13-12-2020, 12:38 PM
(This post was last modified: 19-12-2020, 11:41 PM by babasandy. Edited 3 times in total. Edited 3 times in total.)
ओह्ह आह.... बहन चोद.. फिर उन लोगों ने क्या किया तेरी रूपाली दीदी के साथ.. बता साले बता मुझे... राजू ने सुलगते हुए पूछा..
चोली खोलने के बाद उन दोनों ने मेरी रूपाली दीदी की दोनों चुचियों को आपस में बांट लिया और चूसने लगे... दूध पीने लगे ... मेरी दीदी तो बस हाय हाय कर रही थी... असलम ने तो मेरी रूपाली दीदी का लहंगा भी ऊपर उठा दिया था और उनकी पैंटी के भीतर हाथ डालकर उनकी बुर के बीच अपनी उंगली अंदर बाहर करने लगा था... मैं अपना लौड़ा हिलाते हुए राजू को पूरी कहानी विस्तार से बताने लगा ..
ओह्ह आह... तेरी रुपाली दीदी का भोसड़ा .. बहन चोद... फिर तो तेरी दीदी को नंगा करके सीधे अपने लोड़े पर बिठा लिया होगा.........आह.. सबसे पहले किसने तेरी बहन को पेला.. राजू ने पूछा..
सबसे पहले तो असलम ने... उसी ने मेरी दीदी को नंगा किया और फिर उनकी दोनों टांग उठा कर अपने कंधे पर रख ली और अपना काला घोड़े जैसा लंड मेरी रुपाली दीदी की पहले से ही गीली हो चुकी चिकनी चमेली के अंदर एक झटके में पूरा का पूरा डाल दिया... बताते हुए मेरा हाथ तेजी से मेरे लोड़े के ऊपर चल रहा था..
बाप रे कितना बड़ा लंड था... असलम का... और जुनैद का काफी मोटा भी... मैं राजू को जुनैद और असलम के लिंग के बारे में बता रहा था..
इतना बड़ा लंड जब तेरी बहन की चिकनी चमेली में जब एक ही झटके में गया होगा तब तो तेरी दीदी बहुत चिल्लाई होगी...
तू सही कह रहा है यार.... इतना बड़ा लंड तो किसी भी औरत की चीखें निकलवा सकता है.. पर यह पहला मौका नहीं था जब असलम मेरी रूपाली दीदी को पेल रहा था... याद है उस दिन पहली बार जंगल में झोपड़ी के अंदर भी तो असलम ने रूपाली दीदी की खूब जम के बैंड बजाई थी... इसीलिए मेरी रुपाली दीदी को इतनी भी ज्यादा तकलीफ नहीं हुई इस बार...
बहन चोद... तेरी रूपाली दीदी असलम के लोड़े से झटका खाते हुए कैसी आवाजें निकाल रही थी.. उस दिन छत पर जब दिनेश और रवि तेरी बहन की गांड मार रहे थे तब रंडियों की तरह सिसकियां ले रही थी... फिर तो बिल्कुल बेशर्म हो चुकी होगी असलम और जुनैद के साथ.... राजू ने कहा..
हां यार,.. मेरी दीदी बड़बड़ा रही थी... जब असलम ने मेरी दीदी को जोर-जोर से झटका देना शुरू किया .. मेरी रूपाली दीदी जोर से चिल्लाई ," उईइइइइइइइइइ माँ , प्लीज लगता है ,माँ ओह्ह आह बहोत जोर से नहीईईईई बहोत दर्द उईईईईईई माँ। "..
मेरी बात सुनकर राजू के लोड़े का पानी निकल गया..
साले तू तो बिल्कुल अपनी रुपाली दीदी की तरह आवाज निकाल रहा था... बहन की लोड़ी... तेरी दीदी...... साले तेरी बहन की गांड मारूंगा... राजू बड़बड़ा रहा था...
मेरे लोड़े का भी पानी निकल गया ..
ठीक है यार अब सो जाते हैं मुझे बहुत नींद आ रही है.. मैंने कहा..
