05-12-2020, 06:09 PM
वो बोली जी थोड़ा आराम से कीजिए ना दर्द हो रहा हैं मैने कहा कि दर्द मे ही तो मज़ा होता हैं मेरी डार्लिंग और उसकी चोली को खोल दिया ब्रा तो डाली नही थी उसने काले रंग की चूचिया बिल्कुल पहाड़ो की तरह तनी हुई मुझे निमंत्रण दे रही थी मैने अब उसके घाघरे को भी उतार दिया वो मना करती रही पर मैं कहाँ रुकने वाला था अब हम दोनो नंगे रज़ाई ओढ़े पड़े थे मैने उसकी छोटी सी चूची को अपने मूह मे भर लिया और किसी बच्चे की तरह पीने लगा शीला पे कामुकता चढ़ने लगी मेरा हाथ उसकी पतली पतली जाँघो पे रेंग रहा था मैं उसकी चूची को निचोड़े जा रहा था वो पूरी कोशिश कर रही थी कि उसकी उत्तेजित आहे ना निकले अब मेरा हाथ उसकी जाँघो के जोड़ पे पहुचा उसने टाँगो को थोड़ा सा फैलाया तो मैने कस के उसकी चूत को दबा दिया चूत क्या थी बस कोई 2-3 इंच लंबी सी लाइन भर ही थी मैने उस पे अपनी उंगलिया फेरते हुए पूछा ये तो बहुत ही छोटी सी हैं एक बच्चा कैस निकाल दिया इसमे से तो वो शरमाते हुए बोली कि बच्चा तो ऑपरेशन से हुआ था और वो कई कई दिनो मे लेते हैं शायद इसलिए मैने अपनी उंगली चूत की लाइन पे फेरनी चालू की
एक तरफ तो बोबा चूसा और दूसरी तरफ चूत से छेड़खानी शीला बहुत ही उत्तेजित हो गई थी वो पूरे जोश से मेरे लंड को हिलाने लगी मैं शीला को पूरी तरह गरम कर देना चाहता था इस कदर कि वो खुद मेरे लंड को अपनी चूत मे डाले मैं बारी बारी से दोनो चूचियों को चूसे जा रहा था शीला के निप्पल तनाव से भर उठे थे पूरे एक इंच के हो गये थे जिन्हे मैं अपनी जीभ से रगडे जा रहा था शीला मस्ताती जा रही थी उसके मूह से कामुक सिसकारी निकलने लगी थी दोनो चुचिया मेरे थूक से भीगी पड़ी थी
मैं बोला भाभी तू तो बहुत गरम है और पप्पू तुझे पीट ता हैं शीला बोली जी उनको मेरी कदर ही नही हैं पिछले 5 महीने से एक बार भी नही ली हैं उन्होने मैने कहा चिंता मत कर भाभी अब मैं तेरी सारी कसर पूरी कर दूँगा और अपनी उंगली उसकी चूत मे सरका दी चूत क्या थी पूरी गरम भट्टी थी वो तो मैने पूरी उंगली अंदर घुमानी शुरू कर दी वो बोली जी ये आआआआआआआआआआआआआआआआआप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प क्याआआआआआआआआआआआआआआआआअ कार्रर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रररहीईईईईईईईईईईईईईई हैं मैने कुछ देर उंगली घुमाई और फिर उसे अपने मूह मे डालके चूसने लगा वो बोली छी छी ये आप क्या करते है गंदी जगह मे डाली हुवी उंगली को ऐसे कोई चूस्ता हैं क्या तो मैने कहा मेरी रानी ये गंदी जगह थोड़ी ना है ये तो जन्नत का दरवाजा है और उसे उठा के रज़ाई के उपर लिटा दिया मैने उसकी दोनो टाँगो को जोड़ते हुए उपर उठा दिया जिस से उसकी चूत उभर आई मैने शीला से कहा कि देख मेरी रानी तुझे कैसे अब मैं जन्नत की सैर करवाता हू और अपनी जीभ उसकी चूत पे रख दी शीला का पूरा बदन झंझणा गया मैं जीभ को उपर नीचे करते हुए उसकी छोटी सी चूत को चाटने लगा चूत से उठती भाप की सुगंध मुझ पागल बनाए जा रही थी चूत से हल्का हल्का कामरस बहना शुरू हो गया था भाभी की टाँगे बुरी तरह कांप रही थी मैं उसे खुल के चाटना चाहता था पर उस पोज़िशन मे थोड़ा मुश्किल हो रहा था तो मैने उनकी टाँगे छोड़ी और उनको विपरीत दिशाओ मे फैला दिया काले रंग की चूत हल्के से बालो से भरी और सबसे कामुक तो उसकी वो पंखुड़िया थी जो अनचुई सी लग रही थी
अब उनकी पूरी चूत मेरे गीले होंटो के पास थी मैने बिना देर किए उसकी पंखुड़ियो को अपने मूह मे भर लिया औ चूसने लगा गाढ़े रस की धार निकली और मेरे मूह मे गिरने लगी शीला के हाथ उसके बोबो पे खुद ब खुद पहुच गये वो उन्हे बुरी तरह मसल रही थी पूरी जीभ उस गरम चूत का कोना कोना नाप रही थी फिर मैं थोड़ा उपर की ओर बढ़ा और उसके दाने को अपनी जीभ से कुरेदने लगा बहुत ही छोटा प्यारा सा दाना शीला के बदन मे ज्वाला भड़क उठी थी उसकी मुत्ठियाँ रज़ाई के कोनो पे कस गयी थी उसके चूतड़ अब थिरक रहे थे कमर झटके खा रही थी मैं उसके मस्त दाने को चूसे ही जा रहा था अब मेरी जीभ दाने से लेके चूत के अंतिम छोर तक रेंग रही थी तभी शीला ने अपने चुतडो को उपर उठा दिया और उसकी चूत मे रस की नहर बह गयी ढेर सारा गाढ़ा चूत का रस मेरे मूह मे भर गया थप से वो फोल्डिंग पे गिरी और बहुत ही लंबी लंबी साँसे लेने लगी कुछ देर बाद वो नॉर्मल हुई
उनके चेहरे पे संतुष्टि के भाव थे चेहरे पे एक चमक सी आ गयी थी मैने उनके होटो पे एक पप्पी ली और पूछा मज़ा आया उन्होने शरमाती हुए कहा कि हम बहुत ही अच्छा लग रहा हैं तो मैने कहा चलो अब तुम्हारी बारी हैं तुम भी ऐसे ही इसे चूसो और अपने लंड को उनकी ओर किया तो वो बोली हाई राम मैं इसे कैसे अपने मुँह में ले सकती हू मुझे तो उल्टी आ जाएगी तो मैं बोला अरे डार्लिंग कुछ नही होता औरतें तो मरती हैं लंड चूसने के लिए देखो अभी जब मैने तेरी चूत को चूसा तो तुम्हे कितना मज़ा आया अब तुम्हारी बारी हैं तो मना कर रही हो शीला बोली ठीक हैं पर मैं बस दो मिनिट ही मूह मे लूँगी मैने कहा ठीक है
तो उन्होने अपने सर को झुकाया और मेरे लंड को अपने मूह मे ले लिया जैसे ही उनकी जीभ मेरे लंड के सुपाडे पे टकराई मेरे बदन मे सिरहन पैदा हो गयी उन्होने अब मेरे सुपाडे पे अपनी जीभ फेरनी शुरू की उनके थूक से लंड गीला होने लगा अब उन्हे भी लंड चूसना पसंद आ रहा था कहाँ तो वो कह रही थी कि दो मिनिट ही मूह मे लेंगी और अब चूसे ही जा रही थी मैने उनके सर को अपने लंड पे दबाव डालते हुए थोड़ा और झुकाया अब पूरा लंड शीला के मूह मे था जो उसके गले तक पहुच गया था और गले मे उतरने को बेताब हो रहा था पर शीला उसे अपने मूह से निकाल नही रही थी मुझे तो बहुत ही ज़्यादा मज़ा रहा था
मुझे लगा कही मैं उसके मूह मे ना झाड़ जाउ तो मैने उन्हे हटाया पूरा लंड थूक से सना एक दम चिकना हो गया था भाभी को मैने अपने नीचे किया और उसकी पतली पतली जाँघो को अपनी टाँगो पे चढ़ाया और अपने लंड को चूत पे रगड़ने लगा मैं उन्हे थोड़ा तड़पाना चाहता था ताकि वो खुद मुझे चोदने के लिए कहे मेरा सुपाडा उनकी चूत के छेद मे फसा पड़ा था जिसे मैं वहाँ पे रगडे जा रहा था भाभी की साँसे गरम होने लगी थी आँखे मस्ती से मूंद रही थी मैं बिना किसी जल्दी के अपने लंड को चूत के द्वार पे घिसे जा रहा था तभी उनके मूह से निकला कि अब क्या देर हैं डाल भी दो ना इस मेरी चूत मे ये सुनते ही मैने एक धक्का मारा और चूत की दीवारो को चीरता हुआ आधा लंड अंदर घुस गया शीला की आहह निकल गई उसके होंठ गोल हो गये वो बोली धीरे से दर्द हो रहा है
आईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मैने कहा दर्द कैसे हो रहा है वो बोली कई दिन मे चुद नही रही हू ना इस लिए और कराहने लगी मैने कहा बस अभी ठीक हो जाएगा और एक धक्का और मारते हुए लंड को पूरी जड़ तक अंदर घुसा दिया चूत की फांके लंड से बिल्कुल चिपक गयी थी वो दबी दबी आवाज़ मे बोली हाईईईईईईईईईईईईईईईई राआआआआआआआआआअम्म्म्मममममममममममममममम
म्म्म्मआमममममममममममममममममममममममममममममममममम
म्म्म्मआमममममममम आज्ज्जज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज तो मेरिइईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई
ईईईईईईईईई फट गैिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मैंन्नननननननननननणणन्
