वो मुझे पकड़कर मेरे पैरों को चौड़ा करने लगा ।
में ,--रीता में तुमको सुबह फोन करूँगी ,तेरे भैया का फोन आ रहा है।
रीता ,--बाय भाभी अब मेरी जगह भैया आपको अंगुली करने में मदद करेंगे।
फोन काटकर मेने साइड में रखा तो सुनिलं फिर से मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरी चुत की कुटाई करते हुए बोला ,--रेखा तू इसको मेरे नीचे ला सकती है तुझे क्या चाहिए बोल ।
मैं ,--तुम पहले सरजू को तैयार करो इस कली को मुंबई भेजने के लिए फिर में इसकी किसी हैंडसम लौंडे से नथ उतरवाऊंगी ।जब वो लौंडा इसको एक बार मसल कर चला जायेगा तब इसको दूसरे लण्ड से चुदने को तैयार करूँगी तभी ये तुमको मिल सकती है ।
सुनिलं चुदाई रोककर मेरे होठो पर किस करते हुए ,--शाबास मेरी रानी प्लान तेरा अच्छा है ये समझ ले बहुत जल्द ये तेरे पास होगी ।
मैं ,--जिस दिन मेरे पास आ गयी उसी दिन से में इसको तैयार करना शुरू कर दूंगी इसके संतरे जैसे बूब्स को नथ उतरने से पहले बड़े बड़े आम बनवा दूँगी और इसको मुजरा सिखाऊंगी जिससे तेरे जैसे भड़वे खड़े खड़े झड़ जाएंगे ।
सुनिलं ,--बना इसको टॉप क्लास तवायफ तभी सरजू को पता चलेगा कि दूसरों की औलाद को बिगाड़ने का क्या नतीजा होता है ।
मैं ,--लगता है सरजू ने तुम्हारा कुछ ज्यादा ही बिगाड़ दिया है ।
सुनिलं ,--उसने मेरे बेटे को कमसिन उम्र में ही जवान बना दिया और बिगाड़ दिया ।
मैं ,--तो उसको भी ऐश करने दो ।
सुनिलं ,--वो पढ़ाई लिखाई छोड़कर गांव में चंदा जैसी बिगड़ैल औरतों के पीछे घूमता है ।
मैं ,--तो उसे फिरने दो तुमको क्या फर्क पड़ता है ।
सुनिल,--अब वो मेरी जासूसी करता है और मुझे ब्लैकमेल करता है ।इसलिए मुझे रीता को सरजू से भी भी ज्यादा चुड़कड बनाना है ।
मैं ,--अरे तो राजा तेरी ये रानी है ना उस रीता को ऐसी टॉप की रण्डी बनाउंगी की रंडियाँ भी शर्मा जाएगी बस तू मुझे उसपर लगने वाले खर्चे के पैसे भेज देना ।
सुनिलं ,--अरे उसकी चिंता मत कर में वैसे भी महीने में एक बार तो मुम्बई आता ही हूँ आगे जब भी आऊंगा तुझे बुला लूंगा तू बस अपने साथ एक आध लड़की के जुगाड़ कर ले ।फिर तुझे नेताजी के साथ मज़ा करवाऊंगा और खर्च भी दे जाऊंगा।
मैं ,--हो जाएगा राजा मेरे पास औरतों की कमी थॉडी ही है मेरी जान पहचान की कई घरेलू औरतें यही धंधा करती है उसको बुला लुंगी बस एक दो दिन पहले बोल देना ।
दोनों बातें करते जा रहे थे और सुनिलं मेरी चुत भी मारे जा रहा था अब में भी झड़ने के कगार पर थी इसलिए सुनिलं को दो चार लंबे शॉट लगाने को कहा और झड़ कर हांपने लगी ।
सुनिलं ने कहा कि उसका काम नही हुआ तो उसको हटाकर घोडी बन गयी और उसको गाँड मारने का बोलकर पानी गाँड में गिराने को कहा।
सुनिलं लगभग दस बारह मिनट मेरी गाँड मारकर अपने वीर्य से गाँड को भर दिया और दोनो एक दूसरे की बाहों में समा गए ।
जारी है ............
