Thread Rating:
  • 2 Vote(s) - 3.5 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery हार तरफ चुत हि चुत (BIG & HOT STORY)
#36
उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ मेरा तो मरण हो गया ब्लू ब्रा मे क़ैद ठोस गोले बाहर आने को बेताब थे पद्मिानी भी भाँप गयी थी कि मैं क्या देख रहा हू पर वो भी मजबूर थी तो उन्होने बस इतना ही कहा कि जल्दी से करो तो मैने फिर उनकी जीन्स के हुक पर अपना हाथ रख दिया भाभी का पूरा बदन कांप गया अपने दर्द को जैसे वो उस पल भूलही गयी समय जैसे रुक सा ही गया था हम दोनो के लिए किसी भी औरत के लिए ये सब आसान नही होता है सिचुयेशन चाहे कुछ भी हो इस तरह से अपने कपड़े उतरवाना बेहद मुश्किल होता है पर अब मजबूरी थी तो मैने देखा कि पद्मि नी ने अपनी आँखे बंद कर ली थी पर उनकी पतले पतले होंठो लगातार कांप रहे थे तो आख़िर मैने हिम्मत करके जीन्स के हुक को खोल ही दिया और ज़िप भी खोल दी जीन्स थोड़ी ढीली हो गयी पर चूँकि भाभी के कुल्हो पर चोट लगी थी तो मैने अब उनकी दोनो जाँघो को पकड़ कर उठाया आहिस्ता से और जीन्स को सरकाते हुए नीचे जाँघो तक ले आया आज तो कयामत को ही अपनी आँखो के सामने देख लिया था मैने बेहद ही सुंदर दृश्य था वो जितना लिखू उसके बारे मे उतना ही कम पड़े सच मे भगवान कुछ औरतो को बना ही इतनी सुंदर देता है कि फिर पूछो ही मत पद्मि नी की ब्लू कलर की जालीदार पैंटी मे से मुझे उसकी बिना बालों की सॉफ सुथरी काली काली चूत के दर्शन हो रहे थे मैं मंत्र मुग्ध सा अपनी सांस रोके उसको देखे ही जा रहा था तभी पद्मिीनी की आवाज़ से मेरी तंद्रा टूटी वो बोली अब इतना क्या देख रहे हो मैं तो दर्द मे पड़ी हू और तुम सिचुयेशन का अड्वॅंटेज लेने मे लगे हो तो मैने जल्दी से जीन्स को निकाला और उनको ट्रॅक पॅंट पहना ने लगा जब मैं उसको पहना रहा था तो मैंन आहिस्ता से पद्मिऔनी की चूत को दबा दिया इस तरीके से कि उसको लगे कि बस हाथ छू गया है पर वो भी अनुभवी औरत थी वो झट से मेरी हरकत को पकड़ गयी पर बोली कुछ नही तो मित्रो कपड़े चेंज करने के तुरंत बाद मैं उनको एमएच लेके गया और डॉक्टर्स उनको एग्ज़ॅमिन करने लगे कोई 15-20 मिनट बाद डॉक्टर्स ने बताया कि कूल्हे मे फ्रॅक्चर तो नही है पर अंदर के माँस मे चोट लगी है जिसे गुम चोट भी कहते है तो उनको कुछ दिनो तक मालिश वग़ैरा करनी पड़ेगी पर लेफ्ट पेर के आंकल मे हेरलाइन फ्रॅक्चर हो गया है तो हम ड्रेसिंग कर रहे है पर वो एक माइनर सा है तो ये थोड़ी देर मे ही घर जा सकेंगी और थोड़ा चलने फिरने मे सावधानी बरतनी पड़ेगी मैने ये सुनकर चैन की सांस ली और उनकी दवाइयाँ खरीदने चला गया शाम होते होते मैं उनको घर ले आया मैने मूर्ति सर को फिर फोन किया और बताया तो वो बोले की थॅंक्स जो तुमने हमारी हेल्प की मैं तो लेट नाइट तक ही आ पाउन्गा जब तक मैं ना आउ तुम भाभिजी के साथ ही रहना और मस्ट टेक केर ऑफ हर तो मैने कहा जी ठीक है
घर आके मैने उनके बेड को सही किया और उनको लिटा दिया और आराम करने को बोला मैं किचन मे गया दूध गरम किया और भाभी जी को मेडिसिन्स दे दी और थोड़ी देर सोने को कहा और मैं वही पास मे कुर्सी पर बैठ कर एक मॅग्जीन पढ़ने लगा दवाइयों के असर से उनकी आँख लग गयी सोते हुए पद्मि नी बड़ी ही प्यारी लग रही थी मैं बार बार उसको ही देख रहा था उनको सोए हुए 2 घंटे से उपर का टाइम हो गया था और 7 बजने को थे मुझे भी जाना था पर उनको छोड़के भी नही जा सकता था तो क्या करूँ तो मैने सोचा कि कोई नही एक सज़ा और सही क्या फरक पड़ता है वैसे भी जब जब वो सांस लेती तो उनकी उपर नीचे होती छातियाँ मुझे उत्तेजित करने लगी थी मेरा मन तो किया की चोद डाल यही