05-12-2020, 09:33 PM
और मैने अपने मूह मे पूरी चूत को भर लिया और उसको किसी गोल गप्पे की तरहा से खाने लगा मैं उसकी चूत से रिस्टी हर बूँद को पीना चाहता था गीता अपने बोबो को मसल्ने लगी वो भी मेरे जितनी ही प्यासी थी आज तो तुफ्फान आना पक्का था तभी मेरी नज़र साइड पे रखी रूहफ्ज़ा शरबत की बॉटल पे गयी तो मैं उसको उठा लाया और गीता की चूत को शरबत की चाशनी से पूरा भर दिया अब उसकी चूत बहुत ही चिप चिपि हो गयी थी मैं उगली से उस गाढ़ी चासनी को चूत के अंदर तक लसेडने लगा गीता अपनी टाँगो को मारने लगी तो मैने उसकी टाँगो को उपर उठा दिया जिस से उसकी चूत उभर गयी उसकी झान्टे शरबत के रस मे डूब चुकी थी गीता बोली अयाया आरीईईई तुम ये क्या कर रहे हो तो मैं कहा मैं तो बस अपनी जान को प्यार कर रहा हू इतने दिन तरसा हू तुम्हारे लिए अब मुझे मत रोको तुम तो गीता बोली मैं भी तो तुम्हारे लिए ही तडपी हू अब तुम मुझ पे अपने प्यार की बारिस कर दो मुझे बहा लो अपने प्यार मे
मेरी जीभ का खुरदुरा पन गीता को मदहोश किए जा रहा था शरबत की चासनी बहती हुई उसकी गान्ड को भी गीला कर गयी थी तो मैने उसकी गान्ड के छेद को भी चाट लिया मुझे उसकी गान्ड भी बड़ी करारी लगी तो मैं चूत और गान्ड दोनो पे अपनी जीभ फिराने लगा गीता के चूतड़ उछालने लगे थे वो अपने बालो को नोचने लगी थी वासना का ज़ोर अपने चरम पर था मैं अपने काम मे लगा हुआ था काफ़ी देर हो गयी थी उसकी चूत को चाट ते हुए मेरी पूरी जीभ अब उसके अंदर थी और जिसको मैं अंदर बाहर किए जा रहा था गीता ने अपनी टाँगो को टाइट कर लिया तो मैं समझ गया कि अब वो बस जाने ही वाली है तो मैने उसकी चूत के दाने को चूसना शुरू कर दिया और मात्र दो मिनट मे ही गीता की चूत से एक नदी बह निकली और मेरे मूह मे गिरने लगी उसने अपनी टाँगो को मेरे मूह पर कस लिया था और अपने काम रस को मेरे मूह मे छोड़ दिया अंतिम बूँद तक को मैं पी गया उसकी तो जैसे टाँगो का सारा दम ही निकल गया हो वो ऐसे पड़ी थी जैसे किसी ने उसकी जान ही निकाल ली हो 5-6 मिनट बाद गीता को की चेतना वापिस आई वो कहने लगी कि आज तो मेरी जान ही निकाल दी और असली खेल तो बाकी ही पड़ा है तो मैने कहा आजा थोड़ी देर तू भी चूस ले तो वो मेरी टाँगो के बीच बैठी और मेरे लड पे अपने गर्म होंठ लगा दिए और उसपर किस करने लगी उसके होंठो की गर्माहट से मुझे मेरा लड जलता हुआ सा महसूस हुआ गीता उपर से नीचे तक पूरे लड को चूमे जा रही थी मुझे मज़ा आने लगा था उसके मूह से बहता हुआ थूक लड को चिकना किए जा रहा था वो बारी बारी से लड और दोनो गोलियो पे अपनी जीभ फेरे जा रही थी तो मैने उसको हटाया और उसी बोतल से काफ़ी सारी चाशनी अपने लड और गोलियो पे टपका दी गीता ने मुझे अपनी नशीली आँखो से देखा और मुस्कुराते हुए दुबारा अपना मूह मेरे गुप्ताँग पे लगा दिया और बड़े ही प्यार से उस मीठी मीठी बूँदो को चाटने लगी लड का सुपाडा पूरी तरह से चिप चिपा हो गया था और उसमे गीता का थूक भी मिल गया था एक नया कॉकटेल बन गया था गीता पूरी शांति से मुझे लड चुसाई का मज़ा दे रही थी मेरा मज़ा काफ़ी बढ़ गया था मैं भी अपने रास्ते पर चल पड़ा था मेरे शरीर का सारा खून लड की नसो मे इकट्ठा होने लगा था मेरे कान बहुत ही गरम हो गये थे मैने गीता को दबाव बढ़ा ने को कहा तो उसने अपने होंठो को लड पे कस्के दबा लिया और ठीक उसी पल कई दिनो से रुका पड़ा मेरा वीर्य नसो से बह चला और पिचकारियो का रूप लेते हुए उसके गले मे बहने लगा आज तो बहुत ही ज़्यादा पानी निकला था काफ़ी देर तक उस गाढ़े पानी को गीता पीती ही रही मेरे चेहरे पर पूर्ण संतुष्टि का भाव था
मैं लेते लेते अपनी सांसो के सामान्य होने का इंतज़ार करता रहा गीता ने अपने मूह को सॉफ किया और कुल्ला करने लगी और मेरी छाती पे सर रख कर लेट गयी वो पूछने लगी कि तुम्हे वहाँ मेरी याद आई तो मैने कहा डार्लिंग मैं ही जानता हू कि इतने दिन मैने कैसे गुज़ारे है कई बार दिल मे आया कि भाग चलूं पर तुम तो जानती ही हो आजकल नौकरी आसानी से कहाँ मिलती है ये भी ना जाने कैसे मिल गयी
गीता बोली जल्दी जल्दी छुट्टी आ या करो मैने उसको बताया कि अभी तो ट्रैनिंग ही है जब पोस्टिंग मिलेगी तो कुछ आसानी होगी बाते करते करते ही गीता ने मेरे लड को अपन हाथ मे ले लिया और उस को सहलाने लगी उसकी उग्लिया मेरे सुपाडे से छेड़खानी कर रही थी गीता बोली वहाँ पर तुम्हारा जुगाड़ कैसे होता होगा तो मैने कहा वहाँ इतना टाइम ही नही मिलता है पूरा दिन बस मेहनत करते करते ही निकल जाता है और बिस्तर पर पड़ते ही नींद आ जाती है इतने हिम्मत ही नही बचती कि मैं सेक्स के बारे मे सोच सकूँ उसके सहलाने से लड मे तनाव आना शुरू हो गया था और थोड़ी देर बाद ही वो फुफ्कारने लगा था तो मैने उसको लड पर बैठने को कहा गीता मेरे उपर आई और अपनी चूत पर लड के सुपाडे को भिड़ा लिया और लड पर बैठ गयी काफ़ी दिनो बाद वो लड ले रही थी उसकी चूत बहुत ही कसी हुई थी तो उसको थोड़ी परेशानी सी हो रही थी पर जब झन्टो मे आग लगी हो तो बस चुदाई ही दिखती है कुछ समय बाद लड चूत मे सेट हो गया तो उसने अपनी गान्ड हिलानी चालू की मैने उसके मस्ताने चुतडो को अपने हाथो से थाम लिया मैं बोला गीता तेरी चूत बहुत ही मस्त है जब जब तेरे साथ करता हूँ मुझे बहुत ही मज़ा आता हाँ गीता ये सुनकर खुश हो गयी और पूरे उत्साह से मेरे लड पर उपर नीचे होने लगी गीता की फूली हुई साँसे उसके जोश को बयान कर रही थी मैने अपने सर को थोड़ा सा उठाया और उसकी चूची को अपने मूह मे भर लिया तो उसको और भी जोश आ गया अब कमरे मे बस गीता की सिसकारिया ही गूँज रही थी होशोहवास तो जैसे था ही नही पंद्रह मिनट तक उसको अपने लड की सैर करवाने के बाद मैने उसको हटाया और उसको अपने नीचे लेते हुए चोदने लगा हमारे होंठ एक बार फिर से आपस मे चिपक गये थे उसके होंठ जैसे कोई क्रीम वाली टॉफ़ी हो बहुत ही मज़े से मैं गीता को चोद रहा था जैसे ही मैं रुकता वो फॉरन नीचे से अपनी गान्ड उठा के धक्के लगाने शुरू कर देती मुझे लगा इसकी चूत मे कुछ ज़्यादा ही खुजली हो रही है
हमारी आँखे एक दूरसरे को तौल रही थी दना दान धक्के पे धक्के पड़ रहे थे मेरे माथे से पसीना टपकने लगा था बिस्तर की चादर अस्तव्यस्त हो गयी थी उसकी सलवटें हमारे कांड की कहानी कह रही थी मैने अपना हाथ नीचे ले जाते हुए उसकी जाँघ को पकड़ा और उसको टेढ़ा कर दिया अब मेरे हाथ उसके मोटे मोटे चुतडो को मसल रहे थे और मैं आराम से उसकी ले रहा था मैने अपनी उगली को मूह मे लेके गीला किया और उसकी गान्ड मे घुसा दी गीता की हालत ऐसी हो गयी जैसे की किसी ने उसकी गान्ड मे मिर्ची लगा दी हो वो बोली आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआजजजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्झहह क्या करते हो मुझे दर्द हो र्हा है तो मैने कहा मेरी जान आज तू दोनो तरफ से मज़ा ले और अपनी उगली को गान्ड मे अंदर बाहर करने लगा चूत मे लड घुसा पड़ा था और गान्ड मे उगली थोड़ी से ही देर मे गीता बहुत ही मस्त हो गयी और मज़े से दोनो साइड मज़ा लेने लगी थी आज तो बहुत ही मजेदार चुदाई चल रही थी आधे घंटे से भी ज़्यादा टाइम हो गया था पसीने से हमारे शरीर लथपथ थे पर हम दोनो लगे हुए थे आज से पहले गीता इस तरह कभी ना चुदि थी तो मैने अपनी उगली उसकी गान्ड से निकाल ली और उसके उपर पूरी तरह से छा गया और पूरी ताक़त लगाते हुए अब बेरहमी से उसको रगड़ने लगा 10 मिनट और चूत चोदनेके बाद हम आगे पीछे ही झाड़ गये मेरे गरम लावे ने उसकी चूत को भर दिया फिर भी मैं उसके उपर ही पड़ा रहा मैं बहुत ही खुश था और गीता भी .
