Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery सहेली थी रांड
#11
अपडेट - 11
कुछ ही पल में उसकी चूत से उसकी मूत बह निकली और उसने फ़ौरन विमल का सिर पकड़ कर अपने मुँह में घुसा लिया…
विमल भी शशि की मूत को “कोल्ड ड्रिंक” की तरह गटागट पीने लगा…
इधर शशि बहुत ज़ोर से ज़ोर से सिसकारियाँ भर रही थी – आह… पी पी पी… पी बहन चोद पी… आ आ आ आह… पी तेरी माँ की चूत… इश्स इस्स… आह… उम्म्म… खोल अपना मुँह… और शशि ने विमल के बाल पकड़ कर उसके मुँह को अपनी चूत में घुसा रही थी… …
Ab aage
इससे पहले जब एक दो बार विमल ने सिर्फ़ मुझे पेशाब करते हुए दिखाने को ही कहा था, तो मैंने उसे छी:, गंदे, स्वीपर और ना जाने क्या क्या उपाधि दे दी थी और इधर अब मेरी चूत भी “मर्द के जिस्म” पर मूतने के लिए बुरी तरह मचल रही थी… …
इधर जैसे ही शशि विमल के ऊपर से मूत कर उठी, अवी ने अपना लण्ड हिलना बंद किया और शराब की कुछ बूँद अपने लण्ड के सुपाड़े पर गिरा डाली और मुझे चाटने को बोला… उसका सुपाड़ा उठक बैठक कर रहा था और बुरी तरह “फड़क” रहा था… …
जैसे ही मैं उसको चाटने के लिए झुकी तो उसने लण्ड मेरी मुँह में डाल दिया…
मैंने आँखें बंद कर के लण्ड चूसना शुरू कर दिया और उसके अंडकोष हाथों में ले कर बुरी तरह मसलने लगी… …
मैं अवी के ऊपर मूतने के लिए मचल रही थी और अवी लगातार मेरा मुँह चोदे जा रहा था… … … …
अवी, मेरे मुख को किसी चूत की तरह चोदने लगा और बोला – तेरी माँ की चूत, बिंदु… बहन की लौड़ी, बिल्कुल रांड़ है तू तो मेरी पत्नी जैसी… क्या मस्त चूस रही है रे, छन्नो तू… धीरे कर छीनाल वरना मैं झड़ जाऊंगा… भोसड़ी की, साली… बस कर, रंडी… …
मैं भी अवी को झड़ने नहीं देना चाहती थी, इसलिए फ़ौरन रुक गई… …
अवी ने अपना लण्ड फ़ौरन बाहर निकाला और ज़ोर से सिसकारियाँ लेते हुए, मेरे चेहरे पर ही अपनी मूत की जोरदार धार छोड़ दी…
एकदम से धार पड़ने से पहले तो सकपका गई पर फिर मैं किसी “झरने” की तरह उसकी मूत की गरम धार का आनंद लेने लगी… …
मूत के अवी थोड़ा शांत हुआ और विमल से बोला – विमल, हमको हमारे डबल बेड पर जा कर एक साथ चुदाई शुरू करनी चाहिए। यार, मैं तुझे अपनी बहन और बीवी को चोदते देखना चाहता हूँ…
विमल ने शशि का नंगा जिस्म बाहों में उठा लिया और उसको बेड पर ले गया। इधर, अवी ने मुझे उठा लिया और मैं और शशि के साथ साथ नंगी बेड पर लेट गई… …
दोनों, मर्द लोगों के लण्ड रोड की तरह खड़े थे।
तभी अवी बोला – साली साहिबा, मैं तुझे घोड़ी बना कर चोदना चाहता हूँ क्यों की आपकी गाण्ड मुझे बहुत सेक्सी लगती है… … मैं अपना लण्ड पीछे से आपकी चूत में जाता हुआ देखना चाहता हूँ… …
मैं उसकी आज्ञा का पालना करती हुई घोड़ी बन कर हाथों के बल अपने घुटनों पर झुक गई… !!!
शशि अब बोल पड़ी – हाँ मेरे “हरामी पति देव” मैं जानती थी तू यही करेगा… अब मेरी सहेली की गाण्ड भी चाट ले मादार चोद… मेरी गाण्ड तो तू आइस क्रीम की तरह चाटता है बहन के लौड़े…
फिर वो विमल की तरफ मूडी और उससे बोली – मेरे लिए क्या हुकम है बहन-चोद भैया… ?? मुझे भी घोड़ी बनायोगे, क्या… ?? और घोड़ी बनते हुए बोली – पर पहले मेरी चूत पर मूत कर रास्ता तो साफ कर लो… …
विमल शशि के पीछे आया और अपने लण्ड को पकड़ कर दो तीन बार हिलाया और अपनी मूत की धार शशि की चूत पर छोड़ दी…
शशि ने अपने हाथ पीछे किए और दोनों हाथों से अपनी गाण्ड खोल ली जिससे विमल की मूत सीधे उसकी चूत के अंदर जाने लगी…
मूतने के तुरंत बाद विमल ने उसे सीधा किया और बोला – बहना, कब से तम्मना थी, तुझे चोदने की… पहली बार तो देखना चाहता हूँ की मेरी बहना भी चुदाई के लिए तैयार है, अपने भैया से… मेरी लाडो बहना, मैं चाहता हूँ की तुम मेरे ऊपर चढ़ कर मुझे बहन चोद बनायो… मैं अपनी बहन की चूत में अपना लण्ड जाता हुआ देखना चाहता हूँ… लेकिन पहले एक बार अपनी चूत मेरे मुख से लगा कर अपनी नमकीन रस का स्वाद तो चखा दो, मेरी बहना… अपनी चूत को मेरी ज़ुबान पर रख दो और एक बार अपना पानी मेरे मुँह में छोड़ दो…
विमल लेट गया और शशि उसके ऊपर चढ़ कर अपनी चूत चटवाने लगी, ठीक वैसे ही जैसे उसने थोड़ी देर पहले उसके मुँह में मूता था, बस इस बार उसकी गाण्ड विमल के मुँह की तरफ थी… !!!
दोस्तो, कहानी जारी है…
फिलहाल विदा…
धन्यवाद…
[+] 1 user Likes odinchacha's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: सहेली थी रांड - by odinchacha - 04-12-2020, 03:38 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)