Thread Rating:
  • 2 Vote(s) - 3.5 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery हार तरफ चुत हि चुत (BIG & HOT STORY)
#54
कुछ देर गीता के साथ ही लेटने के बाद मैं उठा और अपने कपड़े पहन ने लगा तो गीता बोली अभी जाओगे क्या आज यही पर रुक जाते तो मैने कहा यार जाना पड़ेगा घर से बिना बताए निकाला हुआ हूँ पूरे दिन से और फिर मम्मी को तो तुम जानती ही हो ना एक दो दिन मे पूरी रात का जुगाड़ करता हू गीता भी उठ गयी और अपने कपड़ो को पहन लिया मैने उसको किस किया और फिर घर की तरफ चल पड़ा



घर आते-आते अंधेरा हो गया था और मैं भी थोड़ा सा थकान महसूस कर रहा था तो बस खाना खाते ही उपर छत पर बिस्तर लगाया और अपना रेडियो चला के गाने सुनते सुनते सो गया अगले दिल आँख खुली तो मैने देखा कि सूरज मेरे सर पर खड़ा है मैं उठा और बाथरूम मे घुस गया नहा-धोकर वापिस आया मोबाइल देखा तो मिथिलेश की 12-13 मिस्स्कल्ल आई हुई थी



तो उसको कॉल की , वो बोली कब से फोन मिला रही हूँ तुम उठाते ही नही हो मैने कहा फोन पास नही था उसने बताया कि वो 10 दिन बाद गाँव आ रही है 5-6 दिनो के लिए तो मैं अजमेर ना आउ मैने कहा ठीक है डार्लिंग ये अच्छा किया तुमने , तुम पास रहोगी तो जीने का अंदाज बदल जाएगा तुम बिन जीना भी कोई जीना है क्या मिता बोली अभी ज़्यादा बात नही कर पाउन्गी ड्यूटी पे हूँ बस ये ही बताना था रात को वापिस करूँगी फोन



मैने कहा आपकी मर्ज़ी है मिता से बात करके दिल थोड़ा खुश हो गया मैं नीचे आया तो घर मे कोई नही था मैं हॉल मे बैठा बैठा सोच रहा था कि घरवाले कहाँ जा सकते है तभी अनिता भाभी आ गयी कसम से गहरी नीली साड़ी मे क्या लग रही थी मैं तो उनके रूप का दीवाना था ही भाभी आकर मेरे पास बैठ गयी और बोली उठ गये मैने कहा जी



मैने कहा भाभी घरवाले कहाँ है तो वो बोली कि बाजार गये है काकी कहके गयी थी कि तुम्हारे लिए नाश्ता बना दूं मैने कहा क्या आप भी फॉरमॅलिटी करती रहती हो जो कुछ पड़ा है वो ही खा लूँगा पहले भी कहा कुछ स्पेशल बनता था मेरे लिए तो भाभी मेरे गालो को खीचते हुए बोली मेरे प्यारे देवर अब तुम अफ़सर आदमी हो गये हो तो तुम्हारा ख़याल रखना तो बनता है ना मैने कहा अफ़सर हो गया तो क्या हुआ दिल तो अपना आज भी आपके लिए ही धड़कता है ना



भाभी मुस्कुराइ और बोली जल्दी से बताओ क्या बनाऊ तुम्हारे लिए फिर मुझे लकड़ी काटने भी जाना है मैने कहा भाभी कुछ भी बना दो और अब कहाँ लकड़ी काटने जाओगी जंगल बचा ही कहाँ है तो वो बोली कि अरे तुम्हे नही पता क्या तुम्हारे भाई ने रोड के पर्ली तरफ एक नया प्लॉट ले लिया है उसी मे काफ़ी पेड़ लगे हुए है तो उधर से ही ईंधन ले आते है मैने कहा वाह भाभी नया प्लॉट ले लिया इस बात पे तो पार्टी बन नी चाहिए भाभी बोली जिसने प्लॉट लिया है उस से लो पार्टी मैने कहा रवि तो मस्त काम कर रहा है आजकल



