27-11-2020, 12:04 AM
जैसा कि आपने पढ़ा में विजय के लण्ड को गाँड में लिए अपनी गाँड को मरवा रही थी वहीं सीमा नीचे कालीन पर अमित से चुदवा रही थी ।
लगभग आधे घंटे की चुदाई के बाद सीमा झड़ गयी और उसने अमित को ऊपर से हटाना चाहा पर अमित ने हटने से इंकार कर दिया तो सीमा बोली ।
सीमा ,--अमित भैया चलो बेडरूम में चुदाई करेंगे तो अमित हट गया सीमा ने एक बोतल पूरा पानी पिया और हमे भी अंदर चलने को कहा ।
चारों लोग अंदर आ गए तो विजय ने मुझे मेरे बेड पर घोडी बनने को कहा ।
में जाकर घोडी बन गयी तो उसने अमित को पास बुलाया और मेरी गाँड का छेद देखने को कहा ।
विजय ,--देखो मेने रेखा का गाँड का छेद कैसे फैला दिया है ।
अमित मेरे गाँड के छेद को छूकर बोला ,--वाओ रीता देखो अपनी भाभी के गाँड का छेद कितना बड़ा हो गया है पूरा खुला है ।
सीमा ,- अरे भैया अब जाकर ही तो भाभी पूरी ब्याहता औरत बनी है आप को विजय को शुक्रिया बोलना चाहिए ।
अमित ,--थैंक्स विजय ।
सीमा ,--उफ भैया आपको तो सुक्रिया बोलना भी नही आता ।
अमित ,--फिर कैसे बोलूं ।
सीमा ,--आप अपनी बहन को बोलिये वो है ना ।
अमित ,--तो तुम बोल दो ।
सीमा ने विजय के होठो को चुमकर कहा ,--विजय जी आप ने मेरी रेखा भाभी को सम्पूर्ण औरत बनाया उसके लिए में अमित की बहन रीता अहसानमंद हूँ आप जब चांहे रीता आप के लिए हाजिर रहेगी ।
तभी विजय एक बार फिर से मेरे पीछे आया और इस बार अपना मूसल मेरी चुत में घुसा दिया मेरी एक कामुक चीख निकली पर दोपहर को विजय ने चुत को ढीली कर दिया था इसलिए लज्जत भरी सिसकियां निकलना चालू हो गयी ।
उधर रीता भी मेरे सामने घोडी बन गयी और अमित को बोली ,--अमित भैया आओ अपनी बहन की गाँड भी अपने लण्ड से चेक करलो पूरी खुल चुकी की नही ।
अमित रीता के पीछे गया ओर अपना लण्ड सीमा की गाँड में डालकर चोदना शुरू कर दिया।
अब दोनों हसिनाएं मेरे बेड पर घोडी बन कर अपनी चुत और गाँड मरवा रही थी ।और दोनों मर्द अपना पूरा दम लगाकर चोदने में लगे थे दोनों ही जल्द झड़ने वाले नही थे ।और दोनों हमारे गाँड और चुत में लवड़ा पेल रहे थे।
लगभग पन्द्रह मिनट की चुदाई के बाद मेरी चुत ने जवाब दे दिया और झड़ने लगी तो विजय ने लोडा निकाल कर गाँड में डाल दिया ।इधर सीमा भी घोडी बने थक गई तो सीधा लेट गयी और अमित मिशनरी स्टाइल में पेलने लगा ।
अमित का लण्ड दर्द करने लग गया था क्योंकि वियाग्रा की वजह से झड़ नही पा रहा था तो उसने सीमा से कहा ।
अमित,--रीता मुझे एक बार झड़ना है प्लीज कुछ करो तो सीमा ने मुझसे पूछा ।
मेने इशारे से कुछ समझाया तो सीमा बोली ,--भैया आप को इसके लिए मेरा एक काम करना पड़ेगा ।
अमित ,--प्लीज बोलो क्या करना है ।
सीमा ,--चलो मेरे साथ बाथरूम में बताती हूँ।