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तो मैने उन्हे कहा कि तू क्या कुँवारी लड़की की तरह कर रही हैं कुछ नही होगा तो वो बोली क्या करू दर्द तो होता हैं ना तो मैने कहा अभी देख तेरा दर्द छू मंतर हो जाएगा और उसकी गर्दन को चूमने लगा उसकी सांस मेरे चेहरे पे टकरा रही थी
आज तो शीला ने रात बना दी थी मैने लंड को थोड़ा बाहर निकाला और फिर से अंदर घुसा दिया शीला की सिसकारिया मेरा जोश और भी बढ़ाने लगी थी चूत मे लंड जाते ही उसकी सारी लाज़ शरम खो गयी मैने उसके होटो को चूसना शुरू कर दिया था वो भी मज़े से अपने होटो को चुसवाने लगी थी हमारा थूक आपस मे घुलने लगा बस कुछ ही देर मे लंड शीला की चूत मे अड्जस्ट हो गया था
और अब वो मज़े से चुद रही थी उसकी सिसकारिया मूह मे ही क़ैद हो गई थी शीला ने अपनी बाँहे मेरी पीठ पे कस दी और मज़े से अपनी चूत को मरवाने लगी मैं पूरा दम लगा के उसकी चूत मार रहा था बहता हुवा पानी चूत को चिकनाई प्रदान कर रहा था शीला ने अपने होंठ छुड़ाए और बोली जी बस ऐसे ही करिए बहुत दिन बाद आज मन की मुराद पूरी हो रही हैं वो तोमेरि तरफ देखते भी नही हैं मेरी बिल्कुल कदर नही करते है आपका बहुत धन्यवाद जो अपने मुझे ये ख़ुसी दी मैने अपने मन मे सोचा कि रे पगली थॅंक्स तो मुझे कहना चाहिए क्योंकि मेरे लिए एक और चूत का जुगाड़ हो गया था मैं ताबड तोड़ उसे चोदे ही जा रहा था
शीला ने अपनी टाँगो को मेरी कमर पे लपेट दिया और अपने चूतड़ मटकाते हुए मेरे हर धक्के का जवाब देने लगी कमरे मे गर्मी एक दम से बढ़ गई थी शीला की मस्त चुदाई पूरे ज़ोर से चालू थी तभी उसने मुझे अपनी बाहों मे बुरी तरह कस लिया और मुझसे चिपक गयी उसके चुतडो की थाप ढीली पड़ गयी थी चूत की फांके फड़फदाई और वो निढाल हो गयी मैं समझ गया कि वो झाड़ गयी हैं पसीना उसके माथे से बह रहा था पर मैं नही रुका मैं उसे लगातार चोदे ही जा रहा था वैसे तो मेरा भी इतने टाइम तक निकलजाता हैं पर पता नही क्यों उस टाइम मुझे टाइम लग रहा था मैं बस शीला को चोदे जा रहा था शीला अब हाई हाई करने लगी थी
चूत का पानी भी सूखने लगा था जिस से घर्षण मे परेशानी सी हो रही थी तो मैने लंड को बाहर निकाल कर उसपे थूक लगाया और फिर से चूत मे धकेल दिया मैं शीला को ऐसे चोद रहा था कि वो मेरा लास्ट सेक्स हो शीला भी थोड़ी परेशान होने लगी थी पर मैं नही रुका तभी वो बोली मुझे चोदो चोदो मैने कहा क्या हुआ बस कुछ ही देर की तो बात हैं तो वो बोली जी मुझे दो मिनिट जाने दो मैने कहा नही तो वो बोली जी कहीं मेरा मूत ना निकल जाए मैने शॉट मारते हुए कहा निकलने दो मैं पी जाउन्गा वो सोची कि मैं मज़ाक कर रहा हू वो अब बुरी तरह से मचलने लगी थी वो लरजते हुए बोली जी मैं अब ना रोक सकूँगी और उसका बदन ऐंठने लगा
मैने लंड को झट से बाहर निकाला और अपना मूह उसकीचूत पे लगा दिया कुछ पलो बाद एक गरम धार मेरे मूह मे आके गिरी खारा सा मूत मुझे बहुत अच्छा लगा मैने शीला का सारा पेशाब पी लिया जैसे वो कोई जूस हो मैं पूरा खारा पानी गाटा गट पी गया शीला के चेहरे पे हैरानी के भाव थे वो बोली आप बहुत ही गंदे हो ऐसा भी भला कोई करता हैं क्या तो मैने कहा तुम बस देखती जाओ क्या क्या होता हैं और उसकी टाँगो को चौड़ी करते हुए दुबारा से लंड को अंदर डाल दिया मैं उसे बहुत ही बेदर्दी से चोदे जा रहा था मैं अपनी मंज़िल को हर हाल मे पाना चाहता था मैने कुछ धक्के और लगाए और शीला पे गिर गया
लगा जैसे मेरी जान ही निकल गयी हो लंड से वीर्य की पिचकारी निकले ही जा रही थी जो उनकी चूत मे समाती जा रही थी उनकी चूत ने वीर्य की एक एक बूँद को अपने अंदर समेट लिया बहुत देर तक मैं उनके उपर ही पड़ा रहा शीला मुझसे किसी छोटी बच्ची की तरह चिपकी पड़ी थी आज उसने एक अलग तरह से चुदाई के सुख को प्राप्त कर लिया था मैं भी उसे चोद के तृप्त हो गया था
मैने शीला के चुतडो पे हाथ फेरते हुए पूछा कि मज़ा आया तो वो बोली मेरे ब्याह को इतने दिन हो गये पर आज तक ऐसे कभी नही चुदि हू मैने उसके चुतडो को मसल्ते हुए कहा अब तो आदत डाल लेना अब ऐसी चुदाई बार बार होगी तुम्हारी ये सुनके उसने मेरे सीने मे अपना मूह छुपा लिया मेरी उंगलिया उसकी गान्ड की दरार से होती हुवी छेद तक पहुच गयी थी मैने गान्ड के छेद मे उंगली फसाई तो वो बहुत ही ज़्यादा टाइट था मैने पूछा कि भाभी कभी यहा पे लंड डलवाया है तो वो बोली अरे ये तो टट्टी की जगह है यहाँ कोई थोड़ी डालता हैं मैं बोला रे मेरी प्यारी तू कितनी भोली हैं अपनी जवानी को यूँ ही बर्बाद कर रही थी अब तू सही ठिकाने पे आई हैं देख मैं तुझे कितना मज़ा देता हू
वो बोली जी आप चाहे कुछ भी करो बस मेरी बदनामी ना होनी चाहिए मैने कहा तू बस मज़े ले और बाकी मुझ पे छोड़ दे वो बोली चलो अभी सो जाते हैं तो मैने उसे रोका और कहा आज ना सोउंगा ना तुझे सोने दूँगा मेरी रानी और उसका हाथ मे अपना लंड दे दिया मैं कहा अभी तो तेरी गान्ड भी फाड़नी हैं मुझे वो बोली मैं गान्ड नही मारने दूँगी
मैं उसके उपर आया और उसके होटो पे अपनी जीभ फेरने लगा शीला ने अपने मूह को खोला और मेरी जीभ को अंदर ले लिया और उसकी ज़ुबान मेरी से टकराने लगी एक मिठास सी मेरे मूह मे भरने लगी थी मेरा पूरा वजन शीला की चूचियो पे पड़ रहा था
काफ़ी देर तक मैं उसे किस करता रहा शीला की सांसो का भार बढ़ गया था अब मैने उसे टेढ़ी किया और उसके पीछे आके लेट गया मेरा लंड उसकी गान्ड से टकरा रहा था शीला के पसीने की उठती खुसबू मुझे मदहोश कर रही थी मैने एक हाथ उसकी साइड से निकाला और उसकी एक चुचि को पकड़ लिया और उसे दबाने लगा शीला की गान्ड खुद ही पीछे हो गयी जिसकी गर्मी पाकर मेरा नागराज बेकाबू होने लगा था मैने उसे शीला की गान्ड मे थोड़ा फिट किया मेरे होठ उसकी गर्दन को चूमने लगे थे एक हाथ उसकी चूची को दबाने मे व्यस्त था तो मैने दूसरे हाथ को उसकी चूत पे रख दिया और उसके दाने को छेड़ने लगा शीला जल बिन मछली की तरह तड़पने लगी थी
वो बोली जी मुझसे कंट्रोल नही हो रहा हैं जल्दी से चोदो मुझे मैने कहा अभी तो शुरुआत हुई हैं अंजाम तो बाकी हैं और उसकी चूत को अपनी मुट्ठी मे भर के मसल्ने लगा एक गरम औरत की मस्त जवानी और वो भी सर्दियों की रात महॉल तो जबरदस्त था ही मैने दो उंगलिया उसकी चूत मे एक साथ घुसेड दी और उन्हे अंदर बाहर करने लगा शीला मेरी बाहों की क़ैद मे मचल रही थी मेरी उंगलिया उसके रस से पूरी भीग गयी थी कुछ देर तक दोनो उंगलियो को अंदर बाहर करने के बाद मैने उन्हे चूत से निकाला और शीला के मूह मे डाल दिया वो अपनी ही चूत का रस चाटने लगी ये सीन देख के मेरे रोम रोम मे वासना और प्रबल हो गयी
मैने अब उसकी एक टाँग को थोड़ा उँचा उठाया और अपना लंड उसकी गीली चूत पे टिका दिया लंड को अपने मूह पे महसूस करते ही चूत के होंठ अपने आप खुल गये और लंड अपना रास्ता बनाता हुवा शीला की चूत की सैर करने लगा मेरे दोनो हाथ उसकी चुचियों पे कस चुके थे शीला मस्ती के आलम मे खोने लगी थी उसकी गरम आहिीईईईईई चुदाई का जोश बढ़ा रही थी किसी पतीली औरत को टेढ़ी करके चोदने मे बड़ा ही मज़ा आता हैं शीला की चूत लंड पे दबाव डाल रही थी उसकी गर्मी से मेरे लंड की नसे और भी उभर आई थी मैने अब उसकी टाँग को थोड़ा अड्जस्ट किया और अपने शॉटो की गति को बढ़ाने लगा शीला ने अपनी चूत को थोड़ा टाइट कर लिया था
जिस से उसे चोदने मे और भी मज़ा आ रहा था शीला बस आअहह्ा आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआहह ह्यूम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म कर रही थी वो भी धीमी आवाज़ मे .