तो वो बोली हाँ काम अच्छा चल रहा है मैने कहा भाबी मैं भी चलूं तुम्हारे साथ तो वो बोली चलो पर पहले खाना खा लो भाभी रसोई मे चली गयी तो मैं भी उनके पीछे-पीछे चला गया भाभी स्लॅब के पास खड़ी होकर दूध गरम कर रही थी मैं जाकर उनके पीछे खड़ा हो गया और उनकी चूचियो को दबाने लगा भाभी कसमसाती हुई बोली अहह क्या करते हो छोड़ो मुझे मैने कहा करने दो ना भाभी कितने दिनो बाद तो हमें अकेले रहने का मोका मिला है


भाभी मचलते हुए बोली पर अभी मुझे बड़ा काम है मैने कहा काम तो होता ही रहेगा मेरी जान पर मुझ ग़रीब पर भी तो अपने प्यार की थोड़ी बारिश कर दो ना देखो मेरा लंड तुम्हारी चूत मे जाने को कितना बेकरार है भाभी अपनी मस्त गान्ड को मेरे लंड पर रगड़ते हुए बोली अब तुम मनोगे तो नही ना चलो आओ तुम्हारी इच्छा पूरी कर देती हू मैने भाभी को अपनी गोद मे उठाया और बेडरूम मे ले आया और भाभी को दीवार के सहारे लगा कर के किस करने लगा



आज काफ़ी दिनो बाद मोका मिला था भाभी के करीब आने को भाभी मेरी पॅंट के उपर से ही मेरे लंड को सहलाने लगी और मैं उनको चूमे जा रहा था भाबी के रसीले होंठो से जैसे शहद टपक रहा था कुछ देर की चूमा चाटी के बाद भाभी नीचे बैठ गयी और मेरी पॅंट को खोल कर घुटनो से नीचे सरका दिया और मेरे लंड को अपने हाथो से सहलाने लगी फिर वो अपने मुँह को लंड के पास ले गयी और उसको अपने मुँह मे दबा लिया

जैसे ही उन्होने अपनी खुरदरी जीभ को लंड पर फिराया मेरा तो पूरा बदन ही हिल गया भाभी अपने हाथ से मेरी गोलियो को मसल्ते हुए लंड को चूस रही थी मैं उनके बालो मे हाथ फिराते हुए बोला शाबाश मेरी जान बस ऐसे ही करो बड़ा अच्छा लग रहा है धीरे-धीरे उन्होने पूरे लंड को अपने गले तक उतार लिया और मज़े से किसी आइस-क्रीम की तरह उसको चूसने लगी


अब मैने भाभी को घुटनो के बल कर दिया और उनके पीछे आ गया भाभी ने अपनी चुतड़ों को अच्छे से खो दिया मेरे लिए मैने उनकी कमर को सहलाया और फिर अपने लंड को चूत से सटा दिया जैसे ही लंड अंदर गया वो थोड़ा सा आगे को झुक गयी मैने उनको अपनी बाहों मे जकड़ा और धक्के लगा ने लगा आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ हह उूुुुुुुुुउउइईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उूुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुउउइईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई आस्स्स्स्स्स्शहह करते हुए भाभी चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थी मैं उनके कुल्हो पर थप्पड़ मारते हुए उनकी चूत का मज़ा ले रहा था




उनके कंधो पर हाथ रखे मैं दबा दब उन्हे चोदे जा रहा था भाभी की गरमा गरम सिसकारिया मुझे और भी उत्तेजित करने लगी थी फिर भाभी थोड़ी आगे को सरक गयी तो लंड बाहर निकल आया मैने कहा क्या हुआ तो वो बोली एक मिनिट रूको भाभी बेड से नीचे उतरी और अपना एक पैर बेड पर टिका कर अपनी पीठ मेरी ओर करके खड़ी हो गयी और बोली अब डालो अंदर तो मैने उनकी कमर को थाम लिया और फिर से हमारा चुदाई कार्यक्रम शुरू हो गया