फिर वो उठी अपने शरीर को सॉफ किया और अपने कपड़े पहन लिए मैं भी उठ गया तो गीता कहने लगी तुम हाथ मूह धो लो मैं अभी खाना बना लेती हू फिर साथ साथ ही खा लेंगे मैने कहा ठीक है गरमा गरम रोटियो मे देसी घी खाकर मुझे तो बहुत ही आनंद आ गया उसके बाद दो गिलास भूना जीरा डाली हुई लस्सी मन प्रसन हो गया खाने के बाद मैने उसको पूछा कि उसको कोई रुपये-पैसे की दिक्कत तो नही है तो उसने बताया कि वो तो मज़े से जी रही है जितनी भी फसल होती है वो सेठ को बेच देती है तो इकट्ठी रकम मिल जाती है फिर भैंस भी पाल ली है तो दूध और घी बेच कर भी कमाई होती है इतना ही बहुत है उसके लिए ,
फिर भी मैने कहा कि तुम्हे किसी चीज़ की ज़रूरत हो तो मुझे बताना वो बोली ठीक है फिर मैने कहा अब मैं जाता हू तो उसने कहा जल्दी ही आना और मुझे मज़ा देते रहना तो मैने उसको किस किया और वापिस चल पड़ा रास्ते मे दो-चार लोग और मिल गये फोजी बन ने से गाँव मे थोड़ी इज़्ज़त बन गयी थी ऐसे ही घूमते फिरते मैं अपने घर आ गया
आते ही चाची बोली कहा थे तुम पूरे दिन से तो मैने कहा दोस्तो से मिलने गया था तो वो बोली बता के तो जाता हमे चिंता हो रही थी थोड़ी देर बाद पापा भी ऑफीस से आ गये थे तो मैने उनको बताया कि मेरे पास अकाउट मे इतने रुपये है आप ले लो तो वो बोले बेटा वो तेरी कमाई है तू ही खरच कर इधर मुझे और तेरे चाचा को काफ़ी सॅलरी मिलती है तू बस एंजाय कर तो मैने उको कहा कि मैं जयपुर जाउन्गा एक दो दिन मे तो वो बोले क्यू तो मैने झूठ बोलते हुए कहा कि पापा मेरे साथ का एक लड़का उधर रहता है तो उस से मिलने तो उन्होने कहा ठीक है पर इतनी ही छुट्टिया है यही रहता तो अच्छा लगता तो मैने कहा मैं अगले दिन ही आ जाउन्गा मैने निशा को फोन किया और कहा कि मैं कल आ रहा हू तू अपना अड्रेस बता तो उसने कहा कि वो तो पीजी मे रहती है तुम आकर फोन करना मैं आ जाउन्गी तो मैने कहा ठीक है ना जाने क्यों मेरा दिल मचलने लगा तो मैं रात को ही निकल गया और बस पकड़ ली सुबह की चाइ अब जयपुर मे ही पीनी थी सिंधी कॅंप उतरते ही एसटीडी ढूंढी और निशा को फोन लगा दिया और बताया कि मैं आ गया हू उसने अपना अड्रेस बताया और कहा कि तुम ऑटो पकड़ लेना मैं तुम्हे गेट पर तैयार मिलुगी ऑटो वाले को अड्रेस बताया और चल पड़ा अपनी दोस्त से मिलने के लिए .
20 मिनट बाद ही मैं उसके पीजी के गेट पर था मैने किराया दिया और उतर गया थोड़ी देर इंतज़ार किया और फिर वो आ ही गयी जब मैने उसको देखा तो मेरे तो होश ही उड़ गये मैं तो पहचान ही नही पाया उसको कहाँ गाँव की सीधी साधी लड़की और कहाँ वो अब ब्लू जीन्स और वाइट टी-शर्ट मे क्या लग रही थी वो मैं तो जैसे खो ही गया निशा दौड़ती हुई मेरे गले लग गयी और मुझे गलियाँ देते हुए बोली कमिने कुत्ते कहाँ चला गया था तू कॉंटॅक्ट भी नही किया जानता है मैं कितना रोई हू तो मैने कहा ओ मेरी माँ सांस तो लेने दे तेरे लिए ही तो आया हू,
ये सुनकर वो मुस्कुराने लगी वो मेरे बालो मे हाथ फिराते हुए बोली अरे वहाँ जाकर तो तू गंजा ही हो गया तो मैने कहा यार ऐसा ही है वो मुझे गंजा गंजा कहकर चिढ़ाने लगी उसको हँसता देखकर मुझे बहुत खुशी हुई थोड़ी देर ऐसा ही चलता रहा फिर मैने कहा चल बहुत भूख लगी है आ कुछ खाते है तो उसने मुझे बताया कि पास ही एक बढ़िया होटल है वो अक्सर वहाँ जाती रहती है तो हम वही चले गये खाने से ज़्यादा ध्यान मेरा निशा पर ही था वो बार बार अपने चेहरे पर आती लटो को हटा ती तो मैने कह ही दिया रहने दो ना अच्छी लगती है वो शरमा गयी फिर हम एक घंटे मे इनोक्स मे आ गये तो मैने कहा चल यार कोई मूवी देखते है वो मना कर रही थी पर मैं उसको खींच ही ले गया फिर मैने उसको थोड़ी शॉपिंग करवाई शाम हो ही गयी थी वो बोली अब उसे जाना चाहिए तो मैने कहा डिन्नर के बाद ही चले जाना तो उसने कहा नही लेट हो जाएगा और पीजी के भी कुछ रूल्स है तो मैने कहा कल फिर मिलते है और उसको छोड़ के आया फिर मैने एक होटेल मे रूम ले लिया करने को कुछ और था नही तो कुछ खाया और फिर सो गया !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
अगली दोपहर हम दोनो आमेर मे थे यहाँ हम पहले भी आ चुके थे तो पुरानी यादें ताज़ा हो गयी हम अपने टाइम का पूरा लुत्फ़ उठा रहे थे मैं उसको पूछा और बताओ क्या चल रहा है लाइफ मे तो उसने बताया कि दो बार पीओ का एग्ज़ॅम दे चुकी है पर मेरिट मे रह जाती है अबकी बार बहुत मेहनत कर रही है तो उम्मीद है मैने कहा चिंता मत कर तुमको ज़रूर ये जॉब मिलेगी उसने मुझे थॅंक्स कहा फिर लंच हमने वही के रेस्टोरेंट मे किया शाम को निशा मुझे हवा महल ले गयी तो मैने कहा निशा बूज़ करेगी क्या तो उसने कहा मैं समझी नही तो मैने कहा चल एक एक बियर मारते है तो वो बोली तुम कब से ड्रिंक करने लगे तो मैनें कहा यार अब आर्मी का हिस्सा हू तो हो जाती है निशा बोली मैं समझ सकती हू तो मैं लीक़ुर शॉप गया और फॉस्टर की दो कॅन ले आया मैने कहा यार पेप्सी समझ कर ही पी ले एक-दो सीप लेते ही उसने थूक दिया और बोली वो नही कर पाएगी तो मैने कहा अरे कुछ नही होता आज कल तो सब करते है चल चढ़ा ले जल्दी से
उसको थोड़ा जोश दिलाया तो बंदी एक साँस मे ही आधी कॅन को टांक गयी थोड़ी से देर मे उसका दिमाग़ थोड़ा सा घूम गया शायद पहली बार थी तो उसको नशा सा चढ़ गया था वो जो भी मन मे आए बोलने लगी उसको संभालना मुश्किल हो गया तो मैं नींबू पानी लेके आया और उसको पिलाया काफ़ी देर लगी उसको संभालने मे फिर उसको पीजी ड्रॉप किया और वापसी मे एसटीडी ढूंढी और मिता को फोन लगा या कुछ देर उसका हाल चाल पूछा फिर वो ही बोरिंग से होटेल मे जाकर सो गया
निशा के साथ दो दिन बहुत ही अच्छे गुजर गये थे अगले दिन हम राधा कृशन जी के मंदिर गये पूजा अर्चना की फिर मैने कहा अब मुझे वापिस जाना होगा तो वो बोली अच्छा होता हम थोड़ा टाइम और साथ बिता पाते तो मैने कहा एक काम कर ना तू भी गाँव चल पर उसने मना कर दिया कि वो कोचिंग नही छोड़ सकती मैं उदास हो गया पर मुझे वापिस आना ही था तो फिर मैने बस पकड़ ली पर जाने से पहले उसको अपना चिट्ठी वाला अड्रेस लिखवा दिया और ये वादा भी किया कि मैं वापिस जाते ही नया फोन भी खरीद लूँगा अगले कुछ दिन बस घर पर ही बीते मम्मी मुझे अपनी नज़रो से दूर होने ही नही देती थी सारा दिन बस ये खाले वो खाले ही लगा रहता था हर रोज एक दिन कम हो जाता था मेरा ये छुट्टियो के दिन कुछ ज़्यादा ही जल्दी गुजर गये थे जयपुर वाली फोटो मैने डिव्लॉप करवा ही ली थी मैं उनको देख ही रहा था कि चाची कमरे मे आ गयी उन्होने भी उन तस्वीरो को देखा और कहा तो तू निशा से मिलने गया था जयपुर लगता है तेरा और उसका कुछ चल रहा है तो मैने कहा चाची ऐसा कुछ नही ले दे कर वो ही तो मेरी दोस्त है तो बस चला गया उस से मिलने के लिए तो उहोने कहा इन फोटो को छुपा के रख दे अगर तेरी मम्मी ने देख ली तो पूरा घर सर पर उठा लेंगी और फिर तू जानता ही है