पर जैसे जैसे उसने अपना लण्ड मेरी चुत में डाला मुझे एहसास हो गया कि उसका लण्ड एक बार फिर से मेरी चुत को फाड़ रहा हो ।
तभी मुझे उस बूढ़े हीरा लाल की बात याद आई जिसने कहा था कि मेरी चुत ही ऐसी है जो जितनी बार चुदती है उतनी ही बार वापस पैक हो जाती है और चुत पर बना तिल इस बात का गवाह है ।
सुनिलं पूरा लण्ड पेलकर ,--क्यों रानी कैसा है मेरा हथियार ।
में दर्द भरी आवाज में ,--बहुत सॉलिड है राजा पर अब जब घुस गया तो झेलना ही पड़ेगा आह.....
सुनिलं धीरे धीरे से चोदते हुए ,--अरे इसलिए तो धीरे धीरे चोद रहा हूँ मुझे पता है तुमने ऐसा सॉलिड हथियार नही लिया होगा ।
मैं ,--आह थेंक्स राजा तुझे पता है नई चुत कैसे फाड़ी जाती है आखिर तूने पैसे देकर भी मेरी चुत का खयाल रखा हुआ है ।
सुनिलं ,--पैसे तो में वसूल करूंगा ही अभी तेरी चुत को अपने लण्ड के हिसाब से एडजस्ट होने दो ।
मैं ,--यही तो फायदा होता है अनुभव का आखिर तुमने बहुत सील खोली होगी ।मेरी तो फिर भी खुली हुई है ।
सुनिलं ,--हां , पर नई लौंडिया से तो चुदी चुदाई औरत ही ज्यादा मज़े करवाती है ।
सुनिलं अब धीरे धीरे स्पीड बढ़ा रहा था उसको अब बाकी के राज उगलवाने का समय आ गया था इसलिए मेने उसकी गाँड पर हाथ फिराते हुये पुछा।
में, --आह ...राजा चोद मुझे भी सरिता जैसे गर्भवती कर दे आज ।
सुनिलं ,--तू पागल है क्या उस रण्डी की बातों में मत आना अभी तो तेरे खाने पीने के दिन है नए लण्ड खा और उनका ताजा पानी पी ।
मैं ,--पर ये गांव नही है जो किसी की पास भी सेट हो जाओ और मज़े कर लो ।
सुनिलं ,--तो उसके लिए मैं हूँ ना मेरे गांव नेता है यहां तू बोले तो उसको बोल देता हुँ तुझे रोज ऐश करवॉएगा और पैसे भी दिलवा देगा ।
मैं ,--मतलब रण्डी बाज़ी करूँ ।
सुनिलं ,--तो अभी कोनसी कम है तूने मुझसे अपनी कीमत तो ले ही ली ।
में ,--तुमको सब रण्डी ही लगती है क्या ।
सुनिलं ,--सब तो नही पर मेने जिसको भी अपने नीचे सुलाया है वो सब धंधा ही करने लग जाती है ।
मैं ,--तो सुनीता भुआ भी ।
सुनिलं ,--वही नही उसकी बेटी रश्मि भी बड़ी रण्डी बन चुकी है ।
मैं ,--इसका मतलब आप ने रश्मि दीदी की भी नथ उतारी थी ।
सुनिलं ,--मेने सुनीता को औरत बनाया था और शादी के दिन भी उसने फेरे लेने से पहले रजु की मदद से चोदा था जहां तक मेरा मानना है रश्मि भी मेरे ही लण्ड की पैदाइश है पर रश्मि को मेने नही उसको सोलहवें साल में ही चंदा ने किसी से चुदवा दिया था ।
मैं ,--आह ....तो फिर आपने नही भोगा उसको ।
सुनिलं ,--भोगा पर सरजू को नही पता इस बात का ।
मैं ,--वो कैसे संभव है ।
