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Adultery सहेली थी रांड
#3
UPDATE - 3


चल खैर, छोड़ ये सब… अब मेरी बात बहुत ध्यान से सुन… हम अब ऐसा करेंगे कि तू अवी को पटा लेना और मैं विमल भैया को पटा लूँगी… एक एक बार चुदवा कर हम “परमानेंट स्वैपिंग” करने का माहौल बना लेंगे… जब अवी तुझे और विमल मुझे चोदना चाहेगा, तो हम दोनों ये काम खुलाम खुला करने की शर्त रखेंगे… बस फिर तो सब हमाम में नंगे हो जाएँगे… बोल क्या बोलती है… ??
मैं सोच में थी और मुझे कोई जवाब नहीं सूझ रहा था… !!
Ab aage
तो शशि फिर बोली – देख मेरी छन्नो, उसके बाद हमारी चाँदी हो जाएगी… मेरी रानी, दिल्ली में मेरे बहुत यार हैं – “रघु, वीरू, शाहिद, आफताब, राजू, आरिफ़, पप्पू, अजय, अखिलेश, अनूप, रवि, सोनू, अर्पित, यासिर, राज, विक्टर, मनोज, जॉन, जगन” और बाकी मुझे याद नहीं है… मेरा वादा है सारे के सारों के साथ ऐश करवाऊँगी तुझे… बोलेगी तो “दो” से साथ में भी चुदवा दूँगी… एक तेरी चूत में और एक तेरी गाण्ड में… मेरी जान, असल में चुदाई क्या होती है, तुझे पता चल जाएगा… तेरी चूत का “भोसड़ा” ना बन जाए, तो मुझसे कहना… … मुँह में क्या लण्ड फंसा है बहन की लौड़ी, कुछ बोलेगी या नहीं… ??
मैं तो शशि की बात सुन कर दंग ही रह गई थी… कम से कम “20 लड़कों” के नाम गिनने के बाद वो बोली थी कि बाकी उसे याद नहीं… दो लड़कों के लण्ड एक साथ लेने वाली बात से मेरी चूत से भी पानी बहने लगा और मुझे अपनी चूची पर “अवी जीजाजी” के हाथ अब भी स्पर्श करते महसूस होने लगे… … …
अब मैं अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बोली – साली, तू बहुत बड़ी छिनाल है, रंडी… एक दम “कोठे” वाली… मुझे पता है तू अपनी “गोल गोल गाण्ड” हिला हिला कर पटा लेगी विमल को… ?? साली छन्नो, मुझे याद है तू कैसे “अमीर मुर्गो” को फँसा कर “सस्ते होटलों” में चुदती थी… पर मेरा पति तेरा ग्राहक नहीं है, समझी… !!
शशि अब तेश में आ कर बोली – साली, याद तो मुझे भी है; रांड़ तो तेरी माँ भी थी, हम दोनों ने “मिश्रा अंकल” को तेरे घर से कितनी बार निकलते देखा था, कॉलेज से आते समय… भूल गई क्या… क्या पता, तू अपने बाप की औलाद है या किसी और की… चुप क्यूँ हो गई छन्नो, अब बोल ना… !! शर्त लगा ले, 5 मिनट में तेरे पति विमल को मैंने “बहन-चोद” ना बना दिया तो, मेरा नाम बदल कर “मुन्नी बाई” रख देना… सिर्फ़ 5 मिनट के अंदर वो मुझे चोदेगा भी और दीदी भी बोलेगा… समझी… !!
हम दोनों कुछ देर शांत हो गए और फिर थोड़ी देर बाद एक दूसरे को देख कर हंस पड़े… …
फिर शशि बोली – मेरी जान, तू बिल्कुल घबरा मत, बस पहले अपने जीजाजी को पटाने की सोच… अरे पगली, तू क्या सोचती है विमल या तेरे जीजाजी टूर पर दूसरी लड़कियों को नहीं चोदते होंगें… जैसे, हम जानते हैं ना हमारे पति बाहर जाकर ज़रूर मुँह मारते हैं, वैसे ही हमारे पति भी जानते है कि उनकी गैर हाज़री में हम लोग भी लण्ड लेती हैं… और फिर आजकल तो हमारा सारा “कच्चा चिट्ठा” मेडिकल साइन्स चुटकियों में खोल देती है, मेरी जान… एक बार तू प्रेग्नेंट हुई या एबॉर्शन हुआ, तो तेरी समझ आ जाएगा… यार, आजकल तेरी “माँ का जमाना” थोड़ी है, जो किसी से भी बेफ़िक्र चुदते रहो… खैर, मेरा पति तो जानता है मैंने बहुत “लण्ड खाए” है और मैं भी जानती हूँ उसने भी खूब “चूत चोदी” हैं… इसलिए उसे पटाने में तुझे तो कोई प्राब्लम नहीं है और मेरे विमल से चुदने में अवी को कोई प्राब्लम नहीं होगी… तो अगर तू तैयार है तो मेरे पास एक प्लान है… जल्दी बोल… …
मैंने चुपचाप हाँ में सिर हिला दिया… …
मेरे हामी भरते ही शशि तपाक से बोली – हम भी अंदर जा कर शराब पी लेती हैं और “नशे का बहाना” बना कर आज ही पति बदलने का काम कर लेती हैं…
मैं कुछ समझ ना सकी, तो बोली – वो कैसे… ??
शशि बोली – ये तू मुझ पर छोड़ दे!!! !!
हम दोनों जब अंदर गए तो शशि शरारत से बोली – अवी यार, हम को भी महफ़िल में शामिल नहीं करोगे… ?? विमल भैया क्या हम को थोड़ी सी शराब भी ऑफर नहीं करोगे… ??
शशि जानबुझ कर अपनी गाण्ड मटकाती हुई विमल के सामने गई और उसकी जांघों पर हाथ फिरती हुई बात करने लगी…
मेरा पल्लू भी सरक गया और अवी मेरे अधनंगे वक्ष एक “भूखे जानवर” की तरह देखने लगा…
अब मेरा मन भी कर रहा है था कि मैं एक पेग पी ही लूँ…
पीना सिर्फ़ मर्दों का ही अधिकार तो नहीं है, क्यों जीजू… ?? कहते हुए मैं आगे की तरफ और झुक गई, जिसस से मेरी चूची अवी के सामने लगभग “पूरी नंगी” हो गई… … …
दोस्तो, कहानी जारी है…
जल्द ही आगे की कहानी हाज़िर करुँगी… …
फिलहाल विदा…
धन्यवाद…

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RE: सहेली थी रांड - by odinchacha - 04-12-2020, 03:24 PM



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