मैने कहा हाँ और उन तस्वीरो को अपने बॅग मे रख लिया और कमरे को बंद कर के बाहर आ गया ना जाने क्यो मेरा मन अब गाँव मे नही लगता था सब कुछ पराया पराया सा लगता था घर वाले भी ये बात भाँप गये थे पापा बोले बेटा कोई परेशानी है क्या तो मैने कहा पाप मेरा मन ही नही लगता यहाँ पर तो वो बोले बेटा तू कई दिनो मे आया है ना इस लिए तुझे ऐसे लगता होगा फिर घर तो तेरा ही है ना तू दिमाग़ मे ज़्यादा ज़ोर मत डाल और रिलॅक्स रहा कर अगले दिन मैं अपने खेतो पे चल दिया मेरा मकसद तो था गीता को चोदना पर जब मैं कुवे पे पहुचा तो मुझे बिम्ला काकी की बेटी मिल गयी मैने पूछा तू कब आई तो वो बोली मुझे तो एक महीने से उपर हो गया है आए हुए और हम बाते करने लगे और वो मेरे साथ साथ ही कुवे पर आ गयी मैने गौर किया कि उसका रूप कुछ ज़्यादा ही निखर आया था पहले वो पतली सी हुआ करती थी पर अब उसका बदन भर गया था उसको देख कर मेरा ईमान डोलने लगा पर डाइरेक्ट्ली उसको कह भी नही सकता था मैं अपनी आँखो से ही उसको नंगी करने लगा था उसने मुझे अपनी ओर घूरते हुए पाया तो उसने कहा ऐसे क्या देख रहा है तो मैने कहा मैं तो तुमको ही देख रहा हूँ तुम बहुत ही सुंदर हो गयी हो ससुराल मे क्या होगया हमे भी तो बता दे
वो थोड़ा ब्लश करने लगी मैने सोचा ट्राइ करने मे क्या जाता है क्या पता काम बन ही जाए तो मैने उसको शीशे मे उतारना शुरू किया पर मुझे जल्दी ही अंदाज़ा हो गया कि वो भी खिलाडिन है ये दाँव पेच उसपर नही चलने वाले तो मैने सीधे ही उसको कह दिया कि अगर वो मेरा एक काम करेगी तो मैं उसको दो हज़ार रुपये दूँगा
ये सुनकर वो बोली कि ऐसा कौन सा काम करवाए गा जिसके लिए मुझे इतने पैसे दे रहा है तो मैं उठा और उसकी चूचियो पर अपनी उगली रख कर कहा कि मुझे ये चाहिए तो वो बोली तुझे पता भी है तू क्या माँग रहा है तो मैने कहा जो तू समझी और मैं अपनी उगली को उसकी चूची की घाटी पे फिराने लगा तो वो बोली मत कर मेरे साथ ऐसा वरना मैं अपनी माँ को बुला लाउन्गि तो मेरे मूह से निकल गया कि तेरी माँ तो खुद मुझसे कई बार करवा चुकी है तो वो बोली जा मैं नही मानती तो मैने कहा अगर मैं तुझे सबूत दूं तो क्या तू मुझे अपने साथ करने देगी तो उसने कुछ देर सोचा फिर ठंडी साँस लेकर बोली ठीक है तो ये शर्त लगी अगर तू मेरी माँ को चोद के दिखा देगा तो मैं भी तेरे साथ करूगी वरना तू मुझे दो हज़ार वैसे ही देगा
मैने कहा ठीक है तो मैने उसको कहा कि देख मैं अभी तेरे घर जाता हू तो थोड़ी देर बाद आना और छुप कर हम को देखना पर ध्यान रखियो की तेरी वजह से बीच मे कोई दिक्कत नही आनी चाहिए तू कोई रियेक्शन नही दिखाए गी तो वो बोली ठीक है मैं छुप कर देखूँगी तो फिर प्लान के मुताबिक मैं बिम्ला काकी के घर पे चल दिया
मैने जाके काकी को राम राम की वो बोली लल्ला बहुत ही दिनो बाद आए हो तो मैने बताया कि काकी जब छुट्टी मिलेगी तभी तो आउन्गा थोड़ी देर तक बातें करने के बाद मैने कहा काकी तुम्हारे घर आया हू कुछ खातिरदारी नही करोगी तो वो बोली लल्ला तेरा ही घर है बता तुझे क्या चाहिए तो मैने कहा मुझे तो आप ही चाहिए और उनकी गान्ड पे अपना हाथ रख दिया काकी बोली मेरी लड़की आई हुई है वो यही पास मे ही गयी हुई है आती ही होगी तो मैने कहा क्या काकी अब आप भी टालने लग गयी हो तो वो बोली ऐसी बात नही है पर अगर वो बीच मे आ गयी तो मेरी इज़्ज़त का कचरा हो जाएगा तो मैने कहा मैं जल्दी ही करलुगा तो वो कहने लगी कि कही फँस ना जाए तो
मैने कहा आप चिंता मत करो कुछ नही होगा और उनको चूमने लगा काकी तो सदा ही चुदने को तैयार रहती थी तो बस दो मिनट मे ही वो अपने रंग मे आ गयी और मेरा पूरा सहयोग करने लगी मैं उके मोटे मोटे होंठो को चूसने लगा दूसरी तरफ मेरा हाथ उनके घाघरे मे घुस चुका था और उनकी चूत की फांको को मसले जा रहा था काकी की चूत जल्दी ही रस छोड़ने लगी थी मैने चूत मे दो उगिया सरका दी चूत तो कहना उचित नही होगा उनका तो भोसड़ा ही था पता नही आजतक कितने लड खा चुकी थी वो पर मुझे क्या करना था मैं लगातार उगली किए जा रहा था थोड़ी ही देर मे उनकी हालत बुरी हो गयी तो वो फटा फट से खाट पर लेट गयी और अपने घाघरे को पेट तक उपर कर लिया और बोली ले लाला फटा फॅट से काम निपटा ले तो मैने अपनी ज़िप खोलकर लड को बाहर निकाला और काकी की चूत पर टिका दिया लॅप लपाती हुई चूत पे रख दिया और
पहले धक्के मे ही वो पूरा अंदर चला गया उनकी चूत अब बहुत ही ढीली पड़ गयी थी खाप से ही लड घुस गया था मुझे तो पता ही नही चला पर उसको चोदना भी ज़रूरी था तो मैने उनको चोदना चालू किया अब चुदाई तो चुदाई ही होती है तो मुझे भी मज़ा सा आने लगा था काकी अब पूरी तरह से मस्ता चुकी थी और मेरे लड को अपनी चूत मे लिए जा रही थी वो बोली बहुत दिन बाद तुझ से छू रही हू आज तो मज़ा ही आगया तभी मैने देखा कि उसकी लड़की पीछे वाले जंगले से हम दोनो को देख रही थी मैने आँख के इशारे से उसको समझाया कि थोड़ा सा चुप जाए वो तो वो ओट मे हो गयी और अपनी माँ को चुदते हुए देखने लगी मैं पूरी तरह से काकी पर छा चुका था वो चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थी
20-25 मिनट तक घमासान मचाने के बाद मैं और काकी साथसाथ ही अपने चरम पे पहुच गये फिर हम अलग हुए और उनके आँगन मे आ गये तो काकी ने कहा लाला अब तेरा काम हो गया अभी तू जा मेरी बेटी आने ही वाली होगी तो मैने उनको एक किस किया और वापिस अपने कुन्वे पर आ गया मुझे आए हुए कुछ ही मिनट हुए थे कि वो भी भागती हुई आ गयी और मेरी ओर थोड़ा गुस्से से देखते हुए बोली मुझे ऐसी उम्मीद बिल्कुल नही थी कि मेरी माँ आईसस्स्स्स्स्स्स्स्स्साआआआआआआआआआअ//////////////????????????????????????????????????????? तो मैने कहा देखो बुरा मत लगाना पर वो ऐसी ही है और ना जाने कितनो के साथ कर चुकी है वो अपना सर झुका कर बैठ गयी उसको अभी भी विश्वाश नही हो रहा था
