06-12-2020, 10:12 AM
काश वो शाम ना होती, काश वो बात ना होती , काश ना वो होती ना मैं होता और ना होता वो दस्तूर तो वो मेरी एक दोस्त थी जिसके साथ थोड़े से पल उस वादी मे जिए थे मैने उसका तो पता नही पर एक तरफ दिल आ गया और दूसरी तरफ दिमाग़ जो चीख कर कह रहा था कि दुश्मन है वो दुश्मन है अब मेरी दुविधा तो बस मैं ही जानू तो मुझे अपना फ़ैसला लेना था
मैने कहा देखो महक या जो भी तुम्हारा नाम है तो उसने कहा सनम नाम है मेरा पर आप महक ही बुलाए अच्छा लगता है तो मैने कहा अगर मैं चाहू तो दो पल मे तुम्हे पकड़ सकता हू तुम हमारे लिए इंपॉर्टेंट साबित हो सकती हो तो उसने कहा यही बात आप पर भी लागू होती है जनाब ये साली एक अजीब सी सिचुयेशन खड़ी हो गयी थी मेरे सामने पर वो कहते है ना कि हम हम है बाकी सब पानी कम है
तो मैने एक पल मे ही गन निकल ली और उस पर तान दी पर वो भी शातिर थी पलक झपकने के पहले हम दोनो एक दूसरे के टारगेट पर थे वो बोली जनाब ये खेल आप के लिए नये होंगे पर मुझे आदत है इन खिलोनो से खेलने की गन अंदर रख लीजिए और वैसे भी ये दुबई है तो आप इधर ओपन्ली कोई पंगा नही चाहेंगे ना महक बोली एक दोस्त के नाते बस इतना ही चाहूँगी कि आज के बाद
हमारी कभी कोई मुलाकात ना हो क्योंकि अब जब भी मुलाकात होगी तो चीज़े अलग होंगी पर इतना ज़रूर है कि आप दोस्त थे और हमेशा रहेंगे कुछ नाते सर्हदो से परे होते है क्या बात कह गयी वो उस लाइन मे , मैने कहा तो एक जाम हो जाए वो बोली जनाब फिर कभी तो फिर उस छोटी सी मुलाकात के बाद हम अपने अपने रास्ते पर हो लिए ना उसने मूड़ के देखा और ना मैने
पर वो कहते है ना कि कुछ बाते भूली नही जाती है बस समझ लीजिए कुछ ऐसा ही था मैं फिर होटेल आया तो बॉस बोले कहाँ गुम हो गये थे तो मैने कहा सर बस इधर की स्पीच समझ नही आ रही थी तो बाहर निकल गया था बॉस बोले यार एक मेसेज इंटर्सेप्ट हुआ है कि अफ़ग़ानिस्तान बॉर्डर पर मिलाइटंट्स का एक नया ट्रैनिंग कॅंप खुला है और अपने दोस्तो का जो डेलिगेशन आया है उसमे से दो बन्दो का कॉंटॅक्ट उधर से है मैने कहा आप हुकम करो सर उठा लेते है अभी तो बॉस हँसते हुए बोले तू कभी नही सुधरेगा
बॉस बोले उठाना नही है बस तू थोड़ी बहुत इन्फर्मेशन निकाल ले बाकी फिर देखेंगे इधर कोई आक्टिविटी नही चाहिए वरना अगर लीक हो गयी तो इंटरनॅशनल समुदाय मे अपनी रेप्युटेशन पे फरक पड़ेगा फिर मैं अपने रूम मे चला गया फ्रेश वग़ैरा होकर बस कपड़े चेंज कर ही रहा था कि रूम का इंटरकम बज उठा तो मैने कॉल पिक करली
दूसरी तरफ महक थी उसने कहा जनाब खाने पर आपका इंतज़ार रहेगा अगर हो सके तो इतना अता फरमाइए और उसने अपना रूम नंबर बता दिया तो मैने भी सोचा कि जब दोस्ती है तो फिर निभाते है तो हम भी चल पड़े रूम नंबर 1581 की तरफ किसी सदियो से बिछड़ी हुई महबूबा की तरह मेरा इस्तकबाल किया उसने रूम मे लाइट ऑफ थी बस मोमबतियो से रोशनी की हुई थी
महक ने एक सुनहरा सा गाउन पहना हुआ था जो उसके गोरे बदन पर बड़ा ही जच रहा था दो पल के लिए मेरी नज़रे वही पर ठहर गयी तो वो मुस्कुराते हुए बोली मुझे उम्मीद थी कि आप हमारी मेहमान नवाज़ी को कबूल ज़रूर करेंगे मैने कहा जब आपने बुलाया है तो खाकसार को आना ही था महक ने खाना प्लेट मे डालते हुवे कहा आपका शुक्रिया मैं कैसे कहूँ
मैने कहा उसकी कोई ज़रूरत नही है महॉल कुछ रोमॅंटिक सा बना दिया था उसने पर हसरते कुछ जुदा जुदा सी लग रही थी पर इसे ही तो ज़िंदगी कहते है ना जाने कब किस मोड़ पर ले आए आदमी को हमेशा तैयार ही रहना चाहिए खाने के बाद उसने जाम बना दिया और मुझे दिया तो मैने कहा तुम नही लोगि क्या तो वो बोली आप कुछ घूट ले लीजिए मैं इसी मे से ले लूँगी
और फिर हम बारी बारी से एक ही गिलास से पीने लगे महक की होंठो पर कुछ बूंदे शराब की छलक आई थी तो मैं उसके उपर झुका और उसके लबों पर अपनी जीभ फिराने लगा गुलाब की ताज़ा पंखुड़ियो से सुर्ख लबरेज होठ उसके मेरे सूखे होठ पल भर मे ही तर हो गये उसका शरबती स्वाद मेरी रूह मे उतरने लगा महक ने अपने मूह थोड़ा सा खोल दिया
और मेरी जीभ को अपने मूह मे लेकर चूस्न लगी उफ़फ्फ़ कयामत सा हुस्न उसका उस पल मैं सबकुछ भूल गया , भूल गया कि वो कॉन है और मैं कॉन हूँ बस याद था तो वो बिताई रात और एक आज की ये रात जब वो फिर से मेरे पास थी जब तक सांस टूटने के कगार पर नही आ गयी हम दोनो एक दूसरे को चूमते ही रहे एक मुक़ाबला सा हो गया था
शायद कुछ इसलिए भी कि अब फीलिंग्स थोड़ी अलग हो गयी थी मैने उसे बेड पर पटका और उसके उपर आते हुए फिर से उसके रस से भरे होंठों को दबोच लिया महक मेरी शर्ट के बटन्स खोलने लगी मैने अंदर बनियान नही डाली थी तो वो मेरे सीने के बालो पर हाथ फिराने लगी अब मैने उसके होंठो को छोड़ा और उसके गाउन की रेशमी डोरियो को खीच दिया
ऑरेंज ब्रा-पैंटी क्या खूब फॅब रही थी उस के बदन पर मैने उसकी ब्रा को खोल दिया तो वो बेड पर घूम गयी मैं उसकी पीठ पर अपने गरम चुंबन अंकित करने लगा तो महक की एक आह निकल गयी मैने अपने दाँतों के निशान उसकी पीठ पर छोड़ दिए थे महक पलटी और फिर मुझे नीचे गिरा कर मुझ पर सवार हो गयी और मेरे सीने पर किस करने लगी
साथ ही साथ उसने मेरी पॅंट भी खोल दी और मेरे लंड को कपड़ो की क़ैद से आज़ाद कर दिया तो जल्दी ही वो उसकी मुट्ठी मे था महक ने जल्दी से उसको अपने मूह मे ले लिया और किसी आइस क्रीम की तरह से उसको चूसने लगी तो मेरा बदन एक ना बताई जाने वाली मस्ती मे भरने लगा मैं उसके सर को अपने लंड पर दबाने लगा महक के थूक से लंड की खाल चमड़े की तरह शाइन करने लगी थी
महक की जीभ मेरे सुपाडे पर किसी हंटर की तरह चलते हुए मेरे बदन मे सुरसूराहट कर रही थी तो मैने उसे अपने उपर 69 मे घुमा लिया और उसकी गीली पैंटी को नीचे करते हुए बिना कुछ सोचे समझे अपने होठ उस गरम चूत पर रख दिए तो महक का बदन पल भर के लिए काँप ही गया और उसने अपने मोटे मोटे सुडोल कुल्हो मे मेरे चेहरे को भीच लिया
पल भर मे ही मेरी जीभ उसकी योनि के अंदर पहुच गयी थी बड़ी गरम चूत हो रही थी उसकी और पानी तो हद से ज़्यादा बह रहा था जल्दी ही मेरा मूह उसके खारे पानी से भर गया था दूसरी तरफ वो मेरे अंडकोषो से खेलती हुई मेरे लंड को चूमे जा रही थी उसकी गरम जीभ से मैं पल पल पिघले जा रहा था अब हम दोनो ही भूल चुके थे कि हम लोग कॉन है कहा है