पर ऐसा कर थोड़ी ना सकता था मैं बाहर पानी पीने चला गया तभी उनकी आँख खुल गयी तो मैने पूछा कि अभी ठीक हो तो वो बोली हाँ और मुझे थॅंक्स कहा फिर वो बोली कि ज़रा मुझे बाथरूम तक ले चलो तो मैने कहा क्यों तो वो बोली क्यों का क्या मतलब मुझे टाय्लेट कर ना है तो मैने कहा भाभी जी इस हालत मे आप सीट पर नही बैठ पाओगे तो आप यही पर कर्लो लेटे लेटे ही मैं सॉफ कर दूँगा तो वो बोली कि नही मैं ऐसा कैसे कर सकती हू तुम मुझे लेके तो चलो तो मैने कहा जैसी आपकी मर्ज़ी और उनको सहारा देकर खड़ा किया ही था कि ग़लती से उनका चोट वाला पैर ही फर्श से टच हो गया और पूरा बॉडीवेट उस पर आ गिरा पद्मिलनी की एक चीख निकल गयी और हालत टाइट हो गयी तो मैने उनको दुबारा से लिटा दिया और कहा आप मेरी बात मानो मैं सॉफ कर दूँगा आप इधर ही कर्लो काफ़ी देर उनको समझाया इधर उनका पेशाब भी बाहर आने को मचल रहा था वो बार बार कस मसा रही थी तभी मुझे आइडिया आया मैने कहा मैं एक मिनट मे आया और उनके बाथरूम से टब ले आया और एक छोटी वाली कुर्सी को उसमे रख दिया कहा कि भाभी आप यहाँ बैठ कर आराम से सू सू कर लो आपको कोई प्राब्लम भी नही आए गी वो बड़ी प्रभावित हुवी और बोली हां ठीक है तो मैने उसको सहारा देकर कुर्सी पर बिठा दिया और पूछा कि

पायजामा नीचे करू तो वो बोली कि मैं कर लूँगी और मुस्कुरा दी शायद उसे दोपहर वाली बात याद आ गयी थी तो मैं कमरे से बाहर आके खड़ा हो गया दरवाजे के पास मेरे कानो में सुर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर सुर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर की आवाज़ अगले एक मिनट तक आती रही फिर उन्होंने मुझे बुलाया तो मैने उनको वापिस लिटा दिया और टब को लेके बाहर आ गया एक गिलास के लगभग पेशाब था टब मे तो मैने एक काँच के गिलास मे वो डाल दिया और उसको किसी विस्की के पेग की तरह सीप लेकर पीने लगा

अब ऐसी कयामत औरत का पेशाब मिल जाए वो ही बड़ी बात थी फिर मैने टब को सॉफ किया फिर गीले कपड़े से कुर्सी को फिर आके पद्मिडनी के पास बैठ गया कुछ देर खामोश रहने के बाद उन्होने चुप्पी तोड़ ते हुए कहा कि आज तुम ना होते तो बड़ी प्राब्लम हो जाती इम सो थॅंकफुल टू यू और थोड़ी सी एमोशनल हो गयी अब इसी टाइम मुझे उसको शीशे मे उतारना था तो मैने उसका हाथ अपने हाथ मे लिया और डाइरेक्ट्ली उसकी आँखो मे आँखे डालते हुए कहा कि आप मेरी दोस्त हो और दोस्त को कभी थॅंक्स नही कहते ये डायलॉग मैने कई फ़िल्मो मे सुना था तो आज यहाँ पे चिपका दिया फिर जब वो कुछ ना बोली तो मैने कहा क्या हुआ भाभी क्या मैं आपका फ्रेंड नही हू तो वो बोली आज से तुम मेरे बेस्ट फ्रेंड हो तो मैने उनके हाथ को हल्का सा दबा दिया और उनके होटो पर भी मुस्कान आ गयी मैने पूछा कि अब दर्द हो रहा है तो उन्होने कहा कि पेनकिलर से आराम है पर कभी कभी एक टीस सी लगती है तो मैने कहा कि हो जाएगा ठीक कुछ दिनो मे तब तक आप रेस्ट करो फिर मैं किचन मे गया और दो कप चाइ बना लाया और हम चाइ पीने लगे एक बात मैने नोटीस की कि पद्मिननी को बाते करने मे बड़ा ही मज़ा आता था वो हमेशा ही मेरी पर्सनल लाइफ के बारे मे पूछती रहती थी और मैं भी उसको कुछ बता ता कुछ छुपा लिया करता था बातों बातों मे पता चला कि उनका एक बेटा भी है जो 6थ मे बोर्डिंग कॉलेज मे पढ़ता है मैं तो शॉक हो गया ये सुनकर तो मैने कहा मैं मानता ही नही आप को देख कर लगता ही नही कि आप को बच्चा भी होगा यू आर सो यंग यू आर लाइक आ डिवा तो वो बोली अब सच तो ये ही है फिर उन्होने बताया कि वो नेवी मे एसएससी पाइलट के रूप मे काम कर चुकी है और फिर उन्होने वीआरएस ले लिया ये सुनकर मैं तो बड़ा ही इंप्रेस हो गया बाते