कुछ देर बाद वो संयंत हुई तो मैने कहा अब बोल क्या करना है तो वो मेरी ओर देखने लगी तो मैने कहा देख मैं तुझे फोर्स नही करूगा देने के लिए पर मज़ा तो दोनो को ही मिलेगा ना आगे तू देख ले तो वो कुछ नही बोली मैं उसके पास गाया और उसको उठा कर कमरे मे ले गया और दीवार से सटा कर अपने होंठ उसके होंठो से लगा दिए पर उसने अपना मूह दूसरी तरफ कर लिया तो मैने कहा चल ठीक है तुझे नही करना तो मत कर पर एक बार तेरी इसके दर्शन तो करवा दे और उसकी चूत को सलवार के उपर से ही मसल दिया वो पूरी तरह कांप गयी
जब उसने कुछ नही कहा तो मैने एक बार उसकी चूत को मसल दिया वो बोलीी आआआआआआ क्या करते हो मुझे दर्द होता है तो मैं उस से अलग हो गया तो वो बोली कि मैं बस एक बार ही दिखाउन्गि तो मैने कहा कि तो उसने थोड़ा शरमाते हुए से अपनी सलवार का नाडा खोल दिया मैने कहा क्यू तरसाती है दिखा भी दे ना मुझसे रुका ही नही जा रहा था उसने अपनी सलवार को ढील छोड़ा दिया वो उसके पैरो पे आ गिरी अंदर नीले रंग की कच्छि उसकी सुडोल जाँघो पर कसी हुई थी मुझे उसकी कच्छि पर एक धब्बा दिखा जो शायद जब बना होगा जब वो मेरी और उसकी माँ की चुदाई देख रही होगी तो वो भी उस टाइम गरम हो गयी होगी
उसने फिर अपनी कच्छि की एलास्टिक मे हाथ डाला और उसको झट से अपने घुटनो तक सरका दिया बेहद गोरी चूत जिस पर बस हल्के हल्के से ही बालो के रुवे थे बहुत ही सुंदर चूत थी उसकी मैं तो उसी पल उसका दीवाना हो गया दो पल ही बीते थे कि उसने अपनी कच्छि को उपर कर लिया और अपनी सलवार को बाँधने लगी तो मैने कहा रुक और उसकी सलवार को पकड़ लिया वो कहने लगी बस छोड़ो मुझे अभी तुमको जो देखना था वो तो देख ही लिया अभी मुझे जाने दो तो मैने कहा कि अरे कहाँ देखा ऐसे भी कोई दिखाता है क्या मैं तो पूरी तरह से देख भी नही पाया तो वो बोली फिर कैसे देखो गे देख तो लिया है तुमने तो मैने कहा इतनी सुंदर चीज़ को जी भर कर देखने दे और उसकी सलवार को नीचे करके उसकी टाँगो को थाम लिया पहली बार उसकी टाँगो को टच करते ही मुझे पता चल गया था कि वो बेहद तगड़ा माल साबित होगी अगर चोदने को मिल गयी तो मैं उसकी कच्छि के उपर से ही चूत पे अपना हाथ फिराने लगा
उसकी हालत टाइट होने लगी वो लरजते हुए बोली जल्दी से देख लो तो मैने उसकी कच्छि को नीचे सरका दिया जब मैं उसको नीचे कर रहा था तो मेरे हाथ उसके कुल्हो से टच हो गये मेरा लड तो एक पल मे ही तन गया अब मैने अपनी उगली उसकी चूत की दरार पे लगा दी और घुमाने लगा उसने मेरे हाथ को पकड़ लिया और मुझे रोकने लगी तो मैने कहा देख एक तो तू अपने वादे से फिर गयी है और मुझे इसको अच्छे से देखने भी नही दे रही है मेरा दिमाग़ खराब मत कर वरना तेरी ले भी लूँगा चाहे मुझे ज़बरदस्ती ही करनी पड़े तो उसने अपना हाथ हटा लिया मैं दुबारा अपनी उगली को उसकी पतली सी दरार मे उपर नीचे करने लगा थोड़ी देर ऐसे ही करने के बाद मैने अपनी उगली को अंदर सरका दिया उसने अपनी टाँगो को आपस मे कस लिया मैं अपनी उगली को गोल गोल घुमाने लगा फिर मैने अपनी उगली बाहर निकाली और अपने मूह मे लेके चूसने लगा वो बोली चहिईीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई गंदी जगह पर डालके मूह मे लेते हो तुम कितने गंदे हो ,
मैने कहा रे बावली अगर चूत का रस नही पिया तो क्या पिया उसने अपना मूह नीचे कर लिया और मंद मंद मुस्कने लगी मैने कहा आगे से तो देख लिया अब पीछे से और देखूँगा और उसके जवाब से पहले ही उसको पंजे पर झुका दिया उसके गोल मटोल चुतड बाहर की तरफ निकल आए और उसकी चूत भी थोड़ी उभर आई चूत की दोनो फांके एक दूसरी से चिपकी पड़ी थी मैं उसके चूतड़ सहलाने लगा और चूत को भी छेड़ ने लगा उसकी टांगे कांप रही थी वो बार बार बस हो गया हो गया कह रही थी पर मैं उसकी सुनने के मूड मे नही था तो मैं उसकी टाँगो के बीच मे बैठ गया और उसकी चूत को अपने हाथो से थोडा सा फैलाते हुए अपना मूह उसकी जाँघो के जोड़ पर लगा दिया और अपनी जीभ से सूपादने लगा उसकी टांगे इतनी बुरी तरह से कांप गयी वो मुझे मना करना चाहती थी पर कर ना पाई तो मैने उसकी जाँघो को थोड़ा खोला और मज़े से चूत का रस पीने लगा सामुद्री नमक से भी ज़्यादा नमकीन चूत थी
उसकी ना चाहते हुए भी उसके मूह से मादक आह निकल ही गयी मैं समझ गया था कि अब ये मुझे नही रोकेगी तोमैने उसको खाट पर लिटाया और मज़े से चूत की चुसाइ करने लगा दो पल बाद ही उसके चूतड़ हवा मे उठते चले गये मैं कभी उसके दाने को चूस्ता कभी चूत मे जीभ डालता उसका पूरा बदन मस्ती के सागर मे हिलोरे मारने लगा था 8-10 मिनट तक मैने उसकी चूत चाटी वो ज़यादा देर मेरा हमला सह नही पाई और उसकी चूत से रस का फव्वारा छूट गया एक बेहद खट्टा खारा पानी मेरे गले मे उतर गया मेरे लड ने भी पॅंट मे दबाव बनाया हुआ था तो मैने जल्दी से अपनी पॅंट उतारी और झट से उसकी चूत मे अपने लड को घुसा दिया उसने बस इतना ही कहा थोड़ा आराम से मारो गे क्या पर अब मैं कहाँ किसी की सुन ने वाला था मैने पूरी ताक़त से एक धक्का लगा या और उस मे समा गया अब वो पूरी तरह से मेरे कंट्रोल मे थी तो मैने उस से कहा बस अब तू थोड़ी देर के लिए सब कुछ भूल जा और मज़ा ले और दाना दान उसको चोदने लगा खाट बुरी तरह से चरमराने लगी थी मैने उसके होंठो पे अपना मूह लगाया तो उसने अपना मूह थोड़ा सा खोल दिया जिस से मैने उसके निचले होंठ को अपने होंठो मे दबा लिया और चूसने लगा बहुत ही सॉफ्ट होंठ थे उसके 5 मिनट बाद ही वो भी पूरी तरह से चुदाई के रंग मे रंग गयी थी
उसकी गान्ड भी अब उपर नीचे होने लगी थी उसने मुझसे कहा कि आख़िर तुमने मार ही ली मेरी तो मैने कहा मारी नही मार रहा हू चूँकि वो भी खुल गयी थी तो चुदाई का मज़ा ही दुगना हो गया था अब मैने उसकी टाँगो को अपने कंधे पर रखा और बस फिर उसे कुछ याद नही रहा बस याद था तो उसकी सिसकारिया और चरारती हुई खाट आधे घंटे से भी ज़्यादा देर तक पूरी तस्सल्ली से उसकी चुदाई की जब मैं झड़ने को आया तो मैने पूछा कहाँ पे निकालु तो उसने कहा बाहर तो मैने झट से लड को निकाला और उसे हिलाते हुए उसके पेट पर अपना वीर्य गिराने लगा जब चुदाई की खुमारी उतरी तो मैं हटा उसने जल्दी से अपने कपड़े पहने और चलने को हुई तो मैने उसका हाथ पकड़ लिया वो बोली छोड़ो मुझे तो मैने कहा अपने पैसे तो ले जा और वो दो हज़ार उसको दे दिए उसने जल्दी से वो अपनी ब्रा मे ठूँसे और बाहर चलने को हुई की तभी