फिर मैने उसे अपने उपर से हटाया और वाइन की पूरी बॉटल उसके बदन पर उडेल दी महक कुछ बोल पाती उस से फेले ही मैने उन नशे से भरी बूँदो को चाटना शुरू कर दिया तो मस्ती से उसका रोम रोम फड़कने लगा था उसके माथे से लेकर उसके पाँवो तक एक एक अंग को मैं चाटे जा रहा था महक की सिसकारिया बहुत ही बढ़ गयी थी रोम रोम पुलकित हो रहा था
वाइन से भीगी हुई चूत पर अब मैं अपनी जीभ को गोल गोल घुमाने लगा था तो महक की जैसे साँसे ही बंद हो गयी थी महक ने अपनी टाँगे उठा कर मेरे चेहरे पर कस दी थी और उत्तेजना के सातवे शिखर को पहुचने लगी थी वो बेड की चादर को अपनी मुट्ठी मे मसल्ते हुए आहे भरने लगी थी और मेरा हाल भी उस से कुछ जुदा नही था हम दोनो के शरीर इस हद तक गरम हो चुके थे कि बस एक बरसात ही हमे ठंडा कर सकती थी
महक अपने मस्त बोबो को भीचते हुवे मुझे अपनी चूत का रस बहुत अच्छे से पिलाए जा रही थी उसकी हर एक सिसकी ये बता रही थी कि बस कुछ ही देर मे वो झड़ने वाली है तो मैं तेज तेज जीभ चलाने लगा उसकी योनि पर महक मेरी बाहों मे तड़प रही थी और मैं उसके हुस्न मे गुम हो जाने को तैयार था तभी उसकी टाँगो की पकड़ बेहद कड़ी हो गयी और उसकी कमर झटके खाने लगी महक की चूत से गरम पानी बहने लगा
उसके झड़ते ही मैने उसकी टाँगो को पकड़ कर चौड़ी किया और अपने सुपाडे को चूत पर रगड़ने लगा वो अपनी आँखे बंद किए हुए लंबी लंबी साँसे ले रही थी मेरे सुपाडे के गरम स्पर्श से महक चिहुन्क गयी और अगले ही पल मैने अपने फडफडाते हुए लंड को चूत पे लगा कर जो धक्का लगा या तो लंड उसकी कोमल फांको को फैलाते हुवे अंदर की ओर जाने लगा महक अपनी टाँगो को अड्जस्ट करते हुए लंड को चूत मे लेने लगी
अगले दो-तीन धक्को के साथ लंड महक की चूत मे घुस चुका था महक ने अपनी आँखे अभी भी नही खोली थी मैने उसकी कमर को पकड़ा और अपने हाथो से उधर दबाव बनाते हुए चूत पर घर्षण करने लगा ज्यो ज्यो मैं चूत पर धक्के लगाता तो उसकी बड़ी बड़ी गोल मटोल चूचिया हिलने लगी थी महक अपनी चूची को दबाते हुवे चुदाई का मज़ा लेने लगी थी
उसकी टाँगे अपने आप उपर को उठने लगी थी और मैने भी अब अपना पूरा ज़ोर उसपर डालते हुए उसके होंठो को अपने मूह मे भर लिया और उसको चूमते हुए चोदने लगा ना जाने इस चुदाई मे मुझे कुछ अलग सी फीलिंग हो रही थी उसके लंबे नाख़ून मेरी पीठ पर उस रात की कहानी को लिख रहे थे पर ये नशा ही कुछ ऐसा था कि बस जीतने वाला हार जाता है और हारने वाला जीत जाता है
महक का कामुक बदन और मेरा जोश उस कमरे के अंदर एक तूफान सा आ गया था हम दोनो अपनी अपनी तरफ से पूरा दम लगाते हुए एक दूजे के शरीर मे समाए हुए थे मैं उसके गोरे गालो को चूमता कभी उसकी गर्दन पर काट ता तो वो भी कम नही थी वो अपना हाथ नीचे ले गयी और मेरे अंडकोषो को दबाने लगी तो मेरी नसों मे बहता हुआ खून और भी तेज़ी से दौड़ने लगा था
अब मैने उसको घुमा कर टेढ़ा कर दिया और उसके पीछे आते हुवे उसकी साइड से अपना हाथ उसकी चूची पर रख दिया और उसको कस कर पकड़ते हुए उसकी टाँग को थोड़ा सा उठा कर अपने दूसरे हाथ से अपने लंड को चूत से सटा दिया तो महक और भी पीछे को हो गयी और उसी पल फिर से मेरा लंड रेंगते हुए उसकी टाइट चूत मे जाने लगा लंड के पूरी तरह से अंदर जाते ही
मैने उसके दोनो बोबो को मसलना शुरू कर दिया और उसकी चुदाई फिर से शुरू हो गयी महक की गान्ड से टकराती मेरी गोलियाँ एक अलग सी ही अनुभूति करवाए जा रही थी महक भी अब बार बार अपनी गान्ड को पीछे करते हुवे हिलने लगी थी तो चुदाई का आलम और भी मजेदार हो गया था महक की चुदाई थप थप करते हुए चल रही थी एक दूसरे से गुत्थम गुत्था हम दोनो अपने अपने जिस्मो की उस जलती हुई आग को ठंडा करने की भरपूर कोशिश कर रहे थे मैं पूरी रफ़्तार से महक को चोदे जा रहा था और वो भी मेरा भरपूर साथ दे रही थी दना दन धक्के पे धक्का लगा ते हुए हम दोनो एक दूजे के सामर्थ्य को तोल रहे थे मैं डिसचार्ज होने के करीब आ गया था तो मैने अपनी पूरी ताक़त झोक दी और फिर मेरे लंड से वीर्य की पिचकारियाँ निकलते हुए महक की चूत को भिगोने लगी
झड़ने के बाद मे मैने उसे अपने आप से चिपकाए रखा था थोड़ी देर बाद महक मुझ से अलग हो गयी और अपनी मस्त गान्ड को हिलाते हुए बाथरूम मे चली गयी मैं उठा और थोड़ा सा पानी पिया और खिड़की से बाहर को देखने लगा रात हो गई थी पर सहर रंगीन था मैं खिड़की के शीशे पर हाथ लगाए बाहर को देख रहा था कि महक आई और पीछे से मुझ से लिपट गयी
उसके हाथ मेरे सीने पर रेंगने लगी और थोड़ी देर बाद एक हाथ मेरे लंड पर आ गया तो वो उसके हाथो की गर्मी पाकर फिर से फूलने लगा महक मेरे शोल्डर पर अपने दाँतों से निशान बना ने लगी थी उसकी खुसबूदार साँसे मेरे कंधो पर पड़ते हुवे मुझ उत्तेजना का भान करवाने लगी थी थोड़ी देर मे ही मैं फिर से तैयार हो चुका था मैने उसको अपनी तरफ किया और
उसकी गुब्बारे जैसी चूचियो पर अपना मूह चलाने लगा तो उसकी छातियो मे फिर से तनाव आने लगा था उसकी चूची पीते पीते मैने उसकी गान्ड की दरार मे अपनी उंगली डाल कर सहलाना शुरू कर दिया था महक फिर से पागल होने लगी थी वही खड़े खड़े मैने उसको अपनी गोद मे उठा लिया और उसने लंड को अपनी चूत पा सेट किया और उस पर बैठ ती चली गयी
उसने अपने होठ फिर से मेरे होंठो से जोड़ लिए थे और मेरी बाहों मे उछलते हुए चूत को लंड पर उपर नीचे करने लगी थी हम दोनो की गरम साँसे एक दूसरे के मूह मे ही टकरा रही थी महक पूरी फुर्ती से उछल उछल कर लंड पर कूद रही थी मैं उसके चौड़े कुल्हो को पूरी मजबूती से थामे हुए था काफ़ी देर तक मैं ऐसे ही उसे अपनी बाहों मे झुलाता रहा
फिर वो मेरी गोद से उतरी और अपने हाथो को खिड़की पर जमाते हुवे मेरी तरफ पीठ करके अपनी गान्ड को बाहर की ओर करके झुक कर खड़ी हो गयी मैने अपने लंड पर थूक लगाया और उसने अपनी टाँगो को थोड़ा सा फैला दिया मैने लंड को चूत के मूह पर लगाया और स्रर्ररर से अंदर कर दिया महक ने एक आह भरी और अपनी गान्ड को पीछे की ओर धकेल दिया
अब मैं भी उस पर थोड़ा सा झूक गया और उसके कंधो को काट ते हुए उसकी चूत मे लंड अंदर बाहर करने लगा तो महक भी अपने कुल्हो को हिला हिला कर अपने जोश का सबूत दे रही थी उसकी पीठ पर उभर आई पसीने की नमकीन बूँदो को चाटने लगा था मैं. लिज़लीज़ी जीभ की आहट अपनी पीठ पर पाकर महक का बदन मस्ती से भर गया था और वो मेरी बाहों मे पिघलने लगी थी
महक ने अब अपनी दोनो जाँघो को आपस मे कस लिया था और उसकी चूत भी बहुत ज़्यादा गीली हो गयी थी मैने कुछ और धक्के लगाए ही थे कि महक पूरी तरह से खिड़की के शीशे पर झुक गयी और उसकी चूत से एक बार फिर से लावा बह चला तो उसकी चूत ने लंड को अपने मे बुरी तरह से कस लिया लंड उस दबाव को ज़्यादा देर तक नही सह पाया और वो भी उसकी चूत मे ही झड गया हम दोनो हान्फते हुए एक दूजे से अलग हुए