सुनिलं ,--उसको तो मेने सुनीता के घर पर सुनीता को पैसे देकर चोदा है ।
मैं ,---आह ...बड़ा चोदू है तू जो मां बेटी और सास बहू सबको एक ही लण्ड के नीचे सुला लिया ।
सुनिलं ,--अरे रानी ये लण्ड ही ऐसा है कभी मानता ही नही।इसको सिर्फ चुत दिखती है चाहे वो किसी की भी हो ।
सुनिलं को चोदते हुए आधा घंटा हो गया था इससे पहले वो सरजू को ठंडा कर चुका था इसलिए उसका पानी छूटने के कगार पर था और वो फुल स्पीड में लगा हुआ था पर मे वियाग्रा की वजह से अभी झड़ने वाली नही थी।
सुनिलं ने तेज गति से धक्के लगाए और वो मेरे ऊपर ढेर हो गया तो मेने उसके बालों को सहलाते हुए कहा ।
मैं ,--तू तो अभी बड़ी बड़ी डींगें हांक रहा था इतना जल्दी खल्लास हो गया अब में क्या अंगुली करूँ ।
सुनिलं ने मुझे घूर कर देखा और फिर मेरी चूची पर किस करके बोला ,--रण्डी अभी तो एक ही राउंड हुआ है रात कहा बीत गयी ।पर तु भी चुड़कड रांड है जो इतनी देर तक मुझे झेल ली वरना अभी तक तो तीन चार बार झड़ कर पड़ी होती ।
मैं ,--अब तुझे कितनी देर लगेगी तैयार होने में मुझे ठंडा करो ।
सुनिलं ,--बस एक बार बाथरूम से होकर आता हूं फिर बताता हूँ।
सुनिलं उठकर बाथरूम चला गया और मेने घड़ी में देखा तो रात के ढाई बजे थे यानी अभी भी बहुत टाइम था ।
तभी सुनिलं बाहर आया और बोला ,--रेखा तू रीता के बारे में कुछ बोल तो मेरा हथियार अभी खड़ा हो जाएगा।
मैं ,--तुम कहो तो उसके मुंह से कुछ सुनवा दूं ।
सुनिलं ,--अरे तब तो मज़ा आ जायेगा ।
मैं ,--ठीक है पर तुम एकदम चुप रहना ।
उसके बाद मेने अपना फोन उठाया और रीता को डायल करके फोन को स्पीकर मोड़ पर डाल दिता।
रीता ने लास्ट रिंग में फोन उठाया और बोली ।
रीता ,--भाभी इतना रात में कैसे फोन किया ।
में ,--अरे तेरे भैया आज नासिक गए उनकी याद आ रही थी उन्होंने फोन नही उठाया तो सोचा ननद को तंग करूँ।
रीता ,--पर भैया के पास जो सामान है वो मेरे पास थॉडी ही है ।
मैं ,--सामान को खुलकर नही बोल सकती क्या कुतिया।
रीता ,--अरे भाभी मेरे पास भी आपके जैसी चुत ही है भैया जैसे लण्ड थोड़े ही है ।
जब सुनिलं ने रीता के मुंह से लण्ड सुना तो उसके लण्ड में करंट लगा ओर वो सर उठाने लगा ।
मैं ,--लगता है तेरी चुत भी लण्ड मांगने लगी है अब ।
रीता ,--भाभी अब आप से क्या छुपाना अब अंगुली कर कर के थक गई आप ही कुछ करो ।
सुनिलं का लोडा पूरा टाइट हो गया था वो मुझे पकड़कर मेरे पैरों को चौड़ा करने लगा ।
में ,--रीता में तुमको सुबह फोन करूँगी ,तेरे भैया का फोन आ रहा है।
रीता ,--बाय भाभी अब मेरी जगह भैया आपको अंगुली करने में मदद करेंगे।