वासना की तो आज पराकाष्ठा ही हो गयी थी मैं और भाभी पूरी तरह से सेक्स के मज़े के समुंदर मे डूब गये थे मैं भाभी को चूमते हुए बोला ओह डार्लिंग तुम सच मे कमाल हो भाभी भी अपनी गान्ड को पीछे करके पूरा मज़ा ले रही थी भाभी की साँसे अब भारी हो चली थी पर जोश बरकरार था भाभी बोली अब तुम तेज तेज धक्के लगाओ मेरा पुर्जा पुर्जा हिला कर रख दो जब से तुम आए हो तड़प रही हू तुम्हारे साथ सेक्स करने को आज मोका लगा है मुझे निचोड़ दो



फिर भाभी बोली आज मैं तुमको उपर चढ़ कर चोदुन्गि मैनी कहा जो आपकी मर्ज़ी तो भाभी मेरी गोद मे चढ़ आई और लंड को अपनी चूत पर टिका कर उस पर बैठ गयी और उछलने लगी सच मे काफ़ी दिनो बाद ऐसी हार्डकोर चुदाई का मोका मिला था अनिता का ये ही था या तो देगी नही और देगी तो फिर नस-नस को मस्ती मे डूबा देगी मैं भाभी की गान्ड को सहलाने लगा और वो धाप-धप लंड पर कूदे जा रही थी

कुछ देर उन्होने गजब किया लंड पर बैठे बैठे ही वो घूम गयी इस तरह से उनकी पीठ मेरी तरफ हो गयी और वो बोली मैं अब जाने ही वाली हूँ तो वो पूरा दम लगाते हुए अपनी गान्ड को मटका कर मज़ा लेने लगी5 मिनिट तक वो ऐसे ही करती रही फिर वो किसी शराबी की भाँति मेरी बाहों मे झूल गयी और हाँफने लगी मैं समझ गया कि भाभी का काम हो गया है तो मैने उनको लिटाया और तेज़ी से उनको चोदने लगा और कुछ देर बाद मैं भी झड़ने के करीब आया तो मैने लंड को बाहर निकाला और उनके मुँह पर अपने वीर्य की धार मारने लगा

फिर मैं और भाभी दोनो थोड़ी देर बेड पर पड़े रहे जब साँसे दुरुस्त हुई तो भाभी अपने कपड़े पहन ने लगी मैने कहा भाभी अभी इधर ही रूको ना एक बार और करते है तो भाभी बोली तुम्हारी तरह फ्री नही हू काम नही करूँगी तो सासू माँ खाल खाएँगी मैने कहा भाभी आप घर की एक्लोति बहू हो फिर भी आपकी ज़रा भी नही चलती तो वो मुँह बनाते हुए बोली कि तू जल्दी से मिथ्लेश को ले आए तो मेरा भी भार कुछ कम हो मैने कहा भाभी जल्दी ही ले आउन्गा उसको बस कुछ दिनो की बात है



फिर मैने कपड़े पहने और हम घर से बाहर आ गये गेट बंद किया मैने कहा भाभी ट्रॅक्टर-ट्रोल्ली ले चलते है आज कई दिन की लकड़ी काट देता हू तुमको बार बार परेशान नही होना पड़ेगा तो हम ट्रॅक्टर ले कर नये वाले प्लॉट मे आ गये रवि ने काफ़ी बड़ा प्लॉट खरीद लिया था पर वहाँ बस चारो तरफ पेड़ ही पेड़ थे मैने कुल्हाड़ी ली और भाभी को कहा कि आप बस छड़ियो को उठा कर रखो मैं अभी कटाई करता हू




और मैं लकड़ी काटने लगा काम काफ़ी थका देने वाला था और घर से भी हम लोग सेक्स करके आए थे तो बदन टूटने लगा पर ये काम भी ज़रूरी था तो शाम तक हम दोनो लगे रहे और काफ़ी लकड़ी इकट्ठा कर ली मैने भाभी की साड़ी के पल्लू से अपना पसीना पोंचा और उनकी गान्ड को हल्का सा दबा दिया मैने कहा भाभी घर चलने से पहले एक बार और आपकी चूत कर पानी पिलाओ ना तो वो बोली ना बाबा ना मेरी इतनी हिम्मत नही है




