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Adultery Diwali Ka Jua
#7
इन्स्पेक्टर तो अपने पैरों के पंजों पर खड़ा हो गया ..और उसके मुंह से सिसकारी निकल गयी …

”स्स्स्स्स्स्स्स …..अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह …….धीरे ….मेरी जान …..धीरे …”

खुले आसमान के नीचे, जंगल में उसका शरीर किसी नागिन की तरह लहरा रहा था ..और वो अपने सामने खड़े नाग को अपने मुंह में लेकर उसका मर्दन अपने मुंह से कर रही थी ..
तभी उसकी दांयी तरफ एक और नाग प्रकट हुआ ..कोबरा ..यानी घनशाम का लंड .

जो काफी देर से कोने में खड़ा हुआ अपने साहब के लंड को उसके गुलाबी होंठों के बीच जाता हुआ देखकर व्याकुल हो रहा था ..और जब उससे रहा नहीं गया तो पहुँच गया अपने खड़े लंड के पीछे-२ वो भी दिव्या की बगल में .

दिव्या ने जब और करीब से उसके भयंकर लंड को देखा तो उसे उबकाई सी आ गयी ..घने बाल थे उसकी बाल्स पर ..काल कलूटा लंड ..और अजीब सी दुर्गन्ध भी आ रही थी वहां से ..जैसे सही से साफ़ -सफाई ना करता हो वो ..वैसे करता भी कैसे, उसकी मोटी तोंद के नीचे जो था इतना बड़ा अजगर ..

दिव्या ने दूसरी तरफ मुंह कर लिया तो घनशाम ने आगे बढकर अपने लंड को उसके चेहरे के आगे लगा कर उसके होंठों से छुआ दिया ..और एक अजीब सी महक दिव्या के नथुनों के अन्दर उतर गयी ..महक गन्दी थी, पर उसमे एक नशा सा था ..एक सम्मोहन था ..जो उसे अपनी तरफ खींच रहा था ..और वो सम्मोहित सी होकर उस तरफ मुड़ी और उसने इन्स्पेक्टर के लंड को मुंह से निकालकर हवालदार के लंड को पकड़ लिया ..और अपने होंठों से लगाकर गहरी-२ साँसे लेने लगी ..जैसे उसकी महक की मादकता ने उसे मदहोश सा कर दिया हो …एक अजीब किस्म का नशा चड़ने लगा उसके ऊपर ..
[Image: 94171010_009_708f.jpg]

राहुल : "साले …फिर से मरवा ली न तूने अपनी गांड बीच में …अच्छी भली चूस रही थी ..तू हमेशा बीच में आकर अपनी माँ क्यों चुदवाने लग जाता है कमीने ..पता नहीं क्या मलकर आता है अपने गधे जैसे लंड पर ..साला कुत्ता …”

इतना कहकर वो गुस्से में बडबडाते हुए एक तरफ खड़ा होकर खुद ही अपने लंड को मसलने लगा ..जैसा की मनीष कर रहा था ..

और दिव्या ने इन्स्पेक्टर की बातों की परवाह ना करते हुए अपनी पतली उँगलियों से उसके मोटे-ताजे लंड की मालिश की और फिर अपने मुंह की गुफा खोलकर उसे निगलने लगी अपने मुंह के अन्दर ..

”उम्म्म्म्म्म ……..पुच्च्छ्ह्ह्ह ……..अह्ह्ह्ह्ह्ह …..”

इतना मुश्किल था उसे निगलना …पर फिर भी उसने हिम्मत नहीं हारी ..जैसे कोई उपरी हवा लग गयी हो …वो किसी रंडी की तरह से उसके मोटे लंड को अपने दोनों हाथों से पकड़कर अपने छोटे से मुंह में धकेल रही थी ..और उसके मुंह से सिस्कारियां और लार एक साथ निकल रही थी .
[Image: 39729710_013_e3e5.jpg]

और जब और अन्दर जाने की जगह ना बची तो दिव्या ने आँखे खोली और देखा की अभी भी आधे से ज्यादा लंड उसके मुंह से बाहर ही था ..वो सोचने लगी की काश वो पूरा लंड उसकी चूत के अन्दर घूस जाए ..इतना सोचते ही उसकी चूत के अन्दर से एक गाड़े रस की घार निकल कर बाहर की तरफ बह चली ..और उसकी पेंटी गीली हो गयी ..उसने एक हाथ से अपनी चूत को रगडा और दुसरे से घनशाम के लंड को पकड़कर उसे अपने मुंह के अन्दर बाहर करने लगी ..

तभी दिव्या की नजरें अपने पति की तरफ गयी, जिसने अपना लंड बाहर निकाल लिया था और उसे बुरी तरह से मसलता हुआ आगे पीछे कर रहा था ..ये देखकर वो हेरान रह गयी ..यानी उसका खुद का पति, उसे किसी और मर्द के साथ देखकर उत्तेजित हो रहा है ..ये कैसी मानसिकता है ..ये कैसा मर्द है ..पर उसे क्या, उसे तो खुद ही आज इतना मजा आ रहा था , जो उसने आज तक सपने में भी नहीं सोचा था वो कर रही थी आज दिव्या ..और इस घनशाम के लंड ने तो उसे अपना दीवाना सा बना डाला था ..