महक बेड पर लेट गयी और मैं बाथरूम मे पेशाब करने चला गया फिर आकर उसके पास ही लेट गया तो वो मुझसे चिपक गया मैं उसकी जुल्फे सहलाते हुए बोला तुम्हे मुझे यहाँ नही बुलाना चाहिए था तो वो बोली आज की रात ही तो है बीच मे कल से तो हम और हमारी राहें जुदा ही रहेंगी तो मैने सोचा कि पुरानी दोस्ती के कुछ पॅलो को जी लिया जाए
तो मैने उसके गालो को सहलाया और कहा तो ये बात है और उसकी गान्ड पर हाथ फिराने लगा उसकी गान्ड का छेद काफ़ी टाइट लग रहा था तो उसने पूछा जनाब के इरादे कुछ ठीक नही लग रहे है मैने कहा अब जब हम दोनो आज की रात साथ है तो फिर इरादे ठीक कैसे हो सकते है और उसकी गान्ड मे उंगली घुसाने लगा तो महक दर्द भरी सिसकारी लेते हुए बोली तो नवाबी शौक भी रखते हो
मैने कहा शोक बड़ी चीज़ है और फिर तुम हो तो बस तुम ही हो मैने महक के गालो पर अपना लंड फिराना शुरू कर दिया तो महक ने अपने मूह को थोड़ा सा खोला और अपने सुर्ख होठ लंड पर रख दिए और मेरे सुपाडे पर जो उसकी चूत के रस से सना हुआ था उसे चाटने लगी उसकी खुरदरी जीभ के असर से लंड में फिर से करेंट मे आने लगा था मैं उसके चेहरे पर झुके हुए उसे अपना लंड चूसने लगा था
सुडूप सुडूप करते हुए वो लंड को अपने गले की गहराइयो मे उतारने लगी थी उसकी लार से लंड एक बार फिर से भीग कर चमकने लगा था 10-12 मिनट तक वो बस लंड को अपने मूह मे ही भरे रही अब मैने उसे पलटाया और उसके मस्त कोमल कोमल कुल्हो की दरार पर लंड को घिसने लगा तो महक के बदन से सरसराहट होने लगी वो तड़प्ते हुवे बोली
ज़रा आराम आराम से करना उधर वरना कहीं चलने फिरने लायक ही ना रहूं मैं मैने कहा चिंता ना कीजिए बस मज़ा लीजिए मैने कहा कुछ लोशन वग़ैरह है क्या तुम्हारे पास तो उसने कहा कि मेरे बॅग मे पड़ा है मैने वहाँ से एक माय्स्टूराइसिंग क्रीम ली और अपने लंड पर और उसकी गान्ड पर अच्छे से लगा दी अब बारी थी उसकी गान्ड के छेद को खोलने की मैने उसकी टाँगो को थोड़ा सा फैलाया
और अपने पैरो की केँची बना कर उनमे फसा ली और फिर अपने लंड को गान्ड पर लगा कर अंदर डालने की कोशिश करने लगा तो महक बोली प्लीज़ आप आराम से करना मैने कोई जवाब नही दिया बल्कि थोड़ा सा ज़ोर से धक्का लगा दिया तो मेरा सुपाडा आधा उसकी गान्ड मे फस गया महक ने अपने दर्द को दाँतों मे भीच लिया और उसके हाथ बेड की चादर पर कसते चले गये
मैने फिर से थोड़ा सा ज़ोर लगाया और कुछ और हिस्सा अंदर की ओर जाकर फस गया महक की गान्ड का छेद लंड की मोटाई के अनुसार चौड़ा हो गया था वो कराहने लगी थी पर अब जब लंड घुसना है तो घुसना है दो मिनट का दर्द तो झेलना ही पड़ेगा उसको तो फिर हौले हौले से मेरा लंड किसी साँप की तरह से सरकते सरकते हुए महक की गान्ड मे जाकर गुम सा हो गया
तो उसने भी राहत की सांस ली पर उसको राहत इतनी आसानी से थोड़ी ना मिलने वाली थी मैने लंड को सुपाडे तक बाहर खीचा और फिर से एक ज़ोर का झटका मारते हुए अंदर डाल दिया तो इस बार वो चीख ही पड़ी पर अपनी पकड़ पूरी मजबूत थी तो बस उसको कस के रखा और धीरे धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा महक की गान्ड का छेद पूरी तरह से खुल गया था उसकी आँखो से आँसू निकल आए तो मैं अपनी जीभ से उस नमकीन पानी को चाटने लगा वो बोली बड़े बेदर्द हो मेरी पूरी जान ही निकाल दी है मैने कहा काश मेरे बस मे होता तेरी जान लेना वो तो ले नही सकता तो बस गान्ड ले कर ही काम चला रहा हूँ वो बोली आहिस्ता से पर मैने पूरी ताक़त से धक्के लगाने शुरू कर दिए थोड़ी देर मे ही उसकी दर्द भरी आहे मीठी सिसकियो मे बदल गयी
मैं पूरी फुर्ती से उसकी गान्ड मारे जा रहा था कितने गरम गद्देदार कूल्हे थे उसके जब लंड उनके बीच से अंदर बाहर होता तो मज़ा इतना की बस पूछो मत पर मैं ज़्यादा देर उसकी गान्ड नही मार पाया महक ने मना कर दिया तो मैने अपने लंड को चूत मे सरका दिया और उसके बोबो को दबाते हुए उसकी चूत मारने ल्गा कितनी कड़क चूचिया थी उसकी
आज वो भी अपनी गरमा गरम जवानी का रस घोंट घोंट कर मेरे उपर न्योछावर करे जा रही थी और मैं किसी प्यासे भंवरे की तरह उसका बूँद बूँद करके रस पिए जा रहा था महक की साँसे पल पल भारी हो ती जा रही थी और मेरा खून वीर्य बनकर बहने को तैयार हुए जा रहा था महक की टाँगे अब बिल्कुल उपर को हो गयी थी और वो मेरी गर्दन मे अपने हाथ डाले हुए मुझे किस करती हुई
अपनी कमर हिला हिला कर अपनी तरह से भी धक्के लगा रही थी और उपर से मैं लगा हुआ था उसके उपर तो दो जिस्म एक जान का ही सीन हो रहा था महक की रस से भरी चूत रिस रिस कर बह रही थी और फिर उसके हाथो ने मेरी पीठ पर अपनी पकड़ इतनी मजबूत हो गयी उसकी टाँगे मेरी कमरपर चिपक ही गयी थी और फिर उसका बदन इतनी ज़ोर से अकड़ गया कि वो चीखते हुए झड़ने लगी और ठीक उसी पल मेरे लंड से निकलता हुआ वीर्य उसके काम रस से मिलने लगा
पता नही मैं कितनी देर महक के उपर ही पड़ा रहा फिर मैं साइड मे लेट गया थोड़ी देर बाद ही महक को नींद आ गयी मैने अपने कपड़े संभाले और बाहर आ गया रात भी अपने आख़िरी पहर मे थी तो मैं अपने कमरे मे आ गया और बेड पर लेट कर सोने की कोशिश करने लगा तो मैने निशा को फोन लगा दिया कुछ घंटी जाने के बाद उसने कॉल पिक कर ली मेरी आवाज़ सुन कर वो बोली इतनी रात ही टाइम मिलता है क्या तुम्हे
मैने कहा सॉरी यार नींद खराब की तुम्हारी पर यार मेरा दिल नही लग रहा था तो सोचा दो पल तुमसे बात कर लेता हूँ तो नींद आ जाएगी वो बोली ये फिल्मी डायलॉग मत मारो और खुद भी सो जाओ और मुझे भी सोने दो सुबह मुझे बॅंक जाना है तो मैने कहा ठीक है अब आकर ही तेरी खबर लेता हू और दो चार बातों के बाद फोन रख दिया
और सोने की कोशिश करने लगा तभी मेरे फोन पर एक एमैल आया तो मैं उसे रीड करने लगा अब कहाँ नींद आनी थी मैने रूमसर्विस को दो गिलास दूध और कुछ ड्राइ फ्रूट्स का ऑर्डर दिया और फिर करीब आधे घंटे बाद मैं चुप चाप होटेल से बाहर खिसक लिया अब अपनी तकदीर मे दो पल का आराम कहाँ था ठंडी रात मे मैने पार्किंग मे खड़ी एक कार का लॉक तोड़ा
और उसे लेकर चल पड़ा अपनी मंज़िल की ओर करीब आधे घंटे बाद मैं एक बिल्डिंग के सामने खड़ा था सेक्यूरिटी गार्ड को छका कर मैं चुपके से एंटर कर गया और लिफ्ट लेकर 10थ फ्लोर की ओर चल पड़ा कुछ ही पॅलो मे मैं एक दरवाजे के सामने खड़ा था मैने अपनी गन पर साइलेनसर लगाया और मास्टर की से गेट को बिना आवाज़ किए खोल कर एंटर कर गया
