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Adultery हार तरफ चुत हि चुत (BIG & HOT STORY)
#37
निखत दोपहर मे जलता हुआ मैं उनके घर गया तो मालूम हुआ कि कुछ गेस्ट आए हुए थे पद्मि नी ने मुझे देखा और कहा कि अरे तुम इतनी लेट कैसे आए पता है मैं कब्से राह देख रही थी कितनी बार फोन मिलाया तुमको तो मैने फोन चेक किया पूरी 36 मिस कॉल थी तो मैने कहा सॉरी मॅम तभी एक मेहमान मे से बोला कि पद्मिचनी आपको कैसा नौकर अलॉट हुआ है जो बिल्कुल डीसिपलिन मे नही है नौकर मैं , मेरा मन किया साले के चस्मे पर ही खीच कर दो तीन दूं पर फिर सोचा कि पद्मिैनी का मेहमान है कही इस गान्डु के चक्कर मे हाथ आई मुर्गी ना निकल जाए तो मैने झट से कहा की सॉरी सर आइ’एम एक्सट्रीम्ली सॉरी तो पद्मिानी ने कहा तुम मेरा एक काम करो गेस्ट काफ़ी देर से बैठे है तुम जल्दी से जाओ और इनके लिए कुछ खाने को ले आओ मुझे तो आ रहा था कि जहर ला दूं इस चस्मे वाले को कहाँ से आ गये ये लोग मैने कहा मॅम आप के फुड के बारे मे मुझे ज़्यादा पता नही है तो आप पर्ची बना दो मैं ला दूँगा तो उन्होने ऑर्डर लिख दिया और मैं चला कॅंपस के बाहर मैं भी ठहरा पूरा जुल्मी पूरे एक घंटे बाद ही गया वापिस खैर वो लोग आपस मे बाते कर रहे थे एक तो उनकी लॅंग्वेज मेरे उपर से जा रही थी तो मैं गेट से बाहर आकर बैठ गया और रोड की तरफ देखने लगा गरमी भी लग रही थी पर अंदर जाना नही चाहता था तो वही बैठा रहा कोई दो घंटो के बाद शाम के 4 सवा 4 बजे वो चले गये तो मैं अंदर गया और जो भी सामान था उसको सॉफ किया फिर पद्मि नी के पास जाकर बैठ गया वो बोली सॉरी मेरे गेस्ट्स ने तुम्हे कुछ कुछ कहा तो मैं बोला कि इट’स ओके होता है फिर मैने पूछा कि टाय्लेट वग़ैरा जाना है क्या या और कुछ तो वो बोली नही अभी तो बस तुमसे बाते करूँगी तो मैंन कहा जैसा आप ठीक समझे फिर उन्होने पूछा कि फोन क्यो पिक नही किया तो मैने कहा कि आज मैं पूल साइड गया था तो फोन पॅंट मे था और मैं नहा रहा था तो पता नही चला तो वो बोली पूल साइड पर लड़किया ताड़ने तो मैने कहा जी अपनी आदत लड़की ताड़ने की नही है मैं तो सीधा सेक्स मे बिलीव रखता हू तो वो बोली कि क्या खुद को कॅसनोवा समझते हो अब साला ये कॅसनोवा क्या …………………………………………………………………………..