अगर अब चुदुन्गि तो बस फिर तो मर ही जाउन्गी मैं उनके पास आया और बोला कि भाभी पहले तो आप कहते ही तैयार हो जया करती थी तो वो बोली मेरे प्यारे देवर जी पहले मैं माँ नही बनी थी और घर की भी ज़िम्मेवारी इतनी नही थी मुझ पर अब साक्षी है और फिर सासू जी तो ना के बराबर ही है खेत भी मैं ही संभालू तुम्हारे भाई तो बस अपने काम मे लगे रहते है ससुर जी कभी कभार देख लेते है



पीसती तो मैं हूँ ना अब बताओ मैं क्या करूँ मैने कहा भाभी बस एक बार शादी हो जाए फिर आपका हाथ बटाने वाली आ जाएगी तो वो बोली आएगी तब देखेंगे अभी घर चलते है तो हम घर आ गये मैं बुरी तरह से थक गया तो जाते ही नाहया और फिर सीधा बिस्तर पकड़ लिया अगले दिन आँख खुली तो देखा कि पापा और चाचा घर पे ही थे मैने कहा आज आप लोग ऑफीस नही गये तो चाचा बोले बर्खूदार आज सनडे है



मम्मी बोली तेरी बुआ जी कितने फोन कर चुकी है कब जाएगा उधर तो मैने कहा मम्मी कल निकल जाउन्गा फिर मैने कहा आज सारे लोग है तो खाने मे कुछ मस्त चीज़ बनाओ चाचा बोले जा रसोई मे तेरी चाची होंगी सबके लिए चाइ ले आ मैं रसोई मे गया तो चाची की उभरी हुई गान्ड देख कर दिल डोल गया मैने गान्ड पर चुटकी काट ली तो वो बोली तुम कभी नही सुधरोगे क्या



मैने कहा जिसकी इतनी मस्त चाची हो उसका बिगड़ना ही ठीक है तो वो बोली बस सुबह सुबह चालू ना हो और चल सबके लिए चाइ ले जा और मुझे रसोई से बाहर धकेल दिया मैं मन मे सोचते सोचते कि तुम जल्दी से ठीक हो जाओ फिर सारी कसर पूरी कर दूँगा सनडे था तो दोनो बाथरूम बिज़ी थे मैने दो बाल्टी पानी भरा और घर के भर चबूतरे पर बैठ कर नहाने लगा

मैं फ्रेंची पहने मस्ती से नहाए जा रहा था तभी सोनू आ निकली वो मेरी ओर देख कर बोली कुछ तो शरम किया करो गलियारे मे छोटी सी चड्डी पहन कर नहा रहे हो कुछ लाज-शरम है कि नही मैने कहा भाभी शरम और मुझे आप कहो तो ये भी उतार दूं सोनू बोली तुम पक्के वाले कमिने हो मैने कहा भाभी आप आज हमारी गली में तो वो बोली कि तुम्हारी मम्मी कल बाजार से जो गहने और कपड़े लाई है वो ही देखने आई हू और कह कर अंदर चली गयी



सोनू मेरे घर दिल तो किया आज चोद ही दूं इसको पर सब घर वाले अंदर थे तो फिर बस नहाने पे ही ध्यान दिया मैं नहा ही रहा था कि चाचा आ गये वो बोले और फोजी क्या चल रहा है मैने कहा कुछ नही चाचा अभी तो बस नहा ही रहा हू वो बोली अबे मैं पेग शेग के बारे मे कह रहा था मैने कहा बॉटल तो है नही कॅंटीन नही गया और ठेके पर भी नही गया हम फ्रिड्ज मे कुछ कॅन बियर पड़ी है तो वो बोले आज छुट्टी भी है फिर करें कुछ मैने कहा पापा भी तो है ना घर पे




इतने मे रवि भी आ गया तो मैने कहा यार आज कुछ दारू शारू का करें क्या तो वो बोला हम ठीक है मैने कहा चाचा मीट दारू लेकर कुए पर चलते है वही मोज उड़ाते है तो हमारा प्लान बन गया और मैने कहा रवि तू और चाचा सारा समान लेकर पहुचो मैं कुछ देर मे आ जाउन्गा तो फिर हम वहाँ से निकल गये और कुँए पर पार्टी शुरू हो गयी शाम तक हम लोग बस एंजाय करते रहे फिर जब अंधेरा होने लगा तो चाचा बोले चलो यार अब घर चलते है तो मैने ज़्यादा नशे मे होने का बहाना कर लिया