करते समय वो अपनी सारी तकलीफे भूल जाती थी और जब बार बार वो अपनी ज़ुल्फो की लटो को हाथ से सुलझाती तो और भी प्यारी लगती थी बातों बातों मे टाइम का पता ही नही चला फिर मूर्ति सर आ गये आते ही उन्होने अपनी वाइफ का हाल चाल पूछा और थोड़ी देर उनसे बाते की मैं वही बैठ कर उनकी बात सुन ने लगा पर तमिल थी या टेलेगू या मलयालम अपने को भाई आती नही थी तो पता नही चला कि वो क्या कह रहे थे पर बात कोई दस मिनट तक चली फिर सर ने मुझे कहा कि मैं पिज़्ज़ा ऑर्डर कर रहा हू तुम भी यही खा लेना

पिज़्ज़ाआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ अब साला गाँव का लौन्डा यही मार खा गया समोसा, कचोरी बुरगुर चोवमीन भी ठूंस ली थी पर ये साला पिज़्ज़ा क्या होता है नाम ही आज सुना था अपना तो आज भाई पोपट हो गया ये पिज़्ज़ा क्या होता है ना कभी नाम सुना पर फिर सोचा कि जब ये खाएगा तो मैं भी खा लूँगा और ऐसे ही विचार करते करते सोचने लगा पिज़्ज़ा के बारे मे………….. कोई आधे घंटे बाद डेलिवरी बॉय लेके आया पिज़्ज़ा जब उन्होने सर्व किया तो पता चला कि ऐसी भी कोई चीज़ दुनिया मे होती है भाई उस दिन बहुत दुख हुआ कि काहे फोज मे आ गये गान्ड मरवाने कॉलेज ही चले जाते खैर दो मिनट देखा कि वो कैसे खाते है तो फिर मैने भी खाना शुरू किया कुछ भी कहो था टेस्टी तो पिज़्ज़ा के बाद मैने उनको बाइ बोला और होस्टल आ गया रात हो गयी थी पर आँखो मे पद्मिीनी की काली काली चूत का दृश्य ही घूमे जा रहा था तो भाई गये बाथरूम मे और मारी मुट्ठी पद्मिपनी को सोच के और आके धम से पड़ गये बिस्तर पर



मेजर शहाब अगले दिन भी ग्राउंड पर थे हमारी गान्ड मे डंडा करने को तो ब्रेक मे मैं उनके पास गया और पूछा कि सर आपने लीव नही ली मेम्साब का ख़याल कॉन रखेगा तो वो बोले कि यार मैं क्या करूँ मैं फसा हुआ हूँ बाहर से कुछ लोगो का डेलिगेशन आया हुआ है अकादमी को सूपरविषन करने को तो मजबूरी है तो मैने कहा कि सर अगर कुछ एमर्जेन्सी हो गयी तो उनको कॉन संभाले गा तो वो सोच मे डूब गया अब वो मुझपर ही तो ट्रस्ट करता था तो उसने मुझे कहा कि तुम दो चार दिन पद्मिमनी की केर करो तो मैने कहा सर मैं कडेट हूँ आप किसी अरदली की ड्यूटी घर पे लगवा दो तो वो कहने लगे कि यार तुम फॅमिली मेंबर्ज़ ही तो हो हमारे तुमपे मुझे ट्रस्ट है तो तुम मेरा ये काम करदो फाइनल एग्ज़ॅम मे मैं तुम्हारी ग्रेड सुधारवा दूँगा अब उस को कॉन समझाए कि मैं तो ये ही चाहता था तो उसको शक ना हो तो थोड़ी आक्टिंग की तब जाके मैं माना तो उसने कहा कि तुम आब्सेंट की चिंता ना करना मैं वो सब अड्जस्ट कर दूँगा तो मैने कहा कि ओके सर और फिर जैसे ही उन्होने कहा मैं उनके घर चल दिया रास्ते मे मैने सोचा कि उनके लिए कुछ खरीद लूँ तो एक बॉक्स डार्क चॉकलेट का ले लिया और फिर उनके घर गया वो आराम ही कर रही थी हाई हेलो के बाद मैं उनके पास बेड पर ही साइड मे बैठ गया और अपना लाया हुआ चॉकलेट का डिब्बा उनको दे दिया तो उन्होने थॅंक्स कहा फिर मैने उनके पैर को देखा और उसको सहलाने लगा मेरे टच करते ही एक लहर उनके बदन मे तरंग बनकर दौड़ गयी मैं उनके पैर की नाज़ुक उंगलियो को सहला रहा था और उनसे बाते कर रहा था फिर मैने कहा कि आपने दवाई ली तो उन्होने कहा कि हम पर पैर की मालिश नही की क्योंकि वो खुद नही कर सकती तो मैने कहा लाओ मैं कर देता हू वो मना करने लगी पर मैं कहाँ मान ने वाला था तो मैने स्टूल पर रखी दवाइयों मे से मालिश वाले आयिल की शीशी को लिया और टखने की गरम पट्टी को खोल दिया और अपने हाथो से हल्के हल्के मालिश करने लगा तो उनको भी बेहद आराम मिला बीच बीच मे मैं थोड़ा सा दबाव भी टखने पर डाल देता था जिस से उनक दर्द होता