दबे पाँव मैने तलाशी लेनी शुरू की तो पता चला कि फ्लॅट मे कोई नही था तो मैं अब चीज़ो को खंगालने लगा तो मुझे दो लॅपटॉप्स और कुछ फाइल्स जो किसी तरह का कोडेड ब्लूप्रिंट्स थे मिल गये अब मेरा वहाँ से खिसक लेना ही बेहतर था अपने रूम मे आया और काफ़ी देर तक उन ब्लूप्रिंट्स को समझन की कोशिश करने लगा पर कुछ खास समझ नही आया तो मैने लॅपटॉप को ऑन किया
कुछ प्रेज़ेंटेशन्स थे और बाकी मे बस मूवीस ही भरी थी पर उन प्रेज़ेंटेशन्स मे काफ़ी कुछ मसाला था तो मैने उसी टाइम अपने बॉस को जगाया और सारी बात बताई तो वो गंभीर स्वर मे बोले यार तूने तो यहाँ भी मोर्चा मार ही लिया बड़ी ही इंपॉर्टेंट इन्फर्मेशन है अब डेलिगेशन जाए भाड़ मे मैं उपर बात करता हूँ तुम जल्दी से एक शॉर्ट टीम बनाओ
और अपनी टास्क को हर हाल मे बिना किसी शक़ के कंप्लीट करना है और कोशिश करना कि यहाँ पर किसी को जान से नही मारना है वरना प्राब्लम हो जाएगी मैने कहा डॉन’ट वरी सर मैं अभी काम पर लग जाता हूँ और मैने अपनी ड्रेस चेंज करनी शुरू कर दी टाइम बहुत ही कम था और रात की फ्लाइट से हमे वापिस भी इंडिया जाना था कुछ घंटो की ही बात थी
बात कुछ यू थी कि लश्कर के कुछ लोग हमारे एनएसए चीफ जो कि हमारे साथ ही डेलिगेशन मे आए हुवे थे उनको किडनॅप करने का प्लान कर चुके थे पर हमारे एक सोर्स की वजह से हमे प्लान का पता चल गया था और हमारी परेशानी ये थी कि आज चीफ को आतंकवाद के मुद्दे पर अपनी रिपोर्ट समिट मे देनी थी तो सब कुछ सेट था मैने तीन बार सेक्यूरिटी चेक कर ली थी
आने जाने का रूट भी देख लिया था कहाँ से क्या हो सकता है सबका एक मोक पायंट बना लिया था पर मैं जानता था कि अगर लश्कर की इनवोलव्मेंट होगी तो जाहिर है वो फ़िदायीन हमला करके चोका सकते है तो मैने खुद फ़ैसला किया कि मैं खुद चीफ के पीछे रहता हूँ पर्सनल असिस्टेंट बनकर सब काम पर्फेक्ट्ली था अपनी स्पीच के बाद चीफ ने टाय्लेट जाने की इच्छा की
और जैसे ही वो अंदर गये उन पर अटॅक हो गया , चूँकि मैं अब उनके साथ तो जा नही सकता था तो जैसे ही अंदर से हल्की सी आवाज़ आ ई मैं तुरंत ही बातरूम मे पहुच गया तो देखा कि चार लोग थे बॉस को पकड़ा हुआ था और उनका मूह रुमाल से बाँध दिया गया था पहले दो साइलेंट फाइयर मे ही मैने दो को तो उड़ा दिया था पर तभी उन दोनो ने चीफ को अपनी ढाल बना लिया
मैने कहा देख मेरा दिमाग़ खराब हो इस से पहले मामला सेट कर्लो मैं वादा करता हूँ कि तुम्हे जाने दूँगा पर तुम चीफ को इधर जाने दो तो उन्होने पश्तो भाषा और किसी और भाषा मे कुछ कहा जो मेरी बिल्कुल समझ नही आया पर इतना तो लगा कि ये लोग मेरी बात नही मानेंगे मैने माइक पर अपनी टीम मेंबर से कहा कि यार पूरी संभावना है कि
फाइरिंग होगी और गोलियो के साउंड से बात बिगड़ेगी तो तू इस फ्लोर के फाइयर अलार्म्स को ऑन कर्दे 3-4 मिनट मे मैं मामले को सम्हाल दूँगा उन्होने चीफ को कवर कर हुए था तो मैं भी बेबस सा था मेरी टीम ने उस पूरे फ्लोर पर अपनी मोजूदगी दर्ज कर दी थी और तभी फाइयर अलार्म बज उठा और स्प्रिंकलर्स से पानी टपकने लगा तो उन लोगो का ध्यान बँट गया और तभी चीफ ने अपनी उमर का ख़याल ना करते हुए
उनमे से एक की कलाई पर काट लिया तो उसने घबरा कर उन्हे धकेल दिया और अगले ही पल मैने उसे शूट कर दिया तो दूसरा वाला अँधा धुन्ध फाइयर करते हुए वॉशिंग रो की आड़ मे छुप गया मैने चीफ को खीचा और उनको साइड मे फेक दिया ताकि वो गोलियो की बोछार से सेफ रहे और खुद भी फाइयर करने लगा तभी मुझे मेसेज मिला कि होटेल की टीम
इधर ही आ रही है प्राब्लम को डिटेक्ट करने के लिए जितनी जल्दी हो सके काम पूरा करो मैने कहा चीफ को गेट से बाहर कर रहा हूँ बाहर सेक्यूरिटी दो तो फिर मैने जैसे तैसे करके चीफ को बाहर कर दिया और इसी थोड़ी सी लापरवाही मे मेरे कंधे को छूकर बुलेट निकल गया खून बहने लगा तो मैं दर्द से कराह उठा मैने पास के वॉश बेसिन को उखाड़ लिया और सामने की खिड़की पर दे मारा वो टर्रर्रैस्ट का ध्यान उधर बटा और उसी पल मे मैने स्लाइड करते हुए
उसके पाँव पर लात मार दी इस से पहले कि वो गिरता मैने उसका हाथ से पकड़ा और सामने की दीवार पर दे मारा उसका चेहरा शीशे से टकराया और पलक झपकने से पहले ही मैने उसका घुटना तोड़ दिया वो दर्द से करहने लगा मैने टीम को अंदर आने को कहा और कहा कि तलाशी लो साले के पास कही कोई एक्सप्लोसिव या साईनाइड तो नही है पर ऐसा कुछ नही मिला टाइम अब कम था मैने बॉस को कहा एक को ज़िंदा धर लिया है बॉस बोले
आइ विल मॅनेज, लिफ्ट का यूज़ करके पार्किंग लॉट मे पहुचो अपनी कार रेडी है और फिर अगले 5 मिनट मे हमारी कार दुबई की सड़को पर दौड़ रही थी
मेरे घाव से काफ़ी खून बह रहा था और दर्द भी बहुत हो रहा था बॉस का मेसेज आ गया था उन्होने बताया था कि चीफ को थोड़ी बहुत चोट लगी है बाकी कोई बड़ा इश्यू नही है बाकी जो तुम तोड़ फोड़ कर के गये हो मैं संभाल रहा हूँ तुम सीधा अबूधाबी के लिए निकलो वहाँ अपने आदमी मिलेंगे और फिर तुम वहाँ से सीधे देल्ही के लिए जा रहे हो
मैने कहा वो सब तो ठीक है सर मुझे मेडिकल ट्रीटमेंट की शायद ज़रूरत है तो वो बोले किसी भी तरह से अबूधाबी पहुचो सब इंतज़ाम है वहाँ पर तो फिर गाड़ी बस दौड़ती ही रही रास्ते मे कुछ पेनकिलर्स ले लिए थे और ज़ख़्म को बाँध लिया था पर आराम नही मिल रहा था तो खैर छुपते छुपाते रात को हम लोग उधर पहुच ही गये तो सबसे पहले मैने अपने घाव की ड्रेसिंग करवाई
पता ही नही चला कि कब दवाई के गहरे असर से नींद ने मुझे अपने आगोश मे ले लिया उठ ते ही रफ़ीक ने मेरा हाल पूछा और खाने की व्यवस्था की उसने बताया कि आप लोगो के नये पासपोर्ट रेडी है आप जब चाहे निकल सकते है आप बता दे तो मैं टिकेट्स का अरेंज्मेंट करवा देता हूँ मैने कहा वो सब तो ठीक है पर इस मेहमान का क्या तो वो बोला सर
आप इसे इधर ही छोड़ दे , इसे पानी के रास्ते से पहुचा दिया जाएगा मैने कहा बॉस से बात हुई तो उसने मुझे सब बताया वैसे भी अब इधर अपना कोई काम नही था तो मैने कहा ठीक है कल सुबह की टिककटेट्स करवा देना वो बोला हो जाएगा सिर अगले दिन हम ने देल्ही की फ्लाइट पकड़ ली लंड करते ही सबसे पहले आर&ऑ हेडक्वॉर्टर गया बॉस को तो दो दिन बाद आना था
तो मैं साइबर सेल गया और कुछ इंपॉर्टेंट इन्फर्मेशन के लिए बोला साथ ही अफ़ग़ान-पाकिस्तान बॉर्डर की जियोग्रॅफिकल इमेजस और उधर के लोकल अरेंज्मेंट की रिपोर्ट भी चाहिए थी मुझे काम करते करते रात काफ़ी हो गयी थी सोचा कि अब इतनी रात को निशा को तंग करना ठीक नही है तो फिर मैं ऑफीस मे ही काम करता रहा कुछ पेंडिंग पड़े प्रॉजेक्ट्स की फाइल भी क्लियर कर के रख दी