कुछ देर बाद मैं हटा और उसे फर्श पे खड़ी कर दिया आप मैने उसे गोदी मे उठाया और अपने लंड पे बिठा दिया वो मेरी बाहों मे थी मैने उसे मजबूती से थाम लिया और वो भी अपने कुल्हो को हिलाते हुए लंड पे उपर नीचे होने लगी थी मेरे हाथ उसके चुतडो पे जमे हुए थे इस पोज़िशन मे लंड पूरा उसकी बच्चेदानी से टकरा रहा था चुदाई का ये वाला स्टेप तो बहुत ही जबरदस्त था उसके चूतड़ पसीने से गीले होने लगे थे जिस से उसे थामने मे थोड़ी परेशानी होने लगी थी चूत का पानी बहता हुवा उसकी जाँघो तक आ पहुचा था वो मुझसे किसी छोटे बच्चे की तरह चिपकी हुवी थी उसे काफ़ी देर तक ऐसे ही थामने की कारण मेरी टाँगे दुखने लगी थी तो मैने उसे नीचे उतारा और मेरी स्टडी टेबल पे लिटा दिया अब मैने उसकी टाँगो को चौड़ा किया और एक बार फिर से मेरा लंड चूत की मौज लेने लगा मैं खड़ा खड़ा उसे चोद रहा था शीला बस मेरा साथ दे रही थी मेरे अंडकोष पूरी गति से उसके कुल्हो से टकरा रहे थी कमरे मे हमारी सांसो के अलावा बस थप थप की आवाज़ ही गूँज रही थी 40 मिनिट तक हमारी दमदार चुदाई चलती रही फिर शीला ने अपने घुटने टेक दिए और अपने काम सुख की ओर बढ़ चली मेरा भी बस होने ही वाला था मैने अपने लिंग को बाहर की ओर खींचा और उसे हिलाते हुए अपना वीर्य उसकी चूचियों पे छोड़ दिया
चुदाई के सफ़र मे एक पड़ाव और पार कर लिया था मैने संतुष्टि मेरे चेहरे पे झलक रही थी शीला ने अपनी चोली से चूचियो पे पड़े वीर्य को सॉफ किया और फिर अपने कपड़े पहने लिए मैने कहा कि रूको अभी एक राउंड ऑर चलेगा तो उसने साफ माना कर दिया कि अगर एक बार और चुदेगि तो वो फिर सुबह उठ नही पाएगी मैने भी उसका मन रखते हुए ज़्यादा ज़िद नही की कुछ ही देर मे वो सो गयी और मैं अपनी स्टडी टेबल पे बैठ के अपनी एक और दास्तान को डायरी मे दर्ज करने लगा
काफ़ी देर तक मैं पन्नो को स्याही से भिगोता रहा मेरी आँखो से नींद जैसे रूठ गयी थी मैं बस अपनी धुन मे लगा रहा जब उठा तो देखा कि साढ़े 4 बज रहे हैं मैने शीला को उठाया अपनी आँखो को मल्ति हुवी वो उठी उसे एकदम से कुछ समझ नही आया फिर थोड़ा होश आया तो रात की याद आके वो शरमा गयी मैने उसे कहा कि अब तुम्हे जाना चाहिए मैं उसके साथ उसके घर गया पप्पू गहरी नींद मे सोया पड़ा था मैने शीला को समझाया कि अगर उसे कुछ याद भी आए तो तू बोल दियो की तू तो यही पे सोई पड़ी थी उसने कहा हम तो मैने उसे किस किया और अपने रूम मे आ गया सर्दियों की सुबह थी तो घर वाले भी नही उठे थे मैं बिस्तेर पे लेट गया
और अपनी जिंदगी के बारे मे सोचने लगा मैने सोचा अगर मिता को पता चल जाए कि मैं किस तरफ दोहरी जिंदगी जी रहा हू एक तरफ मेरा दिल था जो बस मिता के लिए ही धड़कता था और दूसरी तरफ मैं ऐसा भँवरा था जो हर फूल का रस चूसने के चक्कर मे रहता था पता नही ये जिंदगी आगे चल के क्या गुल खिलाएगी ये सब सोचते हुए कुछ देर के लिए मेरी आँख लग गयी एक हल्की सी झपकी ली ही थी कि किसी ने बुरी तरह किवाडो को खड खड़ा दिया मैने अधखुली आँखो से किवाड़ खोले तो पापा खड़े थे बोले उठना नही है क्या मैने ताला लगाया और उनके पीछे पीछे घर चल पड़ा सुबह हमेशा की तरह बड़ी ही व्यस्त होती थी कॉलेज की तैयारी करना बड़ी ही मुश्किल होती थी
उन दिनो कॉलेज लाइफ की कभी याद आ जाती हैं तो मूड उदास हो जाता हैं खैर ये सब तो पार्ट है लाइफ के उस टाइम कॉलेज जाना बुरा लगता था कॉलेज मे कुछ ख़ास दोस्त बन गये थे हमारा एक ग्रूप था जिसमे मैं, मिता, रीना , अजय भाई और नीनु थी अब साला पढ़ाई का प्रेशर भी पड़ने लगा था मुझपे खास कर 24 घंटे बहुत ही कम लगते थे पता ही नही चलता था कि कब अगला दिन आ गया था कॉलेज मे एक्सट्रा क्लासस लगनी शुरू हो गयी थी घर आते आते अंधेरा हो ही जाता था बीच मे दो तीन बार शीला की चूत मार ली थी पर वो सब ऐसे ही जल्दी जल्दी मे हुआ था कोई मज़े वाली बात नही थी इसलिए उसका वर्णन नही करूँगा समय अपनी चाल चले जा रहा था
नवेंबर आ चुका था दिन बस कट रही लाइफ बिल्कुल झंड हो चुकी थी बस स्टडी स्टडी और स्टडी मूतने का भी वक़्त नही था चूत के बारे मे सोचना तो बड़ा गुनाह सा था 24 नवंबर को मिता का जनमदिन था मैं उसे कोई गिफ्ट देना चाहता था पर जेब खाली थी मैने घरवालो से 3000 रुपये माँगे उन्होने पूछा कि इतने पैसे क्यों चाहिए अब बता भी नही सकता था जबकि उसके लिए हर हाल मे उसके लिए गिफ्ट तो लेना ही था अब मेरी अंतिम आस मेरी प्यारी चाची थी पर उन्होने भी अपने हाथ खड़े कर दिए बोली पैसो का हिसाब मैं नही रखती पर उन्होने पूछा कि किसलिए चाहिए मैने बताया की मेरी दोस्त का जनमदिन हैं उसे गिफ्ट देना हैं मैने उन्हे मिता के बारे मे बता दिया
उन्होने कहा मैं कुछ करती हू उन्होने अपनी अलमारी खोली और एक चाँदी की चैन मुझे दे दी और बोली कि ये दे देना मैने कहा ये तो बहुत महँगी होगी चाची तो वो बोली तू ले ले और वो चैन मुझे दे दी मैं भी खुश हो गया अब बस इंतज़ार था 24 नवंबर का और आख़िर वो दिन आ ही गया बड़े ही जोरो से उसका बर्थ’डे सेलेब्रेट किया हमारे ग्रूप ने किराए पे कॅमरा लेके आए वो तस्वीरे आज भी जब देखता हू तो दिल मुस्कुरा देता हैं सारी तैयारी कर ही ली थी हम सब कॉलेज कॅंटीन मे बैठे हुए थे काफ़ी मस्ती चल रही थी मिता उठी और बाहर की तरफ आ गयी मैं भी उसके पिछे पीछे आ गया मैने उसका हाथ अपने हाथ मे पकड़ा मैं उस से कुछ कहना चाहता था
पर हिम्मत नही हो पा रही थी वो बोली क्या कर रहे हो मैने कहा कुछ नही वो बस हल्का सा मुस्कुरा के रह गयी समझ तो गयी थी वो भी पर मेरे मूह से शब्द निकले ही नही फिर उसने कहा छोड़ो मुझे कोई देख लेगा मैने कहा देखने दो उसने पूछा क्या हक़ है तुम्हारा मैने बस इतना ही कहा कि अपने आप से पूछ लो वो हसी और अंदर चली गयी आज का दिन पूरी तरह मस्ती मे बीता सांझ ढले घर आया कपड़े बदले डिन्नर किया थोड़ी देर घर वालो से गप्पे लड़ाई और फिर अपने रूम की ओर चल पड़ा कमरा खोल के बस थोड़ा समान जो अस्त व्यस्त पड़ा था उसे सेट कर ही रहा था कि शीला ने दस्तक दी मैने कहा तू इस समय क्या????????????????????? तो वो बोली कि आज ये एक शादी मे गये हैं और सुबह ही आएँगे तो मुझे अकेले डर लगेगा आप आ जाओ तो और उसने बात को अधूरी छोड़ दिया मैने कहा तो क्या तो वो बस मंद मंद मुस्कुराने लगी ये एक तरह से उसका मुझे बुलावा था मैने कहा थोड़ा काम हैं और थका हुआ भी हू तो उसने बच्चों जैसे ज़िद करते हुए कहा मुझे नही पता आपको चलना ही पड़ेगा