तो मैने कहा कि जी वो ही समझ लो तो वो बोली मैं क्यो सोचु जाओ अपनी गर्लफ्रेंड को समझाओ मुझे क्या लेना है तुमसे तो मैने कहा भाभी गर्लफ्रेंड का तो मैने कभी हाथ ही नही पकड़ा है वो बोली भला क्यो कम से कम किस तो करते तो मैने कहा कि अबकी बार किस तो ज़रूर ही करूँगा तो वो मज़े लेते हुए बोली कि मुझे भी बताओ कि कैसे करोगे किस तो मैने अपने चेहरे को उसके चेहरे पर झुका लिया उसकी गरम साँसे मुझ से टकरा गयी वो अपनी नशे से भरी आँखो से मुझे देखने लगी और मैने बिना देर किए अपने होंठ उसके होंठो से मिला लिए और उनको पीने लगा उसने अपना मुँह थोड़ा सा खोल दिया तो मैने उसके निचले होंठो को दबा लिया और उसको मज़े से किस करने लगा मैने अपने हाथ उसके बोबो पे रख दिए और टी-शर्ट के उपर से ही उनको प्रेस करने लगा तो उसने अपने हाथ से मुझे रोक दिया पर किस करती रही थोड़ी देर बाद मैने किस तोड़ी तो उसकी छातिया उपर नीचे हो रही थी हम दोनो एक दूसरे की आँखो मे लगातार देखे जा रहे थे तो मैने फिर से उसको किस करना शुरू कर दिया और अपने दोनो हाथ उसकी टी-शर्ट मे घुसा दिए और ब्रा के उपर से ही उनको मसल्ने लगा



क्या सॉफ्ट बूब्स थे पद्मिेनी के लगा कि जैसे साक्षात खजुराहो से कोई मूर्ति निकल कर मेरे सामने आ गयी अब मैं उसके बोबो को अच्छे से निचोड़ने लगा पर कुछ देर बाद उनसे मुझे हटा दिया और बोली कि प्लीज़ कंट्रोल करो मुझे डर लग रहा है कि मैं कही बहक ना जाउ प्लीज़ अभी तुम कुर्सी पर बैठो तो मैने कहा बी रिलॅक्स वो बोली जब से तुम मेरी लाइफ मे एंटर हुए हो एक कशिश है तुम मे पता नही क्यो मैं खिचती हू तुम्हारी तरफ तो मैने कहा तो फिर आ जाओ ना किसने रोका है वो बोली कि मेरी फॅमिली है अगर कुछ ग़लत हो गया तो मैं तो रोड पर आ जाउन्गी तो मैने कहा कुछ नही होगा तो वो बोली प्लीज़ तुम समझो एक हेल्थि रीलेशन ईज़ ओके पर सेक्स नेवेर विद यू तो मैने कहा कि आपने दोस्त समझा वोही बहुत है मेरे लिए अपने को और कुछ नही चाहिए ऐसा बोल तो दिया मैने नंबर बना ने को पर लंड को तो पद्मिरनी की चूत मे घुसना ही था तो पद्मिानी बोली कि थॅंक्स फॉर अंडरस्टॅंडिंग माइ फीलिंग्स वो बोली कि तुम जब चाहो मुझे किस कर सकते हो पर उसके आगे कुछ नही प्लीज़ तो मैने उसके बोबो की तरफ देखते हुए कहा कि एक बात कहूँ तो वो बोली हाँ तो मैने कहा कि क्या मैं वहाँ पर किस कर सकता हू चूत की तरफ इशारा करते हुए तो वो बोली यू नॉटी कुछ देर बाद वो बोली ओके पर जब मैं कहूँ तभी तो मैने कहा जी ठीक है
कुछ टाइम बाद मैने उनकी पाँव की गरम पट्टी को खोला और फिर आयिल से मालिश कर दी मैने कहा अब वापिस एग्ज़ॅमिन कब करवाना है तो वो बोली कि मूर्ति को पता है फिर बाते करते करते शाम हो गयी सर के आने के बाद मैं वापिस आ गया थोड़े दिनो मे पद्मि नी एक दम फिट हो गयी और मैं भी अपनी ट्रैनिंग मे बिज़ी हो गया अब कॅडेट्स पर काफ़ी प्रेशर आ ने लगा था तो कुछ टाइम के लिए पद्मिीनी मेरे माइंड से आउट हो गयी स्क्वाड्रेन्स बन गयी थी अलग अलग हर टास्क मे बस बेस्ट ही देना होता था बारिश का टाइम था पर बारिश मे भी ड्रिल्स करनी पड़ती थी एक हाड़ माँस के शरीर को फॉलाद बनाया जा रहा था आगे चल कर हमे ही इस आर्मी के सम्मान की रक्षा करनी थी दिल मे इच्छा थी कि इस बार सावन मे ऋषिकेश मे भोले बाबा के दर्शन करने ही है पर आउट पास का जुगाड़ नही बन पा रहा था फिर 15 अगस्त भी आना था तो अकादमी एक दम चेंज हो गयी थी अब ड्रिल्स मे बड़े बड़े ऑफिसर्स सूपरविषन करने आते थे तो गान्ड पे डंडा अटका रहता था अब तो घर भी कम ही फोन कर पाता था हा पर हर सनडे का खाना मैं पद्मिोनी के घर ही ख़ाता था और मोका देख कर किस भी कर लेता था पर इस से ज़्यादा कुछ हो नही रहा था