गीता बोली आते ही शुरू हो जाते हो मैने कहा तुम चीज़ ही इतनी सॉलिड हो खुद को रोक ही नही पता क्या करूँ वो बोली पहले मैं खाना बना लूँ और छोटे-मोटे काम करलू फिर आती हू तुम्हारे पास मैने कहा वो सब तो होता रहेगा बस तुम मुझे प्यार करो और मैने गीता को अपनी गोदी मे बिठा लिया और उसकी चोली के उपर से ही उसकी चूचियो को दबाने लगा



जैसे ही गीता के दोनो कबूतर मेरे हाथो मे आए वो कसमसाने लगी मैं उसकी गर्दन को चूमता हुवा बोला आज तुझे जी भर कर प्यार करूँगा पूरी रात अच्छे से चोदुन्गा तुझे और उसकी चोली को खोल दिया उसकी 38 इंची चूचियो के निप्पल एक पल मे ही तन गये थे मैं उसके कंधे पर बाइट करते हुवे उसके बोबो के साथ खेलने लगा गीता बोली मान भी जाओ तुम



पर मैं उसकी कहाँ सुन ने वाला था मैं तो उसके जिस्म मे समा जाना चाहता था आज तो मैने उसको अपनी जाँघो पर ही लिटा दिया और उसकी एक चूची को मसल्ते हुवे दूसरी को अपने मूह मे भर लिया जब मैने उसके निप्पल को अपने दाँतों से काटा तो गीता जैसे चीख ही पड़ी वो बोली आ आराम से करो ना जख्म करोगे क्या मैने कहा तू बस देखती जा और मज़ा ले




काफ़ी देर तक मैं उसके बोबो से खेलता ही रहा उसका घाघरा उसकी जाँघो तक चढ़ आया था उसकी चमकती हुवी ठोस जंघे बड़ा ही मस्त नज़ारा पेश कर रही थी मैने गीता को खड़ा किया और उसके घाघरे का नाडा एक झटके मे ही खोल दिया और एक सेकेंड बाद ही घाघरा उसके पैरो मे आ गिरा और वो पूरी नंगी मेरे सामने खड़ी थी मेरी निगाह उसकी योनि पर गयी तो आज वहाँ पर एक भी बाल नही था मैं उसकी चूत को मुट्ठी मे भरते हुवे बोला बाल कब सॉफ किए तूने तो वो आह भरते हुवे बोली कि आज सुबह ही किए है



मैने गीता की टाँगो को थोड़ा सा फैलाया और उसके पैरो मे बैठ गया वो भी समझ गयी थी कि मैं अब क्या करने वाला हूँ तो वो थोड़ा सा आगे को सर्की और अपनी प्यारी सी चूत को मेरे चेहरे पे रख दिया उफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ क्या सोंधी-सोंधी खुश्बू आ रही थी उसकी योनि मे से मैने उसकी योनि के होंठो को फैलाया और अपने होंठो मे चूत का अन्द्रुनि हिस्सा दबा लिया



जैसे ही मैने वहाँ पर बॅट्का काटा गीता की टाँगे थिरक गयी और मूह से एक आह निकल गयी उसकी नमकीन चूत का टेस्ट बड़ा ही अच्छा था मैं अपनी जीभ उसकी चूत पर फिराने लगा मैने उसके मोटे-मोटे चुतड़ों को अपने हाथो मे दबा लिया और उसकी चूत की तेज़ी से चूसा करने लगा गीता अपने पाँव पटक ने लगी थी मस्ती उसके सर चढ़ने लगी थी



चूत चूस्ते चूस्ते मे बीच बीच मे उसकी जाँघो पर भी काट लेता था तो बस वो तड़प कर रह जाती गीता बोली मुझे लेटने दो ज़्यादा देर खड़ी नही रह पाउन्गी पर मैं उसकी कहाँ सुन ने वाला था मैं लगा रहा अब मैने अपनी जीभ चूत के अंदर डाल दी और उसको अंदर बाहर करने लगा गीता की सिसकारिया बढ़ती जा रही थी तभी मैने अपनी उंगली को थूक से साना और गीता की गान्ड मे दे दिया गीता दर्द से बिल बिला उठी