तभी इन्स्पेक्टर राहुल जो काफी देर से खड़ा हुआ मुट्ठ मार रहा था, एक तेज आवाज करता हुआ दिव्या की तरफ भागता हुआ आया और अपने लंड की पिचकारियाँ उसने दिव्या के चेहरे पर दे मारी ..

”अह्ह्ह्ह्ह्ह ……उम्म्म्म्म्म्म्म्म ….उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ …….मेडम जी …….अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह …….. लो ….. पियो …..मेरा जूस …..उम्म्म्म्म्म ……”

इन्स्पेक्टर ने अपने लंड के ब्रश से उसके चेहरे के केनवास पर मॉडर्न आर्ट बनानी शुरू कर दी .
[Image: 51795525_015_5046.jpg]

दिव्या के मुंह जैसे ही उसके गर्म हलवे का स्वाद लगा वो बावली हो गयी, इतना टेस्टी तो मनीष का भी नहीं था , उसने चटर-पटर करते हुए सारा वीर्य इकठ्ठा करके अपने मुंह के अन्दर धकेल लिया ..और कुछ ही देर में उसका रस से भीगा चेहरा चमचमा रहा था ..

और अब बारी थी घनशाम की, वो आगे आया और अपने लंड को फिर से दिव्या के मुंह के अन्दर डाल कर हिलाने लगा ..

दिव्या ने भी एक हाथ अपनी चूत पर और दुसरे से उसके लंड को रगड़ते हुए इतनी तेजी से उसे आगे पीछे किया की एक मिनट के अन्दर ही उसके लंड की सूंड से सफ़ेद पानी की बोचारें फिर से उसके गुलाबी चेहरे को भिगोकर सफ़ेद चादर में ढकने लगी ..
[Image: 11887864_033_9ae3.jpg]

और तभी दिव्या के अन्दर का तूफ़ान भी बाहर निकल आया और वो पूरी तरह से तृप्त होकर अपने ऊपर हो रही बरखा का स्वाद मुंह खोलकर लेने लगी ..

और अपनी पत्नी को किसी रंडी की तरह बिहेव करते देखकर मनीष के लंड ने भी पिचकारियों की लाईन लगा दी और जंगल की जमीन पर उसने भी अपने बीज बो दिए ..

दिव्या का मन तो कर रहा था की घनशाम को वहीँ दबोचे और चढ़ जाए उसके ऊपर और डाल ले उसके लंड को अपने अन्दर ..पर वो इन्स्पेक्टर और हवालदार तो अपना काम निकलते ही चलने की तय्यारी करने लगे ..शायद उन्हें यों संक्रमण का खतरा था ..क्योंकि वो तो दिव्या को एक रंडी ही समझ रहे थे ..

उन्होंने अपने -२ कपडे ठीक किये और जीप में जा बैठे और जाते-२ इन्स्पेक्टर मनीष से
बोला : "रात होने वाली है …मेडम को लेकर जल्दी से निकल ले अब ..”

और उन्होंने अपनी जीप वापिस मोड़ी और आँखों से ओझल हो गए ..दिव्या बेचारी निराश सी हो गयी ..

दिव्या ने भी अपना हुलिया सही किया और हाथ मुंह धोकर अपने कपडे पहन कर कार में जाकर बैठ गयी, मनीष भी बिना कुछ बोले अन्दर आया और दोनों फिर से अपने गाँव की तरफ चल दिए ..

पुरे रास्ते दोनों ने उस घटना के बारे में कोई बात नहीं की .
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Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 16-03-2019, 12:26 PM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 19-03-2019, 10:44 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 19-03-2019, 11:19 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 19-03-2019, 11:35 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 19-03-2019, 11:47 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 19-03-2019, 06:54 PM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 20-03-2019, 10:58 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 20-03-2019, 11:10 AM
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RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 20-03-2019, 11:31 AM
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RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 22-03-2019, 09:59 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 22-03-2019, 11:44 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 22-03-2019, 12:11 PM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 23-03-2019, 10:33 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 23-03-2019, 11:08 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 23-03-2019, 11:17 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 23-03-2019, 11:44 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 24-03-2019, 11:10 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 24-03-2019, 11:24 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 24-03-2019, 11:47 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 28-03-2019, 11:28 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 28-03-2019, 11:54 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 30-03-2019, 12:09 PM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 31-03-2019, 11:28 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 31-03-2019, 11:53 AM
RE: Diwali Ka Jua - by Unknown - 31-03-2019, 03:20 PM
RE: Diwali Ka Jua - by Curiousbull - 02-05-2019, 01:42 AM
RE: Diwali Ka Jua - by badmaster122 - 11-05-2019, 11:37 AM
RE: Diwali Ka Jua - by shivangi pachauri - 11-11-2021, 12:46 AM



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