06-12-2020, 12:08 AM
2 मिनट किस करने के बाद मैं नीचे आया और उसके पेट को चूमने लगा उसकी स्किन बहुत ही ज़्यादा सॉफ्ट थी तो वो गुदगुदी से उछलने लगी कुछ देर उसकी नवल को चूमा फिर पैंटी के उपर से ही चूत पर दाँत गाढ़ने लगा वो तो जल बिन मछली की तरह से बेड पर काम वासना मे जलती हुई तड़प रही थी और आहे भर रही थी पद्मिेनी के बदन की गर्मी से कमरा भी जैसे सुलग ही उठा था मैं उसके उपर से हटा और जल्दी से पूरा नंगा हो गया खुली हवा मे आते ही लंड महाराज अपना रोद्ररूप दिखाने लगे मैने उसकी पैंटी को सरकाने की कोशिश की तो उसने अपने कुल्हो को थोड़ा सा उपर कर लिया और मैने आसानी से पैंटी को भी उतार कर फेंक दिया अब हम दोनो नंगे ही बेड पर थे मैने उसकी टाँगो को फैलाया और चूत पर जीभ फिराने लगा पद्मि नी की चूत बेहद गरम हो रही थी कुछ देर चाटने के बाद मैने आइस बॉक्स से एक कूब निकाली और चूत पर रख दी पद्मिननी तो जैसे पागल ही हो गयी थी उस टाइम मैने क्यूब को चूत पर रगड़ना चालू किया चूत की गर्मी से वो पिघलने लगी और पद्मिोनी अपनी टाँगे पटाकने लगी थी जब क्यूब थोड़ी सी छोटी हुवी तो मैने उसको चूत के छल्ले मे फसा दिया और दाने को चूमने लगा पद्मि नी का पूरा बदन काम वासना से भर चुका था तो कुछ देर उसकी चूत के साथ मस्ती करने के बाद मैने अपने लंड को चूत पर टिका दिया और वही पर हौले हौले रगड़ने लगा पद्मिननी अपनी आखे फाडे मुझे ही देख रही थी तो मैं उस पर झुकते हुए उसके कान मे बोला भाभी डालु क्या तो वो बस इतना ही बोली कि हूंम्म्मममममममममममम और अगले ही पल मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ते हुए अंदर जाने लगा उसका पूरा बदन एक दम से टाइट हो गया वैसे तो वो भी एक्सपीरियेन्स होल्डर थी ही वो बोली अम्म्म्मममममममममममममाआआआआआआआआआआ कितना मोटा है तुम्हारा मेरी चूत तो छिल गयी लगता है मैने कहा भाभी कुछ नही होता बस एक मिनट और , और अगले झटके के साथ मैं पूरी तरह से उसमे समाता चला गया चूत का छल्ला मेरे लंड पर बुरी तरह से कसता चला गया बेहद ही गदराई हुवी चूत थी पद्मिलनी की तो मैने उसकी मोरनी सी गर्दन को चूमना शुरू किया और उसको चोदने लगा कुछ मिनट बाद उसने भी रफ़्तार पकड़ ली और मेरा साथ देने लगी बेड पर मैने आज तक इतनी हॉट औरत कभी नही चोदि थी अब वो मेरे होंठो को चूस रही थी और लगातार नीचे से सुर मे सुर मिलाते हुए चुद रही थी कुछ मिनट बाद उसने अपनी टाँगे उठा कर मेरे कंधो पर रख दी और फिर से चुदवाने लगी मैं बुरी तरह से उसकी चूत को पीट रहा था हम दोनो एक दूसरे मे समाए हुए जिंदगी के सबसे बड़े सुख की तलाश कर रहे थे
हमारी सांसो की सरगोशिया एक गीत सा गाने लगी थी थप थप मेरा लंड उसकी चूत से टकरा रहा था आज मैने पद्मि नी को पा ही लिया था काफ़ी देर तक मैं उसको वैसे ही चोदता रहा फिर मैं एक बार फिर से उसपे सवार हो गया और दबा दबा उसकी चूत मारने लगा आधे घंटे से भी उपर हो चला था पर हम दोनो लगे हुए थे फिर आख़िर पद्मिेनी की चूत ने दम तोड़ दिया और वो एक तेज आह भरते हुए झड़ने लगी लंड उसके पानी से और भी ज़्यादा गुस्से मे आ गया और मैं तेज तेज स्ट्रोक लगाने लगा और थोड़ी देर बाद मैने भी उसकी चूत को अपने पानी से लबा लब भर दिया बेशक मैं झड गया था पर लंड का तनाव बिल्कुल कम नही हुआ था और ना मेरा जोश ठंडा हुआ था तो मैने दुबारा धक्के लगाने शुरू किए कुछ देर बाद वो बोली कि हटो मुझे छोड़ो अब मुश्किल हो रहा है तो मैने चूत पर थोड़ा थूक लगाया और फिर से उसको चोदने लगा अब वोहैईईईईईईईईईईईई आहियीईईईईईईईईई उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ करने लगी और छोड़ने को कहने लगी पर मैं लगातार उसको चोदे जा रहा आ था
मुझ पर एक जुनून सा चढ़ गया था मैने उसकी चूची को मुँह मे लिया और पीते पीते लंड को अंदर बाहर करने लगा पद्मिूनी पर इसका जादुई असर हुआ और वो भी दुबारा से गरम होने लगी उसके बाल बिखर गये थे होंठो की लिपीसटिक उड़ चुकी थी कुछ मेरे होंठो पर लगी पड़ी थी एसी चल रहा था तब भी हमारे पसीने आ रहे थे बेड पर चोद्ते चोद्ते कई देर हो गयी थी तो मैने उसको फर्श पर घोड़ी बना दिया और चूत को चाटने लगा चूत से मेरे वीर्य और उसके पानी का मिला जुला टेस्ट आ रहा था जल्दी ही उसके चुतड फडक उठे तो मैने लंड को चूत मे डाला और दे दना दान दे दना दान घोड़ी बनी पद्मिमनी को स्वर्ग की सैर करवाने लगा पद्मिेनी तो अब पागला ही गयी थी और तमिल मे कुछ कुछ बड़बड़ा रही थी पसीने से हमारा शरीर बुरी तरह चिप चिप कर रहा था पर मैं उसकी पतली कमर को थामे लगातार उसको चोदे जा रहा था और वो भी मस्ती मे चुदे जा रही थी कभी मैं उसके बोबो को मसलता कभी चुतड़ों पर थपकी लगाता तो कभी उसकी पूरी पीठ को चूमता पता नही कितना टाइम बीत गया था वो फर्श पर घोड़ी बनी हुई थी फिर वो ज़ोर से बोली कि मैं जाने वाली हू तो मैने उसको लिटाया और और भी तेज़ी सी उसको चोदने लगा वो बार बार अपनी मुत्ठियो को खोल बंद कर रही थी तभी मेरे सारे बदन का ज़ोर लंड की नसों मे इकट्ठा होने लगा और फिर जैसे ही उसकी चूत से काम रस का बाँध टूटा मेरा लंड भी पिघल गया और हम दोनो के रस आपस मे मिलने लगे हम दोनो आज धन्य हो गये थे आज की रात एक ना भूलने वाली रात थे मेरे लिए डिसचार्ज होने के बाद भी मैं उसके उपर ही पड़ा रहा और फिर ना जाने कब हमारी आँख लग गयी