मैने कहा ज़्यादा आक्टिंग ना कर और दोनो छेदों का मज़ा ले अब और उसकी चूत को चाटते हुए गान्ड मे उंगली करने लगा थोड़ी देर मे ही गीता फिर से आहे भरने लगी मैं जब अपनी खुरदरी जीभ से नीचे से उपर तक सड्पा मारता तो गीता मस्ती से झूम उठती ऐसे ही कोई 10-12 मिनिट तक मैं उसको अपनी जीभ और उंगली से मज़ा देता रहा और फिर उसने मेरे चहरे को अपनी जाँघो मे भींच लिया और अपना अपनी मेरे चेहरे पर छोड़ दिया और अपने सुख को प्राप्त हो गयी



कुछ देर उसने मेरे चेहरे को अपनी योनि पर दबाए रखा और फिर वो बेड पर बैठ गयी और चादर से अपनी चूत को सॉफ करने लगी मैं उसकी ओर देखते हुवे अपने कपड़े उतारने लगा अब मैं बेड पर आया और गीता की चूत पर लंड को रखा ही था कि वो बोली अभी अभी झड़ी हू दुबारा कुछ टाइम लगेगा मैने कहा मैं क्या करूँ तो उसने कहा तुम पीछे कर्लो वैसे तुम्हारी उंगली जाने से उधर भी खुजली होने लगी है मैने कहा वाह मेरी जान आज तो खुद ही गान्ड देने को राज़ी हो रही हो




गीता बोली मैं तो तुम्हारी ही हूँ जैसे चाहो वैसे बरत लो तो मैने थोड़ा तेल अपने लंड पर लगाया और थोड़ा गीता की गान्ड के छेद पर और उसको उल्टा कर के लिटा दिया और अपने लंड को गान्ड के छेद पर रगड़ने लगा और फिर थोड़ा थोड़ा दबाव करके लंड को अंदर ठेलने लगा गीता को दर्द तो हो रहा था पर वो मेरा पूरा सहयोग कर रही थी थोड़ी ही देर मे पूरा लंड गान्ड मे जा चुका था मैं अपने हाथ नीचे ले गया और उसके बोबो को पकड़ लिया



अब मैं लंड को अंदर बाहर करने लगा था पर कसी हुई गान्ड मुश्किल पैदा कर रही थी तो मैने थोड़ा सा तेल और लगाया और अब उसकी गान्ड मारने लगा गीता की दर्द भरी आहे मुझे और भी आनंदित कर रही थी मैने उसके गालो को अपने दाँतों से काटना शुरू किया और पूरी रफ़्तार से उसकी गान्ड मारने लगा उसके मुलायम कुल्हो से मेरी गोलियाँ
हर धक्के पर टकरा रही थी कसम से बड़ा ही मज़ा आ रहा था



उसकी गान्ड के छल्ले से जब मेरा मोटा लंड रगड़ ख़ाता तो जो गीता की आह निकलती गीता बोली दिल तो करता है कि तुम्हारा लंड हमशा ही मेरी गान्ड मे फसा रहे और जब मैं चलूं तो मेरे तन-बदन मे मज़ा छा जाए मैने कहा काटले इसको और रख ले अपने पास वो बोली काटने से इसमे अब जैसी बात कहाँ रहेगी ऐसे ही पूरा मज़ा लेते हुए 20-25 मिनिट तक चक के उसकी गान्ड मारी मैने और अंदर ही अपना पानी छोड़ दिया




हम दोनो के बदन पसीने से चिप चिप करने लगे थे मैने अपने लंड को गाड़ से बाहर निकाल लिया और बेड पर ही लेट गया गीता उठी और अपनी गान्ड से टपकते मेरे पानी को कपड़े से सॉफ करने लगी मैने कहा यार थोड़ा पानी पिला दे बड़ी प्यास लगी है उसने मुझे पानी पिलाया और बोली तुम आराम करो मैं ज़रा नहा कर आती हूँ पूरा बदन चिपचिपा सा हो गया है मैने कहा मैं भी चलता हू आज साथ ही नहाते है तो वो बोली आ जाओ किसने रोका है तो मैं उसके साथ उसके बाथरूम मे घुस गया जैसे ही ठंडा पानी शरीर पर पड़ा सारी थकावट ना जाने कहाँ गायब हो गयी