पर ये ज़रूरी भी था अच्छे से मालिश करने के बाद मैने गरम पट्टी दुबारा लगा दी और तेल की शीशी रख ही रहा था कि भाभी ने कहा कि अरे हिप्स की मालिश नही करनी है क्या तो मैने कहा सॉरी मैं तो भूल ही गया था तो मैने भाभी को उल्टा लिटा दिया और उनके पैर के नीचे तकिया लगा दिया ताकि टखने पे प्रेशर ना आए और उनकी टीशर्ट को थोड़ा सा उपर कर दिया उनकी गोरी गोरी पीठ दिखने लगी मैने अपना हाथ वहाँ टच किया तो बहुत ही सॉफ्ट स्किन थी तो मैने उनकी पाजामी के एलास्टिक मे अपनी उंगलियाँ फसाई और उसको थोड़ा सा नीचे कर दिया तो भाभी बोली अरे ज़्यादा मत नीचे करना वरना कल की तरह आज भी सब कुछ देख लोगे तुम बड़े नॉटी हो गये हो आजकल तो मैने कहा भाभी जी वो तो मेरी मजबूरी हो गयी थी इसलिए देखना पड़ा पर अब कूल्हे की निचली साइड मे चोट लगी है तो पाजामी तो सरकानी ही पड़ेगी तो वो बोली अरे तुम प्लीज़ नाराज़ ना होओ मैं तो बस मज़ाक कर रही थी अब तुमसे क्या छिपा है एक बार देखो या हज़ार बार देखो चलो मालिश करो वरना मैं ठीक कैसे होउंगी आज पता चला था कि हाइ क्लास मे इन चीज़ो को ज़्यादा महत्व नही दिया जाता है अब ये तो हम गाँव वाले ही है जो चूत गान्ड के चक्कर मे पड़े रहते है तो मैने उनकी पाजामी को जाँघो तक कर दिया आज भी उन्होने कल वाली पैंटी ही पहनी हुई थी जो बस एक डोर से ही उनकी गान्ड के दोनो फांको के बीच मे घुसी पड़ी थी और पूरे चुतड तो नुमाइश कर रही थे मैं मन ही मन सोच रहा था कि पद्मिेनी के चुतड किस साइज़ के होंगे मैं अपने ख़यालो मे खोया हुआ था कि उनकी आवाज़ ने मेरा ध्यान भंग किया और वो बोली अरे मालिश करो ना पूरा दिन क्या मैं इसी तरह पड़ी रहूंगी तो मेरा ध्यान आया पर मैं कुछ बोला नही तो वो चुटकी लेते हुए बोली कि अरे कही तुम मेरे हिप्स देख कर मेरे फिगर के बारे मे तो नही सोच रहे हो ना तो मैं सकपका गया उन्होने यूँ ही मेरे मन की बात पकड़ ली तो मैने हकलाते हुए कहा कि नही जी ऐसा कुछ नही है तो वो बोली कि चलो मैं तुम्हे बता ही देती हू वरना तुम फिर से ख़यालो मे खो जाओ गे तो उन्होने मज़े लेते हुए कहा कि मेरा फिगर है 37-31-39 तो मेरे मुँह से निकल गया इट’स टू हॉट साइज़ तो वो हंस पड़ी मैने दवाई वाला तेल चोट की जगह पर लगाया और चुतड को अपने हाथ से दबाने लगा बड़े ही सॉफ्ट थे वो जैसे समोसे का घून्था हुआ आटा हो इतने बड़े मलाई दार चुतड मेरे हाथ मे समा ही नही रहा था मुझे मालिश से ज़्यादा तो उनको सिड्यूस करने मे मेरा ध्यान था मैं अच्छे से उनकी मालिश करता रहा कई बार मेरा हाथ चूत की ओर जाने की कोशिश करता पर मैं उसे रोक लेता पद्मिानी को तो चोदना ही था

मुझे हर हाल मे पर उसकी मर्ज़ी से ही वरना पंगा खड़ा हो जाता अब थी तो वो भी एक माल ही जब जब मैं उसके कुल्हो को छेड़ता तो उसके जिस्म मे तरंगे उठ जाती आख़िर उसके मुँह से एक आह निकल ही गयी ये वो आह थी जिसका मतलब मैं अच्छे से समझता था तो मैं अब उनकी कमर पर बैठ सा गया और उनके दोनो कुल्हो को दबाने लगा वो तकिये मे अपना मुँह दिए मस्ती का अनुभव करने लगी थी मेरा लंड जिसने पेंट मे टेंट बना रखा था उनके चुतड़ों की दरार से टच होने लगा था अब उनको भी पता था कि ये मेरा लंड ही है जो उनको चुभ रहा था पर वो कुछ नही बोली हा उनकी साँसे ज़रूर गहरी हो गयी थी पर फिर मैने खुद को किसी तरह से कंट्रोल कर लिया और उनकी पयज़ामी को वापिस उपर चढ़ा दिया फिर मैं तुरंत ही उनके बाथरूम मे गया और मुट्ठी मार कर ही वापिस आया मॅम भी थोड़ी संयमित लग रही थी फिर मैने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मॅम आज आपने बाथ नही लिया तो वो बोली कि तुम्हे कैसे पता चला क्या मेरे बदन से पसीने की