15 अगस्त के बाद दस पंद्रह दिन का ऑफ पीरियड्स था क्योंकि कुछ कॅडेट्स को कॅष्यूयली घर जाना पड़ा था तो मैं फ्री ही था तभी एक दिन बातों बातों मे पद्मि नी ने जिकर किया कि वो अपनी फ्रेंड की शादी मे मुंबई जा रही है मुंबई का नाम सुनते ही मेरे मन मे हलचल हो गयी अब मुझे भी मुंबई जाना था तो मैने कहा कि मॅम आप कब जाओगे तो वो बोली एक नेक्स्ट वीक मैने कहा मॅम मुझे भी मुंबई मे एक ज़रूरी काम है और शिफ्ट भी ऑफ है तो अगर आप सर से कहेंगी तो मैं भी मुंबई हो आउन्गा कुछ दिनो के लिए तो उन्होने पूछा कि क्या काम है तो मैने उनको निशा के बारे मे सब कुछ बता दिया तो वो बोली अरे यार तुम भी ना कहाँ कहाँ उलझे पड़े हो ऐसे कोई किसी के पीछे जाता है क्या तो मैने कहा मॅम आप नही समझो गे इस बात को प्लीज़ आप मेरी हेल्प करदो ना तो वो बोली कि आज शाम को मूर्ति से बात करती हू पर तुम मूर्ति को ये ना बोलना कि तुम मुंबई जा रहे हो मैने कहा जी ओके अगले दिन मैं अप्लिकेशन के साथ मूर्ति सर के ऑफीस मे खड़ा था वो बोले कि देखो मैं तुम्हारी लीव सॅंक्षन तो करवा दूँगा तुमने पद्मिवनी को कहा डाइरेक्ट्ली मुझे ही कह देते आख़िर तुम मेरे छोटे भाई जैसे हो मैने उनको बार बार थॅंक यू कहा उन्होने मेरा अप्लिकेशन लिया और कहा कि मैं सीओ से बाद करूँगा तीन दिन ऐसे ही कट गये पर मूर्ति सर की तरफ से जवाब नही आया अब दो दिन बाद पद्मिटनी को जाना था तो उसने मुझे कह दिया था कि उसने मेरी टिकेट भी करवा दी है साथ ही जाएँगे तो सफ़र भी अच्छा कट जाएगा मैं परेशान मैने पद्मिीनी से बात की तो वो बोली कि यार मैं मूर्ति को फोर्स नही कर सकती क्योंकि मैं भी जा रही हू कही वो मुझपर शक ही ना कर बैठे तो फिर मैने दुबारा उनसे नही कहा जिस दिन पद्मि नी को जाना था उस से एक दिन पहले शाम को 5 बजे मुझे ग्राउंड से बुलवाया और छुट्टी का लेटर देते हुए कहा कि कडेट 8 दिन की लीव सॅंक्षन करवा दी है कॅषुयल लीव है ये बड़ी ही मुश्किल से किया है तेरा काम तो मैने उनको थॅंक्स कहा मैने उनके पैर पकड़ लिए और थॅंक्स बार बार कहा उन्होने कहा अरे कोई बात नही तुम एंजाय करो

अगली दोपहर को मैं पद्मि नी के साथ स्टेशन था थॅंक गॉड मूर्ति सर उनको ड्रॉप करने नही आए थे आज पहली बार एसी1 का सफ़र करने वाला था मैं ट्रेन टाइम पर थी तो हम गाड़ी मे सवार हो गये पद्मिरनी ने हमेशा की तरह जीन्स और टॉप ही डाला हुआ था ये वाला कोच तकरीबन तकरीबन खाली ही था हम अपनी अपनी सीट्स पाट बैठ गये थे हमारा कॅबिन दो सीट्स का ही था तो टीटी को टिकेट चेक करवाने के बाद उन्होने परदा लगा दिया और आराम से लेट गयी मैं भी लेट गया वो कोई बुक पढ़ने लगी तो मैने कानो मे इयरफोन लगाए और गाने सुनते सुनते सो गया मेरी नींद तब खुली जब उन्होने मुझे जगाया वो बोली कि ट्रेन रुकी है तुम वॉटर बॉटल ले आओ तो मैं नीचे उतरा और पानी की दो तीन बॉटल पेप्सी और कुछ चिप्स ले आया अंधेरा हो गया था तो मैने घड़ी मे टाइम देखा 9 बज रहे थे इसका मतलब मैं बहुत देर तक सो या था वापिस आने के बाद मैने कहा कि अपने मुझे जगाया क्यो नही तो वो बोली कि तुम बड़े प्यारे लग रहे थे सोते हुए तो नही जगाया फिर पेंट्री वाले को कहने का ऑर्डर लिखवाया उन्होने कुछ देर मे डिन्नर भी आ गया 10 बजे के आस पास वो बोली कि चलो सो जाते है पर मैने कहा थोड़ी देर और बाते करते है फिर सोएंगे वो बोली कि ओके बात