मैने कहा देखो महक या जो भी तुम्हारा नाम है तो उसने कहा सनम नाम है मेरा पर आप महक ही बुलाए अच्छा लगता है तो मैने कहा अगर मैं चाहू तो दो पल मे तुम्हे पकड़ सकता हू तुम हमारे लिए इंपॉर्टेंट साबित हो सकती हो तो उसने कहा यही बात आप पर भी लागू होती है जनाब ये साली एक अजीब सी सिचुयेशन खड़ी हो गयी थी मेरे सामने पर वो कहते है ना कि हम हम है बाकी सब पानी कम है
तो मैने एक पल मे ही गन निकल ली और उस पर तान दी पर वो भी शातिर थी पलक झपकने के पहले हम दोनो एक दूसरे के टारगेट पर थे वो बोली जनाब ये खेल आप के लिए नये होंगे पर मुझे आदत है इन खिलोनो से खेलने की गन अंदर रख लीजिए और वैसे भी ये दुबई है तो आप इधर ओपन्ली कोई पंगा नही चाहेंगे ना महक बोली एक दोस्त के नाते बस इतना ही चाहूँगी कि आज के बाद
हमारी कभी कोई मुलाकात ना हो क्योंकि अब जब भी मुलाकात होगी तो चीज़े अलग होंगी पर इतना ज़रूर है कि आप दोस्त थे और हमेशा रहेंगे कुछ नाते सर्हदो से परे होते है क्या बात कह गयी वो उस लाइन मे , मैने कहा तो एक जाम हो जाए वो बोली जनाब फिर कभी तो फिर उस छोटी सी मुलाकात के बाद हम अपने अपने रास्ते पर हो लिए ना उसने मूड़ के देखा और ना मैने
पर वो कहते है ना कि कुछ बाते भूली नही जाती है बस समझ लीजिए कुछ ऐसा ही था मैं फिर होटेल आया तो बॉस बोले कहाँ गुम हो गये थे तो मैने कहा सर बस इधर की स्पीच समझ नही आ रही थी तो बाहर निकल गया था बॉस बोले यार एक मेसेज इंटर्सेप्ट हुआ है कि अफ़ग़ानिस्तान बॉर्डर पर मिलाइटंट्स का एक नया ट्रैनिंग कॅंप खुला है और अपने दोस्तो का जो डेलिगेशन आया है उसमे से दो बन्दो का कॉंटॅक्ट उधर से है मैने कहा आप हुकम करो सर उठा लेते है अभी तो बॉस हँसते हुए बोले तू कभी नही सुधरेगा
बॉस बोले उठाना नही है बस तू थोड़ी बहुत इन्फर्मेशन निकाल ले बाकी फिर देखेंगे इधर कोई आक्टिविटी नही चाहिए वरना अगर लीक हो गयी तो इंटरनॅशनल समुदाय मे अपनी रेप्युटेशन पे फरक पड़ेगा फिर मैं अपने रूम मे चला गया फ्रेश वग़ैरा होकर बस कपड़े चेंज कर ही रहा था कि रूम का इंटरकम बज उठा तो मैने कॉल पिक करली
दूसरी तरफ महक थी उसने कहा जनाब खाने पर आपका इंतज़ार रहेगा अगर हो सके तो इतना अता फरमाइए और उसने अपना रूम नंबर बता दिया तो मैने भी सोचा कि जब दोस्ती है तो फिर निभाते है तो हम भी चल पड़े रूम नंबर 1581 की तरफ किसी सदियो से बिछड़ी हुई महबूबा की तरह मेरा इस्तकबाल किया उसने रूम मे लाइट ऑफ थी बस मोमबतियो से रोशनी की हुई थी
महक ने एक सुनहरा सा गाउन पहना हुआ था जो उसके गोरे बदन पर बड़ा ही जच रहा था दो पल के लिए मेरी नज़रे वही पर ठहर गयी तो वो मुस्कुराते हुए बोली मुझे उम्मीद थी कि आप हमारी मेहमान नवाज़ी को कबूल ज़रूर करेंगे मैने कहा जब आपने बुलाया है तो खाकसार को आना ही था महक ने खाना प्लेट मे डालते हुवे कहा आपका शुक्रिया मैं कैसे कहूँ
मैने कहा उसकी कोई ज़रूरत नही है महॉल कुछ रोमॅंटिक सा बना दिया था उसने पर हसरते कुछ जुदा जुदा सी लग रही थी पर इसे ही तो ज़िंदगी कहते है ना जाने कब किस मोड़ पर ले आए आदमी को हमेशा तैयार ही रहना चाहिए खाने के बाद उसने जाम बना दिया और मुझे दिया तो मैने कहा तुम नही लोगि क्या तो वो बोली आप कुछ घूट ले लीजिए मैं इसी मे से ले लूँगी
और फिर हम बारी बारी से एक ही गिलास से पीने लगे महक की होंठो पर कुछ बूंदे शराब की छलक आई थी तो मैं उसके उपर झुका और उसके लबों पर अपनी जीभ फिराने लगा गुलाब की ताज़ा पंखुड़ियो से सुर्ख लबरेज होठ उसके मेरे सूखे होठ पल भर मे ही तर हो गये उसका शरबती स्वाद मेरी रूह मे उतरने लगा महक ने अपने मूह थोड़ा सा खोल दिया
और मेरी जीभ को अपने मूह मे लेकर चूस्न लगी उफ़फ्फ़ कयामत सा हुस्न उसका उस पल मैं सबकुछ भूल गया , भूल गया कि वो कॉन है और मैं कॉन हूँ बस याद था तो वो बिताई रात और एक आज की ये रात जब वो फिर से मेरे पास थी जब तक सांस टूटने के कगार पर नही आ गयी हम दोनो एक दूसरे को चूमते ही रहे एक मुक़ाबला सा हो गया था
शायद कुछ इसलिए भी कि अब फीलिंग्स थोड़ी अलग हो गयी थी मैने उसे बेड पर पटका और उसके उपर आते हुए फिर से उसके रस से भरे होंठों को दबोच लिया महक मेरी शर्ट के बटन्स खोलने लगी मैने अंदर बनियान नही डाली थी तो वो मेरे सीने के बालो पर हाथ फिराने लगी अब मैने उसके होंठो को छोड़ा और उसके गाउन की रेशमी डोरियो को खीच दिया
ऑरेंज ब्रा-पैंटी क्या खूब फॅब रही थी उस के बदन पर मैने उसकी ब्रा को खोल दिया तो वो बेड पर घूम गयी मैं उसकी पीठ पर अपने गरम चुंबन अंकित करने लगा तो महक की एक आह निकल गयी मैने अपने दाँतों के निशान उसकी पीठ पर छोड़ दिए थे महक पलटी और फिर मुझे नीचे गिरा कर मुझ पर सवार हो गयी और मेरे सीने पर किस करने लगी
साथ ही साथ उसने मेरी पॅंट भी खोल दी और मेरे लंड को कपड़ो की क़ैद से आज़ाद कर दिया तो जल्दी ही वो उसकी मुट्ठी मे था महक ने जल्दी से उसको अपने मूह मे ले लिया और किसी आइस क्रीम की तरह से उसको चूसने लगी तो मेरा बदन एक ना बताई जाने वाली मस्ती मे भरने लगा मैं उसके सर को अपने लंड पर दबाने लगा महक के थूक से लंड की खाल चमड़े की तरह शाइन करने लगी थी
महक की जीभ मेरे सुपाडे पर किसी हंटर की तरह चलते हुए मेरे बदन मे सुरसूराहट कर रही थी तो मैने उसे अपने उपर 69 मे घुमा लिया और उसकी गीली पैंटी को नीचे करते हुए बिना कुछ सोचे समझे अपने होठ उस गरम चूत पर रख दिए तो महक का बदन पल भर के लिए काँप ही गया और उसने अपने मोटे मोटे सुडोल कुल्हो मे मेरे चेहरे को भीच लिया
पल भर मे ही मेरी जीभ उसकी योनि के अंदर पहुच गयी थी बड़ी गरम चूत हो रही थी उसकी और पानी तो हद से ज़्यादा बह रहा था जल्दी ही मेरा मूह उसके खारे पानी से भर गया था दूसरी तरफ वो मेरे अंडकोषो से खेलती हुई मेरे लंड को चूमे जा रही थी उसकी गरम जीभ से मैं पल पल पिघले जा रहा था अब हम दोनो ही भूल चुके थे कि हम लोग कॉन है कहा है
फिर मैने उसे अपने उपर से हटाया और वाइन की पूरी बॉटल उसके बदन पर उडेल दी महक कुछ बोल पाती उस से फेले ही मैने उन नशे से भरी बूँदो को चाटना शुरू कर दिया तो मस्ती से उसका रोम रोम फड़कने लगा था उसके माथे से लेकर उसके पाँवो तक एक एक अंग को मैं चाटे जा रहा था महक की सिसकारिया बहुत ही बढ़ गयी थी रोम रोम पुलकित हो रहा था