बदबू आ रही है तो मैने कहा नही मॅम तो वो बोली बताओ तो मैने कहा कि आपने सेम अंडरगार्मेंट्स पहन रखे है ना इसलिए तो वो बुरी तरह से झेंप गयी और बोली कि वो क्या है ना चोट लगी है तो इसलिए नही नहाई मैने कहा टेक इट ईज़ी मॅम होता है ऐसे ही हम टाइमपास करते रहे लंच टाइम हुआ तो मैं मेस से खाना ले आया और उनके साथ ही लंच किया लंच के बाद पद्मि नी सो गयी तो मैं भी बाहर आकर सोफे पर थोड़ी देर सो गया जब मेरी आँख खुली तो 6 बज रहे थे मुँह धोया और मॅम को जगाया फिर उनको कल की तरह ही सूसू करवाया और चाइ बना कर दी आज मूर्ति सर कुछ जल्दी आ गये थे तो मैं भी वापिस होस्टल आ गया कुछ प्रॉजेक्ट्स अधूरे थे तो वो पूरा किए फिर सो गया


अपनी तो मौज थी अगले दिन ठीक दस बजे नाश्ता पानी करने के बाद मैं फिर से पद्मि नी जी की खिदमत मे था हाई हेलो के बाद मैंने जो टिफिन अपने साथ लाया था मेस से वो उनको दिया और साथ मे दूध भी दिया गरम करके फिर उनके घर की थोड़ी से सफाई की अब चूत के चक्कर मे क्या क्या करना पड़ता है पता चल रहा था फिर उनके और सर के कुछ कपड़े थे वो वॉशिंग मशीन मे डाले और उसको चला दी पर यूज़ करना नही आता था तो पद्मिुनी से डाइरेक्षन ली और उन कपड़ो को भी सूखने को टाँग दिया इन सब मे एक बज गया था तो पद्मििनी बोली यार मेरी वजह से तुमको बहुत परेशानी हो रही है तो मैने कहा दोस्त के लिए तो कुछ भी कर सकता हू फिर आपका घर मेरा घर और अपने घर मे काम करने मे कैसी शरम पद्मिेनी बुरी तरह से इंप्रेस हो गयी थी फिर वो बोली कि मेरे बालों मे बहुत तेज इचिंग हो रही है खुज़ला खुज़ला कर परेशान हो गयी हू तो मैने कहा कि शम्पू कर लो तो वो बोली कि यार तुम भी हमेशा ना मेरी टाँग खीचते रहते हो अभी इस हालत मे मैं कैसे शम्पू करू तो मैने कहा अगर आप कहो तो मैं कर दूँगा तो वो बोली ठीक है तुम मेरा सर धो दो तो मैने एक कुर्सी बाथरूम मे लगा दी और पद्मिरनी को वहाँ ले जाकर बिठा दिया यार ये पद्मि नी सच मे बहुत ही हाइ क्लास बोर्ड माइंडेड औरत थी तो सारी तैयारी कर ली थी उसके पैर को पोलिथीन से भी कवर कर दिया था ताकि कही पैर गीला ना हो जाए तो मैने उसके सर पे बँधे बालों के जुड़े को खोला और उसके रेशमी बालों को आज़ाद कर दिया और उनको पानी से धोते हुए शम्पू करने लगा तभी मेरी नज़र उनकी नाइटी के अंदर गयी और चूचियो की खाई दिखने लगी तो मैं मज़े लेते हुए थोड़ा थोड़ा पानी उनकी नाइटी पर भी चलकाने लगा तो पद्मिखनी बोली अरे ऐसे मत करो मेरी नाइटी गीली हो रही है अब गीली तो मेरी पॅंट भी हो रही थी तो मैने कहा कि क्या मैं अपनी पॅंट उतार कर साइड मे रख दूं क्योंकि वो गीली हो रही है तो उन्होने कहा कि रख दो तो मैं दुबारा से उनके सर मे शम्पू करने लगा तभी अचानक से मेरे हाथ से पानी का डिब्बा छूट गया और उनकी नाइटी पूरी तरह से गीली हो गयी तो मैने जल्दी से सॉरी कहा तो वो बोली कोई बात नही हो जाता है तो मैने कहा कि मॅम आप अभी नहा ही लो क्योंकि पूरा तो भीग गये हो मैं बाहर खड़ा हू कोई प्राब्लम हो तो आवाज़ लगा देना और पानी की बाल्टी भर कर उनके पास रख दी और साबुन या जो भी चीज़ उन्हे चाहिए थी सभी कुछ वही पर रख दिया और बाहर आकर खड़ा हो गया