करते करते मैने कहा कि भाभी आइ नीड आ किस तो वो बोली कि व्हाट तो मैने कहा आइ नीड किस तो वो बोली कि यहाँ पागल हो मैने कहा हम प्राइवेट कॅबिन मे है और थोड़ी देर मे लाइट स भी डिंम हो जाएगी और कॅबिन भी लॉक है अंदर से तो वो बोली तुम नही मनोगे तो कर्लो जल्दी से मैने कहा जल्दी से क्या होता है किस तो किस की तरह से ही होगा ना फिर मैने पद्मिअनी की गर्दन मे हाथ डाला और उसके चेहरे को अपनी ऑर खेचा और उसके पतले पतले सुर्ख होंठो को अपने मुँह मे भर लिया ऐसा लगा कि जैसे गुलाब की पंखुड़िया मेरे मुँहमे भर गयी हो मैं मज़े से उसको किस कर रहा था तभी उसने ऐसी हरकत की जो मैने सोचा नही था उसने अपनी जीभ मेरे मुँह मे सरका दी मेरी जीभ से उसको टच करने लगी

मेरी उत्तेजना 200% बढ़ गयी मैं अपना हाथ उसके टॉप मे ले गया और उसके खरबूजो को दबाने लगा अब उसने कोई विरोध नही किया तो मैं और भी मज़े से उनको दबाने लगा

थोड़ी देर दबाने के बाद मैं अपना हाथ नीचे ले गया और जीन्स की उपर से ही चूत को दबाने लगा पद्मिैनी और भी पॅशनेट तरीके से किस करने लगी बल्कि अब मैं नही वो मेरे होटो को खा रही थी मैं लगातार उसकी चूत को मसले जा रहा था जब हमारी साँसे उखाड़ने लगी तो हम एक दूसरे के होंठो से अलग हुए कॅबिन का टेंप्रेचर गरम हो गया था नशा उसकी आँखो मे उतर आया था अब मैने अपना हाथ उसकी जीन्स मे थोड़ा सा घुसा दिया और पैंटी के उपर से चूत को कस के मसल दिया वो बोली प्लीज़ वहाँ टच मत करो मुझे कुछ कुछ होता है तो मैने कहा भाभी मैं वहाँ किस करू तो वो बोली कि नही मैं बोला प्लीज़ भाभी तो वो बोली कि ठीक है पर ओन्ली किस उनके कहते ही मैने झट से जीन्स का हुक खोल दिया और उसको पैंटी सहित घुटनो तक कर दिया मैं तो उसको पूरा ही निकालना चाहता था पर उन्होने मना कर दिया तो मैने पद्मिपनी की टाँगो को उपर किया और अपनी नाक से उनकी छूट से उठती हुवी महक को सूंघने लगा हाथ लगा कर देखा तो वो पूरी तारह से गीली हो गयी थी मैने झट से उस चूत को गोलगप्पे की तरह मुँह मे भर लिया और बड़े ही प्यार से उस प्यारी सी औरत की प्यारी चूत को किस करने लगा मुझे अब पकका लगने लगा था कि जल्दी ही पद्मि नी की चूत मे लंड भी डाल दूँगा वो भी धीरे धीरे सिड्यूस हो रही थी खैर अब मैं लगा उसकी चूत को चाटने पद्मिरनी बेहद हल्की आवाज़ मे आहे भर रही थी और अपने हाथो से मेरे सिर को चूत पर दबा रही थी

मैने उनके दाने को अपने दाँतों मे दबा लिया और उनकी चूत मे अपनी मिड्ल फ़िंगर घुसा दी और दाने को काट ते चूस्टे हुए चूत मे उंगली करने लगा पद्मिंनी भी एक हॉट माल थी तो वो भी अब खुल कर मैन्दान मे आ गई थी और मीठी मीठी सिसकारिया लेते हुए अपनी चूत चुस्वाई का पूरा मज़ा ले रही थी मैं तेज तेज उंगली करने लगा और दाने को भी जीभ से कुरेदने लगा 12-13 मिनट हो गये थे चूस्ते चूस्ते तो पद्मि नी ने कहा कि अपनी जीभ को अंदर डाल दो और अपनी कमर को तेज तेज हिलाने लगी मैने पूरी जीभ उस नमकीन चूत मे घुसा दी और फिर कुछ पॅलो बाद ही पद्मिपनी की चूत ने लावा उगल दिया उसका पानी मेरी ठोडी से होता हुआ नीचे गिरने लगा जिसे मैं चाटने लगा पद्मिकनी अब बेहद शांत हो गयी थी मैने रुमाल से उसकी चूत को सॉफ किया तो उसने जीन्स को उपर कर लिया मैने कहा मज़ा आया तो वो बोली याह इट वाज़ गुड इधर मेरा लंड पॅंट मे उछल कूद मचा रहा था तो मैने कहा भाभी बुरा ना मानो तो एक बात कहूँ वो बोली कहो तो मैने कहा कि मेरा ये भी परेशान है अगर आप इसे अपने हाथ से हिला कर शांत कर दो तो ………………………………………………………………………………………….