अब चूत की ज़रूरत किसे नही होती थोड़े नखरे करने के बाद मान ना तो था ही मुझे मैने उसकी पप्पी ली और बोला तुम चलो मैं एक घंटे बाद आउन्गा वो क्या हैं अभी इतना टाइम नही हुआ है कोई आ निकला तो कही दिक्कत ना हो जाए वो खुश होके चली गयी कोई साढ़े 9 बजे मैने ताला लगाया और शीला के घर पहुच गया
जब मैं उसके कमरे मे गया तो वो बिस्तर को ठीक कर रही थी मुझे देख के उसकी आँखो मे चमक आ गयी और वो थोड़ा झुक के पलंग की चादर को ठीक करने लगी उसकी गान्ड मेरी तरफ थी जो हिलती हुई मुझे बुला रही थी मैने कुण्डी लगाई और शीला को पीछे से पकड़ लिया और सीधा उसके बोबो को पुचकार्ने लगा वो बोली आह इन्हे ऐसे ना दबाओ दर्द होता हैं
मैने कहा पर मज़ा भी तो आता है तो वो हंस पड़ी मैने बिना देर करते हुए नंगी करना शुरू किया कुछ ही पलो मे उसके बदन पे कपड़ो का नामो निशान भी नही था मैने अपने कपड़े भी उतार दिए शीला मुझे देखते हुए बोली आज तो बड़े उतावले हो रहे हो मैने कहा तेरी चूत मे कम आग लगी हैं क्या जो मुझे बुलाने पहुच गयी थी शीला मेरी ओर बढ़ी
और लंड को अपनी मुट्ठी मे भरते हुए बोली कि मैं तो इसके लिए गयी थी और मेरी गोलियो को भींच दिया मैने भी जोश मे आकर उसकी चूत के बालो को खींच दिया उसके बदन मे दर्द की लहर उठ गयी वो बोली ऐसे कोई करता है क्या मैने बोला तुम करो तो ठीक है मैं करू तो ग़लत मैं पलंग पे बैठा और उसे खींच के अपनी गोद मे बिठा लिया और उसके गालो को अपने दांतो मे दबा लिया मेरा लंड उसकी गान्ड मे सेट हो गया था
मैने उसके गालो को चूसना शुरू किया जी कर रहा था कि उन्हे कच्चा ही चबा जाउ आज मैं पूरी तस्सली से उसे चोदना चाहता था. लंड पूरी तरह से खड़ा हो चुका था और बस किसी छेद की तलाश कर रहा था. उसने अपने होठ मेरी तरफ बढ़ाए तो मैने भी रेस्पॉंड करते हुए उसके अधरो को अपने होंठो मे दबा लिया वो मेरे सर के बालो को सहलाने लगी शरीर गरम होने लगे थे होंठ ऐसे चिपके पड़े थे जैसे इस जनम मे तो अलग होंगे ही नही 15 मिनिट का लंबा चुंबन बस चलता ही रहा फिर वो बोली मेरी गान्ड मे ये चुभ रहा हैं
और मेरी गोदी से उतर गयी मैने उसेके हाथ पलंग की पुष्ट पे रखे और उसे चोपाया बना दिया उसके काले काले पर चिकने चूतड़ बाहर की तरफ़ निकल आए थे मैने अपनी जीभ उसकी गान्ड पे फेरनी चालू की उसकी खाल थोड़ी टाइट सी थी मेरे मूह से टपकता थूक उसके चुतडो को और भी चिकना कर रहा था शीला अपनी गान्ड मटका रही थी मुझे उत्तेजित करने के लिए अब मैने उसके चुतडो को थोड़ा फैलाया और और चूत मे एक उंगली उतार दी शीला
सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईीकारने लगी मैने एक झापड़ उसके कुल्हो पे लगाया और उसको थोड़ा और नीचे झुका दिया पानी टपकाती चूत अब मेरी रेंज मे आई , मैने नीचे बैठते हुए उसकी चूत को थोड़ा फैलाया और अपना मूह उस से सटा दिया शीला की टाँगे थोड़ा बॅलेन्स खोने लगी अब मैं पूरी तरह से उसकी टाँगो के बीच आ चुका था मैने अपने होठ उसकी झन्टो से भरी चूत पे रख दिए और उसे चूसने लगा वो
उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई अहाआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ करने लगी उसकी दोनो पंखुड़ियो को मैने अपने मूह मे भर लिया और उन्हे काट ते हुए चूसने लगा मेरे होंठ उसके खारे रस से पूरी तरह भीग चुके थे ज्यो ज्यो मैं उसकी चूत को चाट ता जा रहा था उसके चूतड़ हिलने लगे थे शीला मस्ता गयी थी अब उसकी हिलती गान्ड बड़ी ही प्यारी फीलिंग दे रही थी
इधर लंड भी आउट ऑफ कंट्रोल हो रहा था मैने उसपे थूक लगाया और शीला की कमर को पकड़ते हुए एक ही झटके मे पूरा लंड चूत मे पहुचा दिया शीला दोहरी हो गयी वो बोली आईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई माआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ
फ़ाआआआआआााअद्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड डियीयियैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैयियीयिकाइयेयीययाया हीयीईयी माआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआअ
ऐसे कोई करता है क्या मैने लंड को थोड़ा पीछे खींचा और फिर से एक तगड़ा धक्का मार के उसे वापिस पहुचा दिया शीला कुछ बॅड बड़ाये जा रही थी मैने उसकी गर्दन को चूमते हुए कहा क्यो नखरे दिखाती हैं चूत तो रोड होती है लंड जैसे कितना ही ट्रॅफिक गुज़रे रोड का क्या बिगड़ता हैं
और अपनी कमर को हिलाते हुए चूत पे धक्के लगाने लगा लंड चूत मे अच्छी तरह सेट हो चुका था तो शीला भी अब मज़ा लेने लगी थी उसने अपना मूह थोड़ा पीछे घुमाया तो मैने उसके होंठो को एक बार थाम लिया और चूमने लगा चुदाई का नशा हम पर अब पूरी तरह छा गया था हर धक्के का जवाब वो अपनी गान्ड मचका मचका कर दे रही थी कोई दस मिनिट तक चोदने के बाद मैने लंड को चूत से निकाला वो मेरी तरफ ऐसे देखनी लगी जैसे किसी कुत्ते के आगे से हड्डी छीन ली हो मैं पलंग पे लेटा और उसे अपने लंड पे बैठ ने को कहा उसने लंड को अपने हाथ मे लिया और चूत पे रगड़ने लगी थोड़ी देर तक रगड़ा फिर धीरे धीरे लंड पे बैठ गयी मैं उसकी चूचियों से खेलने लगा कुछ ही देर मे उसने गाड़ी को टॉप गियर मे लगा दिया और मस्ती से सारॉबार होते हुए लंड पे कूदने लगी चूत के रस से लंड पूरा चिकना हो गया था और बड़ी ही तेज़ी से चूत मे फिसल रहा था मेरे हाथ उसके चुतडो पे कसे हुए थे अब मैं अपनी एक उंगली को गीला किया और उसकी गान्ड मे डालने की कोशिस करने लगा पर गान्ड बहुत ही ज़्यादा टाइट थी तो वो जा नही पा रही थी।
एक तरफ तो बोबा चूसा और दूसरी तरफ चूत से छेड़खानी शीला बहुत ही उत्तेजित हो गई थी वो पूरे जोश से मेरे लंड को हिलाने लगी मैं शीला को पूरी तरह गरम कर देना चाहता था इस कदर कि वो खुद मेरे लंड को अपनी चूत मे डाले मैं बारी बारी से दोनो चूचियों को चूसे जा रहा था शीला के निप्पल तनाव से भर उठे थे पूरे एक इंच के हो गये थे जिन्हे मैं अपनी जीभ से रगडे जा रहा था शीला मस्ताती जा रही थी उसके मूह से कामुक सिसकारी निकलने लगी थी दोनो चुचिया मेरे थूक से भीगी पड़ी थी