अब यही तो मेरा प्लान था मैने सब चीज़ तो रख दी थी पर तौलिया नही रखा था कोई बीस मिनट बाद उन्होने मुझे आवाज़ लगाई तो मैने बाहर से ही कहा जी भाभी जी तो वो बोली की टवल चाहिए तो मैने कहा कि मैं दरवाजे के पास रख देता हू आप ले लेना तो वो बोली स्टुपिड मैं कैसे लूँगी तुम ही आकर दो तो मैने कहा जी अभी आया और झट से गेट खोल कर अंदर घुस गया मैंन सोच रहा था कि वो नंगी होंगी पर वो तो पुराने वाली ब्रा पैंटी मे ही थी ब्रा उन्होने उतारी नही थी और पैंटी वो उतार सकती नही थी और उन्हे इस तरह देखने से कोई खास फरक पड़ना भी नही था तो उन्होने तौलिए से अपने शरीर को पोन्छा और फिर उसको चूचियो पर लाते हुए ब्रा भी खोल कर एक साइड मे फेक दी और मुझे उन्हे खड़ा करने को कहा तो मैने उन्हे सहारा देकर खड़ा कर दिया तो उन्होने कहा आँख बंद करो तो मैने कर ली फिर उन्होने अपनी पैंटी को सरकाया और टवल को लपेट लिया और फिर मैं आहिस्ता आहिस्ता से उनको वापिस कमरे मे ले आया हालाँकि मैं उनको नंगी देखना चाहता था पर इस हालत मे नही वो जो इतना टेस्टी नाश्ता करवाया करती थी उसका भी तो कुछ लिहाज़ था मॅम ने कहा कि मेरी अलमारी से मेरे अंडरगारमेंट्स लाकर दो मुझे मैने अलमारी खोली और ब्रा पैंटी के कई सेट्स पड़े थे वहाँ पर तो मैने एक पिंक वन चूज़ की और उनको दी दी मैने मुँह फेर लिया ताकि वो चेंज कर सके उन्होने ब्रा तो पहन ली थी पर पैंटी नही पहन पा रही थी तो उन्होने मुझे कहा कि ज़रा पैंटी डालने मे मेरी हेल्प करो तो पर मैने कहा कि माँ आप डाइरेक्ट पाजामी ही पहन लो ना जब आप खुद डाल सको तो ये भी पहन लेना आक्च्युयली मेरा लंड खड़ा हो रहा था तो मैं थोड़ा सा उलझ गया था तो पद्मि नी बोली कि यार तुम भी बड़े ही फॉर्मल हो पाजामी पहन ने मे भी तो तुम्हारी ही मदद लूँगी ना तो पैंटी डालने मे भी हेल्प करो और हाँ ये क्या बार बार मॅम मॅम कहते रहते हो कितनी बार कहा है कि भाभी कहा करो तो मैने कहा जी वो मुँह से निकल जाता है तो मैने पैंटी को उनकी टाँगो मे फसाया और उपर की ओर सरकाने लगा जब वो जाँघो तक आ गयी तो मैने टवल को पूरी तरह से अलग कर दिया उनकी रस से भरी चूत मेरी आँखो के सामने थी मुझे ऐसा लगा जैसे चूत की पंखुड़िया काँपी हो पद्मि नी ने जब देखा कि मैं उनकी चूत को ही निहार रहा हू तो वो थोड़ा सा टाइट लहजे मे बोली कि कितनी देर लगाओ गे जल्दी से पहना दो ना तो मैने उनके कुल्हो को अपने हाथ की हेल्प से थोड़ा सा उपर किया और पैंटी को उपर करने लगा पर मैं ठहरा ठर्की तो चूत को सहला ही दिया भाभी हल्की सी मुस्कुरा ही पड़ी फिर मैने थोड़ी देर उनके कुल्हो की मालिश की और फिर उनको कपड़े भी पहना दिए अब मेरा तो टाइम उनके घर ही कट ता था दोपहर को फिर मेस से खाना लाया फिर वो थोड़ी देर सो गयी मैं उनके घर के बरामदे मे कुर्सी पर बैठा था कि तभी मेरे उस कॅंटीन वाले याडी का फोन आया कि भाई आज तू पक्का कॅंटीन आ जाना 7 बजे के आस पास तो मैने कहा कि कोशिश करूँगा फिर मैने सोचा कि मैं भी थोड़ा सुस्ता लूँ और चटाई बिछा कर लेट गया पता नही कैसे आज थोड़ी गहरी नींद लग गयी पता नही कितनी देर सोया मैं कि तभी एक तेज आवाज़ से मेरी आँख खुली ऐसे लगा कि जैसे कुछ गिरा हो तो मैं फॉरन ही अंदर भागा तो देखा कि फ़राश पर नाइट लॅंप गिरा पड़ा है और बेड पर पद्मि नी एक अजीब सी हालत मे थी वो अपने शरीर को टाइट करे हुए थी और काँपते हवुए बोली कि कहा थे तुम कम्बख़्त इधर मेरा बुरा हालल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल हूऊऊऊऊऊऊऊ गया है
ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मुझीईईईईईईईई सूसुउुुुुुुुुुुुुुुुुुुउउ करना हाईईईईईईईई आब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबब माणिईीईईई औत्त्त्तत्त ओफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ ओकककककककक्क्कोंंनननननननननननणणनतत्त्टत्त्ट्रोल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल हू चुकी हू कितनी देर से मैं पुकार रहियिइ हू जल्दी