मैने कहा मेरे पास आ मेरी जान आज मैं तुझे अपने हाथो से नहलाता हू गीता मेरे सामने आकर खड़ी हो गयी मैने पानी का डिब्बा भरा और उसके बदन को भिगोने लगा मेरे स्पर्श से गीता के तन मे फिर से आग लगनी शुरू हो गयी और उसने अपनी आँखो को बंद कर लिया मैने उसके बालो की चोटी को खोलकर बालो को आज़ाद कर दिया गीता के शरीर को अच्छे से भिगोने के बाद




मैने साबुन लिया और उसके उभारों पर मलने लगा फिर उसके पेट से होते हुए जाँघो और फिर योनि प्रदेश और फिर मैने उसको पलटा और उसकी चिकनी पीठ , मांसल कुल्हो सब जगह अच्छे से साबुन लगा दिया मैं उसके पीछे उस से चिपक सा गया था तो मेरा लंड उसकी गान्ड से टकराने लगा था गीता अपना हाथ पीछे ले गयी और लंड को मुट्ठी मे भर लिया



मैं उसके साबुन से चिकने हो गये उरोजो का अपने हाथो से दबाने लगा गीता अपनी गान्ड को हल्का हल्का मटकाने लगी फिर उसने लंड को अपनी दोनो जाँघो मे दबा लिया और अपने बोबो को दब्वाने लगी बाथरूम मे भी एक सीन तैयार हो गया था कुछ देर तक हम दोनो एक दूसरे के शरीर को आपस मे रगड़ते रहे फिर मैने उसकी एक टाँग को थोड़ा सा उठाया और अपने लंड को चूत से छुआ दिया



और उसको योनि मुख पर रगड़ने लगा गीता जो गरम तो हो ही चुकी थी धीरे से बोली अब डालो भी ना अंदर तो मैने एक तेज शॉट लगाया और आधा लंड अंदर पहुचा दिया और उसकी कमर पर हाथ रख कर लंड को अंदर बाहर करने लगा गीता अब थोड़ा सा टेढ़ी हो गयी ताकि मैं उसको किस भी कर सकूँ बाथरूम मे चुदाई का मज़ा ही अलग होता है तो हमें भी बहुत मज़ा आ रहा था



और बीच बीच मे जब वो ठंडा पानी हम दोनो के जिस्म पे डालती तो क्या बताऊ कितना मज़ा आता था गीता अपनी हर अदा दिखाती हुई अपनी चूत मरवा रही थी थोड़ी देर बाद गीता फर्श पर घोड़ी बन गयी तो मैं उसको घोड़ी बना के रगड़ने लगा और फिर आधे घंटे बाद हम लोग साथ साथ ही झाड़ गये तो दोस्तो उस रात हम दोनो एक पल के लिए भी नही सोए पूरी रात मैं उसकी चूत और गान्ड दोनो को रगड़ता रहा गीता ने उस रात को अपने हुस्न की ताक़त से रंगीन कर दिया था सुबह मेरे शरीर मे बिल्कुल भी ताक़त नही बची थी

गीता भी अलसाई सी मेरी बाहों पड़ी थी मे उठा थोड़ा सा पानी पिया जैसे तैसे करके अपने कपड़े पहने फिर गीता को कहा कि यार मैं घर जा रहा हू तो वो भी उठ गयी उसने कहा चाइ बना ती हूँ चाइ पीके जाना मैने कहा नही चाइ फिर कभी पियुंगा आज मुझे बुआजी के यहाँ जाना है तो जल्दी ही निकलना होगा गीता बोली आओगे कब मैने कहा थोड़े दिन तो लग जाएँगे



मैने गीता से कहा कि तुम्हे किसी भी चीज़ की ज़रूरत हो तो मुझे बताओ वो बोली नही जो है बहुत है मैने कहा यार तू क्या मुझे पराया समझती है क्या मैं तेरे लिए कुछ नही कर सकता वो बोली मैं तो तुम्हारी ही हूँ ना और मेरा ये छोटा सा घर भी तुम्हारा ही है फिर कभी ऐसी बात ना करना वरना मैं नाराज़ हो जाउन्गी फिर मैने गीता को किस किया और अपने कुँए पर आ गया