मैं बोला भाभी तू तो बहुत गरम है और पप्पू तुझे पीट ता हैं शीला बोली जी उनको मेरी कदर ही नही हैं पिछले 5 महीने से एक बार भी नही ली हैं उन्होने मैने कहा चिंता मत कर भाभी अब मैं तेरी सारी कसर पूरी कर दूँगा और अपनी उंगली उसकी चूत मे सरका दी चूत क्या थी पूरी गरम भट्टी थी वो तो मैने पूरी उंगली अंदर घुमानी शुरू कर दी वो बोली जी ये आआआआआआआआआआआआआआआआआप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प क्याआआआआआआआआआआआआआआआआअ कार्रर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रररहीईईईईईईईईईईईईईई हैं मैने कुछ देर उंगली घुमाई और फिर उसे अपने मूह मे डालके चूसने लगा वो बोली छी छी ये आप क्या करते है गंदी जगह मे डाली हुवी उंगली को ऐसे कोई चूस्ता हैं क्या तो मैने कहा मेरी रानी ये गंदी जगह थोड़ी ना है ये तो जन्नत का दरवाजा है और उसे उठा के रज़ाई के उपर लिटा दिया मैने उसकी दोनो टाँगो को जोड़ते हुए उपर उठा दिया जिस से उसकी चूत उभर आई मैने शीला से कहा कि देख मेरी रानी तुझे कैसे अब मैं जन्नत की सैर करवाता हू और अपनी जीभ उसकी चूत पे रख दी शीला का पूरा बदन झंझणा गया मैं जीभ को उपर नीचे करते हुए उसकी छोटी सी चूत को चाटने लगा चूत से उठती भाप की सुगंध मुझ पागल बनाए जा रही थी चूत से हल्का हल्का कामरस बहना शुरू हो गया था भाभी की टाँगे बुरी तरह कांप रही थी मैं उसे खुल के चाटना चाहता था पर उस पोज़िशन मे थोड़ा मुश्किल हो रहा था तो मैने उनकी टाँगे छोड़ी और उनको विपरीत दिशाओ मे फैला दिया काले रंग की चूत हल्के से बालो से भरी और सबसे कामुक तो उसकी वो पंखुड़िया थी जो अनचुई सी लग रही थी
अब उनकी पूरी चूत मेरे गीले होंटो के पास थी मैने बिना देर किए उसकी पंखुड़ियो को अपने मूह मे भर लिया औ चूसने लगा गाढ़े रस की धार निकली और मेरे मूह मे गिरने लगी शीला के हाथ उसके बोबो पे खुद ब खुद पहुच गये वो उन्हे बुरी तरह मसल रही थी पूरी जीभ उस गरम चूत का कोना कोना नाप रही थी फिर मैं थोड़ा उपर की ओर बढ़ा और उसके दाने को अपनी जीभ से कुरेदने लगा बहुत ही छोटा प्यारा सा दाना शीला के बदन मे ज्वाला भड़क उठी थी उसकी मुत्ठियाँ रज़ाई के कोनो पे कस गयी थी उसके चूतड़ अब थिरक रहे थे कमर झटके खा रही थी मैं उसके मस्त दाने को चूसे ही जा रहा था अब मेरी जीभ दाने से लेके चूत के अंतिम छोर तक रेंग रही थी तभी शीला ने अपने चुतडो को उपर उठा दिया और उसकी चूत मे रस की नहर बह गयी ढेर सारा गाढ़ा चूत का रस मेरे मूह मे भर गया थप से वो फोल्डिंग पे गिरी और बहुत ही लंबी लंबी साँसे लेने लगी कुछ देर बाद वो नॉर्मल हुई
उनके चेहरे पे संतुष्टि के भाव थे चेहरे पे एक चमक सी आ गयी थी मैने उनके होटो पे एक पप्पी ली और पूछा मज़ा आया उन्होने शरमाती हुए कहा कि हम बहुत ही अच्छा लग रहा हैं तो मैने कहा चलो अब तुम्हारी बारी हैं तुम भी ऐसे ही इसे चूसो और अपने लंड को उनकी ओर किया तो वो बोली हाई राम मैं इसे कैसे अपने मुँह में ले सकती हू मुझे तो उल्टी आ जाएगी तो मैं बोला अरे डार्लिंग कुछ नही होता औरतें तो मरती हैं लंड चूसने के लिए देखो अभी जब मैने तेरी चूत को चूसा तो तुम्हे कितना मज़ा आया अब तुम्हारी बारी हैं तो मना कर रही हो शीला बोली ठीक हैं पर मैं बस दो मिनिट ही मूह मे लूँगी मैने कहा ठीक है
तो उन्होने अपने सर को झुकाया और मेरे लंड को अपने मूह मे ले लिया जैसे ही उनकी जीभ मेरे लंड के सुपाडे पे टकराई मेरे बदन मे सिरहन पैदा हो गयी उन्होने अब मेरे सुपाडे पे अपनी जीभ फेरनी शुरू की उनके थूक से लंड गीला होने लगा अब उन्हे भी लंड चूसना पसंद आ रहा था कहाँ तो वो कह रही थी कि दो मिनिट ही मूह मे लेंगी और अब चूसे ही जा रही थी मैने उनके सर को अपने लंड पे दबाव डालते हुए थोड़ा और झुकाया अब पूरा लंड शीला के मूह मे था जो उसके गले तक पहुच गया था और गले मे उतरने को बेताब हो रहा था पर शीला उसे अपने मूह से निकाल नही रही थी मुझे तो बहुत ही ज़्यादा मज़ा रहा था
मुझे लगा कही मैं उसके मूह मे ना झाड़ जाउ तो मैने उन्हे हटाया पूरा लंड थूक से सना एक दम चिकना हो गया था भाभी को मैने अपने नीचे किया और उसकी पतली पतली जाँघो को अपनी टाँगो पे चढ़ाया और अपने लंड को चूत पे रगड़ने लगा मैं उन्हे थोड़ा तड़पाना चाहता था ताकि वो खुद मुझे चोदने के लिए कहे मेरा सुपाडा उनकी चूत के छेद मे फसा पड़ा था जिसे मैं वहाँ पे रगडे जा रहा था भाभी की साँसे गरम होने लगी थी आँखे मस्ती से मूंद रही थी मैं बिना किसी जल्दी के अपने लंड को चूत के द्वार पे घिसे जा रहा था तभी उनके मूह से निकला कि अब क्या देर हैं डाल भी दो ना इस मेरी चूत मे ये सुनते ही मैने एक धक्का मारा और चूत की दीवारो को चीरता हुआ आधा लंड अंदर घुस गया शीला की आहह निकल गई उसके होंठ गोल हो गये वो बोली धीरे से दर्द हो रहा है
आईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मैने कहा दर्द कैसे हो रहा है वो बोली कई दिन मे चुद नही रही हू ना इस लिए और कराहने लगी मैने कहा बस अभी ठीक हो जाएगा और एक धक्का और मारते हुए लंड को पूरी जड़ तक अंदर घुसा दिया चूत की फांके लंड से बिल्कुल चिपक गयी थी वो दबी दबी आवाज़ मे बोली हाईईईईईईईईईईईईईईईई राआआआआआआआआआअम्म्म्मममममममममममममममम
म्म्म्मआमममममममममममममममममममममममममममममममममम
म्म्म्मआमममममममम आज्ज्जज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज तो मेरिइईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई
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तो मैने उन्हे कहा कि तू क्या कुँवारी लड़की की तरह कर रही हैं कुछ नही होगा तो वो बोली क्या करू दर्द तो होता हैं ना तो मैने कहा अभी देख तेरा दर्द छू मंतर हो जाएगा और उसकी गर्दन को चूमने लगा उसकी सांस मेरे चेहरे पे टकरा रही थी
आज तो शीला ने रात बना दी थी मैने लंड को थोड़ा बाहर निकाला और फिर से अंदर घुसा दिया शीला की सिसकारिया मेरा जोश और भी बढ़ाने लगी थी चूत मे लंड जाते ही उसकी सारी लाज़ शरम खो गयी मैने उसके होटो को चूसना शुरू कर दिया था वो भी मज़े से अपने होटो को चुसवाने लगी थी हमारा थूक आपस मे घुलने लगा बस कुछ ही देर मे लंड शीला की चूत मे अड्जस्ट हो गया था
और अब वो मज़े से चुद रही थी उसकी सिसकारिया मूह मे ही क़ैद हो गई थी शीला ने अपनी बाँहे मेरी पीठ पे कस दी और मज़े से अपनी चूत को मरवाने लगी मैं पूरा दम लगा के उसकी चूत मार रहा था बहता हुवा पानी चूत को चिकनाई प्रदान कर रहा था शीला ने अपने होंठ छुड़ाए और बोली जी बस ऐसे ही करिए बहुत दिन बाद आज मन की मुराद पूरी हो रही हैं वो तोमेरि तरफ देखते भी नही हैं मेरी बिल्कुल कदर नही करते है आपका बहुत धन्यवाद जो अपने मुझे ये ख़ुसी दी मैने अपने मन मे सोचा कि रे पगली थॅंक्स तो मुझे कहना चाहिए क्योंकि मेरे लिए एक और चूत का जुगाड़ हो गया था मैं ताबड तोड़ उसे चोदे ही जा रहा था