पद्मि…नी ने कुछ सोचा और कहा लाओ जब तुम मुझे ओर्गसम करवाया है तो मैं भी तुम्हारा करवाती हू तो मैने अपनी पॅंट और कच्छे को उतार दिया और पद्मि्नी के पास जाकर खड़ा हो गया उसने मेरे लंड को अपने हाथ मे लिया और बोली इट’स टू हॉट कितना गरम है ये तो मैने कहा कि भाभी आपको देख कर गरम हो गया है फिर उन्होने पूरे लंड पर अपना हाथ फेरा और बोली कि युवर टूल ईज़ गुड आइएम इंप्रेस्ड मैने कहा आपको पसंद आया वो बोली और क्या बोली मैं फिर वो हौले हौले उसको अपने हाथ से आगे पीछे करने लगी मैने आँखे बंद करली मुट्ठी मरवाने लगा कुछ देर बाद उसने अपने हाथ की स्पीड बढ़ा दी तो मुझे और भी मज़ा आने लगा पर थोड़ी देर बाद तो हद हो गयी मैं अपनी आँखें मूंडे मज़ा ले रहा था तभी मुझे लगा कि कुछ गीली चीज़ मेरे लंड से टकराई मैने आँखे खोल के देखा तो पद्मि नी ने मेरे लंड को अपने मुँह मे ले लिया था मैं तो बेहद ही खुश हो गया था मैने उसके सर पर अपने दोनो हाथ टिका दिए और थोड़ा सा दबाव दिया तो उसने लंड को पूरा मुँह मे ले लिया और चूसने लगी मैं तो एक दम से सातवे आसमान पर पहुच गया अपने को उस टाइम फिर कुछ याद ना रहा बस पुच पच की ही आवाज़ उसके मुँह से निकल रही थी 15 20 मिनट तक तबीयत से लंड चूसाया उसको फिर मेरा भी टाइम हो गया था तो मैने उसके सर को अपने लंड पर कस लिया और अपने गरम वीर्य की धार को उनके मुँह मे छोड़ दिया जिसे वो गटा गट पी गयी


कुछ देर शांत होने के बाद उन्होने अपने बॅग से नॅपकिन निकाला और अपने फेस को सॉफ किया और बोली कि काफ़ी स्टॅमिना है तुम मे और तुम्हारा माल भी टेस्टी था तो मैने कहा आप को जब भी टेस्ट करने का मन हो आप बता देना तो वो बोली हम अब मैं कभी कभी टेस्ट ज़रूर करूँगी कुछ देर बाते करने के बाद हम दोनो सो गये तो फिर सुबह ही आँख खुली आज का दिन और लगना था मुंबई पहुचने मे रात के 2 बजे के आस पास पहुचना था वहाँ पर तो दिन तो ऐसे ही निकल गया पर वो साथ थी तो मैं बोर ना हुआ तो रात को एक बार फिर से हम ने 69 मे एक दूसरे को झाड़ दिया था गाड़ी ने ठीक टाइम पर हमें मुंबई मे उतार दिया पामिनी की फ्रेंड ने गाड़ी भेजी थी तो कोई परेशानी ना हुई वो बंडारा मे एक पॉश सोसायटी मे रहती थी और घर देख कर पता चलता था कि काफ़ी अमीर फॅमिली से बिलॉंग करती थी तो साढ़े तीन बजे हम उनके घर पर पहुचे शादी का माहौल था तो कुछ लोग सो रहे थे कुछ जाग रहे थे उसकी फ्रेंड ने हमारा वेलकम किया और कहा कि वैसे तो सभी गेस्ट्स के रहने का इंतज़ाम होटेल मे किया है पर आप लोग अभी इस टाइम पहुचे हो तो अभी यही रेस्ट कर्लो सुबह मैं आपको होटेल रूम मे पहुचा दूँगी पद्मिअनी अपनी फ्रेंड से बाते करने लगी और मैं वही एक साइड मे ही सो गया सुबह पद्मिमनी ने मुझे जगाया और कोफ़ी दी बोली हाथ मुँह धो लू फ्लॅट मे काफ़ी