बाइक बाहर निकाली और घर की ओर उड़ चला फटाफट तैयार हुआ अपना बॅग पॅक किया और मम्मी से कहा कि मैं बाइक ले जा रहा हू तो मम्मी बोली लंबा सफ़र है बस से ही चला जा मैने कहा मम्मी बाइक पास रहेगी तो वहाँ काम ही आएगी फिर मैं अनिता भाभी के पास गया और कहा कि भाभी आपकी मदद चाहिए वो बता क्या कर सकती हू मैं तेरे लिए



मैने कहा आप निशा को तो जानती ही है ना वो बोली हाँ मैने कहा आप उसकी चाची से पता करो ना आजकल वो कहाँ है और कोशिश करना कि उसका कोई अड्रेस कोई फोन कुछ भी मिल जाए भाभी बोली तू क्या करेगा मैने कहा वो मेरी दोस्त थी काफ़ी दिन हो गये उसको ढूँढ रहा हूँ मुंबई भी गया उसकी तलाश मे पर बात नही बनी भाभी बोली एक बात बता आजकल तेरे दिल मे चल क्या रहा है कभी निशा कभी मिता कल को और किसी का नाम लेगा



आज तू बता ही दे तेरे दिमाग़ मे चल क्या रहा है मैने कहा भाभी अभी मैं जल्दी मे हूँ आप बस मेरा ये काम करदो कैसे भी करके सारी उमर आपके चरण धोकर पियुंगा अभी मैं चलता हू बुआ के यहाँ जा रहा हूँ तो भाभी बोली उधर आराम से रहना कोई शैतानी ना करना आजकल तेरा को भरोसा नही है मैने मोका देखकर उनके गालो को चूमा और कहा कि आप चिंता ना करो और फिर चल पड़ा बुआ की ससुराल की तरफ



दोपहर बाद तक मैं वहाँ पहुच गया सभी से दुआ-सलाम की शादी का घर था तो रोनक सी छाई हुई थी 4 दिन बाद शादी थी तो कुछ मेहमान लोग भी आए हुए थे बुआ बड़ी ही खुश हो गयी थी मुझे देख कर उन्होने मुझे चाइ-पानी करवाया और कहा कि तू कुछ देर आराम करले मैं कुछ काम निपटा कर आती हू



मैने कहा बुआ मैं ज़रा सबसे मिल लेता हूँ वैसे भी बुआ के यहाँ कई सालो बाद गया था मैं नलके पर अपना मूह धो ही रहा था कि तभी किसी ने कहा कि तो आ गये लेफ्टिनेंट साहब मैने पीछे मूड कर देखा तो बस देखता ही रह गया ये प्रिया थी फूफा के बड़े भाई की दूसरे नंबर वाली लड़की इसी की बड़ी बहन की शादी थी मैने रुमाल से अपना मूह पोंछते हुए कहा तुम प्रिया हो ना वो बोली शूकर है पहचान लिया मैं तो सोच रही थी कि जानोगे या नही



मैने कहा जानूंगा क्यू नही पर तू तो काफ़ी बड़ी हो गयी है वो बोली आप भी तो अब बड़े हो गये हो मैने कहा टाँग खीच रही है मेरी वो बोली हमारी इतनी हिम्मत कहाँ कि आर्मी ऑफीसर से पंगा ले मैने कहा यार सबको क्या हो गया है कोई यही बात रट के बैठा है फिर हम पास रखी कुर्सियो पर बैठ गये और बाते करने लगे मैने कहा यार और लोग कहाँ है कब से कोई दिख ही नही रहा है तो प्रिया बोली भाई लोग तो बाजार गये कुछ खरीदारी करने आते ही होंगे
Like Reply


Messages In This Thread
RE: हार तरफ चुत हि चुत (BIG & HOT STORY) - by Pagol premi - 06-12-2020, 08:45 AM



Users browsing this thread: 7 Guest(s)