अगले दिन जब मेरी आँख खुली तो मैने देखा कि मासूम पद्मियनी मेरे सीने पर अपना सर रखे सो रही थी मैने उसको जगाया तो खुद को नंगी देख कर वो शर्मा गयी और कपड़े पहन ने लगी तो मैने उसका हाथ पकड़ लिया और कहा भाभी कल आपने जो मुझे दिया उसके लिए थॅंक्स तो वो बोली कि कल रात जो भी हमारे बीच हुआ हम दोनो की सहमति से हुआ था और ये राज हमारे बीच ही रहना चाहिए तो मैने कहा आप इस बात की टेन्षन मत लो तो वो नंगी ही शीशे की तरफ गयी और बाहर देखने लगी तो मैने उनके पीछे जाके उनको बाहों मे ले लिया और उनके उभारों को दबाने लगा तो वो बोली उठते ही चालू तो मैने कहा कि आप हो ही इतनी स्वीट तो कैसे रुकु वो अपनी गान्ड को पीछे करके हिलाने लगी तो मेरे लंड मे तनाव आना शुरू हो गया मैं लगातार उसकी भारी भारी चूचियो को दबाए जा रहा था जैसे ही लंड अपने रोल मे आया मैने उसको वही पर घुटनो के बल झुका दिया और एक ही झटके मे उसकी गीली चूत मे लंड को घुसा दिया पद्मििनी ने एक गहरी सांस भरी और मैं उसकी कमर को थामे लगा लंड आगे पीछे करने पद्मि नी की पूरी पीठ पर हाथ फेरते हुए मैं उसको चोदे जा रहा था वो उफफफफफफफफ्फ़ उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ओह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओह ईईईईईईईईईईईईईईईईसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ईईसस्सययययययययययययययययययययययययययययययययययययययसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स कोँम्म्मममममममममममममममममममममममममममममममममम्मूऊऊऊन्न्नमनननननननननननननणणन् फुउऊुऊउक्कककककककककककक मीईईईईईई फुउऊुुुुऊउक्ककककककककककककककक मिईीईईईईईईईईईईईई किए जा रही थी वो थोड़ा ज़ोर ज़ोर से मोनिंग कर रही थी जिस से मुझे और भी मज़ा आ रहा था पद्मिोनी को चोदने मे ऐसे ही काफ़ी देर तक उसको चोदने के बाद मैने उसको बेड पर लिटाया और फिर से घमासान शुरू हो गया वो किसी गुड़िया की तरह से मुझ से चिपक गयी थी आधे घंटे तक दबा के उसकी चूत मारी फिर हम ढेर हो गये चुदाई के बाद वो बाथरूम मे घुस गयी और मैं वही बेड पर ही लेट गया पूरे एक घंटे बाद नो नहा धोकर बाहर आई।
अब मेरी बारी थी तैयार होने मे ही दोपहर हो गयी थी फिर हम नीचे रेस्टोरेंट मे लंच के लिए गये पद्मिोनी ने नम्रता को बता दिया था कि आज हम मुंबई घूमने जा रहे है तो फिर लंच करके सीधा बंद स्टॅंड की तरफ निकल गये
ये मुंबई के प्रेमियो का एक जबरदस्त अड्डा है तो हम वहाँ पहुच गये बड़े बड़े पत्थरों के बीच प्रेमी जोड़े घुसे पड़े थे तो थोड़ी देर घूमने के बाद हम ने भी एक शांत सी जगह चूज़ की और बैठ गये भाभी कुलफी खा रही थी तो मैं भी उनकी कुलफी ही खाने लगा मैं कुलफी कम खा रहा था और उनके होंठो को ज़्यादा खा रहा था मैने उनकी चूचियो पर हाथ रखे तो उन्होने मना किया थोड़ी देर चूमा चाटी के बाद हम वहाँ से निकल लिए अब बांद्रा स्टॅंड थे तो सलमान का घर भी देख लिए रोड के किनारे खड़े होके फिर थोड़ा कुछ खाया पिया तो मैने सिद्धि विनायक के बारे मे बड़ा सुना था तो शाम को हम आरती मे गये वहाँ पर बड़ा ही अच्छा लगा प्रभु की शरण मे आकर काफ़ी टाइम उधर ही बिताया रात तो हो ही गयी थी पर ये ही तो टाइम था मुंबई विज़िटिंग का फिर मूर्ति सर का फोन आया तो वो उनसे बात करने मे बिज़ी हो गयी मैं थोड़ा साइड मे खड़ा हो गया तभी एक लड़की मेरे पास आई और बोली कि चलता है क्या तो मैं बोला कहाँ चलना है तो वो बोली अरे नही समझा क्या मैं बोला ना तू ही बता तो वो मराठी मे कुछ बोली पर अपने पल्ले ना पड़ा वो फिर डाइरेक्ट्ली बोली की चूत मारेगा 1000 रेट है तू 800 दे दियो तो मैने कहा चल भाग इधर से साली रंडी चूतिया समझा है क्या तो वो मुझसे उलझने लगी तबी पद्मिेनी आ गयी और उसने बात को संभाला फिर हम वहाँ से चल पड़े थोड़ा और घूमने के बाद हम वापिस होटेल आ गये अगले दिन नम्रता की शादी थी तो वहाँ भी जाना था रूम मे आते ही मैने पद्मििनी को पकड़ लिया और मसल्ने लगा वो बोली दो मिनट तो रूको ना ऐसा भी क्या है मुझमे जो तुम इतने बेसब्रे हो जाते हो तो मैने कहा आप को नही पता आप तो एक दीया हो अब औरत कोई भी हो अपनी तारीफ़ सुनकर खुश ही हो जाती है उसकी तारीफ़ करते करते ही मैने उसको नंगी कर दिया तो वो नीचे बैठ गयी और मेरी पॅंट को खिसकाते हुए मेरे लंड को बाहर निकाल लिया और अपने मुँह मे भर के चूसने लगी सुपाडे पर उनकी जीभ की थिरकन ने मेरे बदन मे आग लगा डाली वो बड़ी ही कुशलता ही आहिस्ते आहिस्ते लंड को अपने मुँह मे अंदर बाहर करते हुए चूसे जा रही थी फिर उन्होने लंड को बाहर निकाल दिया और टट्टो पर टूट पड़ी उनको दाँतों से काट ते हुए वो मुझे एक अलग प्रकार का ही मज़ा दे रही थी मैं बस अपनी आँखे बंद किए मस्ती से आहे भरता हुआ उनको लंड चुस्वाए जा रहा था 10-12 मिनट तक चुसवाने के बाद मैने थूक से सने हुए लंड को उनके मुँह से बाहर निकाला और उनको बेड पर उल्टी लिटा दिया और उनके छोड़े छोड़े चुतड़ों को फैलाते हुए गान्ड के भूरे भूरे छेद को उंगलियो से सहलाने लगा जैसे ही मैने उनकी गान्ड मे थोड़ी सी उंगली को घुसाया उन्होने अपने कुल्हो को भींच लिया और बोली आराम से पेन होता है तो मैने कहा भाभी थोड़ा सा पेन सह लो मैने अपना मुँह गान्ड पर लगा दिया और गान्ड को चाटने लगा उनका बदन हल्के हल्के से काँपने लगा 5-7 मिनट बाद मैने अपना मुँह उनके कुल्हो से हटा लिया
