Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery सहेली थी रांड
#7
अपडेट - 7
और यहाँ मुझे विमल के लण्ड को अपने मुँह में लेने की बहुत तीव्र इच्छा हो रही थी, जो थोड़ा अजीब था क्यूंकी आम तौर पर मुझे लण्ड चूसना इतना पसंद नहीं था… …
अब शशि ने अवी को आँख मारते हुए विमल की जांघों पर हाथ फेरा तो विमल सिसक उठा, उसकी आँखें बंद हो गईं और उसका सिर छत की तरफ उठ गया और मुँह से – आहह: की आवाज़ निकल गई… …
Ab aage
इससे अवी बोल उठा – शशि मेरी जान, इतना ज़ुल्म मत करो डार्लिंग, विमल का तो पहले ही “फटने” तक खड़ा है, अगर तुमने हाथ फेरा तो कहीं बेचारा “छूट” ही ना जाए…
हम सभी खिलखिला कर हंस पड़े!!! !!
दूसरे गेम में हार हुई शशि की…
अवी ने कहा – विमल यार, अब बारी तेरी है। ले ले खुल कर बदला मेरी बीवी से… मेरी मान तो इसका लोवर उतार दे… कम से कम अपनी “बहन की चूत” के एक बार दर्शन तो कर ले… !!
विमल मेरी तरफ देखते हुए मुस्कुराते हुए उठा और कहा – ठीक है यार, अगर तू अपनी “बीवी की चूत” दिखवाना चाहता है तो देख ही लेते हैं। क्यूँ शशि, मेरी बहना… कहीं नीचे पैंटी तो नहीं पहन रखी… ??
शशि तो है ही “सस्ते कोठे की रांड़”, पूरी बेशरामी से बोली – भैया, लगता है अपनी “बहन की चूत” देखने का तुम्हें बहुत शौक है… मुझे तो लगता है की तुम बहुत बरसों से मेरी चूत के दीदार करने के इच्छुक हो… क्यों बिंदु की चूत देखने में मज़ा नहीं आता क्या… ??
विमल मेरी तरफ देखते हुए बोला – बिंदु जैसी “हसीन बीवी” की चूत देख कर किस चूतिए को मज़ा नहीं आएगा… पर फिलहाल तुम बच नहीं सकतीं, मेरी प्यारी बहना…
विमल आगे बड़ा तो शशि उठते हुए बोली – अगर आप लोग को दिक्कत ना हो तो आपके लिए मैं यह “शुभ काम” खुद करना चाहूँगी…
विमल ने शशि को होंठों पर छोटा सा किस क्या और मेरी तरफ देखते हुए बोला – बिल्कुल…
शशि पीछे मूडी और बड़ी अदा से अपनी “गाण्ड हिला हिला” कर अपना लोवर नीचे खिसकाने लगी… थोड़ा सा लोवर खिसका कर वो उसे फिर ऊपर खींच लेती… आख़िर अपने पैर के अंगूठे तक झुक कर उसने पूरा लोवर उतार दिया…
इधर दोनों मर्द उफ़… उम… वाउ… की आवाज़ निकाल रहे थे…
अब उसकी टाँगें बिल्कुल सीधी थी और वो पूरी झुकी हुई थी और उसकी गाण्ड की “गोलाई और चिकनाई” साफ दिख रही थी…
फिर उसने एक हाथ से अपनी गाण्ड पर चाटा मारा और उसी हाथ को अपनी चूत पर रखकर सामने की ओर मूड गई…
अब उसने अपने लोवर को दूसरे हाथ से उठाया और अवी की और फेक दिया, अवी ने उसे फ़ौरन लपक लिया और अपने हाथ पर लपेट लिया…
शशि ने एक “नागिन” की तरह “बलखाते” हुए सिर्फ़ एक पल के लिए अपनी चूत से हाथ हटाया और फिर रख लिया… …
फिर उसने दूसरे हाथ से अपने टॉप को नीचे अपनी चूत तक खींचा और एक झटके से ऊपर उठा दिया और अपनी दोनों टाँगें जोड़ लीं!!! !!
विमल शशि की टाँगों के बीच एकटक देखे जा रहा था…
उससे रहा नहीं गया और उसने अपनी उंगलियाँ शशि की चूत के उपरी हिस्से पर फिरा दी…
शशि और मेरी दोनों की आँखें बंद हो गईं और हम दोनों के मुँह से एक साथ “उम्म्म” की आवाज़ निकल पड़ी…
अपने पति को शशि की चूत पर हाथ फिराते देख, मैंने अपनी चूत बहुत ज़ोर से दबा ली…
इधर मुझे लगा की अवी का इस दौरान जिस्म अकड़ा और उसका पानी छूट गया…
खैर, शशि और विमल के बैठते ही अवी मुस्कराते हुए बोला – विमल साले, तू हरामी का हरामी रहा… माँ के लौड़े, शशि की चूत को छूने की इजाज़त तुझे किस ने दी… ?? साले, बहन-चोद अपनी “बहन की चूत” पर हाथ फिरा रहा है… ??
शशि बोली – अवी, मेरे विमल भैया से शिकायत मत करो, जब तुम्हारी बारी आएगी तो बिंदु की चूत पर हाथ नहीं “जीभ” भी फिरा लेना… … …
मैं मुस्कुराने लगी और विमल की तरफ देखा। उसने मुझे तुरंत आँख मार दी…
मैं सपने में भी नहीं सोच सकती थी की “सेक्स” में कभी इतना मज़ा भी आ सकता था… …
शशि को अपनी चूत दिखाते देख मुझे भी मर्दो से कम मज़ा नहीं आया था… …
दोस्तो, कहानी जारी है…
फिलहाल विदा…
धन्यवाद…
[+] 1 user Likes odinchacha's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: सहेली थी रांड - by odinchacha - 04-12-2020, 03:36 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)