सीईईई लीईई ककककककककचााालल्ल्ल्ल्ल्ल्ल मकहियीईईईईईई इधहर्र्र्र्र्र्ररर हीईीईईईईईईईईिनाआआ निकल जाए तो आईईईईईईईईई माणिईीईईईई उन्हीईई उठााआआआआनीईईईईईई वाला आआआआआआआअ हीईीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई था कि तभी उनकी चूत ने उनको धोखा दे दिया और पेशाब की धार छूट पड़ी अब ना जाने कब से वो मुझे पुकार रही थी बेचारी और उनकी पाजामी गीली होने लगी तो मैने तुरंत ही पाजामी के रब्ब्ड मे हाथ डाला और उसको सरका दिया और पैंटी के उपर से ही अपने होंठ चूत पर लगा दिए और उस गरम पेशाब को किसी जाम की तरह पीने लगा एक तो पेसाब का प्रेशर और फिर चूत पर मेरे प्यासे होंठो पद्मितनी को 440 वॉल्ट का झटका लग गया जब तक पेशाब आता रहा मैं उसको पीता रहा पेशाब बहना रुक गया था पर मैने अपने होंठो नही हटाए थे और बल्कि पैंटी की लाइन को साइड मे सरकाते हुए चूत को मुँह मे भर लिया भाभी जी बोली अफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ और फिर वो कुछ ना बोल पाई उनकी आँखे अपने आप बंद होती चली गयी मैं अपने दाँतों से चूत की फांको को काटने लगा ऐसी नमकीन चूत जैसे गुजरात का सारा नमक यही पे रख दिया वो भाभी अपनी आँखे मुन्दे बस मोनिंग ही कर रही थी और मैने अपनी पूरी जीभ उस कयामत की चूत मे सरका दी थी मैने सोच लिया कि अब जो भी हो पीछे नही हटना है चाहे ये बाद मे सूली पे ही चढ़वा दे दो मैं पूरे मज़े से उसकी चूत का रस चाट ने लगा पदमिनी की चूत भी फड़ फडाने लगी ना जाने कब उसके हाथ मेरे सर पर आ गये और वो मेरे सर को अपनी चूत पर दबाने लगी और हल्के हल्की आवाज़ मे येस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ओह ईईईईईईईईईईईईसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स कोँम्म्ममममममममममममममममममममममममममममममममममममममममममममममममम ओन्न्न्ननननननननननननननननननणणन् ौउुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुउउ लिक्किंन्नननननननननननननननननननननननननननननगगग
गगगगगगगगगगगगगगगगगगगगगगगगग सूऊऊऊऊ नाइस करने लगी 8-10 मिनट तक मैं पूरे मज़े से चूत को चाट ता रहा फिर एका एक उनका पूरा शरीर टाइट हो गया और चूत ने अपना पानी मेरे मुँह मे गिरा दिया एक एक बूँद को मैं चाट गया

फिर मैने अपना मुँह वहाँ से हटा लिया और कमरे से बाहर निकल गया और पूरी एक बॉटल पानी पी गया फिर मैं कमरे मे गया तो वो वैसे ही आँखे मुन्दे पड़ी थी तो मैने कहा आप ठीक तो हो तो हो बोली हाँ आइएम ओके मैने फिर उनकी ड्रेस चेंज की और रसोई मे चला गया कोफ़ी बना ने के लिए कोफ़ी बनाते हुए मैं सोच रहा था कि अब पद्मिकनी का क्या रियेक्शन होगा क्योंकि अभी तक तो वो शांत ही थी और मैं उसकी चूत को किस कर गया था फिर हम कॉफी पीने लगे पर बोल कोई कुछ नही रहा था तो मैने चुप्पी तोड़ ते हुए कहा कि भाभी अभी थोड़ी देर पहले जो कुछ मैने किया उसके लिए इम रियली सॉरी मैं बहुत शर्मिंदा हू तो वो बोली नो आइ’म नोट आंग्री इट ऑल इनफॅक्ट मैने भी तो ऑर्गॅज़म को एंजाय किया है दट वाज़ सच आ वेरी प्लीज़िंग फीलिंग तो मैने कहा कि भाभी वो आपका पेशाब निकल गया था तो मुझे कुछ सूझा नही और फिर सब अपने आप ही हो गया तो वो थोड़ा सा हँसी और बोली कि तुम बड़े ही नॉटी हो तुम्हे देखकर लगता है कि यू हॅव एनफ एक्सपीरियेन्स टू सॅटिस्फाइ एनी काइंड ऑफ विमन तो मैने कहा जी अब इसके बारे मे मैं क्या कहूँ तो वो बोली कि क्या कभी तुमने डर्टी सेक्स किया है तो मैने कहा जी मुझे ये तो नही पता कि डर्टी सेक्स क्या होता है पर मैने जब जब भी सेक्स किया है अपनी फॅंटेसी को रियल ज़रूर किया है तो वो बोली वाउ और कैसी फॅंटेसी है तुम्हारी तो मैने कहा कि अब जाने भी दो ना तो वो बोली की अरे मुझे तो बताओ तो मैने कहा कि आप बुरा मान जाओगी तो वो बोली क्या मैं कभी तुमसे नाराज़ हो सकती हू चलो जल्दी से मुझे बताओ तो मैं उनके