मेरी जीभ का खुरदुरा पन गीता को मदहोश किए जा रहा था शरबत की चासनी बहती हुई उसकी गान्ड को भी गीला कर गयी थी तो मैने उसकी गान्ड के छेद को भी चाट लिया मुझे उसकी गान्ड भी बड़ी करारी लगी तो मैं चूत और गान्ड दोनो पे अपनी जीभ फिराने लगा गीता के चूतड़ उछालने लगे थे वो अपने बालो को नोचने लगी थी वासना का ज़ोर अपने चरम पर था मैं अपने काम मे लगा हुआ था काफ़ी देर हो गयी थी उसकी चूत को चाट ते हुए मेरी पूरी जीभ अब उसके अंदर थी और जिसको मैं अंदर बाहर किए जा रहा था गीता ने अपनी टाँगो को टाइट कर लिया तो मैं समझ गया कि अब वो बस जाने ही वाली है तो मैने उसकी चूत के दाने को चूसना शुरू कर दिया और मात्र दो मिनट मे ही गीता की चूत से एक नदी बह निकली और मेरे मूह मे गिरने लगी उसने अपनी टाँगो को मेरे मूह पर कस लिया था और अपने काम रस को मेरे मूह मे छोड़ दिया अंतिम बूँद तक को मैं पी गया उसकी तो जैसे टाँगो का सारा दम ही निकल गया हो वो ऐसे पड़ी थी जैसे किसी ने उसकी जान ही निकाल ली हो 5-6 मिनट बाद गीता को की चेतना वापिस आई वो कहने लगी कि आज तो मेरी जान ही निकाल दी और असली खेल तो बाकी ही पड़ा है तो मैने कहा आजा थोड़ी देर तू भी चूस ले तो वो मेरी टाँगो के बीच बैठी और मेरे लड पे अपने गर्म होंठ लगा दिए और उसपर किस करने लगी उसके होंठो की गर्माहट से मुझे मेरा लड जलता हुआ सा महसूस हुआ गीता उपर से नीचे तक पूरे लड को चूमे जा रही थी मुझे मज़ा आने लगा था उसके मूह से बहता हुआ थूक लड को चिकना किए जा रहा था वो बारी बारी से लड और दोनो गोलियो पे अपनी जीभ फेरे जा रही थी तो मैने उसको हटाया और उसी बोतल से काफ़ी सारी चाशनी अपने लड और गोलियो पे टपका दी गीता ने मुझे अपनी नशीली आँखो से देखा और मुस्कुराते हुए दुबारा अपना मूह मेरे गुप्ताँग पे लगा दिया और बड़े ही प्यार से उस मीठी मीठी बूँदो को चाटने लगी लड का सुपाडा पूरी तरह से चिप चिपा हो गया था और उसमे गीता का थूक भी मिल गया था एक नया कॉकटेल बन गया था गीता पूरी शांति से मुझे लड चुसाई का मज़ा दे रही थी मेरा मज़ा काफ़ी बढ़ गया था मैं भी अपने रास्ते पर चल पड़ा था मेरे शरीर का सारा खून लड की नसो मे इकट्ठा होने लगा था मेरे कान बहुत ही गरम हो गये थे मैने गीता को दबाव बढ़ा ने को कहा तो उसने अपने होंठो को लड पे कस्के दबा लिया और ठीक उसी पल कई दिनो से रुका पड़ा मेरा वीर्य नसो से बह चला और पिचकारियो का रूप लेते हुए उसके गले मे बहने लगा आज तो बहुत ही ज़्यादा पानी निकला था काफ़ी देर तक उस गाढ़े पानी को गीता पीती ही रही मेरे चेहरे पर पूर्ण संतुष्टि का भाव था
मैं लेते लेते अपनी सांसो के सामान्य होने का इंतज़ार करता रहा गीता ने अपने मूह को सॉफ किया और कुल्ला करने लगी और मेरी छाती पे सर रख कर लेट गयी वो पूछने लगी कि तुम्हे वहाँ मेरी याद आई तो मैने कहा डार्लिंग मैं ही जानता हू कि इतने दिन मैने कैसे गुज़ारे है कई बार दिल मे आया कि भाग चलूं पर तुम तो जानती ही हो आजकल नौकरी आसानी से कहाँ मिलती है ये भी ना जाने कैसे मिल गयी
गीता बोली जल्दी जल्दी छुट्टी आ या करो मैने उसको बताया कि अभी तो ट्रैनिंग ही है जब पोस्टिंग मिलेगी तो कुछ आसानी होगी बाते करते करते ही गीता ने मेरे लड को अपन हाथ मे ले लिया और उस को सहलाने लगी उसकी उग्लिया मेरे सुपाडे से छेड़खानी कर रही थी गीता बोली वहाँ पर तुम्हारा जुगाड़ कैसे होता होगा तो मैने कहा वहाँ इतना टाइम ही नही मिलता है पूरा दिन बस मेहनत करते करते ही निकल जाता है और बिस्तर पर पड़ते ही नींद आ जाती है इतने हिम्मत ही नही बचती कि मैं सेक्स के बारे मे सोच सकूँ उसके सहलाने से लड मे तनाव आना शुरू हो गया था और थोड़ी देर बाद ही वो फुफ्कारने लगा था तो मैने उसको लड पर बैठने को कहा गीता मेरे उपर आई और अपनी चूत पर लड के सुपाडे को भिड़ा लिया और लड पर बैठ गयी काफ़ी दिनो बाद वो लड ले रही थी उसकी चूत बहुत ही कसी हुई थी तो उसको थोड़ी परेशानी सी हो रही थी पर जब झन्टो मे आग लगी हो तो बस चुदाई ही दिखती है कुछ समय बाद लड चूत मे सेट हो गया तो उसने अपनी गान्ड हिलानी चालू की मैने उसके मस्ताने चुतडो को अपने हाथो से थाम लिया मैं बोला गीता तेरी चूत बहुत ही मस्त है जब जब तेरे साथ करता हूँ मुझे बहुत ही मज़ा आता हाँ गीता ये सुनकर खुश हो गयी और पूरे उत्साह से मेरे लड पर उपर नीचे होने लगी गीता की फूली हुई साँसे उसके जोश को बयान कर रही थी मैने अपने सर को थोड़ा सा उठाया और उसकी चूची को अपने मूह मे भर लिया तो उसको और भी जोश आ गया अब कमरे मे बस गीता की सिसकारिया ही गूँज रही थी होशोहवास तो जैसे था ही नही पंद्रह मिनट तक उसको अपने लड की सैर करवाने के बाद मैने उसको हटाया और उसको अपने नीचे लेते हुए चोदने लगा हमारे होंठ एक बार फिर से आपस मे चिपक गये थे उसके होंठ जैसे कोई क्रीम वाली टॉफ़ी हो बहुत ही मज़े से मैं गीता को चोद रहा था जैसे ही मैं रुकता वो फॉरन नीचे से अपनी गान्ड उठा के धक्के लगाने शुरू कर देती मुझे लगा इसकी चूत मे कुछ ज़्यादा ही खुजली हो रही है
हमारी आँखे एक दूरसरे को तौल रही थी दना दान धक्के पे धक्के पड़ रहे थे मेरे माथे से पसीना टपकने लगा था बिस्तर की चादर अस्तव्यस्त हो गयी थी उसकी सलवटें हमारे कांड की कहानी कह रही थी मैने अपना हाथ नीचे ले जाते हुए उसकी जाँघ को पकड़ा और उसको टेढ़ा कर दिया अब मेरे हाथ उसके मोटे मोटे चुतडो को मसल रहे थे और मैं आराम से उसकी ले रहा था मैने अपनी उगली को मूह मे लेके गीला किया और उसकी गान्ड मे घुसा दी गीता की हालत ऐसी हो गयी जैसे की किसी ने उसकी गान्ड मे मिर्ची लगा दी हो वो बोली आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआजजजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्झहह क्या करते हो मुझे दर्द हो र्हा है तो मैने कहा मेरी जान आज तू दोनो तरफ से मज़ा ले और अपनी उगली को गान्ड मे अंदर बाहर करने लगा चूत मे लड घुसा पड़ा था और गान्ड मे उगली थोड़ी से ही देर मे गीता बहुत ही मस्त हो गयी और मज़े से दोनो साइड मज़ा लेने लगी थी आज तो बहुत ही मजेदार चुदाई चल रही थी आधे घंटे से भी ज़्यादा टाइम हो गया था पसीने से हमारे शरीर लथपथ थे पर हम दोनो लगे हुए थे आज से पहले गीता इस तरह कभी ना चुदि थी तो मैने अपनी उगली उसकी गान्ड से निकाल ली और उसके उपर पूरी तरह से छा गया और पूरी ताक़त लगाते हुए अब बेरहमी से उसको रगड़ने लगा 10 मिनट और चूत चोदनेके बाद हम आगे पीछे ही झाड़ गये मेरे गरम लावे ने उसकी चूत को भर दिया फिर भी मैं उसके उपर ही पड़ा रहा मैं बहुत ही खुश था और गीता भी .