भीड़ है तो हम होटेल जा रहे है तो मैने कहा कुछ खाना मिल जाता तो वो बोली अभी होटेल मे ही खा लेना और फिर कोई आधे घंटे बाद ड्राइवर ने हमे होटेल पहुचा दिया 5 स्टार होटेल मे जाने का पहला अनुभव था मेरा तो मैं थोड़ा एक्शिटेड हो गया पर पद्मिननी के लिए तो ये सब नॉर्मल ही था नहाने धोने मे ही दोपहर हो गयी तो मैने कहा मॅम मुझे अब अपनी फ्रेंड के घर जाने का है तो वो बोली ओके तुम मिल आओ मैं सीधा नम्रता के घर जाउन्गी और रस्मो को एंजाय करूँगी तुम सीधा वही आ जाना तो मैने अड्रेस ले लिया और एक टॅक्सी वाले को निशा का अड्रेस दिया और मन मे हज़ार उमंगे लिए चल पड़ा अब मुंबई का ट्रॅफिक दो घंटे लग गये मुझे पर जैसे तैसे पहुच ही गया उसके अड्रेस पर पहुच कर मैने घंटी बजाई तो एक बुजुर्ग आंटी ने गेट खोला तो मैने कहा कि जी मुझे निशा से मिलना है मैं उसके गाँव से आया हू तो वो बोली कि कॉन निशा बेटा इधर कोई निशा नही रहती है मैं बोला पर आंटी उसने लेटर मे तो यही का अड्रेस लिखा था तो वो बोले कि बेटा पिछले डेढ़ साल से भी ज़्यादा टाइम से इधर मैं और मेरे हज़्बेंड रेंट पर है हो सकता है हम से पहले वो इधर रहता हो पर हम को कुछ मालूम नही डेढ़ साल हूंम्म्मममम चिट्ठी भी तो इतने टाइम पुरानी ही थी खैर अब क्या करू तो मैं भारी मन से वापिस मुड़ा ही था कि आंटी ने बुलाया और कहा की एक काम करो सन तुम इस फ्लॅट के ओनर के पास चले जाओ हो सकता है कि वो तुम्हारी कोई मदद कर सके और मुझे मकान मालिक का पता दे दिया तो मैने फिर से टॅक्सी ली और चला गया शाम हो गयी वहाँ पहुचते पहुचते अंजान सहर कुछ रास्तो का पता नही तो मैं उनसे जाकर मिला तो उन्होने बताया कि हम निशा वो एसबीआइ वाली रहती तो थी पर फिर उसकी शायद ट्रान्स्फर हो गयी थी तो वो मेरा फ्लॅट खाली कर गयी अभी वो कहाँ रहती है आइ हॅव नो आइडिया फिर से मायूसी ही हाथ लगी मुझे निशा पर बहुत ही गुस्सा आ रहा था आख़िर क्यो वो मुझसे दूर हो गयी थी आख़िर क्या था वो कारण जो इस कदर उस की बेरूख़ी मुझे सहनी पड़ रही थी ऐसे ही रात घिर आई थी पर वो कहते है ना मुंबई मे कभी रात नही होती है मैं वही रोड पर ही एक पेड़ के पास बैठा था बिल्कुल मायूष हताश कि तभी पद्मिरनी का कॉल आया उसने कहा कि वो होटेल आ गयी है तुम कब तक आओगे तो मैने कहा कि आता हूँ और टॅक्सी लेकर होटेल आ गया पद्मि नी ने मेरी उजड़ी हुई शकल देखी और कहा कि हे मिस्टर क्या हुआ तो मैने रोते रोते उसको पूरी बात बड़ा दी आज फोजी अपनी भावनाओ पर कंट्रोल नही कर पाया था उसने मुझे अपने सीने से लगा लिया और चुप करवाने लगी पर मैं बहुत देर तक सुबक्ता ही रहा जब सारा दर्द आसू बन कर बह गया तो मैं रिलॅक्स हुआ फिर मैं बाथ रूम मे गया और मुँह धोकर आया पद्मिंनी ने पूछा कि खाना खाया तो मैने कहा भूख नही है तो वो बोली