शीला ने अपनी टाँगो को मेरी कमर पे लपेट दिया और अपने चूतड़ मटकाते हुए मेरे हर धक्के का जवाब देने लगी कमरे मे गर्मी एक दम से बढ़ गई थी शीला की मस्त चुदाई पूरे ज़ोर से चालू थी तभी उसने मुझे अपनी बाहों मे बुरी तरह कस लिया और मुझसे चिपक गयी उसके चुतडो की थाप ढीली पड़ गयी थी चूत की फांके फड़फदाई और वो निढाल हो गयी मैं समझ गया कि वो झाड़ गयी हैं पसीना उसके माथे से बह रहा था पर मैं नही रुका मैं उसे लगातार चोदे ही जा रहा था वैसे तो मेरा भी इतने टाइम तक निकलजाता हैं पर पता नही क्यों उस टाइम मुझे टाइम लग रहा था मैं बस शीला को चोदे जा रहा था शीला अब हाई हाई करने लगी थी
चूत का पानी भी सूखने लगा था जिस से घर्षण मे परेशानी सी हो रही थी तो मैने लंड को बाहर निकाल कर उसपे थूक लगाया और फिर से चूत मे धकेल दिया मैं शीला को ऐसे चोद रहा था कि वो मेरा लास्ट सेक्स हो शीला भी थोड़ी परेशान होने लगी थी पर मैं नही रुका तभी वो बोली मुझे चोदो चोदो मैने कहा क्या हुआ बस कुछ ही देर की तो बात हैं तो वो बोली जी मुझे दो मिनिट जाने दो मैने कहा नही तो वो बोली जी कहीं मेरा मूत ना निकल जाए मैने शॉट मारते हुए कहा निकलने दो मैं पी जाउन्गा वो सोची कि मैं मज़ाक कर रहा हू वो अब बुरी तरह से मचलने लगी थी वो लरजते हुए बोली जी मैं अब ना रोक सकूँगी और उसका बदन ऐंठने लगा
मैने लंड को झट से बाहर निकाला और अपना मूह उसकीचूत पे लगा दिया कुछ पलो बाद एक गरम धार मेरे मूह मे आके गिरी खारा सा मूत मुझे बहुत अच्छा लगा मैने शीला का सारा पेशाब पी लिया जैसे वो कोई जूस हो मैं पूरा खारा पानी गाटा गट पी गया शीला के चेहरे पे हैरानी के भाव थे वो बोली आप बहुत ही गंदे हो ऐसा भी भला कोई करता हैं क्या तो मैने कहा तुम बस देखती जाओ क्या क्या होता हैं और उसकी टाँगो को चौड़ी करते हुए दुबारा से लंड को अंदर डाल दिया मैं उसे बहुत ही बेदर्दी से चोदे जा रहा था मैं अपनी मंज़िल को हर हाल मे पाना चाहता था मैने कुछ धक्के और लगाए और शीला पे गिर गया
लगा जैसे मेरी जान ही निकल गयी हो लंड से वीर्य की पिचकारी निकले ही जा रही थी जो उनकी चूत मे समाती जा रही थी उनकी चूत ने वीर्य की एक एक बूँद को अपने अंदर समेट लिया बहुत देर तक मैं उनके उपर ही पड़ा रहा शीला मुझसे किसी छोटी बच्ची की तरह चिपकी पड़ी थी आज उसने एक अलग तरह से चुदाई के सुख को प्राप्त कर लिया था मैं भी उसे चोद के तृप्त हो गया था
मैने शीला के चुतडो पे हाथ फेरते हुए पूछा कि मज़ा आया तो वो बोली मेरे ब्याह को इतने दिन हो गये पर आज तक ऐसे कभी नही चुदि हू मैने उसके चुतडो को मसल्ते हुए कहा अब तो आदत डाल लेना अब ऐसी चुदाई बार बार होगी तुम्हारी ये सुनके उसने मेरे सीने मे अपना मूह छुपा लिया मेरी उंगलिया उसकी गान्ड की दरार से होती हुवी छेद तक पहुच गयी थी मैने गान्ड के छेद मे उंगली फसाई तो वो बहुत ही ज़्यादा टाइट था मैने पूछा कि भाभी कभी यहा पे लंड डलवाया है तो वो बोली अरे ये तो टट्टी की जगह है यहाँ कोई थोड़ी डालता हैं मैं बोला रे मेरी प्यारी तू कितनी भोली हैं अपनी जवानी को यूँ ही बर्बाद कर रही थी अब तू सही ठिकाने पे आई हैं देख मैं तुझे कितना मज़ा देता हू
वो बोली जी आप चाहे कुछ भी करो बस मेरी बदनामी ना होनी चाहिए मैने कहा तू बस मज़े ले और बाकी मुझ पे छोड़ दे वो बोली चलो अभी सो जाते हैं तो मैने उसे रोका और कहा आज ना सोउंगा ना तुझे सोने दूँगा मेरी रानी और उसका हाथ मे अपना लंड दे दिया मैं कहा अभी तो तेरी गान्ड भी फाड़नी हैं मुझे वो बोली मैं गान्ड नही मारने दूँगी
मैं उसके उपर आया और उसके होटो पे अपनी जीभ फेरने लगा शीला ने अपने मूह को खोला और मेरी जीभ को अंदर ले लिया और उसकी ज़ुबान मेरी से टकराने लगी एक मिठास सी मेरे मूह मे भरने लगी थी मेरा पूरा वजन शीला की चूचियो पे पड़ रहा था
काफ़ी देर तक मैं उसे किस करता रहा शीला की सांसो का भार बढ़ गया था अब मैने उसे टेढ़ी किया और उसके पीछे आके लेट गया मेरा लंड उसकी गान्ड से टकरा रहा था शीला के पसीने की उठती खुसबू मुझे मदहोश कर रही थी मैने एक हाथ उसकी साइड से निकाला और उसकी एक चुचि को पकड़ लिया और उसे दबाने लगा शीला की गान्ड खुद ही पीछे हो गयी जिसकी गर्मी पाकर मेरा नागराज बेकाबू होने लगा था मैने उसे शीला की गान्ड मे थोड़ा फिट किया मेरे होठ उसकी गर्दन को चूमने लगे थे एक हाथ उसकी चूची को दबाने मे व्यस्त था तो मैने दूसरे हाथ को उसकी चूत पे रख दिया और उसके दाने को छेड़ने लगा शीला जल बिन मछली की तरह तड़पने लगी थी
वो बोली जी मुझसे कंट्रोल नही हो रहा हैं जल्दी से चोदो मुझे मैने कहा अभी तो शुरुआत हुई हैं अंजाम तो बाकी हैं और उसकी चूत को अपनी मुट्ठी मे भर के मसल्ने लगा एक गरम औरत की मस्त जवानी और वो भी सर्दियों की रात महॉल तो जबरदस्त था ही मैने दो उंगलिया उसकी चूत मे एक साथ घुसेड दी और उन्हे अंदर बाहर करने लगा शीला मेरी बाहों की क़ैद मे मचल रही थी मेरी उंगलिया उसके रस से पूरी भीग गयी थी कुछ देर तक दोनो उंगलियो को अंदर बाहर करने के बाद मैने उन्हे चूत से निकाला और शीला के मूह मे डाल दिया वो अपनी ही चूत का रस चाटने लगी ये सीन देख के मेरे रोम रोम मे वासना और प्रबल हो गयी
मैने अब उसकी एक टाँग को थोड़ा उँचा उठाया और अपना लंड उसकी गीली चूत पे टिका दिया लंड को अपने मूह पे महसूस करते ही चूत के होंठ अपने आप खुल गये और लंड अपना रास्ता बनाता हुवा शीला की चूत की सैर करने लगा मेरे दोनो हाथ उसकी चुचियों पे कस चुके थे शीला मस्ती के आलम मे खोने लगी थी उसकी गरम आहिीईईईईई चुदाई का जोश बढ़ा रही थी किसी पतीली औरत को टेढ़ी करके चोदने मे बड़ा ही मज़ा आता हैं शीला की चूत लंड पे दबाव डाल रही थी उसकी गर्मी से मेरे लंड की नसे और भी उभर आई थी मैने अब उसकी टाँग को थोड़ा अड्जस्ट किया और अपने शॉटो की गति को बढ़ाने लगा शीला ने अपनी चूत को थोड़ा टाइट कर लिया था
जिस से उसे चोदने मे और भी मज़ा आ रहा था शीला बस आअहह्ा आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआहह ह्यूम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म कर रही थी वो भी धीमी आवाज़ मे .