फिर वो उठी अपने शरीर को सॉफ किया और अपने कपड़े पहन लिए मैं भी उठ गया तो गीता कहने लगी तुम हाथ मूह धो लो मैं अभी खाना बना लेती हू फिर साथ साथ ही खा लेंगे मैने कहा ठीक है गरमा गरम रोटियो मे देसी घी खाकर मुझे तो बहुत ही आनंद आ गया उसके बाद दो गिलास भूना जीरा डाली हुई लस्सी मन प्रसन हो गया खाने के बाद मैने उसको पूछा कि उसको कोई रुपये-पैसे की दिक्कत तो नही है तो उसने बताया कि वो तो मज़े से जी रही है जितनी भी फसल होती है वो सेठ को बेच देती है तो इकट्ठी रकम मिल जाती है फिर भैंस भी पाल ली है तो दूध और घी बेच कर भी कमाई होती है इतना ही बहुत है उसके लिए ,
फिर भी मैने कहा कि तुम्हे किसी चीज़ की ज़रूरत हो तो मुझे बताना वो बोली ठीक है फिर मैने कहा अब मैं जाता हू तो उसने कहा जल्दी ही आना और मुझे मज़ा देते रहना तो मैने उसको किस किया और वापिस चल पड़ा रास्ते मे दो-चार लोग और मिल गये फोजी बन ने से गाँव मे थोड़ी इज़्ज़त बन गयी थी ऐसे ही घूमते फिरते मैं अपने घर आ गया
आते ही चाची बोली कहा थे तुम पूरे दिन से तो मैने कहा दोस्तो से मिलने गया था तो वो बोली बता के तो जाता हमे चिंता हो रही थी थोड़ी देर बाद पापा भी ऑफीस से आ गये थे तो मैने उनको बताया कि मेरे पास अकाउट मे इतने रुपये है आप ले लो तो वो बोले बेटा वो तेरी कमाई है तू ही खरच कर इधर मुझे और तेरे चाचा को काफ़ी सॅलरी मिलती है तू बस एंजाय कर तो मैने उको कहा कि मैं जयपुर जाउन्गा एक दो दिन मे तो वो बोले क्यू तो मैने झूठ बोलते हुए कहा कि पापा मेरे साथ का एक लड़का उधर रहता है तो उस से मिलने तो उन्होने कहा ठीक है पर इतनी ही छुट्टिया है यही रहता तो अच्छा लगता तो मैने कहा मैं अगले दिन ही आ जाउन्गा मैने निशा को फोन किया और कहा कि मैं कल आ रहा हू तू अपना अड्रेस बता तो उसने कहा कि वो तो पीजी मे रहती है तुम आकर फोन करना मैं आ जाउन्गी तो मैने कहा ठीक है ना जाने क्यों मेरा दिल मचलने लगा तो मैं रात को ही निकल गया और बस पकड़ ली सुबह की चाइ अब जयपुर मे ही पीनी थी सिंधी कॅंप उतरते ही एसटीडी ढूंढी और निशा को फोन लगा दिया और बताया कि मैं आ गया हू उसने अपना अड्रेस बताया और कहा कि तुम ऑटो पकड़ लेना मैं तुम्हे गेट पर तैयार मिलुगी ऑटो वाले को अड्रेस बताया और चल पड़ा अपनी दोस्त से मिलने के लिए .
20 मिनट बाद ही मैं उसके पीजी के गेट पर था मैने किराया दिया और उतर गया थोड़ी देर इंतज़ार किया और फिर वो आ ही गयी जब मैने उसको देखा तो मेरे तो होश ही उड़ गये मैं तो पहचान ही नही पाया उसको कहाँ गाँव की सीधी साधी लड़की और कहाँ वो अब ब्लू जीन्स और वाइट टी-शर्ट मे क्या लग रही थी वो मैं तो जैसे खो ही गया निशा दौड़ती हुई मेरे गले लग गयी और मुझे गलियाँ देते हुए बोली कमिने कुत्ते कहाँ चला गया था तू कॉंटॅक्ट भी नही किया जानता है मैं कितना रोई हू तो मैने कहा ओ मेरी माँ सांस तो लेने दे तेरे लिए ही तो आया हू,
ये सुनकर वो मुस्कुराने लगी वो मेरे बालो मे हाथ फिराते हुए बोली अरे वहाँ जाकर तो तू गंजा ही हो गया तो मैने कहा यार ऐसा ही है वो मुझे गंजा गंजा कहकर चिढ़ाने लगी उसको हँसता देखकर मुझे बहुत खुशी हुई थोड़ी देर ऐसा ही चलता रहा फिर मैने कहा चल बहुत भूख लगी है आ कुछ खाते है तो उसने मुझे बताया कि पास ही एक बढ़िया होटल है वो अक्सर वहाँ जाती रहती है तो हम वही चले गये खाने से ज़्यादा ध्यान मेरा निशा पर ही था वो बार बार अपने चेहरे पर आती लटो को हटा ती तो मैने कह ही दिया रहने दो ना अच्छी लगती है वो शरमा गयी फिर हम एक घंटे मे इनोक्स मे आ गये तो मैने कहा चल यार कोई मूवी देखते है वो मना कर रही थी पर मैं उसको खींच ही ले गया फिर मैने उसको थोड़ी शॉपिंग करवाई शाम हो ही गयी थी वो बोली अब उसे जाना चाहिए तो मैने कहा डिन्नर के बाद ही चले जाना तो उसने कहा नही लेट हो जाएगा और पीजी के भी कुछ रूल्स है तो मैने कहा कल फिर मिलते है और उसको छोड़ के आया फिर मैने एक होटेल मे रूम ले लिया करने को कुछ और था नही तो कुछ खाया और फिर सो गया !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
अगली दोपहर हम दोनो आमेर मे थे यहाँ हम पहले भी आ चुके थे तो पुरानी यादें ताज़ा हो गयी हम अपने टाइम का पूरा लुत्फ़ उठा रहे थे मैं उसको पूछा और बताओ क्या चल रहा है लाइफ मे तो उसने बताया कि दो बार पीओ का एग्ज़ॅम दे चुकी है पर मेरिट मे रह जाती है अबकी बार बहुत मेहनत कर रही है तो उम्मीद है मैने कहा चिंता मत कर तुमको ज़रूर ये जॉब मिलेगी उसने मुझे थॅंक्स कहा फिर लंच हमने वही के रेस्टोरेंट मे किया शाम को निशा मुझे हवा महल ले गयी तो मैने कहा निशा बूज़ करेगी क्या तो उसने कहा मैं समझी नही तो मैने कहा चल एक एक बियर मारते है तो वो बोली तुम कब से ड्रिंक करने लगे तो मैनें कहा यार अब आर्मी का हिस्सा हू तो हो जाती है निशा बोली मैं समझ सकती हू तो मैं लीक़ुर शॉप गया और फॉस्टर की दो कॅन ले आया मैने कहा यार पेप्सी समझ कर ही पी ले एक-दो सीप लेते ही उसने थूक दिया और बोली वो नही कर पाएगी तो मैने कहा अरे कुछ नही होता आज कल तो सब करते है चल चढ़ा ले जल्दी से
उसको थोड़ा जोश दिलाया तो बंदी एक साँस मे ही आधी कॅन को टांक गयी थोड़ी से देर मे उसका दिमाग़ थोड़ा सा घूम गया शायद पहली बार थी तो उसको नशा सा चढ़ गया था वो जो भी मन मे आए बोलने लगी उसको संभालना मुश्किल हो गया तो मैं नींबू पानी लेके आया और उसको पिलाया काफ़ी देर लगी उसको संभालने मे फिर उसको पीजी ड्रॉप किया और वापसी मे एसटीडी ढूंढी और मिता को फोन लगा या कुछ देर उसका हाल चाल पूछा फिर वो ही बोरिंग से होटेल मे जाकर सो गया
निशा के साथ दो दिन बहुत ही अच्छे गुजर गये थे अगले दिन हम राधा कृशन जी के मंदिर गये पूजा अर्चना की फिर मैने कहा अब मुझे वापिस जाना होगा तो वो बोली अच्छा होता हम थोड़ा टाइम और साथ बिता पाते तो मैने कहा एक काम कर ना तू भी गाँव चल पर उसने मना कर दिया कि वो कोचिंग नही छोड़ सकती मैं उदास हो गया पर मुझे वापिस आना ही था तो फिर मैने बस पकड़ ली पर जाने से पहले उसको अपना चिट्ठी वाला अड्रेस लिखवा दिया और ये वादा भी किया कि मैं वापिस जाते ही नया फोन भी खरीद लूँगा अगले कुछ दिन बस घर पर ही बीते मम्मी मुझे अपनी नज़रो से दूर होने ही नही देती थी सारा दिन बस ये खाले वो खाले ही लगा रहता था हर रोज एक दिन कम हो जाता था मेरा ये छुट्टियो के दिन कुछ ज़्यादा ही जल्दी गुजर गये थे जयपुर वाली फोटो मैने डिव्लॉप करवा ही ली थी मैं उनको देख ही रहा था कि चाची कमरे मे आ गयी उन्होने भी उन तस्वीरो को देखा और कहा तो तू निशा से मिलने गया था जयपुर लगता है तेरा और उसका कुछ चल रहा है तो मैने कहा चाची ऐसा कुछ नही ले दे कर वो ही तो मेरी दोस्त है तो बस चला गया उस से मिलने के लिए तो उहोने कहा इन फोटो को छुपा के रख दे अगर तेरी मम्मी ने देख ली तो पूरा घर सर पर उठा लेंगी और फिर तू जानता ही है