फोन काटकर मेने साइड में रखा तो सुनिलं फिर से मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरी चुत की कुटाई करते हुए बोला ,--रेखा तू इसको मेरे नीचे ला सकती है तुझे क्या चाहिए बोल ।
मैं ,--तुम पहले सरजू को तैयार करो इस कली को मुंबई भेजने के लिए फिर में इसकी किसी हैंडसम लौंडे से नथ उतरवाऊंगी ।जब वो लौंडा इसको एक बार मसल कर चला जायेगा तब इसको दूसरे लण्ड से चुदने को तैयार करूँगी तभी ये तुमको मिल सकती है ।
सुनिलं चुदाई रोककर मेरे होठो पर किस करते हुए ,--शाबास मेरी रानी प्लान तेरा अच्छा है ये समझ ले बहुत जल्द ये तेरे पास होगी ।
मैं ,--जिस दिन मेरे पास आ गयी उसी दिन से में इसको तैयार करना शुरू कर दूंगी इसके संतरे जैसे बूब्स को नथ उतरने से पहले बड़े बड़े आम बनवा दूँगी और इसको मुजरा सिखाऊंगी जिससे तेरे जैसे भड़वे खड़े खड़े झड़ जाएंगे ।
सुनिलं ,--बना इसको टॉप क्लास तवायफ तभी सरजू को पता चलेगा कि दूसरों की औलाद को बिगाड़ने का क्या नतीजा होता है ।
मैं ,--लगता है सरजू ने तुम्हारा कुछ ज्यादा ही बिगाड़ दिया है ।
सुनिलं ,--उसने मेरे बेटे को कमसिन उम्र में ही जवान बना दिया और बिगाड़ दिया ।
मैं ,--तो उसको भी ऐश करने दो ।
सुनिलं ,--वो पढ़ाई लिखाई छोड़कर गांव में चंदा जैसी बिगड़ैल औरतों के पीछे घूमता है ।
मैं ,--तो उसे फिरने दो तुमको क्या फर्क पड़ता है ।
सुनिल,--अब वो मेरी जासूसी करता है और मुझे ब्लैकमेल करता है ।इसलिए मुझे रीता को सरजू से भी भी ज्यादा चुड़कड बनाना है ।
मैं ,--अरे तो राजा तेरी ये रानी है ना उस रीता को ऐसी टॉप की रण्डी बनाउंगी की रंडियाँ भी शर्मा जाएगी बस तू मुझे उसपर लगने वाले खर्चे के पैसे भेज देना ।
सुनिलं ,--अरे उसकी चिंता मत कर में वैसे भी महीने में एक बार तो मुम्बई आता ही हूँ आगे जब भी आऊंगा तुझे बुला लूंगा तू बस अपने साथ एक आध लड़की के जुगाड़ कर ले ।फिर तुझे नेताजी के साथ मज़ा करवाऊंगा और खर्च भी दे जाऊंगा।
मैं ,--हो जाएगा राजा मेरे पास औरतों की कमी थॉडी ही है मेरी जान पहचान की कई घरेलू औरतें यही धंधा करती है उसको बुला लुंगी बस एक दो दिन पहले बोल देना ।
दोनों बातें करते जा रहे थे और सुनिलं मेरी चुत भी मारे जा रहा था अब में भी झड़ने के कगार पर थी इसलिए सुनिलं को दो चार लंबे शॉट लगाने को कहा और झड़ कर हांपने लगी ।
सुनिलं ने कहा कि उसका काम नही हुआ तो उसको हटाकर घोडी बन गयी और उसको गाँड मारने का बोलकर पानी गाँड में गिराने को कहा।
सुनिलं लगभग दस बारह मिनट मेरी गाँड मारकर अपने वीर्य से गाँड को भर दिया और दोनो एक दूसरे की बाहों में समा गए ।
जारी है ............