दोनों बाथरूम में चले गए इधर विजय मेरी गाँड को फिर से बड़ा करने में लगा था जो लगातार चालू था ।
लगभग दस मिनट बाद दोनों बाहर आये तो सीमा मेरे कान में बोली ,--तेरे पति को मूत पिला दिया है ।
फिर उसने अमित को घोडी बनने को कहा और विजय को इशारा किया तो विजय ने मेरी गाँड से लण्ड निकाला और एक झटके में अमित की गाँड में घुसा दिया अमित के मुंह से हल्की चीख निकली और फिर वो गाँड मरवाने लगा ।सीमा उसके लण्ड को हाथ घुसाकर मुठ् मारने लगी ।
में भी उठकर अमित के पास गई और झुककर उसके होंठो को चूमकर धीरे से उसके कान में बोली ,--जानू हम रीता को गाँव से बुलाकर विजय के हवाले कर देते है ये रीता को पूरी खोल देगा ।
अमित ,--अहह .....तुम अपने बारे में बोलो ।
में ,--तुम कहो तो कुछ दिन कमला के घर चली जाऊं कुछ दिन और उसकी रखैल बनकर रहूं ।
अमित ,--ओह्ह बन जाओ ।
में ,--पर उसने मुझे गर्भवती कर दिया तो ।
अमित ,--तो हो जाना ।
में ,--क्यों ना विजय को यही रख ले वो अपन दोनों को रोज चोदेगा ।
तभी अमित ने लम्बी आह भरना चालू किया और जब नीचे देखा तो दिनभर से उसके लण्ड में जमें पानी की पिचकारी ने पूरी बेडशीट को गिला कर दिया।
इसके साथ ही अमित बेड पर गिर गया ।तो सीमा बोली ,--रेखा में जा रही हूँ अब रात काफी हो गई है अमित तुम भी इन दोनों को अकेला छोड़ दो ।
अमित उठकर दूसरे रूम में जाने लगा और विजय को बोला ,--विजय अभी आधी रात हुई है तुम सुबह तक इसकी चुदाई करना ।
और फिर अमित और सीमा चले गए उनके जाते ही मेने गेट बंद किया और विजय की गोद मे बैठ गयी ।
विजय मेरे चेहरे को हाथ से ऊपर उठाया और मेरी आँखों मे देखकर बोला ,--मालकिन आप बहुत गर्म औरत हो । आप को चोदना हर किसी के बस की बात नही है।
में उसकी आँखों मे देखकर ,--विजय आज रात में तुम्हारी मालकिन नही बीबी हूँ मुझे जी भर के प्यार करो और घर के हर कोने में हर अंग को प्यार करो ।
विजय ,--क्यों नही मेरी जान ।
तभी विजय का फोन बजा ।विजय फोन देखकर बोला कमला का फोन है ।मेने कहा उठाओ ना ।विजय ने दूर से स्पीकर ऑन करके बोला ।
विजय ,--बोलो मसाज बेबी ।
कमला ,--क्या कर रहे हो मेरे ठोकु।
विजय ,--बस ठुकाई कर रहा हूँ तेरी मालकिन की मसाज बेबी ।
कमला ,--तभी तो मेने अपने ठोकु को छोड़ के आई हूँ ।कि मेरी मालकिन को मस्त कर दो ।
विजय ,--मस्त माल है तेरी मालकिन क्या ठुकवाती है ।
कमला ,--बहुत बड़ी रण्डी है मेरी रेखा भाभी ।
जब रेखा ने मुझे रण्डी कहा तो मैने विजय की छाती की चुम लिया।
विजय भी मेरी निप्पल चुम कर ,-- वो तो देख ली उसने दोनों छेदों में आराम से मेरा लण्ड ले लिया ।
कमला ,--उसको मस्त चोदना मेरे अमित भैया गांडू है इसलिए बिचारी प्यासी रहती है ।