और बॅग से वसलीन निकाल कर गान्ड के छेद पर अच्छे से मल दी उसके बाद मैने लंड को वहाँ सटा ते हुए एक धक्का मारा तो गान्ड का रास्ता अपने आप खुल ता चला गया और सुपाडा बड़ी ही शान से उस प्रवेश द्वार को चीरते हुए गान्ड मे घुस गया उन्होने एक दर्द भरी चीख मारी तो मैने उनको टाइट पकड़ लिया वो बोली प्लीज़ आराम आराम से करना तो मैने कहा ओके और आहिस्ता आहिस्ता करते हुए लंड को गान्ड मे आगे करने लगा इस तरह थोड़ी मेहनत के बाद मैने जड़ तक लंड को गान्ड मे पहुचा दिया और फिर कोई 10 मिनट बाद जब पद्मि्नी थोड़ी सी सामान्य हुई तो मैं लंड को आगे पीछे करने लगा पर वो फिर से दर्द भरी सिसकारिया लेने लगी मुझे उसकी गान्ड मारने मे चूत से भी ज़्यादा मज़ा आ रहा था कुछ देर बाद मैने उसको बेड के सिरहाने पर झुका दिया और गान्ड मे दना दान लंड पेलने लगा पद्मिेनी हाई हाई करती हुए लंड के झटको पर नाचने लगी गान्ड मारते मारते मैं अपना हाथ उसकी चूत पर ले गया और दाने को मसल्ने लगा अब वो और भी ज़्यादा मस्त हो गयी और उसकी सिसकारियो ने पूरे रूम के तहलका ही मचा दिया जैसे मैं आगे से उसकी चूत मे लगातार उंगली कर रहा था और पीछे से गान्ड मे लंड डाले था तो उसको एक तरह से दोहरा मज़ा प्राप्त हो रहा था उसके मुँह से निकलती हर एक आह मुझे बेकाबू कर रही थी अब उसको गान्ड के दर्द की कोई परवाह नही थी वो तो बस उस मज़े को लूट रही थी और मैं तो खुश था ही मुझे पद्मिीनी जैसे माल से संससर्ग करने का मौका मिल रहा था फिर अचानक से उसने अपनी दोनो टाँगो को भीच लिया और एक गहरी आह भरते हुए झड़ने लगी उसकी चूत से रिस्ते पानी से मेरी उंगलिया पूरी तारह से भीग गयी थी और ठीक उसी टाइम मैने लंड ने गान्ड मे ही पिचकारी मारी और मेरे लंड से भी सफेद गाढ़े रस की धारा बह चली पद्मिपनी की लिए ये एक दम नया एक्सपीरियेन्स था कुछ तो दिन भर की थकान थी और कुछ इस चुदाई ने बदन तोड़ डाला था तो फिर ना जाने कब नींद ने अपने आगोश मे ले लिया
अगले दिन जब मैं उठा तो मेरा पूरा बदन दर्द कर रहा था मैने देखा कि पद्मिदनी बेड पर नही थी मैने बाथरूम का डोर नॉक किया तो पता चला कि वो अंदर है तो मैने कहा गेट खोलो ना तो उसने गेट खोल दिया मैने जब उसको देखा तो देखता ही रह गया साबुन के झाग मे लिपटा उसका गोरा भरा हुआ बदन बड़ा ही सेक्सी लगा मुझे पर मुझे मूतना था तो मैं पेशाब करने लगा वो मेरे लंड से निकलते हुए पेशाब की धार को देखने लगी फिर मैं वही कॅमोड पर बैठ गया और उसको नहाते हुए देखने लगा उसने शवर ऑन कर दिया और अपने बदन को रगड़ते हुए साबुन को हटाने लगी वो भी आज कुछ अलग ही मूड मे थी तो नहाते नहाते वो अपनी चूत पर उंगली फिराने लगी और अपने निचले होंठो को दाँतों से काट ते हुए मेरी ओर देखने लगी और फिर उसने दो उंगलिया अपनी चूत मे घुसा ली और तेज तेज उनको अंदर बाहर करने लगी मुझे उसको ऐसा करते हुए देख कर बड़ा ही मज़ा आ रहा था थोड़ी देर वो तेज तेज उंगलिया चलाती फिर वो उन उंगलियो को अपने मुँह मे डाल कर चाटने लगती वो मुझे तडपा रही थी अपनी अदाए दिखा कर पर मैं बिल्कुल शांत कॅमोड पर बैठे उसको ही देखे जा रहा था फिर वो चल कर मेरे पास आई और अपनी चूत से उंगली निकाल कर मेरे मुँह मे डाल दी मैं उसकी चूत के रस से सनी उंगली को किसी आइस-क्रीम स्टिक की तरह चूसने लगा उसने एक आह भरी और फिर से चूत मे उंगली करने लगी उसका पूरा बदन बेहद गोरा था पर उसकी चूत एक दम काली थी जिस से वो बड़ी ही प्यारी लगती थी
मुझे पर उसका इरादा समझ नही आ रहा था तो मैने कहा कि डार्लिंग आज क्या प्लान है तो उसने अपनी उंगली मेरे होंठो पर रख दी और बोली कि तुम बस शांत रहो फिर उसने मुझे खड़ा किया और बाथरूम के बीच मे ले जाकर खड़ा कर दिया और बॉडी वॉश की बॉटल लेकर मेरे पूरे शरीर पर रगड़ने लगी उसे कोमल कोमल हाथ जब मेरे शरीर पर रेंग रहे थे तो मुझे एक बेहद ही अच्छा महसूस हो रहा था मैं अपनी सारी चिंता सब कुछ भूल गया था और बस मेरे सामने थे पद्मि नी वो बड़े ही प्यार से मेरे शरीर के प्रत्येक अंग को बॉडी वॉश से सॉफ किए जा रही थी आधे घंटे तक वो मेरी शरीर को रगड़ती रही फिर उसने मुझे नहलाना शुरू किया मैं जैसे कही खो गया था मुझे नही पता वो क्या कर रही थी क्या नही कर रही थी मुझे अच्छे से नहलाने के बाद वो नीचे बैठी और मेरी गोलियो पर जीभ फेरने लगी उसकी लंबी जीभ का लिज़लीज़ा स्पर्श से मेरे अंडकोष टाइट होने लगे और लंड मे खून ज़ोर मारने लगा तो लंड उत्तेजित होकर उसकी नाक से टकराने लगा वो सुपाडे को सूंघने लगी काफ़ी देर तक वो बस गोलियो को ही चूस्ति रही फिर उसने कुछ ऐसा किया कि मैं तो एक दम हैरान ही हो गया और उसकी अदा का दीवाना हो गया