वाइन से भीगी हुई चूत पर अब मैं अपनी जीभ को गोल गोल घुमाने लगा था तो महक की जैसे साँसे ही बंद हो गयी थी महक ने अपनी टाँगे उठा कर मेरे चेहरे पर कस दी थी और उत्तेजना के सातवे शिखर को पहुचने लगी थी वो बेड की चादर को अपनी मुट्ठी मे मसल्ते हुए आहे भरने लगी थी और मेरा हाल भी उस से कुछ जुदा नही था हम दोनो के शरीर इस हद तक गरम हो चुके थे कि बस एक बरसात ही हमे ठंडा कर सकती थी
महक अपने मस्त बोबो को भीचते हुवे मुझे अपनी चूत का रस बहुत अच्छे से पिलाए जा रही थी उसकी हर एक सिसकी ये बता रही थी कि बस कुछ ही देर मे वो झड़ने वाली है तो मैं तेज तेज जीभ चलाने लगा उसकी योनि पर महक मेरी बाहों मे तड़प रही थी और मैं उसके हुस्न मे गुम हो जाने को तैयार था तभी उसकी टाँगो की पकड़ बेहद कड़ी हो गयी और उसकी कमर झटके खाने लगी महक की चूत से गरम पानी बहने लगा
उसके झड़ते ही मैने उसकी टाँगो को पकड़ कर चौड़ी किया और अपने सुपाडे को चूत पर रगड़ने लगा वो अपनी आँखे बंद किए हुए लंबी लंबी साँसे ले रही थी मेरे सुपाडे के गरम स्पर्श से महक चिहुन्क गयी और अगले ही पल मैने अपने फडफडाते हुए लंड को चूत पे लगा कर जो धक्का लगा या तो लंड उसकी कोमल फांको को फैलाते हुवे अंदर की ओर जाने लगा महक अपनी टाँगो को अड्जस्ट करते हुए लंड को चूत मे लेने लगी
अगले दो-तीन धक्को के साथ लंड महक की चूत मे घुस चुका था महक ने अपनी आँखे अभी भी नही खोली थी मैने उसकी कमर को पकड़ा और अपने हाथो से उधर दबाव बनाते हुए चूत पर घर्षण करने लगा ज्यो ज्यो मैं चूत पर धक्के लगाता तो उसकी बड़ी बड़ी गोल मटोल चूचिया हिलने लगी थी महक अपनी चूची को दबाते हुवे चुदाई का मज़ा लेने लगी थी
उसकी टाँगे अपने आप उपर को उठने लगी थी और मैने भी अब अपना पूरा ज़ोर उसपर डालते हुए उसके होंठो को अपने मूह मे भर लिया और उसको चूमते हुए चोदने लगा ना जाने इस चुदाई मे मुझे कुछ अलग सी फीलिंग हो रही थी उसके लंबे नाख़ून मेरी पीठ पर उस रात की कहानी को लिख रहे थे पर ये नशा ही कुछ ऐसा था कि बस जीतने वाला हार जाता है और हारने वाला जीत जाता है
महक का कामुक बदन और मेरा जोश उस कमरे के अंदर एक तूफान सा आ गया था हम दोनो अपनी अपनी तरफ से पूरा दम लगाते हुए एक दूजे के शरीर मे समाए हुए थे मैं उसके गोरे गालो को चूमता कभी उसकी गर्दन पर काट ता तो वो भी कम नही थी वो अपना हाथ नीचे ले गयी और मेरे अंडकोषो को दबाने लगी तो मेरी नसों मे बहता हुआ खून और भी तेज़ी से दौड़ने लगा था
अब मैने उसको घुमा कर टेढ़ा कर दिया और उसके पीछे आते हुवे उसकी साइड से अपना हाथ उसकी चूची पर रख दिया और उसको कस कर पकड़ते हुए उसकी टाँग को थोड़ा सा उठा कर अपने दूसरे हाथ से अपने लंड को चूत से सटा दिया तो महक और भी पीछे को हो गयी और उसी पल फिर से मेरा लंड रेंगते हुए उसकी टाइट चूत मे जाने लगा लंड के पूरी तरह से अंदर जाते ही
मैने उसके दोनो बोबो को मसलना शुरू कर दिया और उसकी चुदाई फिर से शुरू हो गयी महक की गान्ड से टकराती मेरी गोलियाँ एक अलग सी ही अनुभूति करवाए जा रही थी महक भी अब बार बार अपनी गान्ड को पीछे करते हुवे हिलने लगी थी तो चुदाई का आलम और भी मजेदार हो गया था महक की चुदाई थप थप करते हुए चल रही थी एक दूसरे से गुत्थम गुत्था हम दोनो अपने अपने जिस्मो की उस जलती हुई आग को ठंडा करने की भरपूर कोशिश कर रहे थे मैं पूरी रफ़्तार से महक को चोदे जा रहा था और वो भी मेरा भरपूर साथ दे रही थी दना दन धक्के पे धक्का लगा ते हुए हम दोनो एक दूजे के सामर्थ्य को तोल रहे थे मैं डिसचार्ज होने के करीब आ गया था तो मैने अपनी पूरी ताक़त झोक दी और फिर मेरे लंड से वीर्य की पिचकारियाँ निकलते हुए महक की चूत को भिगोने लगी
झड़ने के बाद मे मैने उसे अपने आप से चिपकाए रखा था थोड़ी देर बाद महक मुझ से अलग हो गयी और अपनी मस्त गान्ड को हिलाते हुए बाथरूम मे चली गयी मैं उठा और थोड़ा सा पानी पिया और खिड़की से बाहर को देखने लगा रात हो गई थी पर सहर रंगीन था मैं खिड़की के शीशे पर हाथ लगाए बाहर को देख रहा था कि महक आई और पीछे से मुझ से लिपट गयी
उसके हाथ मेरे सीने पर रेंगने लगी और थोड़ी देर बाद एक हाथ मेरे लंड पर आ गया तो वो उसके हाथो की गर्मी पाकर फिर से फूलने लगा महक मेरे शोल्डर पर अपने दाँतों से निशान बना ने लगी थी उसकी खुसबूदार साँसे मेरे कंधो पर पड़ते हुवे मुझ उत्तेजना का भान करवाने लगी थी थोड़ी देर मे ही मैं फिर से तैयार हो चुका था मैने उसको अपनी तरफ किया और
उसकी गुब्बारे जैसी चूचियो पर अपना मूह चलाने लगा तो उसकी छातियो मे फिर से तनाव आने लगा था उसकी चूची पीते पीते मैने उसकी गान्ड की दरार मे अपनी उंगली डाल कर सहलाना शुरू कर दिया था महक फिर से पागल होने लगी थी वही खड़े खड़े मैने उसको अपनी गोद मे उठा लिया और उसने लंड को अपनी चूत पा सेट किया और उस पर बैठ ती चली गयी
उसने अपने होठ फिर से मेरे होंठो से जोड़ लिए थे और मेरी बाहों मे उछलते हुए चूत को लंड पर उपर नीचे करने लगी थी हम दोनो की गरम साँसे एक दूसरे के मूह मे ही टकरा रही थी महक पूरी फुर्ती से उछल उछल कर लंड पर कूद रही थी मैं उसके चौड़े कुल्हो को पूरी मजबूती से थामे हुए था काफ़ी देर तक मैं ऐसे ही उसे अपनी बाहों मे झुलाता रहा
फिर वो मेरी गोद से उतरी और अपने हाथो को खिड़की पर जमाते हुवे मेरी तरफ पीठ करके अपनी गान्ड को बाहर की ओर करके झुक कर खड़ी हो गयी मैने अपने लंड पर थूक लगाया और उसने अपनी टाँगो को थोड़ा सा फैला दिया मैने लंड को चूत के मूह पर लगाया और स्रर्ररर से अंदर कर दिया महक ने एक आह भरी और अपनी गान्ड को पीछे की ओर धकेल दिया
अब मैं भी उस पर थोड़ा सा झूक गया और उसके कंधो को काट ते हुए उसकी चूत मे लंड अंदर बाहर करने लगा तो महक भी अपने कुल्हो को हिला हिला कर अपने जोश का सबूत दे रही थी उसकी पीठ पर उभर आई पसीने की नमकीन बूँदो को चाटने लगा था मैं. लिज़लीज़ी जीभ की आहट अपनी पीठ पर पाकर महक का बदन मस्ती से भर गया था और वो मेरी बाहों मे पिघलने लगी थी
महक ने अब अपनी दोनो जाँघो को आपस मे कस लिया था और उसकी चूत भी बहुत ज़्यादा गीली हो गयी थी मैने कुछ और धक्के लगाए ही थे कि महक पूरी तरह से खिड़की के शीशे पर झुक गयी और उसकी चूत से एक बार फिर से लावा बह चला तो उसकी चूत ने लंड को अपने मे बुरी तरह से कस लिया लंड उस दबाव को ज़्यादा देर तक नही सह पाया और वो भी उसकी चूत मे ही झड गया हम दोनो हान्फते हुए एक दूजे से अलग हुए