कुछ देर बाद मैं हटा और उसे फर्श पे खड़ी कर दिया आप मैने उसे गोदी मे उठाया और अपने लंड पे बिठा दिया वो मेरी बाहों मे थी मैने उसे मजबूती से थाम लिया और वो भी अपने कुल्हो को हिलाते हुए लंड पे उपर नीचे होने लगी थी मेरे हाथ उसके चुतडो पे जमे हुए थे इस पोज़िशन मे लंड पूरा उसकी बच्चेदानी से टकरा रहा था चुदाई का ये वाला स्टेप तो बहुत ही जबरदस्त था उसके चूतड़ पसीने से गीले होने लगे थे जिस से उसे थामने मे थोड़ी परेशानी होने लगी थी चूत का पानी बहता हुवा उसकी जाँघो तक आ पहुचा था वो मुझसे किसी छोटे बच्चे की तरह चिपकी हुवी थी उसे काफ़ी देर तक ऐसे ही थामने की कारण मेरी टाँगे दुखने लगी थी तो मैने उसे नीचे उतारा और मेरी स्टडी टेबल पे लिटा दिया अब मैने उसकी टाँगो को चौड़ा किया और एक बार फिर से मेरा लंड चूत की मौज लेने लगा मैं खड़ा खड़ा उसे चोद रहा था शीला बस मेरा साथ दे रही थी मेरे अंडकोष पूरी गति से उसके कुल्हो से टकरा रहे थी कमरे मे हमारी सांसो के अलावा बस थप थप की आवाज़ ही गूँज रही थी 40 मिनिट तक हमारी दमदार चुदाई चलती रही फिर शीला ने अपने घुटने टेक दिए और अपने काम सुख की ओर बढ़ चली मेरा भी बस होने ही वाला था मैने अपने लिंग को बाहर की ओर खींचा और उसे हिलाते हुए अपना वीर्य उसकी चूचियों पे छोड़ दिया
चुदाई के सफ़र मे एक पड़ाव और पार कर लिया था मैने संतुष्टि मेरे चेहरे पे झलक रही थी शीला ने अपनी चोली से चूचियो पे पड़े वीर्य को सॉफ किया और फिर अपने कपड़े पहने लिए मैने कहा कि रूको अभी एक राउंड ऑर चलेगा तो उसने साफ माना कर दिया कि अगर एक बार और चुदेगि तो वो फिर सुबह उठ नही पाएगी मैने भी उसका मन रखते हुए ज़्यादा ज़िद नही की कुछ ही देर मे वो सो गयी और मैं अपनी स्टडी टेबल पे बैठ के अपनी एक और दास्तान को डायरी मे दर्ज करने लगा
काफ़ी देर तक मैं पन्नो को स्याही से भिगोता रहा मेरी आँखो से नींद जैसे रूठ गयी थी मैं बस अपनी धुन मे लगा रहा जब उठा तो देखा कि साढ़े 4 बज रहे हैं मैने शीला को उठाया अपनी आँखो को मल्ति हुवी वो उठी उसे एकदम से कुछ समझ नही आया फिर थोड़ा होश आया तो रात की याद आके वो शरमा गयी मैने उसे कहा कि अब तुम्हे जाना चाहिए मैं उसके साथ उसके घर गया पप्पू गहरी नींद मे सोया पड़ा था मैने शीला को समझाया कि अगर उसे कुछ याद भी आए तो तू बोल दियो की तू तो यही पे सोई पड़ी थी उसने कहा हम तो मैने उसे किस किया और अपने रूम मे आ गया सर्दियों की सुबह थी तो घर वाले भी नही उठे थे मैं बिस्तेर पे लेट गया
और अपनी जिंदगी के बारे मे सोचने लगा मैने सोचा अगर मिता को पता चल जाए कि मैं किस तरफ दोहरी जिंदगी जी रहा हू एक तरफ मेरा दिल था जो बस मिता के लिए ही धड़कता था और दूसरी तरफ मैं ऐसा भँवरा था जो हर फूल का रस चूसने के चक्कर मे रहता था पता नही ये जिंदगी आगे चल के क्या गुल खिलाएगी ये सब सोचते हुए कुछ देर के लिए मेरी आँख लग गयी एक हल्की सी झपकी ली ही थी कि किसी ने बुरी तरह किवाडो को खड खड़ा दिया मैने अधखुली आँखो से किवाड़ खोले तो पापा खड़े थे बोले उठना नही है क्या मैने ताला लगाया और उनके पीछे पीछे घर चल पड़ा सुबह हमेशा की तरह बड़ी ही व्यस्त होती थी कॉलेज की तैयारी करना बड़ी ही मुश्किल होती थी
उन दिनो कॉलेज लाइफ की कभी याद आ जाती हैं तो मूड उदास हो जाता हैं खैर ये सब तो पार्ट है लाइफ के उस टाइम कॉलेज जाना बुरा लगता था कॉलेज मे कुछ ख़ास दोस्त बन गये थे हमारा एक ग्रूप था जिसमे मैं, मिता, रीना , अजय भाई और नीनु थी अब साला पढ़ाई का प्रेशर भी पड़ने लगा था मुझपे खास कर 24 घंटे बहुत ही कम लगते थे पता ही नही चलता था कि कब अगला दिन आ गया था कॉलेज मे एक्सट्रा क्लासस लगनी शुरू हो गयी थी घर आते आते अंधेरा हो ही जाता था बीच मे दो तीन बार शीला की चूत मार ली थी पर वो सब ऐसे ही जल्दी जल्दी मे हुआ था कोई मज़े वाली बात नही थी इसलिए उसका वर्णन नही करूँगा समय अपनी चाल चले जा रहा था
नवेंबर आ चुका था दिन बस कट रही लाइफ बिल्कुल झंड हो चुकी थी बस स्टडी स्टडी और स्टडी मूतने का भी वक़्त नही था चूत के बारे मे सोचना तो बड़ा गुनाह सा था 24 नवंबर को मिता का जनमदिन था मैं उसे कोई गिफ्ट देना चाहता था पर जेब खाली थी मैने घरवालो से 3000 रुपये माँगे उन्होने पूछा कि इतने पैसे क्यों चाहिए अब बता भी नही सकता था जबकि उसके लिए हर हाल मे उसके लिए गिफ्ट तो लेना ही था अब मेरी अंतिम आस मेरी प्यारी चाची थी पर उन्होने भी अपने हाथ खड़े कर दिए बोली पैसो का हिसाब मैं नही रखती पर उन्होने पूछा कि किसलिए चाहिए मैने बताया की मेरी दोस्त का जनमदिन हैं उसे गिफ्ट देना हैं मैने उन्हे मिता के बारे मे बता दिया
उन्होने कहा मैं कुछ करती हू उन्होने अपनी अलमारी खोली और एक चाँदी की चैन मुझे दे दी और बोली कि ये दे देना मैने कहा ये तो बहुत महँगी होगी चाची तो वो बोली तू ले ले और वो चैन मुझे दे दी मैं भी खुश हो गया अब बस इंतज़ार था 24 नवंबर का और आख़िर वो दिन आ ही गया बड़े ही जोरो से उसका बर्थ’डे सेलेब्रेट किया हमारे ग्रूप ने किराए पे कॅमरा लेके आए वो तस्वीरे आज भी जब देखता हू तो दिल मुस्कुरा देता हैं सारी तैयारी कर ही ली थी हम सब कॉलेज कॅंटीन मे बैठे हुए थे काफ़ी मस्ती चल रही थी मिता उठी और बाहर की तरफ आ गयी मैं भी उसके पिछे पीछे आ गया मैने उसका हाथ अपने हाथ मे पकड़ा मैं उस से कुछ कहना चाहता था
पर हिम्मत नही हो पा रही थी वो बोली क्या कर रहे हो मैने कहा कुछ नही वो बस हल्का सा मुस्कुरा के रह गयी समझ तो गयी थी वो भी पर मेरे मूह से शब्द निकले ही नही फिर उसने कहा छोड़ो मुझे कोई देख लेगा मैने कहा देखने दो उसने पूछा क्या हक़ है तुम्हारा मैने बस इतना ही कहा कि अपने आप से पूछ लो वो हसी और अंदर चली गयी आज का दिन पूरी तरह मस्ती मे बीता सांझ ढले घर आया कपड़े बदले डिन्नर किया थोड़ी देर घर वालो से गप्पे लड़ाई और फिर अपने रूम की ओर चल पड़ा कमरा खोल के बस थोड़ा समान जो अस्त व्यस्त पड़ा था उसे सेट कर ही रहा था कि शीला ने दस्तक दी मैने कहा तू इस समय क्या????????????????????? तो वो बोली कि आज ये एक शादी मे गये हैं और सुबह ही आएँगे तो मुझे अकेले डर लगेगा आप आ जाओ तो और उसने बात को अधूरी छोड़ दिया मैने कहा तो क्या तो वो बस मंद मंद मुस्कुराने लगी ये एक तरह से उसका मुझे बुलावा था मैने कहा थोड़ा काम हैं और थका हुआ भी हू तो उसने बच्चों जैसे ज़िद करते हुए कहा मुझे नही पता आपको चलना ही पड़ेगा