विजय ,--अरे उनकी गाँड मार कर मेने ठंडा कर दिया वो अब दूसरे रूम में चले गए ।
कमला,--और सीमा भाभी ।
विजय ,--वो भी नीचे गयी ।
कमला ,--मतलब अभी आप दोनों ही हो रेखा भाभी क्या कर रही है ।
विजय ,--मेरी चूची जो तुमने बड़ी कर दी उसको चूस रही है ।
कमला ,--इसका बतलब वो सब बातें सुन रही है ।
विजय ,--अहह .....सब सुन रही है औऱ मुझे तड़पा रही है देखो लण्ड को पकड़ लिया ।
कमला ,--चलो मज़ा आ रहा है ना तुमको मेरे ठोकु ।
विजय ,--बस एक ही कमी है जो तुमको पता है की मुझे चोदते समय क्या पसन्द है ।
कमला ,--अरे मेरे ठोकू पति उसमे क्या दिक्कत है उसमें तो भाभी को भी मज़ा आएगा फोन दो भाभी को में बोल देती हूँ ।
विजय ने मुझे इशारे से बोलने को कहा मेने कहा,-- बोल मसाज लेडी ।
कमला ,--अरे मेरा ये ठोकू पति को रंडियाँ चोदने में मज़ा आता है और जवान होते ही रंडियों के पास जाकर गालियां सिख गया इसलिए वो चोदते समय गाली देकर चोदता है तो जल्दी झड़ जाता है ।
में ,--तो बोल ना कुतिया क्या दिक्कत है ।
कमला ,--बस आप को मां बहन की गंदी गालियां देकर चोदना चाहता है ।
में ,--तो बहन चोद तेरी मां क्यों चुद रही है गाली तो वो मुझे देगा ना ।
कमला ,--हराम की जनी तू पक्की रण्डी है भोसडी वाली ।
और उसके साथ ही फोन कट गया कमला द्वारा दी गयी गाली ने मेरी चुत को फड़का दिया ये सोचकर कि एक दो टके की नोकरानी ने मुझ मालकिन को कितनी गंदी गाली से नवाजा है ।
गाली सुनते ही मेने विजय को कस कर पकड़ लिया और उसके होंठ को प्यार से चूमकर बोली ,--विजय मेरे ठोकू राजा इतनी सी बात तुम मुझे भी बोल सकते थे ।
विजय ,-अरे रानी मेने सोचा कि पता नही तुमको गाली आती है या नही क्योंकि मेने घरेलू औरतों को कम और रंडियाँ ज्यादा चोदी है फिर कमला भी तो पहले रंडिपना ही करती थी इसलिए गाली सुनकर फिर गाली देकर चोदने में मज़ा आता है ।
में ,--चूतिये तुझे समझ नही आया क्या की एक ब्याहता औरत अपने पति के सामने चुत मरवा रही है और उसका पति गाँड मरवा कर अपनी बीबी को तुम्हारे हवाले कर गया तो ये बीबी किसी वेश्या से कम है क्या।
विजय ,--अरे साथ देने में तो तु बड़ी बड़ी राण्डों को मात देती है पर मुझे क्या पता था कि तू इतनी छिनाल है।
में ,--तू पक्का रण्डी की औलाद है तेरी मां पक्की चुड़कड रही होगी जवानी में ।
विजय ने इतना सुनते हिमुझे गोद से उतारा और बेड पर सुला के एक शॉट में अपना लोडा मेरी चुत में घुसा दिया जिससे मेरी चीख़ निकल गयी।
में चीखते हुए ,--साले ये तेरी मां की चुदी हुई चुत नही तू जिसमे एक झटके में लोडा पेल दिया ।
विजय बूब्स मसलते हुए ,--रण्डी चिल्ला मत तेरा हिजड़ा पति बोल कर सोया है में तेरी चुत को अपनी माँ से भी बड़ी कर दूंगा चोद चोद कर ।