महक बेड पर लेट गयी और मैं बाथरूम मे पेशाब करने चला गया फिर आकर उसके पास ही लेट गया तो वो मुझसे चिपक गया मैं उसकी जुल्फे सहलाते हुए बोला तुम्हे मुझे यहाँ नही बुलाना चाहिए था तो वो बोली आज की रात ही तो है बीच मे कल से तो हम और हमारी राहें जुदा ही रहेंगी तो मैने सोचा कि पुरानी दोस्ती के कुछ पॅलो को जी लिया जाए
तो मैने उसके गालो को सहलाया और कहा तो ये बात है और उसकी गान्ड पर हाथ फिराने लगा उसकी गान्ड का छेद काफ़ी टाइट लग रहा था तो उसने पूछा जनाब के इरादे कुछ ठीक नही लग रहे है मैने कहा अब जब हम दोनो आज की रात साथ है तो फिर इरादे ठीक कैसे हो सकते है और उसकी गान्ड मे उंगली घुसाने लगा तो महक दर्द भरी सिसकारी लेते हुए बोली तो नवाबी शौक भी रखते हो
मैने कहा शोक बड़ी चीज़ है और फिर तुम हो तो बस तुम ही हो मैने महक के गालो पर अपना लंड फिराना शुरू कर दिया तो महक ने अपने मूह को थोड़ा सा खोला और अपने सुर्ख होठ लंड पर रख दिए और मेरे सुपाडे पर जो उसकी चूत के रस से सना हुआ था उसे चाटने लगी उसकी खुरदरी जीभ के असर से लंड में फिर से करेंट मे आने लगा था मैं उसके चेहरे पर झुके हुए उसे अपना लंड चूसने लगा था
सुडूप सुडूप करते हुए वो लंड को अपने गले की गहराइयो मे उतारने लगी थी उसकी लार से लंड एक बार फिर से भीग कर चमकने लगा था 10-12 मिनट तक वो बस लंड को अपने मूह मे ही भरे रही अब मैने उसे पलटाया और उसके मस्त कोमल कोमल कुल्हो की दरार पर लंड को घिसने लगा तो महक के बदन से सरसराहट होने लगी वो तड़प्ते हुवे बोली
ज़रा आराम आराम से करना उधर वरना कहीं चलने फिरने लायक ही ना रहूं मैं मैने कहा चिंता ना कीजिए बस मज़ा लीजिए मैने कहा कुछ लोशन वग़ैरह है क्या तुम्हारे पास तो उसने कहा कि मेरे बॅग मे पड़ा है मैने वहाँ से एक माय्स्टूराइसिंग क्रीम ली और अपने लंड पर और उसकी गान्ड पर अच्छे से लगा दी अब बारी थी उसकी गान्ड के छेद को खोलने की मैने उसकी टाँगो को थोड़ा सा फैलाया
और अपने पैरो की केँची बना कर उनमे फसा ली और फिर अपने लंड को गान्ड पर लगा कर अंदर डालने की कोशिश करने लगा तो महक बोली प्लीज़ आप आराम से करना मैने कोई जवाब नही दिया बल्कि थोड़ा सा ज़ोर से धक्का लगा दिया तो मेरा सुपाडा आधा उसकी गान्ड मे फस गया महक ने अपने दर्द को दाँतों मे भीच लिया और उसके हाथ बेड की चादर पर कसते चले गये
मैने फिर से थोड़ा सा ज़ोर लगाया और कुछ और हिस्सा अंदर की ओर जाकर फस गया महक की गान्ड का छेद लंड की मोटाई के अनुसार चौड़ा हो गया था वो कराहने लगी थी पर अब जब लंड घुसना है तो घुसना है दो मिनट का दर्द तो झेलना ही पड़ेगा उसको तो फिर हौले हौले से मेरा लंड किसी साँप की तरह से सरकते सरकते हुए महक की गान्ड मे जाकर गुम सा हो गया
तो उसने भी राहत की सांस ली पर उसको राहत इतनी आसानी से थोड़ी ना मिलने वाली थी मैने लंड को सुपाडे तक बाहर खीचा और फिर से एक ज़ोर का झटका मारते हुए अंदर डाल दिया तो इस बार वो चीख ही पड़ी पर अपनी पकड़ पूरी मजबूत थी तो बस उसको कस के रखा और धीरे धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा महक की गान्ड का छेद पूरी तरह से खुल गया था उसकी आँखो से आँसू निकल आए तो मैं अपनी जीभ से उस नमकीन पानी को चाटने लगा वो बोली बड़े बेदर्द हो मेरी पूरी जान ही निकाल दी है मैने कहा काश मेरे बस मे होता तेरी जान लेना वो तो ले नही सकता तो बस गान्ड ले कर ही काम चला रहा हूँ वो बोली आहिस्ता से पर मैने पूरी ताक़त से धक्के लगाने शुरू कर दिए थोड़ी देर मे ही उसकी दर्द भरी आहे मीठी सिसकियो मे बदल गयी
मैं पूरी फुर्ती से उसकी गान्ड मारे जा रहा था कितने गरम गद्देदार कूल्हे थे उसके जब लंड उनके बीच से अंदर बाहर होता तो मज़ा इतना की बस पूछो मत पर मैं ज़्यादा देर उसकी गान्ड नही मार पाया महक ने मना कर दिया तो मैने अपने लंड को चूत मे सरका दिया और उसके बोबो को दबाते हुए उसकी चूत मारने ल्गा कितनी कड़क चूचिया थी उसकी
आज वो भी अपनी गरमा गरम जवानी का रस घोंट घोंट कर मेरे उपर न्योछावर करे जा रही थी और मैं किसी प्यासे भंवरे की तरह उसका बूँद बूँद करके रस पिए जा रहा था महक की साँसे पल पल भारी हो ती जा रही थी और मेरा खून वीर्य बनकर बहने को तैयार हुए जा रहा था महक की टाँगे अब बिल्कुल उपर को हो गयी थी और वो मेरी गर्दन मे अपने हाथ डाले हुए मुझे किस करती हुई
अपनी कमर हिला हिला कर अपनी तरह से भी धक्के लगा रही थी और उपर से मैं लगा हुआ था उसके उपर तो दो जिस्म एक जान का ही सीन हो रहा था महक की रस से भरी चूत रिस रिस कर बह रही थी और फिर उसके हाथो ने मेरी पीठ पर अपनी पकड़ इतनी मजबूत हो गयी उसकी टाँगे मेरी कमरपर चिपक ही गयी थी और फिर उसका बदन इतनी ज़ोर से अकड़ गया कि वो चीखते हुए झड़ने लगी और ठीक उसी पल मेरे लंड से निकलता हुआ वीर्य उसके काम रस से मिलने लगा
पता नही मैं कितनी देर महक के उपर ही पड़ा रहा फिर मैं साइड मे लेट गया थोड़ी देर बाद ही महक को नींद आ गयी मैने अपने कपड़े संभाले और बाहर आ गया रात भी अपने आख़िरी पहर मे थी तो मैं अपने कमरे मे आ गया और बेड पर लेट कर सोने की कोशिश करने लगा तो मैने निशा को फोन लगा दिया कुछ घंटी जाने के बाद उसने कॉल पिक कर ली मेरी आवाज़ सुन कर वो बोली इतनी रात ही टाइम मिलता है क्या तुम्हे
मैने कहा सॉरी यार नींद खराब की तुम्हारी पर यार मेरा दिल नही लग रहा था तो सोचा दो पल तुमसे बात कर लेता हूँ तो नींद आ जाएगी वो बोली ये फिल्मी डायलॉग मत मारो और खुद भी सो जाओ और मुझे भी सोने दो सुबह मुझे बॅंक जाना है तो मैने कहा ठीक है अब आकर ही तेरी खबर लेता हू और दो चार बातों के बाद फोन रख दिया
और सोने की कोशिश करने लगा तभी मेरे फोन पर एक एमैल आया तो मैं उसे रीड करने लगा अब कहाँ नींद आनी थी मैने रूमसर्विस को दो गिलास दूध और कुछ ड्राइ फ्रूट्स का ऑर्डर दिया और फिर करीब आधे घंटे बाद मैं चुप चाप होटेल से बाहर खिसक लिया अब अपनी तकदीर मे दो पल का आराम कहाँ था ठंडी रात मे मैने पार्किंग मे खड़ी एक कार का लॉक तोड़ा
और उसे लेकर चल पड़ा अपनी मंज़िल की ओर करीब आधे घंटे बाद मैं एक बिल्डिंग के सामने खड़ा था सेक्यूरिटी गार्ड को छका कर मैं चुपके से एंटर कर गया और लिफ्ट लेकर 10थ फ्लोर की ओर चल पड़ा कुछ ही पॅलो मे मैं एक दरवाजे के सामने खड़ा था मैने अपनी गन पर साइलेनसर लगाया और मास्टर की से गेट को बिना आवाज़ किए खोल कर एंटर कर गया