मैने कहा हाँ और उन तस्वीरो को अपने बॅग मे रख लिया और कमरे को बंद कर के बाहर आ गया ना जाने क्यो मेरा मन अब गाँव मे नही लगता था सब कुछ पराया पराया सा लगता था घर वाले भी ये बात भाँप गये थे पापा बोले बेटा कोई परेशानी है क्या तो मैने कहा पाप मेरा मन ही नही लगता यहाँ पर तो वो बोले बेटा तू कई दिनो मे आया है ना इस लिए तुझे ऐसे लगता होगा फिर घर तो तेरा ही है ना तू दिमाग़ मे ज़्यादा ज़ोर मत डाल और रिलॅक्स रहा कर अगले दिन मैं अपने खेतो पे चल दिया मेरा मकसद तो था गीता को चोदना पर जब मैं कुवे पे पहुचा तो मुझे बिम्ला काकी की बेटी मिल गयी मैने पूछा तू कब आई तो वो बोली मुझे तो एक महीने से उपर हो गया है आए हुए और हम बाते करने लगे और वो मेरे साथ साथ ही कुवे पर आ गयी मैने गौर किया कि उसका रूप कुछ ज़्यादा ही निखर आया था पहले वो पतली सी हुआ करती थी पर अब उसका बदन भर गया था उसको देख कर मेरा ईमान डोलने लगा पर डाइरेक्ट्ली उसको कह भी नही सकता था मैं अपनी आँखो से ही उसको नंगी करने लगा था उसने मुझे अपनी ओर घूरते हुए पाया तो उसने कहा ऐसे क्या देख रहा है तो मैने कहा मैं तो तुमको ही देख रहा हूँ तुम बहुत ही सुंदर हो गयी हो ससुराल मे क्या होगया हमे भी तो बता दे
वो थोड़ा ब्लश करने लगी मैने सोचा ट्राइ करने मे क्या जाता है क्या पता काम बन ही जाए तो मैने उसको शीशे मे उतारना शुरू किया पर मुझे जल्दी ही अंदाज़ा हो गया कि वो भी खिलाडिन है ये दाँव पेच उसपर नही चलने वाले तो मैने सीधे ही उसको कह दिया कि अगर वो मेरा एक काम करेगी तो मैं उसको दो हज़ार रुपये दूँगा
ये सुनकर वो बोली कि ऐसा कौन सा काम करवाए गा जिसके लिए मुझे इतने पैसे दे रहा है तो मैं उठा और उसकी चूचियो पर अपनी उगली रख कर कहा कि मुझे ये चाहिए तो वो बोली तुझे पता भी है तू क्या माँग रहा है तो मैने कहा जो तू समझी और मैं अपनी उगली को उसकी चूची की घाटी पे फिराने लगा तो वो बोली मत कर मेरे साथ ऐसा वरना मैं अपनी माँ को बुला लाउन्गि तो मेरे मूह से निकल गया कि तेरी माँ तो खुद मुझसे कई बार करवा चुकी है तो वो बोली जा मैं नही मानती तो मैने कहा अगर मैं तुझे सबूत दूं तो क्या तू मुझे अपने साथ करने देगी तो उसने कुछ देर सोचा फिर ठंडी साँस लेकर बोली ठीक है तो ये शर्त लगी अगर तू मेरी माँ को चोद के दिखा देगा तो मैं भी तेरे साथ करूगी वरना तू मुझे दो हज़ार वैसे ही देगा
मैने कहा ठीक है तो मैने उसको कहा कि देख मैं अभी तेरे घर जाता हू तो थोड़ी देर बाद आना और छुप कर हम को देखना पर ध्यान रखियो की तेरी वजह से बीच मे कोई दिक्कत नही आनी चाहिए तू कोई रियेक्शन नही दिखाए गी तो वो बोली ठीक है मैं छुप कर देखूँगी तो फिर प्लान के मुताबिक मैं बिम्ला काकी के घर पे चल दिया
मैने जाके काकी को राम राम की वो बोली लल्ला बहुत ही दिनो बाद आए हो तो मैने बताया कि काकी जब छुट्टी मिलेगी तभी तो आउन्गा थोड़ी देर तक बातें करने के बाद मैने कहा काकी तुम्हारे घर आया हू कुछ खातिरदारी नही करोगी तो वो बोली लल्ला तेरा ही घर है बता तुझे क्या चाहिए तो मैने कहा मुझे तो आप ही चाहिए और उनकी गान्ड पे अपना हाथ रख दिया काकी बोली मेरी लड़की आई हुई है वो यही पास मे ही गयी हुई है आती ही होगी तो मैने कहा क्या काकी अब आप भी टालने लग गयी हो तो वो बोली ऐसी बात नही है पर अगर वो बीच मे आ गयी तो मेरी इज़्ज़त का कचरा हो जाएगा तो मैने कहा मैं जल्दी ही करलुगा तो वो कहने लगी कि कही फँस ना जाए तो
मैने कहा आप चिंता मत करो कुछ नही होगा और उनको चूमने लगा काकी तो सदा ही चुदने को तैयार रहती थी तो बस दो मिनट मे ही वो अपने रंग मे आ गयी और मेरा पूरा सहयोग करने लगी मैं उके मोटे मोटे होंठो को चूसने लगा दूसरी तरफ मेरा हाथ उनके घाघरे मे घुस चुका था और उनकी चूत की फांको को मसले जा रहा था काकी की चूत जल्दी ही रस छोड़ने लगी थी मैने चूत मे दो उगिया सरका दी चूत तो कहना उचित नही होगा उनका तो भोसड़ा ही था पता नही आजतक कितने लड खा चुकी थी वो पर मुझे क्या करना था मैं लगातार उगली किए जा रहा था थोड़ी ही देर मे उनकी हालत बुरी हो गयी तो वो फटा फट से खाट पर लेट गयी और अपने घाघरे को पेट तक उपर कर लिया और बोली ले लाला फटा फॅट से काम निपटा ले तो मैने अपनी ज़िप खोलकर लड को बाहर निकाला और काकी की चूत पर टिका दिया लॅप लपाती हुई चूत पे रख दिया और
पहले धक्के मे ही वो पूरा अंदर चला गया उनकी चूत अब बहुत ही ढीली पड़ गयी थी खाप से ही लड घुस गया था मुझे तो पता ही नही चला पर उसको चोदना भी ज़रूरी था तो मैने उनको चोदना चालू किया अब चुदाई तो चुदाई ही होती है तो मुझे भी मज़ा सा आने लगा था काकी अब पूरी तरह से मस्ता चुकी थी और मेरे लड को अपनी चूत मे लिए जा रही थी वो बोली बहुत दिन बाद तुझ से छू रही हू आज तो मज़ा ही आगया तभी मैने देखा कि उसकी लड़की पीछे वाले जंगले से हम दोनो को देख रही थी मैने आँख के इशारे से उसको समझाया कि थोड़ा सा चुप जाए वो तो वो ओट मे हो गयी और अपनी माँ को चुदते हुए देखने लगी मैं पूरी तरह से काकी पर छा चुका था वो चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थी
20-25 मिनट तक घमासान मचाने के बाद मैं और काकी साथसाथ ही अपने चरम पे पहुच गये फिर हम अलग हुए और उनके आँगन मे आ गये तो काकी ने कहा लाला अब तेरा काम हो गया अभी तू जा मेरी बेटी आने ही वाली होगी तो मैने उनको एक किस किया और वापिस अपने कुन्वे पर आ गया मुझे आए हुए कुछ ही मिनट हुए थे कि वो भी भागती हुई आ गयी और मेरी ओर थोड़ा गुस्से से देखते हुए बोली मुझे ऐसी उम्मीद बिल्कुल नही थी कि मेरी माँ आईसस्स्स्स्स्स्स्स्स्साआआआआआआआआआअ//////////////????????????????????????????????????????? तो मैने कहा देखो बुरा मत लगाना पर वो ऐसी ही है और ना जाने कितनो के साथ कर चुकी है वो अपना सर झुका कर बैठ गयी उसको अभी भी विश्वाश नही हो रहा था