और फिर वो मुझे जोर जोर से चोदने लगा में भी उसकी चुदाई में दर्द के साथ मिलने वाले आनंद का मज़ा लेते हुए बोली ।
में ,-आह ........तू बहुत बड़ा भड़वा है मुझे अपनी रखैल बना ले ।
विजय धक्के लगा ते हुए ,--तेरे जैसी गरम कुतिया रखैल नही बाज़ारू रण्डी होती है तुझे तो किसी कोठे पर बैठकर धंधा करना चाहिए तभी तेरी चुत शांत रहेगी साली वेश्या ।
में ,--ओह्ह.......हराम के बीज तू बात कर किसी बड़ी वेश्या से जो मुझे दिन भर चुदने का मौका दे।
विजय ,--पहले मुझे तेरी चुत को भोसड़ा बनाने दे फिर तेरे को ही नही तेरी ननद को भी रण्डी बना दूंगा ।
में ,--बना देना उसको भी में उसको बुलाकर तेरे से ही नथ उतरवाऊंगी उसकी ।
कुँवारी ननद की बात सुनते ही विजय की स्पीड बढ़ गयी और वो तेज धक्के लगाने लगा में भी उसकी गालियों से झड़ने वाली थी बड़ी मुश्किल से अपने आप को रोका हुआ था जब मुझे लगा कि अब विजय आने वाला है तो खुद को ढीला छोड़ दिया और उसके साथ ही खल्लास होकर गिर गयी।
विजय भी मेरे ऊपर गिरा हुआ था उसका लण्ड चुत से फिसल कर बाहर आ गया था वो मेरे ऊपर से उठा और बाथरूम जाने को बोला तो मेने कहा चलो बताती हूँ।
में बेड पर से खड़ी हुई और उसको बाथरूम में लेकर गयी वो मूतने के लिए खड़ा हुआ पर उसको मुत्त आने में समय लगता देखकर खुद भी उसके पास गाँड चौड़ी करके मूतने बैठ गयी में मुत्त रही थी तभी मेरी गाँड पर गरम गरम पानी गिरा ।जब पीछे मुड़कर देखा तो विजय के मुत्त की धार सीधी मेरी गाँड पर गिर रही थी में मुस्करा कर विजय की तरफ घूमी तो उसका मुत्त मेरी नाभि और चुत के बीच गिरने लगा ।
विजय ने लण्ड को ऊपर नीचे करके मेरी चुचियाँ और पूरा नीचे का शरीर अपने मूत्र से भीगा दिया। तो में आगे हुई और अपना चेहरा उसके लण्ड के सामने कर दिया जिससे कुछ बूंदे मेरे मुंह मे भी चली गयी ।
विजय के पूरे अण्डकोष खाली हो गए तो में खड़ी हुई और पानी के फव्वारा चालू कर दिया जिससे दोनों भीगने लगे और फिर दोनों ने एक दूसरे को साबुन से रगड़कर स्नान किया और तोलिये से साफ करके बाहर आ गए ।
बाहर आकर विजय ने फिर से अपनी बची हुई देसी दारू पीने को कहा तो दोनों रूम से नेंगे ही बाहर आये विजय जग में बची हुई देसी पीने लगा तो में भी बोतल उठाकर नीट ही पीने लगी ।
विजय ने पूरा जग खाली कर दिया वही मेने भी चार पांच पेग के बराबर पी गयी ।
फिर दोनों वापस रूम में आये तो विजय मेरी गोद मे सर रख दिया में विजय के बालों में अंगुली करते हुए बोली ,--विजय तुम मेरे आज रात के नही जिंदगी भर के लिए पति हो जब भी तुमको मुझे चोदना हो मुझे सिर्फ इशारा कर देना ।