हुआ कुछ यू कि वो मेरी गोलियो को चाट ते चाट ते वो थोड़ा सा और नीचे की तरफ गयी और मेरी गान्ड पर अपना मुँह लगा कर उसको चाटने लगी मेरा पूरा बदन हिल गया उसकी इस हरकत से मान गया बॉस सुना तो था कि औरत मे इतनी आग होती है आज देख भी लिया था वो मेरे कुल्हो पर अपनी जीभ फेरे जा रही थी मुझे थोड़ा सा अजीब भी लग रहा था पर मैने उसको रोका नही जब तक उसका मन नही भरा वो अपनी मन मानी करती ही रही फिर हम रूम मे आ गये उसने मुझे बेड पर लिटाया और पास रखी हनी के बोतल से कुछ हनी अपने हाथ मे लिया और मेरे चेहरे पर गिराने लगी आज पद्मि नी का एक नया रूप देखने को मिला था मुझे मेरे होंठो गालो और गर्दन पर शहद लगाने के बाद उसने कुछ सहद मेरी चेस्ट पर गिराया और फिर ढेर सारा मेरे लंड और गोलियो पर भी गिरा दिया और वो मेरे उपर चढ़ बैठी और लगी मेरे होंठो और गालो को खाने बड़ी ही वाइल्ड हरकते कर रही थी वो आज पर मैने उसको एक सेकेंड के लिए भी नही टोका कमरे मे बेहद शांति थी बस कभी कभी सांसो की आवाज़ भूले-भटके सुनाई दे जाती थी चेहरे को चाटने के बाद वो मेरी चेस्ट पर झुक गयी और मेरी निप्प्लस पर लगे हनी को जीभ फिरा फिरा कर मज़े से खाने लगी जब उसके दाँत मेरी चेस्ट मे धंसते तो मैं मस्ती मे भर उठा आज तक मैने ना जाने कितनी औरतो की चूची निचोड़ निचोड़ कर पी थी पर आज पद्मिमनी मेरी चेस्ट के साथ खिलवाड़ कर रही थी
मैने अपनी आँखे बंद कर ली और खुद को उसके हवाले कर दिया 5-7 मिनट बाद वो अब लंड पर पहुच गयी पर लंड को एक छोटा सा किस करके साइड से गोलियो पर आ गयी और उनको मुँह मे भर के खाने लगी मैं सोच रहा था कि शूकर है कि इसके पास लंड नही है वरना आज तो गान्ड ही मर्वानी पड़ती फिर उसने मेरी टाँगे खोली और गान्ड पर लगे हनी को भी चाटने लगी अब मेरी उत्तेजना इतनी बढ़ गयी थी कि बस अब मैं उसको पटक कर चोदने ही वाला था कि तभी वो मेरे लंड पर आ गयी और उसको अपने गले तक ले जाते हुए खप खप मुँह मे ले के अंदर बाहर करने लगी लंड अब भरा तो बैठा ही था लंड चूस्ते चुस्ते ही वो 69 मे आ गयी और बोली कि चलो तुम भी मुझे थोड़ा सा आनंद दो तो मैने अपनी गर्दन थोड़ा सा उठाई और उसकी टपकती चूत को अपने मुँह मे लेके उसके रस को निचोड़ने लगा दूसरी तरफ वो मेरे लंड पर अपने होंठो का जादू दिखा रही थी आज उसकी चूत से कुछ ज़्यादा ही पानी बह रहा था और लग भी बड़ा टेस्टी रहा था तो दोस्तो 10-15 मिनट तक हम दोनो एक दूसरे की तस्सल्ली करते रहे फिर हम लगभग साथ साथ ही झाड़ गये और बेड पर पसर कर अपनी अपनी सांसो को दुरुस्त करने लगे
फिर पद्मिचनी उठी और मुझे पानी का गिलास भर के दिया एक के बाद एक करके मैं तीन चार गिलास पानी खीच गया जैसा कि मैं पहले भी बता चुका हू कि सेक्स के बाद मेरा गला कुछ ज़्यादा ही सूख जाता है फिर हम दुबारा से बाथरूम मे घुस गये और फटाफट तैयार होने लगे आज नम्रता की शादी थी तो दोपहर तक हमे वेन्यू पर पहुचना था पद्मिमनी ने टिपिकल साउत इंडियन साड़ी पहनी थी तो मैने जीन्स पर ब्लेज़र लगा लिया था जल्द बाजी मे कुछ थोड़ा बहुत खाया और फिर जो भी ज़रूरी सामान लेना था कॅरी किया और चल पड़े हम वहाँ जाकर देखा तो सभी मेहमान आ गये थे चूँकि शादी दिन मे थी तो मुझे थोड़ा अजीब सा लगा क्योंकि हमारे यहाँ तो रात मे शादी होती है पर अपने को क्या तो मेरे पास उस दिन वाले लड़के लड़किया आ गये और बोली भैया चलो ना डॅन्स करते है मैने कहा आप करो मेरा मूड नही है तो बोले भैया प्लीज़ तो मैने कहा ठीक है पर थोड़ी देर तो वो बोले ओके भैया जैसे जैसे टाइम बीत रहा था धमाल मच रहा था और मेरी नज़र तो बस पद्मिानी पर ही थी अब वो नम्रता की खास दोस्त थी तो वो उसके ही साथ थी तो मैने उसको इशारे से बुलाया और उसका हाथ पकड़ कर डॅन्स फ्लोर पर ले गया और ड्ज को बोला एक मस्त गाना लगा पंजाबी तो वो बोला कि सर यहाँ तमिल गाने चलाने को ही बोला गया है तो मैने कहा अबे तू बिंदास बजा मैं देख लूँगा तो भाई लगवा के गाना मैं लगा ड्ज पर नाचने जब एक बार फोजी का पैर खड़क गया तो फिर चाहे तमिल सोन्ग हो या और कुछ अपन तो लगे कुछ और लोग भी आ गये जो उस दिन मेरे साथ डॅन्स कर रहे थे मैने पद्मि नी को कहा आपके दोस्त की शादी है लगा दो दो चार ठुमके तो वो भी आ गयी फिर भाई मैं ना रुका ना वो रुकी पूरे डॅन्स फ्लोर पर अपना ही कब्जा था 20-25 मिनट तक जम के डॅन्स किया सभी लोग पूरा एंजाय कर रहे थे फिर मैं वहाँ से हट गया और एक कुर्सी पर जा कर बैठ गया गर्मी लगने लगी थी तो ब्लेज़र को निकाल कर रख दिया तो पद्मिगनी मेरे लिए कोल्ड ड्रिंक ले आई और मेरे साथ वाली कुर्सी पर ही बैठ गयी मेरा ध्यान कोल्ड ड्रिंक से ज़्यादा उसकी उपर नीचे होती चूचियो पर था तो मैने कहा भाभी चलो कुछ तूफ़ानी करते है वो बोली अब क्या करोगे तो मैंन हौले से कहा कि चुदाई और क्या तो वो बोली यहाँ पे पागल हो क्या तो मैने कहा ये भी एक अड्वेंचर ही है आप किसी तरह से टाय्लेट मे घुस जाओ बाकी मैं देख लूँगा तो वो बोली कि शादी का माहौल है कही कुछ प्राब्लम ना हो जाए अभी रहने दो रात को कर लेना जो भी करो तो मैने कहा अरे कुछ नही होगा आप ये बताओ कि लॅडीस टाय्लेट कॉन सी साइड है तो वो बोली कि उपर वाले फ्लोर पर लेफ्ट साइड मे तो मैने कहा कि आप मोका देख कर वहाँ खिस्को और फिर मुझे मिस कॉल करना मैं आ जाउन्गा तो वो बोली ठीक है मैं करती हू अड्जस्ट चलो तुम्हारे साथ ये एक्सपीरियेन्स भी