कि ऐसे कैसे भूख नही है अभी ऑर्डर करती हू थोड़ी देर मे ही खाना आ गया तो वो मुझे अपने हाथो से खिलाने लगी कुछ देर बाद मेरा मूड ठीक हो गया मैं पूरा दिन का थका हुआ था तो खाना खाते ही मैं सो गया अगले सुबह पद्मि नी ने मुझे झींझोड़ कर उठाया और कहा कि क्या तुम भी कितना सोते हो मैने आँखे खोली तो आज उसका एक दूसरा ही रूप देखा आज उसने साड़ी पहनी हुवी थी और उपर से ढेर सारी गोल्ड ज्वेल्लेरी ऐसा लगा जैसे स्वर्ग से कोई देवी ही उतर आई हो उसने कहा अब ऐसे देखना बंद करो और रेडी हो जाओ हम नम्रता के घर जा रहे है मैं चाहती हू तुम भी

शादी को एंजाय करो ताकि थोड़ा अच्छा फील करो तो मैने कहा कि मेरे पास तो शादी के कपड़े है ही नही तो वो बोली कोई बात नही हम रास्ते मे कुछ ड्रेस ले लेंगे फिर मैं तैयार हो गया और रास्ते मे शॉपिंग के बाद हम निकल पड़े उनकी फ्रेंड के घर पर


अब साउत इंडियन शादियो की फालतू रस्मे पद्मिपनी का तो कल्चर था और फिर उनकी लॅंग्वेज मुझे थोड़ी कम ही आती थी तो मैं एक कुर्सी ली और साइड मे बैठ गया और देखने लगा मैने नज़र दौड़ाई तो देखा कि माल तो यहाँ पर भी कम नही थे पर मेरी नज़र तो पद्मितनी पर ही थी और मेरे जैसे और भी कोई ठर्की थे वो भी उसको ही ताड़ रहे थे पर वो कहते है ना कि शादी ब्याह का माहौल ही कुछ ऐसा होता है कि आदमी का मन रम ही जाता है पर एक बात मैने नोटीस की कि वो लोग बड़े ही रेस्पेक्टफुल थे तो मुझे और भी अच्छा लगा तभी आंटी जी आई और बोली बेटा कुछ चाहिए तो शरमाना मत तो मैने कहा आंटी जी मेरा ही घर है आप चिंता ना करो और कोई काम हो तो बताना वो बोली अरे बेटा आप लोग तो गेस्ट हो आप बस एंजाय करो और चली गयी मैने कुछ खाया नही था तो मैने पद्मिपनी को बुलाया और कहा कि डियर, लंच कब होगा तो वो बोली कि कुछ देर मे होटेल्स से आता ही होगा फिर आधे घंटे बाद लंच भी आ गया कुछ लोग लंच कर रहे थे कुछ एंजाय कर रहे थे ऐसे ही पता ही नही चला कि कब शाम हो गयी पर उनकी रस्मे चलती ही रही शाम को कुछ रिश्तेदार डॅन्स कर रहे थे तभी वेटर आगया वाइन सर्व कर रहा था मैने दो पटियाला पेग लगाए और अब फोजी को चढ़ि हुड़क तो फोजी ने भी भांगड़ा कर ही डाला बड़ा ही मज़ा आया कुछ लड़के लड़किया भी मेरा साथ देने लगे समा सा बँध गया था जब तक मैं पसीने पसीने ना हो गया डॅन्स करता ही रहा फिर रात को 9 बजे हम लोग निकल गये रास्ते मे पद्मितनी ने कार रुकवाई और कहा कि चलो हम स्ट्रीट फुड टेस्ट करते है तो हम एक ठेले के पास गये और पाव भाजी ऑर्डर की पद्मिेनी बोली मुझे हमेशा से ही स्ट्रीट फुड बहुत पसंद है उस रात हम ने वही डिन्नर किया और 11 बजे के लगभग हम होटेल आ गये कपड़े वग़ैरा चेंज करने के बाद हम बात कर रहे थे ब्लॅक नाइटी जो उसके घुटनो तक ही आती थी उसमे से पद्मि नी एक सेक्स बॉम्ब लग