दबे पाँव मैने तलाशी लेनी शुरू की तो पता चला कि फ्लॅट मे कोई नही था तो मैं अब चीज़ो को खंगालने लगा तो मुझे दो लॅपटॉप्स और कुछ फाइल्स जो किसी तरह का कोडेड ब्लूप्रिंट्स थे मिल गये अब मेरा वहाँ से खिसक लेना ही बेहतर था अपने रूम मे आया और काफ़ी देर तक उन ब्लूप्रिंट्स को समझन की कोशिश करने लगा पर कुछ खास समझ नही आया तो मैने लॅपटॉप को ऑन किया
कुछ प्रेज़ेंटेशन्स थे और बाकी मे बस मूवीस ही भरी थी पर उन प्रेज़ेंटेशन्स मे काफ़ी कुछ मसाला था तो मैने उसी टाइम अपने बॉस को जगाया और सारी बात बताई तो वो गंभीर स्वर मे बोले यार तूने तो यहाँ भी मोर्चा मार ही लिया बड़ी ही इंपॉर्टेंट इन्फर्मेशन है अब डेलिगेशन जाए भाड़ मे मैं उपर बात करता हूँ तुम जल्दी से एक शॉर्ट टीम बनाओ
और अपनी टास्क को हर हाल मे बिना किसी शक़ के कंप्लीट करना है और कोशिश करना कि यहाँ पर किसी को जान से नही मारना है वरना प्राब्लम हो जाएगी मैने कहा डॉन’ट वरी सर मैं अभी काम पर लग जाता हूँ और मैने अपनी ड्रेस चेंज करनी शुरू कर दी टाइम बहुत ही कम था और रात की फ्लाइट से हमे वापिस भी इंडिया जाना था कुछ घंटो की ही बात थी
बात कुछ यू थी कि लश्कर के कुछ लोग हमारे एनएसए चीफ जो कि हमारे साथ ही डेलिगेशन मे आए हुवे थे उनको किडनॅप करने का प्लान कर चुके थे पर हमारे एक सोर्स की वजह से हमे प्लान का पता चल गया था और हमारी परेशानी ये थी कि आज चीफ को आतंकवाद के मुद्दे पर अपनी रिपोर्ट समिट मे देनी थी तो सब कुछ सेट था मैने तीन बार सेक्यूरिटी चेक कर ली थी
आने जाने का रूट भी देख लिया था कहाँ से क्या हो सकता है सबका एक मोक पायंट बना लिया था पर मैं जानता था कि अगर लश्कर की इनवोलव्मेंट होगी तो जाहिर है वो फ़िदायीन हमला करके चोका सकते है तो मैने खुद फ़ैसला किया कि मैं खुद चीफ के पीछे रहता हूँ पर्सनल असिस्टेंट बनकर सब काम पर्फेक्ट्ली था अपनी स्पीच के बाद चीफ ने टाय्लेट जाने की इच्छा की
और जैसे ही वो अंदर गये उन पर अटॅक हो गया , चूँकि मैं अब उनके साथ तो जा नही सकता था तो जैसे ही अंदर से हल्की सी आवाज़ आ ई मैं तुरंत ही बातरूम मे पहुच गया तो देखा कि चार लोग थे बॉस को पकड़ा हुआ था और उनका मूह रुमाल से बाँध दिया गया था पहले दो साइलेंट फाइयर मे ही मैने दो को तो उड़ा दिया था पर तभी उन दोनो ने चीफ को अपनी ढाल बना लिया
मैने कहा देख मेरा दिमाग़ खराब हो इस से पहले मामला सेट कर्लो मैं वादा करता हूँ कि तुम्हे जाने दूँगा पर तुम चीफ को इधर जाने दो तो उन्होने पश्तो भाषा और किसी और भाषा मे कुछ कहा जो मेरी बिल्कुल समझ नही आया पर इतना तो लगा कि ये लोग मेरी बात नही मानेंगे मैने माइक पर अपनी टीम मेंबर से कहा कि यार पूरी संभावना है कि
फाइरिंग होगी और गोलियो के साउंड से बात बिगड़ेगी तो तू इस फ्लोर के फाइयर अलार्म्स को ऑन कर्दे 3-4 मिनट मे मैं मामले को सम्हाल दूँगा उन्होने चीफ को कवर कर हुए था तो मैं भी बेबस सा था मेरी टीम ने उस पूरे फ्लोर पर अपनी मोजूदगी दर्ज कर दी थी और तभी फाइयर अलार्म बज उठा और स्प्रिंकलर्स से पानी टपकने लगा तो उन लोगो का ध्यान बँट गया और तभी चीफ ने अपनी उमर का ख़याल ना करते हुए
उनमे से एक की कलाई पर काट लिया तो उसने घबरा कर उन्हे धकेल दिया और अगले ही पल मैने उसे शूट कर दिया तो दूसरा वाला अँधा धुन्ध फाइयर करते हुए वॉशिंग रो की आड़ मे छुप गया मैने चीफ को खीचा और उनको साइड मे फेक दिया ताकि वो गोलियो की बोछार से सेफ रहे और खुद भी फाइयर करने लगा तभी मुझे मेसेज मिला कि होटेल की टीम
इधर ही आ रही है प्राब्लम को डिटेक्ट करने के लिए जितनी जल्दी हो सके काम पूरा करो मैने कहा चीफ को गेट से बाहर कर रहा हूँ बाहर सेक्यूरिटी दो तो फिर मैने जैसे तैसे करके चीफ को बाहर कर दिया और इसी थोड़ी सी लापरवाही मे मेरे कंधे को छूकर बुलेट निकल गया खून बहने लगा तो मैं दर्द से कराह उठा मैने पास के वॉश बेसिन को उखाड़ लिया और सामने की खिड़की पर दे मारा वो टर्रर्रैस्ट का ध्यान उधर बटा और उसी पल मे मैने स्लाइड करते हुए
उसके पाँव पर लात मार दी इस से पहले कि वो गिरता मैने उसका हाथ से पकड़ा और सामने की दीवार पर दे मारा उसका चेहरा शीशे से टकराया और पलक झपकने से पहले ही मैने उसका घुटना तोड़ दिया वो दर्द से करहने लगा मैने टीम को अंदर आने को कहा और कहा कि तलाशी लो साले के पास कही कोई एक्सप्लोसिव या साईनाइड तो नही है पर ऐसा कुछ नही मिला टाइम अब कम था मैने बॉस को कहा एक को ज़िंदा धर लिया है बॉस बोले
आइ विल मॅनेज, लिफ्ट का यूज़ करके पार्किंग लॉट मे पहुचो अपनी कार रेडी है और फिर अगले 5 मिनट मे हमारी कार दुबई की सड़को पर दौड़ रही थी
मेरे घाव से काफ़ी खून बह रहा था और दर्द भी बहुत हो रहा था बॉस का मेसेज आ गया था उन्होने बताया था कि चीफ को थोड़ी बहुत चोट लगी है बाकी कोई बड़ा इश्यू नही है बाकी जो तुम तोड़ फोड़ कर के गये हो मैं संभाल रहा हूँ तुम सीधा अबूधाबी के लिए निकलो वहाँ अपने आदमी मिलेंगे और फिर तुम वहाँ से सीधे देल्ही के लिए जा रहे हो
मैने कहा वो सब तो ठीक है सर मुझे मेडिकल ट्रीटमेंट की शायद ज़रूरत है तो वो बोले किसी भी तरह से अबूधाबी पहुचो सब इंतज़ाम है वहाँ पर तो फिर गाड़ी बस दौड़ती ही रही रास्ते मे कुछ पेनकिलर्स ले लिए थे और ज़ख़्म को बाँध लिया था पर आराम नही मिल रहा था तो खैर छुपते छुपाते रात को हम लोग उधर पहुच ही गये तो सबसे पहले मैने अपने घाव की ड्रेसिंग करवाई
पता ही नही चला कि कब दवाई के गहरे असर से नींद ने मुझे अपने आगोश मे ले लिया उठ ते ही रफ़ीक ने मेरा हाल पूछा और खाने की व्यवस्था की उसने बताया कि आप लोगो के नये पासपोर्ट रेडी है आप जब चाहे निकल सकते है आप बता दे तो मैं टिकेट्स का अरेंज्मेंट करवा देता हूँ मैने कहा वो सब तो ठीक है पर इस मेहमान का क्या तो वो बोला सर
आप इसे इधर ही छोड़ दे , इसे पानी के रास्ते से पहुचा दिया जाएगा मैने कहा बॉस से बात हुई तो उसने मुझे सब बताया वैसे भी अब इधर अपना कोई काम नही था तो मैने कहा ठीक है कल सुबह की टिककटेट्स करवा देना वो बोला हो जाएगा सिर अगले दिन हम ने देल्ही की फ्लाइट पकड़ ली लंड करते ही सबसे पहले आर&ऑ हेडक्वॉर्टर गया बॉस को तो दो दिन बाद आना था
तो मैं साइबर सेल गया और कुछ इंपॉर्टेंट इन्फर्मेशन के लिए बोला साथ ही अफ़ग़ान-पाकिस्तान बॉर्डर की जियोग्रॅफिकल इमेजस और उधर के लोकल अरेंज्मेंट की रिपोर्ट भी चाहिए थी मुझे काम करते करते रात काफ़ी हो गयी थी सोचा कि अब इतनी रात को निशा को तंग करना ठीक नही है तो फिर मैं ऑफीस मे ही काम करता रहा कुछ पेंडिंग पड़े प्रॉजेक्ट्स की फाइल भी क्लियर कर के रख दी