हो जाएगा तो दस मिनट बाद उनकी मिस कॉल आई मैं नज़र बचाते बचाते उपर के फ्लोर पर पहुच गया वहाँ तो सन्नाटा पसरा पड़ा था क्यों कि सभी शादी मे बिज़ी थे मैं झट से अंदर घुस गया और डोर को बंद कर लिया और पद्मिीनी को अपनी बाहों मे ले लिया वो डरते हुए बोली कि जल्दी से ही करना कही कोई आ ना जाए मैने कहा आप अभी कुछ मत बोलो अब किस भी नही कर सकता था कही लिपीसटिक ना खराब हो जाए तो झट से पॅंट को नीचे किया और भाभी को भी थोड़ा सा झुका दिया साड़ी और पेटिकोट को उपर किया और पैंटी को नीचे सरका दिया लंड के टोपे पर थूक लगाया और लंड को चूत मे पेल दिया और दना दन पद्मिोनी की ठुकाई शुरू कर दी पद्मिचनी गहरी साँसे लेने लगी मैने उनकी कमर को कस के पकड़ लिया और तूफ़ानी चुदाई शुरू कर दी मैं भी जल्दी से ही काम निपटाना चाहता था पर ये काम जल्दी से निपट ता ही नही है पद्मि नी अपने दाँत भीचे बार बार कह रही थी कि जल्दी करो जल्दी करो मैने कहा दो मिनट चुप रहो और दना दन चूत को फाड़ने लगा मस्ती का रंग तो उस पर भी था पर वो थोड़ा सा घबरा रही थी इसलिए तो 15-20 फिर भी लग ही गये और एक बार फिर से मैने उसकी चूत को वीर्य से भर दिया उसने अपनी पैंटी से ही चूत को पोन्छा और फिर उसको पहन लिया फिर उसने थोड़ा सा अपने कपड़े ठीक किए और इधर उधर देख कर निकल गयी
हमारी सांसो की सरगोशिया एक गीत सा गाने लगी थी थप थप मेरा लंड उसकी चूत से टकरा रहा था आज मैने पद्मि नी को पा ही लिया था काफ़ी देर तक मैं उसको वैसे ही चोदता रहा फिर मैं एक बार फिर से उसपे सवार हो गया और दबा दबा उसकी चूत मारने लगा आधे घंटे से भी उपर हो चला था पर हम दोनो लगे हुए थे फिर आख़िर पद्मिेनी की चूत ने दम तोड़ दिया और वो एक तेज आह भरते हुए झड़ने लगी लंड उसके पानी से और भी ज़्यादा गुस्से मे आ गया और मैं तेज तेज स्ट्रोक लगाने लगा और थोड़ी देर बाद मैने भी उसकी चूत को अपने पानी से लबा लब भर दिया बेशक मैं झड गया था पर लंड का तनाव बिल्कुल कम नही हुआ था और ना मेरा जोश ठंडा हुआ था तो मैने दुबारा धक्के लगाने शुरू किए कुछ देर बाद वो बोली कि हटो मुझे छोड़ो अब मुश्किल हो रहा है तो मैने चूत पर थोड़ा थूक लगाया और फिर से उसको चोदने लगा अब वोहैईईईईईईईईईईईई आहियीईईईईईईईईई उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ करने लगी और छोड़ने को कहने लगी पर मैं लगातार उसको चोदे जा रहा आ था
मुझ पर एक जुनून सा चढ़ गया था मैने उसकी चूची को मुँह मे लिया और पीते पीते लंड को अंदर बाहर करने लगा पद्मिूनी पर इसका जादुई असर हुआ और वो भी दुबारा से गरम होने लगी उसके बाल बिखर गये थे होंठो की लिपीसटिक उड़ चुकी थी कुछ मेरे होंठो पर लगी पड़ी थी एसी चल रहा था तब भी हमारे पसीने आ रहे थे बेड पर चोद्ते चोद्ते कई देर हो गयी थी तो मैने उसको फर्श पर घोड़ी बना दिया और चूत को चाटने लगा चूत से मेरे वीर्य और उसके पानी का मिला जुला टेस्ट आ रहा था जल्दी ही उसके चुतड फडक उठे तो मैने लंड को चूत मे डाला और दे दना दान दे दना दान घोड़ी बनी पद्मिमनी को स्वर्ग की सैर करवाने लगा पद्मिेनी तो अब पागला ही गयी थी और तमिल मे कुछ कुछ बड़बड़ा रही थी पसीने से हमारा शरीर बुरी तरह चिप चिप कर रहा था पर मैं उसकी पतली कमर को थामे लगातार उसको चोदे जा रहा था और वो भी मस्ती मे चुदे जा रही थी कभी मैं उसके बोबो को मसलता कभी चुतड़ों पर थपकी लगाता तो कभी उसकी पूरी पीठ को चूमता पता नही कितना टाइम बीत गया था वो फर्श पर घोड़ी बनी हुई थी फिर वो ज़ोर से बोली कि मैं जाने वाली हू तो मैने उसको लिटाया और और भी तेज़ी सी उसको चोदने लगा वो बार बार अपनी मुत्ठियो को खोल बंद कर रही थी तभी मेरे सारे बदन का ज़ोर लंड की नसों मे इकट्ठा होने लगा और फिर जैसे ही उसकी चूत से काम रस का बाँध टूटा मेरा लंड भी पिघल गया और हम दोनो के रस आपस मे मिलने लगे हम दोनो आज धन्य हो गये थे आज की रात एक ना भूलने वाली रात थे मेरे लिए डिसचार्ज होने के बाद भी मैं उसके उपर ही पड़ा रहा और फिर ना जाने कब हमारी आँख लग गयी
अगले दिन जब मेरी आँख खुली तो मैने देखा कि मासूम पद्मियनी मेरे सीने पर अपना सर रखे सो रही थी मैने उसको जगाया तो खुद को नंगी देख कर वो शर्मा गयी और कपड़े पहन ने लगी तो मैने उसका हाथ पकड़ लिया और कहा भाभी कल आपने जो मुझे दिया उसके लिए थॅंक्स तो वो बोली कि कल रात जो भी हमारे बीच हुआ हम दोनो की सहमति से हुआ था और ये राज हमारे बीच ही रहना चाहिए तो मैने कहा आप इस बात की टेन्षन मत लो तो वो नंगी ही शीशे की तरफ गयी और बाहर देखने लगी तो मैने उनके पीछे जाके उनको बाहों मे ले लिया और उनके उभारों को दबाने लगा तो वो बोली उठते ही चालू तो मैने कहा कि आप हो ही इतनी स्वीट तो कैसे रुकु वो अपनी गान्ड को पीछे करके हिलाने लगी तो मेरे लंड मे तनाव आना शुरू हो गया मैं लगातार उसकी भारी भारी चूचियो को दबाए जा रहा था जैसे ही लंड अपने रोल मे आया मैने उसको वही पर घुटनो के बल झुका दिया और एक ही झटके मे उसकी गीली चूत मे लंड को घुसा दिया पद्मििनी ने एक गहरी सांस भरी और मैं उसकी कमर को थामे लगा लंड आगे पीछे करने पद्मि नी की पूरी पीठ पर हाथ फेरते हुए मैं उसको चोदे जा रहा था वो उफफफफफफफफ्फ़ उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ओह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओह ईईईईईईईईईईईईईईईईसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ईईसस्सययययययययययययययययययययययययययययययययययययययसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स कोँम्म्मममममममममममममममममममममममममममममममममम्मूऊऊऊन्न्नमनननननननननननननणणन् फुउऊुऊउक्कककककककककककक मीईईईईईई फुउऊुुुुऊउक्ककककककककककककककक मिईीईईईईईईईईईईईई किए जा रही थी वो थोड़ा ज़ोर ज़ोर से मोनिंग कर रही थी जिस से मुझे और भी मज़ा आ रहा था पद्मिोनी को चोदने मे ऐसे ही काफ़ी देर तक उसको चोदने के बाद मैने उसको बेड पर लिटाया और फिर से घमासान शुरू हो गया वो किसी गुड़िया की तरह से मुझ से चिपक गयी थी आधे घंटे तक दबा के उसकी चूत मारी फिर हम ढेर हो गये चुदाई के बाद वो बाथरूम मे घुस गयी और मैं वही बेड पर ही लेट गया पूरे एक घंटे बाद नो नहा धोकर बाहर आई।
अब मेरी बारी थी तैयार होने मे ही दोपहर हो गयी थी फिर हम नीचे रेस्टोरेंट मे लंच के लिए गये पद्मिोनी ने नम्रता को बता दिया था कि आज हम मुंबई घूमने जा रहे है तो फिर लंच करके सीधा बंद स्टॅंड की तरफ निकल गये
ये मुंबई के प्रेमियो का एक जबरदस्त अड्डा है तो हम वहाँ पहुच गये बड़े बड़े पत्थरों के बीच प्रेमी जोड़े घुसे पड़े थे तो थोड़ी देर घूमने के बाद हम ने भी एक शांत सी जगह चूज़ की और बैठ गये भाभी कुलफी खा रही थी तो मैं भी उनकी कुलफी ही खाने लगा मैं कुलफी कम खा रहा था और उनके होंठो को ज़्यादा खा रहा था मैने उनकी चूचियो पर हाथ रखे तो उन्होने मना किया थोड़ी देर चूमा चाटी के बाद हम वहाँ से निकल लिए अब बांद्रा स्टॅंड थे तो सलमान का घर भी देख लिए रोड के किनारे खड़े होके फिर थोड़ा कुछ खाया पिया तो मैने सिद्धि विनायक के बारे मे बड़ा सुना था तो शाम को हम आरती मे गये वहाँ पर बड़ा ही अच्छा लगा प्रभु की शरण मे आकर काफ़ी टाइम उधर ही बिताया रात तो हो ही गयी थी पर ये ही तो टाइम था मुंबई विज़िटिंग का फिर मूर्ति सर का फोन आया तो वो उनसे बात करने मे बिज़ी हो गयी मैं थोड़ा साइड मे खड़ा हो गया तभी एक लड़की मेरे पास आई और बोली कि चलता है क्या तो मैं बोला कहाँ चलना है तो वो बोली अरे नही समझा क्या मैं बोला ना तू ही बता तो वो मराठी मे कुछ बोली पर अपने पल्ले ना पड़ा वो फिर डाइरेक्ट्ली बोली की चूत मारेगा 1000 रेट है तू 800 दे दियो तो मैने कहा चल भाग इधर से साली रंडी चूतिया समझा है क्या तो वो मुझसे उलझने लगी तबी पद्मिेनी आ गयी और उसने बात को संभाला फिर हम वहाँ से चल पड़े थोड़ा और घूमने के बाद हम वापिस होटेल आ गये अगले दिन नम्रता की शादी थी तो वहाँ भी जाना था रूम मे आते ही मैने पद्मििनी को पकड़ लिया और मसल्ने लगा वो बोली दो मिनट तो रूको ना ऐसा भी क्या है मुझमे जो तुम इतने बेसब्रे हो जाते हो तो मैने कहा आप को नही पता आप तो एक दीया हो अब औरत कोई भी हो अपनी तारीफ़ सुनकर खुश ही हो जाती है उसकी तारीफ़ करते करते ही मैने उसको नंगी कर दिया तो वो नीचे बैठ गयी और मेरी पॅंट को खिसकाते हुए मेरे लंड को बाहर निकाल लिया और अपने मुँह मे भर के चूसने लगी सुपाडे पर उनकी जीभ की थिरकन ने मेरे बदन मे आग लगा डाली वो बड़ी ही कुशलता ही आहिस्ते आहिस्ते लंड को अपने मुँह मे अंदर बाहर करते हुए चूसे जा रही थी फिर उन्होने लंड को बाहर निकाल दिया और टट्टो पर टूट पड़ी उनको दाँतों से काट ते हुए वो मुझे एक अलग प्रकार का ही मज़ा दे रही थी मैं बस अपनी आँखे बंद किए मस्ती से आहे भरता हुआ उनको लंड चुस्वाए जा रहा था 10-12 मिनट तक चुसवाने के बाद मैने थूक से सने हुए लंड को उनके मुँह से बाहर निकाला और उनको बेड पर उल्टी लिटा दिया और उनके छोड़े छोड़े चुतड़ों को फैलाते हुए गान्ड के भूरे भूरे छेद को उंगलियो से सहलाने लगा जैसे ही मैने उनकी गान्ड मे थोड़ी सी उंगली को घुसाया उन्होने अपने कुल्हो को भींच लिया और बोली आराम से पेन होता है तो मैने कहा भाभी थोड़ा सा पेन सह लो मैने अपना मुँह गान्ड पर लगा दिया और गान्ड को चाटने लगा उनका बदन हल्के हल्के से काँपने लगा 5-7 मिनट बाद मैने अपना मुँह उनके कुल्हो से हटा लिया
और बॅग से वसलीन निकाल कर गान्ड के छेद पर अच्छे से मल दी उसके बाद मैने लंड को वहाँ सटा ते हुए एक धक्का मारा तो गान्ड का रास्ता अपने आप खुल ता चला गया और सुपाडा बड़ी ही शान से उस प्रवेश द्वार को चीरते हुए गान्ड मे घुस गया उन्होने एक दर्द भरी चीख मारी तो मैने उनको टाइट पकड़ लिया वो बोली प्लीज़ आराम आराम से करना तो मैने कहा ओके और आहिस्ता आहिस्ता करते हुए लंड को गान्ड मे आगे करने लगा इस तरह थोड़ी मेहनत के बाद मैने जड़ तक लंड को गान्ड मे पहुचा दिया और फिर कोई 10 मिनट बाद जब पद्मि्नी थोड़ी सी सामान्य हुई तो मैं लंड को आगे पीछे करने लगा पर वो फिर से दर्द भरी सिसकारिया लेने लगी मुझे उसकी गान्ड मारने मे चूत से भी ज़्यादा मज़ा आ रहा था कुछ देर बाद मैने उसको बेड के सिरहाने पर झुका दिया और गान्ड मे दना दान लंड पेलने लगा पद्मिेनी हाई हाई करती हुए लंड के झटको पर नाचने लगी गान्ड मारते मारते मैं अपना हाथ उसकी चूत पर ले गया और दाने को मसल्ने लगा