अरे यार मेरी तो नींद ही उड़ गई है, जब से मैंने रूपाली दीदी की चिकनी चमेली बुर के दर्शन किए... तभी से ही रात भर अपना लौड़ा अपने हाथ में पकड़ कर रात भर हिलाता रहता हूं, तेरी बहना की याद में..... राजू सिसकते हुए बोल रहा था..
चोली खोलने के बाद उन दोनों ने मेरी रूपाली दीदी की दोनों चुचियों को आपस में बांट लिया और चूसने लगे... दूध पीने लगे ... मेरी दीदी तो बस हाय हाय कर रही थी... असलम ने तो मेरी रूपाली दीदी का लहंगा भी ऊपर उठा दिया था और उनकी पैंटी के भीतर हाथ डालकर उनकी बुर के बीच अपनी उंगली अंदर बाहर करने लगा था... मैं अपना लौड़ा हिलाते हुए राजू को पूरी कहानी विस्तार से बताने लगा ..
ओह्ह आह... तेरी रुपाली दीदी का भोसड़ा .. बहन चोद... फिर तो तेरी दीदी को नंगा करके सीधे अपने लोड़े पर बिठा लिया होगा.........आह.. सबसे पहले किसने तेरी बहन को पेला.. राजू ने पूछा..
सबसे पहले तो असलम ने... उसी ने मेरी दीदी को नंगा किया और फिर उनकी दोनों टांग उठा कर अपने कंधे पर रख ली और अपना काला घोड़े जैसा लंड मेरी रुपाली दीदी की पहले से ही गीली हो चुकी चिकनी चमेली के अंदर एक झटके में पूरा का पूरा डाल दिया... बताते हुए मेरा हाथ तेजी से मेरे लोड़े के ऊपर चल रहा था..
बाप रे कितना बड़ा लंड था... असलम का... और जुनैद का काफी मोटा भी... मैं राजू को जुनैद और असलम के लिंग के बारे में बता रहा था..
इतना बड़ा लंड जब तेरी बहन की चिकनी चमेली में जब एक ही झटके में गया होगा तब तो तेरी दीदी बहुत चिल्लाई होगी...
तू सही कह रहा है यार.... इतना बड़ा लंड तो किसी भी औरत की चीखें निकलवा सकता है.. पर यह पहला मौका नहीं था जब असलम मेरी रूपाली दीदी को पेल रहा था... याद है उस दिन पहली बार जंगल में झोपड़ी के अंदर भी तो असलम ने रूपाली दीदी की खूब जम के बैंड बजाई थी... इसीलिए मेरी रुपाली दीदी को इतनी भी ज्यादा तकलीफ नहीं हुई इस बार...
बहन चोद... तेरी रूपाली दीदी असलम के लोड़े से झटका खाते हुए कैसी आवाजें निकाल रही थी.. उस दिन छत पर जब दिनेश और रवि तेरी बहन की गांड मार रहे थे तब रंडियों की तरह सिसकियां ले रही थी... फिर तो बिल्कुल बेशर्म हो चुकी होगी असलम और जुनैद के साथ.... राजू ने कहा..
हां यार,.. मेरी दीदी बड़बड़ा रही थी... जब असलम ने मेरी दीदी को जोर-जोर से झटका देना शुरू किया .. मेरी रूपाली दीदी जोर से चिल्लाई ," उईइइइइइइइइइ माँ , प्लीज लगता है ,माँ ओह्ह आह बहोत जोर से नहीईईईई बहोत दर्द उईईईईईई माँ। "..
मेरी बात सुनकर राजू के लोड़े का पानी निकल गया..
साले तू तो बिल्कुल अपनी रुपाली दीदी की तरह आवाज निकाल रहा था... बहन की लोड़ी... तेरी दीदी...... साले तेरी बहन की गांड मारूंगा... राजू बड़बड़ा रहा था...
मेरे लोड़े का भी पानी निकल गया ..
ठीक है यार अब सो जाते हैं मुझे बहुत नींद आ रही है.. मैंने कहा..
अरे यार मेरी तो नींद ही उड़ गई है, जब से मैंने रूपाली दीदी की चिकनी चमेली बुर के दर्शन किए... तभी से ही रात भर अपना लौड़ा अपने हाथ में पकड़ कर रात भर हिलाता रहता हूं, तेरी बहना की याद में..... राजू सिसकते हुए बोल रहा था..