कुछ देर बाद वो संयंत हुई तो मैने कहा अब बोल क्या करना है तो वो मेरी ओर देखने लगी तो मैने कहा देख मैं तुझे फोर्स नही करूगा देने के लिए पर मज़ा तो दोनो को ही मिलेगा ना आगे तू देख ले तो वो कुछ नही बोली मैं उसके पास गाया और उसको उठा कर कमरे मे ले गया और दीवार से सटा कर अपने होंठ उसके होंठो से लगा दिए पर उसने अपना मूह दूसरी तरफ कर लिया तो मैने कहा चल ठीक है तुझे नही करना तो मत कर पर एक बार तेरी इसके दर्शन तो करवा दे और उसकी चूत को सलवार के उपर से ही मसल दिया वो पूरी तरह कांप गयी
जब उसने कुछ नही कहा तो मैने एक बार उसकी चूत को मसल दिया वो बोलीी आआआआआआ क्या करते हो मुझे दर्द होता है तो मैं उस से अलग हो गया तो वो बोली कि मैं बस एक बार ही दिखाउन्गि तो मैने कहा कि तो उसने थोड़ा शरमाते हुए से अपनी सलवार का नाडा खोल दिया मैने कहा क्यू तरसाती है दिखा भी दे ना मुझसे रुका ही नही जा रहा था उसने अपनी सलवार को ढील छोड़ा दिया वो उसके पैरो पे आ गिरी अंदर नीले रंग की कच्छि उसकी सुडोल जाँघो पर कसी हुई थी मुझे उसकी कच्छि पर एक धब्बा दिखा जो शायद जब बना होगा जब वो मेरी और उसकी माँ की चुदाई देख रही होगी तो वो भी उस टाइम गरम हो गयी होगी
उसने फिर अपनी कच्छि की एलास्टिक मे हाथ डाला और उसको झट से अपने घुटनो तक सरका दिया बेहद गोरी चूत जिस पर बस हल्के हल्के से ही बालो के रुवे थे बहुत ही सुंदर चूत थी उसकी मैं तो उसी पल उसका दीवाना हो गया दो पल ही बीते थे कि उसने अपनी कच्छि को उपर कर लिया और अपनी सलवार को बाँधने लगी तो मैने कहा रुक और उसकी सलवार को पकड़ लिया वो कहने लगी बस छोड़ो मुझे अभी तुमको जो देखना था वो तो देख ही लिया अभी मुझे जाने दो तो मैने कहा कि अरे कहाँ देखा ऐसे भी कोई दिखाता है क्या मैं तो पूरी तरह से देख भी नही पाया तो वो बोली फिर कैसे देखो गे देख तो लिया है तुमने तो मैने कहा इतनी सुंदर चीज़ को जी भर कर देखने दे और उसकी सलवार को नीचे करके उसकी टाँगो को थाम लिया पहली बार उसकी टाँगो को टच करते ही मुझे पता चल गया था कि वो बेहद तगड़ा माल साबित होगी अगर चोदने को मिल गयी तो मैं उसकी कच्छि के उपर से ही चूत पे अपना हाथ फिराने लगा
उसकी हालत टाइट होने लगी वो लरजते हुए बोली जल्दी से देख लो तो मैने उसकी कच्छि को नीचे सरका दिया जब मैं उसको नीचे कर रहा था तो मेरे हाथ उसके कुल्हो से टच हो गये मेरा लड तो एक पल मे ही तन गया अब मैने अपनी उगली उसकी चूत की दरार पे लगा दी और घुमाने लगा उसने मेरे हाथ को पकड़ लिया और मुझे रोकने लगी तो मैने कहा देख एक तो तू अपने वादे से फिर गयी है और मुझे इसको अच्छे से देखने भी नही दे रही है मेरा दिमाग़ खराब मत कर वरना तेरी ले भी लूँगा चाहे मुझे ज़बरदस्ती ही करनी पड़े तो उसने अपना हाथ हटा लिया मैं दुबारा अपनी उगली को उसकी पतली सी दरार मे उपर नीचे करने लगा थोड़ी देर ऐसे ही करने के बाद मैने अपनी उगली को अंदर सरका दिया उसने अपनी टाँगो को आपस मे कस लिया मैं अपनी उगली को गोल गोल घुमाने लगा फिर मैने अपनी उगली बाहर निकाली और अपने मूह मे लेके चूसने लगा वो बोली चहिईीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई गंदी जगह पर डालके मूह मे लेते हो तुम कितने गंदे हो ,
मैने कहा रे बावली अगर चूत का रस नही पिया तो क्या पिया उसने अपना मूह नीचे कर लिया और मंद मंद मुस्कने लगी मैने कहा आगे से तो देख लिया अब पीछे से और देखूँगा और उसके जवाब से पहले ही उसको पंजे पर झुका दिया उसके गोल मटोल चुतड बाहर की तरफ निकल आए और उसकी चूत भी थोड़ी उभर आई चूत की दोनो फांके एक दूसरी से चिपकी पड़ी थी मैं उसके चूतड़ सहलाने लगा और चूत को भी छेड़ ने लगा उसकी टांगे कांप रही थी वो बार बार बस हो गया हो गया कह रही थी पर मैं उसकी सुनने के मूड मे नही था तो मैं उसकी टाँगो के बीच मे बैठ गया और उसकी चूत को अपने हाथो से थोडा सा फैलाते हुए अपना मूह उसकी जाँघो के जोड़ पर लगा दिया और अपनी जीभ से सूपादने लगा उसकी टांगे इतनी बुरी तरह से कांप गयी वो मुझे मना करना चाहती थी पर कर ना पाई तो मैने उसकी जाँघो को थोड़ा खोला और मज़े से चूत का रस पीने लगा सामुद्री नमक से भी ज़्यादा नमकीन चूत थी
उसकी ना चाहते हुए भी उसके मूह से मादक आह निकल ही गयी मैं समझ गया था कि अब ये मुझे नही रोकेगी तोमैने उसको खाट पर लिटाया और मज़े से चूत की चुसाइ करने लगा दो पल बाद ही उसके चूतड़ हवा मे उठते चले गये मैं कभी उसके दाने को चूस्ता कभी चूत मे जीभ डालता उसका पूरा बदन मस्ती के सागर मे हिलोरे मारने लगा था 8-10 मिनट तक मैने उसकी चूत चाटी वो ज़यादा देर मेरा हमला सह नही पाई और उसकी चूत से रस का फव्वारा छूट गया एक बेहद खट्टा खारा पानी मेरे गले मे उतर गया मेरे लड ने भी पॅंट मे दबाव बनाया हुआ था तो मैने जल्दी से अपनी पॅंट उतारी और झट से उसकी चूत मे अपने लड को घुसा दिया उसने बस इतना ही कहा थोड़ा आराम से मारो गे क्या पर अब मैं कहाँ किसी की सुन ने वाला था मैने पूरी ताक़त से एक धक्का लगा या और उस मे समा गया अब वो पूरी तरह से मेरे कंट्रोल मे थी तो मैने उस से कहा बस अब तू थोड़ी देर के लिए सब कुछ भूल जा और मज़ा ले और दाना दान उसको चोदने लगा खाट बुरी तरह से चरमराने लगी थी मैने उसके होंठो पे अपना मूह लगाया तो उसने अपना मूह थोड़ा सा खोल दिया जिस से मैने उसके निचले होंठ को अपने होंठो मे दबा लिया और चूसने लगा बहुत ही सॉफ्ट होंठ थे उसके 5 मिनट बाद ही वो भी पूरी तरह से चुदाई के रंग मे रंग गयी थी
उसकी गान्ड भी अब उपर नीचे होने लगी थी उसने मुझसे कहा कि आख़िर तुमने मार ही ली मेरी तो मैने कहा मारी नही मार रहा हू चूँकि वो भी खुल गयी थी तो चुदाई का मज़ा ही दुगना हो गया था अब मैने उसकी टाँगो को अपने कंधे पर रखा और बस फिर उसे कुछ याद नही रहा बस याद था तो उसकी सिसकारिया और चरारती हुई खाट आधे घंटे से भी ज़्यादा देर तक पूरी तस्सल्ली से उसकी चुदाई की जब मैं झड़ने को आया तो मैने पूछा कहाँ पे निकालु तो उसने कहा बाहर तो मैने झट से लड को निकाला और उसे हिलाते हुए उसके पेट पर अपना वीर्य गिराने लगा जब चुदाई की खुमारी उतरी तो मैं हटा उसने जल्दी से अपने कपड़े पहने और चलने को हुई तो मैने उसका हाथ पकड़ लिया वो बोली छोड़ो मुझे तो मैने कहा अपने पैसे तो ले जा और वो दो हज़ार उसको दे दिए उसने जल्दी से वो अपनी ब्रा मे ठूँसे और बाहर चलने को हुई की तभी