अब वो और भी ज़्यादा मस्त हो गयी और उसकी सिसकारियो ने पूरे रूम के तहलका ही मचा दिया जैसे मैं आगे से उसकी चूत मे लगातार उंगली कर रहा था और पीछे से गान्ड मे लंड डाले था तो उसको एक तरह से दोहरा मज़ा प्राप्त हो रहा था उसके मुँह से निकलती हर एक आह मुझे बेकाबू कर रही थी अब उसको गान्ड के दर्द की कोई परवाह नही थी वो तो बस उस मज़े को लूट रही थी और मैं तो खुश था ही मुझे पद्मिीनी जैसे माल से संससर्ग करने का मौका मिल रहा था फिर अचानक से उसने अपनी दोनो टाँगो को भीच लिया और एक गहरी आह भरते हुए झड़ने लगी उसकी चूत से रिस्ते पानी से मेरी उंगलिया पूरी तारह से भीग गयी थी और ठीक उसी टाइम मैने लंड ने गान्ड मे ही पिचकारी मारी और मेरे लंड से भी सफेद गाढ़े रस की धारा बह चली पद्मिपनी की लिए ये एक दम नया एक्सपीरियेन्स था कुछ तो दिन भर की थकान थी और कुछ इस चुदाई ने बदन तोड़ डाला था तो फिर ना जाने कब नींद ने अपने आगोश मे ले लिया
अगले दिन जब मैं उठा तो मेरा पूरा बदन दर्द कर रहा था मैने देखा कि पद्मिदनी बेड पर नही थी मैने बाथरूम का डोर नॉक किया तो पता चला कि वो अंदर है तो मैने कहा गेट खोलो ना तो उसने गेट खोल दिया मैने जब उसको देखा तो देखता ही रह गया साबुन के झाग मे लिपटा उसका गोरा भरा हुआ बदन बड़ा ही सेक्सी लगा मुझे पर मुझे मूतना था तो मैं पेशाब करने लगा वो मेरे लंड से निकलते हुए पेशाब की धार को देखने लगी फिर मैं वही कॅमोड पर बैठ गया और उसको नहाते हुए देखने लगा उसने शवर ऑन कर दिया और अपने बदन को रगड़ते हुए साबुन को हटाने लगी वो भी आज कुछ अलग ही मूड मे थी तो नहाते नहाते वो अपनी चूत पर उंगली फिराने लगी और अपने निचले होंठो को दाँतों से काट ते हुए मेरी ओर देखने लगी और फिर उसने दो उंगलिया अपनी चूत मे घुसा ली और तेज तेज उनको अंदर बाहर करने लगी मुझे उसको ऐसा करते हुए देख कर बड़ा ही मज़ा आ रहा था थोड़ी देर वो तेज तेज उंगलिया चलाती फिर वो उन उंगलियो को अपने मुँह मे डाल कर चाटने लगती वो मुझे तडपा रही थी अपनी अदाए दिखा कर पर मैं बिल्कुल शांत कॅमोड पर बैठे उसको ही देखे जा रहा था फिर वो चल कर मेरे पास आई और अपनी चूत से उंगली निकाल कर मेरे मुँह मे डाल दी मैं उसकी चूत के रस से सनी उंगली को किसी आइस-क्रीम स्टिक की तरह चूसने लगा उसने एक आह भरी और फिर से चूत मे उंगली करने लगी उसका पूरा बदन बेहद गोरा था पर उसकी चूत एक दम काली थी जिस से वो बड़ी ही प्यारी लगती थी
मुझे पर उसका इरादा समझ नही आ रहा था तो मैने कहा कि डार्लिंग आज क्या प्लान है तो उसने अपनी उंगली मेरे होंठो पर रख दी और बोली कि तुम बस शांत रहो फिर उसने मुझे खड़ा किया और बाथरूम के बीच मे ले जाकर खड़ा कर दिया और बॉडी वॉश की बॉटल लेकर मेरे पूरे शरीर पर रगड़ने लगी उसे कोमल कोमल हाथ जब मेरे शरीर पर रेंग रहे थे तो मुझे एक बेहद ही अच्छा महसूस हो रहा था मैं अपनी सारी चिंता सब कुछ भूल गया था और बस मेरे सामने थे पद्मि नी वो बड़े ही प्यार से मेरे शरीर के प्रत्येक अंग को बॉडी वॉश से सॉफ किए जा रही थी आधे घंटे तक वो मेरी शरीर को रगड़ती रही फिर उसने मुझे नहलाना शुरू किया मैं जैसे कही खो गया था मुझे नही पता वो क्या कर रही थी क्या नही कर रही थी मुझे अच्छे से नहलाने के बाद वो नीचे बैठी और मेरी गोलियो पर जीभ फेरने लगी उसकी लंबी जीभ का लिज़लीज़ा स्पर्श से मेरे अंडकोष टाइट होने लगे और लंड मे खून ज़ोर मारने लगा तो लंड उत्तेजित होकर उसकी नाक से टकराने लगा वो सुपाडे को सूंघने लगी काफ़ी देर तक वो बस गोलियो को ही चूस्ति रही फिर उसने कुछ ऐसा किया कि मैं तो एक दम हैरान ही हो गया और उसकी अदा का दीवाना हो गया
हुआ कुछ यू कि वो मेरी गोलियो को चाट ते चाट ते वो थोड़ा सा और नीचे की तरफ गयी और मेरी गान्ड पर अपना मुँह लगा कर उसको चाटने लगी मेरा पूरा बदन हिल गया उसकी इस हरकत से मान गया बॉस सुना तो था कि औरत मे इतनी आग होती है आज देख भी लिया था वो मेरे कुल्हो पर अपनी जीभ फेरे जा रही थी मुझे थोड़ा सा अजीब भी लग रहा था पर मैने उसको रोका नही जब तक उसका मन नही भरा वो अपनी मन मानी करती ही रही फिर हम रूम मे आ गये उसने मुझे बेड पर लिटाया और पास रखी हनी के बोतल से कुछ हनी अपने हाथ मे लिया और मेरे चेहरे पर गिराने लगी आज पद्मि नी का एक नया रूप देखने को मिला था मुझे मेरे होंठो गालो और गर्दन पर शहद लगाने के बाद उसने कुछ सहद मेरी चेस्ट पर गिराया और फिर ढेर सारा मेरे लंड और गोलियो पर भी गिरा दिया और वो मेरे उपर चढ़ बैठी और लगी मेरे होंठो और गालो को खाने बड़ी ही वाइल्ड हरकते कर रही थी वो आज पर मैने उसको एक सेकेंड के लिए भी नही टोका कमरे मे बेहद शांति थी बस कभी कभी सांसो की आवाज़ भूले-भटके सुनाई दे जाती थी चेहरे को चाटने के बाद वो मेरी चेस्ट पर झुक गयी और मेरी निप्प्लस पर लगे हनी को जीभ फिरा फिरा कर मज़े से खाने लगी जब उसके दाँत मेरी चेस्ट मे धंसते तो मैं मस्ती मे भर उठा आज तक मैने ना जाने कितनी औरतो की चूची निचोड़ निचोड़ कर पी थी पर आज पद्मिमनी मेरी चेस्ट के साथ खिलवाड़ कर रही थी