पास गया और अपने होंठ उनके कॉफी से सने होंठो पर रख दिए और स्मूच करने लगा आज पद्मिोनी को ये मेरा पहला किस था मलाई जैसे उसके मुलायम होंठो मेरे मुँह मे समाए थे जब तक सांस निकलने को ना हुई मैं किस करता ही रहा तब कही जाकर मैं उनसे अलग हुआ मैने डाइरेक्ट्ली कह दिया था कि यू आर माइ फॅंटेसी तो वो अपने होंठो पर जीभ फेरते हुए बोली कि यार इट’स नोट पासिबल यू नो आइ हॅव फॅमिली तो मैने कहा आइ नो बट यू कॅन गिव सम मोमेंट्स टू युवर फ्रेंड आप अपना टाइम ले सकती है वैसे भी ट्रैनिंग के बाद मैं कहाँ आप कहाँ बस कुछ यादे ही होंगी जो ना आप भूल पाओगी ना मैं तो वो बोली कि मुझे सिड्यूस कर रहे हो तो मैने कहा आप जो भी समझे फिर उन्होने टॉपिक चेंज कर दिया कोई आधे घंटे बाद सर आ गये थे तो फिर मैं निकल पड़ा और लगभग दौड़ते हुए कॅंटीन गया तो वो बोला यार तू भी ना कहाँ रह गया था वो अभी अभी गयी ही है तो मैने कहा किस तरफ वो बोला भाई दो रास्ते है अब मैं क्या जानू तो मैने कहा यार भाई थोड़ा सा बिज़ी हो गया था चल कोई नही फिर कभी ट्राइ मार लेंगे मैं घूमते घूमते लीकर सेकशन की तरफ चला गया तो मैने देखा कि स्टॉक मे महारानी बियर पड़ी थी एक बकवास चीज़ तो मैं बोला यार कभी कोई मस्त बियर शियर भी लाया करो तो वो बोला कि भैया सूबेदार मेजर ये ही मँगवाता है हम तो खुद परेशान है क्या करें तू एक काम कर वोड्का की बॉटल ले जा मैने कहा नही यार अभी नही फिर कभी खोलेंगे बॉटल साथ आर्मी लाइफ भी ना कमाल की लाइफ है जिन्हे मिल जाती है वो ही बता सकते है थोड़ी परेशानी तो है पर मस्त है एक दम यहा का माहौल सबसे अलग सबसे जुदा फिर मैं सीधा मेस की तरह चल पड़ा आज तो मुर्गे की टाँग तोड़नी थी
मुझे पूरे ग्रूप के साथ बैठ कर खाना खाना भी एक अलग ही मज़ा है दबा के भोजन किया फिर सीधा बिस्तर पर पर आज नींद नही आ रही थी सोच रहा था कि क्या पद्मिभनी पट जाएगी और मुझे उसको चोदने का सुख प्राप्त हो गा अब भविष्य के गर्भ मे क्या छिपा है कॉन जाने मैं तो अपनी तरफ से प्रयास ही कर रहा था पद्मिोनी को सोचते सोचते आँखो आँखो मे रात कट गयी दिल मे कई सवाल पनप रहे थे मैंन सोचने लगा कि यार जब चूत का रसिया ही बन ना था तो फौज मे क्यो गान्ड मरवाई अगली सुबह हुई अब मेजर की कृपा से कुछ दिन ड्रिल से बचा था तो मैने सोचा कि आज स्विम्मिंग पूल मे जाकर ही नहाउन्गा वो क्या था कि वहाँ पर ऑफिसर्स की जवान लड़किया और उनकी मम्मियाँ भी आया करती थी और फिर स्विम्मिंग करने मे मज़ा भी बड़ा आता था तो मैं पूल साइड पर पहुच गया पर वहाँ बैठे गार्ड ने मज़ा खराब कर दिया वो बोला कि भाई अभी तो लॅडीस लोगो का टाइम चल रहा है तू 11 बजे के बाद आईओ तो मैने कहा साले थोड़े दिन मे एलटी बन जाउन्गा फिर तेरी गान्ड तोड़ूँगा तो वो बोला यार समझा कर रूल है और फिर कोई कंप्लेंट कर देगा तो मैं फसा ना वो बोला आजा इधर ही बैठ जा और नज़ारे ले तो मैं भी स्टूल पर बैठ गया और बिकिनी मे नहाते हुए मस्त मस्त माल को ताड़ने लगा मैं भी अब एक नंबर का ठर्कि बन गया था मैं सोच रहा था कि तीन साल खड़ावास्ला मे चूतिए की तरह मुट्ठी मार कर गुज़ार दिए तो भाई कोई मोटी कोई पतली औरत लड़की मेरा लंड खड़ा हो गया पर करे भी तो क्या खैर 11बजे मैं पानी मे उतरा और नहाने लगा अकेला ही था उस टाइम अब लोंडे ये सब फालतू कामो मे उलझते नही पर मैं तो मैं हू आधे घंटे नहाने के बाद अब मुझे जाना था पद्मिलनी के घर पर तो भाई अपनी 11 नंबर की बस पर सवार होकर मैं चला हौले हौले
Like Reply


Messages In This Thread
RE: हार तरफ चुत हि चुत (BIG & HOT STORY) - by Pagol premi - 05-12-2020, 11:47 PM



Users browsing this thread: 7 Guest(s)