अब चूत की ज़रूरत किसे नही होती थोड़े नखरे करने के बाद मान ना तो था ही मुझे मैने उसकी पप्पी ली और बोला तुम चलो मैं एक घंटे बाद आउन्गा वो क्या हैं अभी इतना टाइम नही हुआ है कोई आ निकला तो कही दिक्कत ना हो जाए वो खुश होके चली गयी कोई साढ़े 9 बजे मैने ताला लगाया और शीला के घर पहुच गया
जब मैं उसके कमरे मे गया तो वो बिस्तर को ठीक कर रही थी मुझे देख के उसकी आँखो मे चमक आ गयी और वो थोड़ा झुक के पलंग की चादर को ठीक करने लगी उसकी गान्ड मेरी तरफ थी जो हिलती हुई मुझे बुला रही थी मैने कुण्डी लगाई और शीला को पीछे से पकड़ लिया और सीधा उसके बोबो को पुचकार्ने लगा वो बोली आह इन्हे ऐसे ना दबाओ दर्द होता हैं
मैने कहा पर मज़ा भी तो आता है तो वो हंस पड़ी मैने बिना देर करते हुए नंगी करना शुरू किया कुछ ही पलो मे उसके बदन पे कपड़ो का नामो निशान भी नही था मैने अपने कपड़े भी उतार दिए शीला मुझे देखते हुए बोली आज तो बड़े उतावले हो रहे हो मैने कहा तेरी चूत मे कम आग लगी हैं क्या जो मुझे बुलाने पहुच गयी थी शीला मेरी ओर बढ़ी
और लंड को अपनी मुट्ठी मे भरते हुए बोली कि मैं तो इसके लिए गयी थी और मेरी गोलियो को भींच दिया मैने भी जोश मे आकर उसकी चूत के बालो को खींच दिया उसके बदन मे दर्द की लहर उठ गयी वो बोली ऐसे कोई करता है क्या मैने बोला तुम करो तो ठीक है मैं करू तो ग़लत मैं पलंग पे बैठा और उसे खींच के अपनी गोद मे बिठा लिया और उसके गालो को अपने दांतो मे दबा लिया मेरा लंड उसकी गान्ड मे सेट हो गया था
मैने उसके गालो को चूसना शुरू किया जी कर रहा था कि उन्हे कच्चा ही चबा जाउ आज मैं पूरी तस्सली से उसे चोदना चाहता था. लंड पूरी तरह से खड़ा हो चुका था और बस किसी छेद की तलाश कर रहा था. उसने अपने होठ मेरी तरफ बढ़ाए तो मैने भी रेस्पॉंड करते हुए उसके अधरो को अपने होंठो मे दबा लिया वो मेरे सर के बालो को सहलाने लगी शरीर गरम होने लगे थे होंठ ऐसे चिपके पड़े थे जैसे इस जनम मे तो अलग होंगे ही नही 15 मिनिट का लंबा चुंबन बस चलता ही रहा फिर वो बोली मेरी गान्ड मे ये चुभ रहा हैं
और मेरी गोदी से उतर गयी मैने उसेके हाथ पलंग की पुष्ट पे रखे और उसे चोपाया बना दिया उसके काले काले पर चिकने चूतड़ बाहर की तरफ़ निकल आए थे मैने अपनी जीभ उसकी गान्ड पे फेरनी चालू की उसकी खाल थोड़ी टाइट सी थी मेरे मूह से टपकता थूक उसके चुतडो को और भी चिकना कर रहा था शीला अपनी गान्ड मटका रही थी मुझे उत्तेजित करने के लिए अब मैने उसके चुतडो को थोड़ा फैलाया और और चूत मे एक उंगली उतार दी शीला
सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईीकारने लगी मैने एक झापड़ उसके कुल्हो पे लगाया और उसको थोड़ा और नीचे झुका दिया पानी टपकाती चूत अब मेरी रेंज मे आई , मैने नीचे बैठते हुए उसकी चूत को थोड़ा फैलाया और अपना मूह उस से सटा दिया शीला की टाँगे थोड़ा बॅलेन्स खोने लगी अब मैं पूरी तरह से उसकी टाँगो के बीच आ चुका था मैने अपने होठ उसकी झन्टो से भरी चूत पे रख दिए और उसे चूसने लगा वो
उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई अहाआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ करने लगी उसकी दोनो पंखुड़ियो को मैने अपने मूह मे भर लिया और उन्हे काट ते हुए चूसने लगा मेरे होंठ उसके खारे रस से पूरी तरह भीग चुके थे ज्यो ज्यो मैं उसकी चूत को चाट ता जा रहा था उसके चूतड़ हिलने लगे थे शीला मस्ता गयी थी अब उसकी हिलती गान्ड बड़ी ही प्यारी फीलिंग दे रही थी
इधर लंड भी आउट ऑफ कंट्रोल हो रहा था मैने उसपे थूक लगाया और शीला की कमर को पकड़ते हुए एक ही झटके मे पूरा लंड चूत मे पहुचा दिया शीला दोहरी हो गयी वो बोली आईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई माआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ
फ़ाआआआआआााअद्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड डियीयियैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैयियीयिकाइयेयीययाया हीयीईयी माआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआअ
ऐसे कोई करता है क्या मैने लंड को थोड़ा पीछे खींचा और फिर से एक तगड़ा धक्का मार के उसे वापिस पहुचा दिया शीला कुछ बॅड बड़ाये जा रही थी मैने उसकी गर्दन को चूमते हुए कहा क्यो नखरे दिखाती हैं चूत तो रोड होती है लंड जैसे कितना ही ट्रॅफिक गुज़रे रोड का क्या बिगड़ता हैं
और अपनी कमर को हिलाते हुए चूत पे धक्के लगाने लगा लंड चूत मे अच्छी तरह सेट हो चुका था तो शीला भी अब मज़ा लेने लगी थी उसने अपना मूह थोड़ा पीछे घुमाया तो मैने उसके होंठो को एक बार थाम लिया और चूमने लगा चुदाई का नशा हम पर अब पूरी तरह छा गया था हर धक्के का जवाब वो अपनी गान्ड मचका मचका कर दे रही थी कोई दस मिनिट तक चोदने के बाद मैने लंड को चूत से निकाला वो मेरी तरफ ऐसे देखनी लगी जैसे किसी कुत्ते के आगे से हड्डी छीन ली हो मैं पलंग पे लेटा और उसे अपने लंड पे बैठ ने को कहा उसने लंड को अपने हाथ मे लिया और चूत पे रगड़ने लगी थोड़ी देर तक रगड़ा फिर धीरे धीरे लंड पे बैठ गयी मैं उसकी चूचियों से खेलने लगा कुछ ही देर मे उसने गाड़ी को टॉप गियर मे लगा दिया और मस्ती से सारॉबार होते हुए लंड पे कूदने लगी चूत के रस से लंड पूरा चिकना हो गया था और बड़ी ही तेज़ी से चूत मे फिसल रहा था मेरे हाथ उसके चुतडो पे कसे हुए थे अब मैं अपनी एक उंगली को गीला किया और उसकी गान्ड मे डालने की कोशिस करने लगा पर गान्ड बहुत ही ज़्यादा टाइट थी तो वो जा नही पा रही थी।