मैने अपनी आँखे बंद कर ली और खुद को उसके हवाले कर दिया 5-7 मिनट बाद वो अब लंड पर पहुच गयी पर लंड को एक छोटा सा किस करके साइड से गोलियो पर आ गयी और उनको मुँह मे भर के खाने लगी मैं सोच रहा था कि शूकर है कि इसके पास लंड नही है वरना आज तो गान्ड ही मर्वानी पड़ती फिर उसने मेरी टाँगे खोली और गान्ड पर लगे हनी को भी चाटने लगी अब मेरी उत्तेजना इतनी बढ़ गयी थी कि बस अब मैं उसको पटक कर चोदने ही वाला था कि तभी वो मेरे लंड पर आ गयी और उसको अपने गले तक ले जाते हुए खप खप मुँह मे ले के अंदर बाहर करने लगी लंड अब भरा तो बैठा ही था लंड चूस्ते चुस्ते ही वो 69 मे आ गयी और बोली कि चलो तुम भी मुझे थोड़ा सा आनंद दो तो मैने अपनी गर्दन थोड़ा सा उठाई और उसकी टपकती चूत को अपने मुँह मे लेके उसके रस को निचोड़ने लगा दूसरी तरफ वो मेरे लंड पर अपने होंठो का जादू दिखा रही थी आज उसकी चूत से कुछ ज़्यादा ही पानी बह रहा था और लग भी बड़ा टेस्टी रहा था तो दोस्तो 10-15 मिनट तक हम दोनो एक दूसरे की तस्सल्ली करते रहे फिर हम लगभग साथ साथ ही झाड़ गये और बेड पर पसर कर अपनी अपनी सांसो को दुरुस्त करने लगे
फिर पद्मिचनी उठी और मुझे पानी का गिलास भर के दिया एक के बाद एक करके मैं तीन चार गिलास पानी खीच गया जैसा कि मैं पहले भी बता चुका हू कि सेक्स के बाद मेरा गला कुछ ज़्यादा ही सूख जाता है फिर हम दुबारा से बाथरूम मे घुस गये और फटाफट तैयार होने लगे आज नम्रता की शादी थी तो दोपहर तक हमे वेन्यू पर पहुचना था पद्मिमनी ने टिपिकल साउत इंडियन साड़ी पहनी थी तो मैने जीन्स पर ब्लेज़र लगा लिया था जल्द बाजी मे कुछ थोड़ा बहुत खाया और फिर जो भी ज़रूरी सामान लेना था कॅरी किया और चल पड़े हम वहाँ जाकर देखा तो सभी मेहमान आ गये थे चूँकि शादी दिन मे थी तो मुझे थोड़ा अजीब सा लगा क्योंकि हमारे यहाँ तो रात मे शादी होती है पर अपने को क्या तो मेरे पास उस दिन वाले लड़के लड़किया आ गये और बोली भैया चलो ना डॅन्स करते है मैने कहा आप करो मेरा मूड नही है तो बोले भैया प्लीज़ तो मैने कहा ठीक है पर थोड़ी देर तो वो बोले ओके भैया जैसे जैसे टाइम बीत रहा था धमाल मच रहा था और मेरी नज़र तो बस पद्मिानी पर ही थी अब वो नम्रता की खास दोस्त थी तो वो उसके ही साथ थी तो मैने उसको इशारे से बुलाया और उसका हाथ पकड़ कर डॅन्स फ्लोर पर ले गया और ड्ज को बोला एक मस्त गाना लगा पंजाबी तो वो बोला कि सर यहाँ तमिल गाने चलाने को ही बोला गया है तो मैने कहा अबे तू बिंदास बजा मैं देख लूँगा तो भाई लगवा के गाना मैं लगा ड्ज पर नाचने जब एक बार फोजी का पैर खड़क गया तो फिर चाहे तमिल सोन्ग हो या और कुछ अपन तो लगे कुछ और लोग भी आ गये जो उस दिन मेरे साथ डॅन्स कर रहे थे मैने पद्मि नी को कहा आपके दोस्त की शादी है लगा दो दो चार ठुमके तो वो भी आ गयी फिर भाई मैं ना रुका ना वो रुकी पूरे डॅन्स फ्लोर पर अपना ही कब्जा था 20-25 मिनट तक जम के डॅन्स किया सभी लोग पूरा एंजाय कर रहे थे फिर मैं वहाँ से हट गया और एक कुर्सी पर जा कर बैठ गया गर्मी लगने लगी थी तो ब्लेज़र को निकाल कर रख दिया तो पद्मिगनी मेरे लिए कोल्ड ड्रिंक ले आई और मेरे साथ वाली कुर्सी पर ही बैठ गयी मेरा ध्यान कोल्ड ड्रिंक से ज़्यादा उसकी उपर नीचे होती चूचियो पर था तो मैने कहा भाभी चलो कुछ तूफ़ानी करते है वो बोली अब क्या करोगे तो मैंन हौले से कहा कि चुदाई और क्या तो वो बोली यहाँ पे पागल हो क्या तो मैने कहा ये भी एक अड्वेंचर ही है आप किसी तरह से टाय्लेट मे घुस जाओ बाकी मैं देख लूँगा तो वो बोली कि शादी का माहौल है कही कुछ प्राब्लम ना हो जाए अभी रहने दो रात को कर लेना जो भी करो तो मैने कहा अरे कुछ नही होगा आप ये बताओ कि लॅडीस टाय्लेट कॉन सी साइड है तो वो बोली कि उपर वाले फ्लोर पर लेफ्ट साइड मे तो मैने कहा कि आप मोका देख कर वहाँ खिस्को और फिर मुझे मिस कॉल करना मैं आ जाउन्गा तो वो बोली ठीक है मैं करती हू अड्जस्ट चलो तुम्हारे साथ ये एक्सपीरियेन्स भी
हो जाएगा तो दस मिनट बाद उनकी मिस कॉल आई मैं नज़र बचाते बचाते उपर के फ्लोर पर पहुच गया वहाँ तो सन्नाटा पसरा पड़ा था क्यों कि सभी शादी मे बिज़ी थे मैं झट से अंदर घुस गया और डोर को बंद कर लिया और पद्मिीनी को अपनी बाहों मे ले लिया वो डरते हुए बोली कि जल्दी से ही करना कही कोई आ ना जाए मैने कहा आप अभी कुछ मत बोलो अब किस भी नही कर सकता था कही लिपीसटिक ना खराब हो जाए तो झट से पॅंट को नीचे किया और भाभी को भी थोड़ा सा झुका दिया साड़ी और पेटिकोट को उपर किया और पैंटी को नीचे सरका दिया लंड के टोपे पर थूक लगाया और लंड को चूत मे पेल दिया और दना दन पद्मिोनी की ठुकाई शुरू कर दी पद्मिचनी गहरी साँसे लेने लगी मैने उनकी कमर को कस के पकड़ लिया और तूफ़ानी चुदाई शुरू कर दी मैं भी जल्दी से ही काम निपटाना चाहता था पर ये काम जल्दी से निपट ता ही नही है पद्मि नी अपने दाँत भीचे बार बार कह रही थी कि जल्दी करो जल्दी करो मैने कहा दो मिनट चुप रहो और दना दन चूत को फाड़ने लगा मस्ती का रंग तो उस पर भी था पर वो थोड़ा सा घबरा रही थी इसलिए तो 15-20 फिर भी लग ही गये और एक बार फिर से मैने उसकी चूत को वीर्य से भर दिया उसने अपनी पैंटी से ही चूत को पोन्छा और फिर उसको पहन लिया फिर उसने थोड़ा सा अपने कपड़े ठीक किए और इधर उधर देख कर निकल गयी