रही थी वो कहने लगी अच्छा डॅन्स करते हो तुम तो मैने कहा जी वो तो बस कभी कभी ऐसे ही तो वो बोली कि तुम ड्रिंक कर के डॅन्स कर रहे थे ना मैं बोला आपको क्या पता तो वो बोली कि फ़ौजी की वाइफ हू और खुद फॉजन रह चुकी हू मैने कहा आप करती हो ड्रिंक वो बोली हम तो मैने कहा चलो बूज़ करते है तो मैने दो बॉटल बियर और आइस क्यूब का बॉक्स ऑर्डर कर दिया ऑर्डर आते ही हम दोनो लगे अपनी अपनी बॉटल पीने कुछ ही मिनट मे उसने अपनी बॉटल खाली कर दी और मैने भी ऐसे ही हमारा मज़ाक मस्ती चल रहा था तो मैने उसको अपनी तरफ खीच लिया और अपनी गोदी मे बिठा लिया वो अपनीी नशीली आँखे मेरी आँखो मे डाल के बोली यू फफफफफफ्फ़ क्या करते हो छोड़ो मुझे तो मैने कहा भाभी कुछ देर यही बैठो ना अच्छा लगता है और मैं अपनी उंगलिया उनके गालो पर फिराने लगा और एक उंगली उनके मुँह मे डाल दी वो उसको चूसने लगी मैं दूसरे हाथ से उनकी पीठ को सहलाने लगा पद्मिसनी क़ी आँखो मे मुझे आज वासना के डोरे दिखाई दे रहे थे उसकी उभरी हुवी चूचिया तन कर मेरे सीने मे समाने को आतुर लग रही थी तो मैने उसके मुँह से उंगली निकाली और उसको खुद के मुँह मे डाल के चूसने लगा वो बोली कि कभी कभी तुम मुझे पागल ही कर देते हो मैने उसके होंठो को हल्के से सहलाया पद्मिानी मेरी गोद मे बैठी बैठी काँपने सी लगी उसके बड़े बड़े चुतड़ों का दबाव मेरी टाँगो पर पड़ रहा था तो मैं उसके सुर्ख होंठो को चूमने लगा साथ ही साथ मैं उसके कुल्हो को भी दबाने लगा 10 मिनट तक उसके होटो से ही जुड़ा रहा मैं थूक लार सब को मैं चाट गया
पद्मिसनी की आँखो मे हवस आज एक नयी इबारत लिखते हुए मुझे दिख रही थी फिर मैने उसकी नाइटी की किनारो को पकड़ा और उपर उठाते हुए उसको निकाल दिया अब वो खाली गोलडेन कच्छि बॉडी मे मेरी गोदी मे बैठी थी मैं अपना हाथ उसकी पीठ पर ले गया और उसकी ब्रा को भी खोल दिया रेशमी डोरी के खुलते ही उसकी चूचियाँ मेरे सीने पर झूल गयी तो मैने उसको थोड़ा सा अड्जस्ट किया और एक चूची को अपने मुँह मे ले कर निप्पल को पीने लगा पद्मिऔनी के पूरे बदन मे एक करंट सा भर गया पर वो मुँह से कुछ ना बोली वो मेरे बालों मे अपनी कोमल उंगलिया फिराने लगी मैं बारी बारी दोनो निप्पल्स को चूस्ता रहा आधे घंटे से भी अधिक टाइम तक मैं उसकी चूचियो पर ही लगा रहा जब वो बिल्कुल लाल हो गयी तब मैने उनको छोड़ा और फिर पद्मि नी को अपनी बाहों मे उठा कर बेड पर पटक दिया और उस पर चढ़ गया और फिर से उसको किस करने लगा पद्मिकनी मेरी शर्ट के बटन खोलने लगी और उसको उतार दिया और मेरे सीने पर हाथ फेरने लगी
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RE: हार तरफ चुत हि चुत (BIG & HOT STORY) - by Pagol premi - 05-12-2020, 11:55 PM



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