विजय मेरे बूब्स से खेलते हुए ,--डार्लिंग मुझे कमला को ठंडा करने के साथ सीमा भाभी को भी चोदना होता है साथ ही कॉलोनी की एक और भाभी है जिनकी होटल में चुदाई होती है वो भी मेरे आते ही पहुंच जाती है मेरे आने की खबर सुनकर ।
में ,--तो इस बार भी सीमा गयी थी क्या ।
विजय ,--हां पूरे दिन चुद कर आई थी एक सप्ताह पहले वो भी मेरी बीबी जैसी ही है ।
में ,--कोई बात नही ,डार्लिंग जब भी मौका मिले में तैयार रहूंगी तुमने आज मुझे जन्नत दिखा दी ।
विजय ,--अभी तो रात बाकी है कुछ ऐसा करो की मेरा लवड़ा जल्दी से पूरा तन जाए ।
मेने उसको गोद से उठाया और बोली चलो । फिर अलमारी से एक कैरीबेग लियाँ और दोनों दूसरे रूम में जहां अमित सो रहा था आये और अमित को उठाया।
और बोली ,--अमित यार विजय का लण्ड पूरा खड़ा नही हो रहा प्लीज हेल्प चाहिए ।
अमित ,--बोलो क्या करना है ।
में ,--तुम थोड़ा विजय का लण्ड चूस कर खड़ा कर दो में तुम्हारी गाँड मरती हूँ ।
फिर मेने कैरीबेग से स्ट्रिप लेस्स डिलडो निकाला और उसका एक हिस्सा चुत में डालकर बेल्ट गाँड से बांध लिया ।अमित भी घोडी बन गया तो मेने बेड पर चढ़कर उसकी गाँड मारने लगी विजय भी अपना सेमि हार्ड लण्ड अमित के मुंह मे घुसा दिया जिसे अमित चुसने लगा ।
मेने अपना हाथ घुसाकर अमित का लण्ड पकड़ लिया और मुठ मरते हुए गाँड मारने लगी।पांच मिनट भी नही हुये की अमित के लण्ड के पानी से मेरा हाथ भीग गया और विजय का लोडा भी टाइट हो गया ।
मेने अपना डिलडो निकाला फिर अमित तो गाल पर किश किया और विजय को इशारा करके रूम से बाहर आने लगी तो अमित बोला ,--विजय ये थॉडी तो बेशरम लग रही है ।
विजय ,--आप चिंता मत करिए अमित बाबू सुबह आप को रेखा बदली हुई मिलेगी कल से वो एक घरेलू औरत नही बल्कि कोठे की रण्डी जैसी मिलेगी ।
फिर विजय रूम में आया तो में घोडी बनकर तैयार थी विजय ने अपना घोड़ा मेरी चुत में डाला और बोला ,--रेखा तू तो पहले से ही रण्डी है ।
में ,--हां ,बहन के लोडे में तो अमित के सामने दिखावा कर रही थी ।
विजय ,--साली में तो तुझे अच्छी औरत समझ रहा था लगता है तेरी मां ने तुझे किसी हरामी से चुदवा कर पैदा किया है ।
में ,--तो तू कोनसा शरीफ इंसान का बीज है रण्डी की औलाद ,तू भी किसी कुते का बीज है ।
दोनों एक दूसरे को गालियाँ देकर चुदाई करते रहे विजय ने सुबह पांच बजे तक मेरी चुत और गाँड को हर स्टाइल में चोद कर गुफा बना दिया और फिर दोनों सो गए ।
लगभग आधे घंटे की चुदाई के बाद सीमा झड़ गयी और उसने अमित को ऊपर से हटाना चाहा पर अमित ने हटने से इंकार कर दिया तो सीमा बोली ।
सीमा ,--अमित भैया चलो बेडरूम में चुदाई करेंगे तो अमित हट गया सीमा ने एक बोतल पूरा पानी पिया और हमे भी अंदर चलने को कहा ।
चारों लोग अंदर आ गए तो विजय ने मुझे मेरे बेड पर घोडी बनने को कहा ।
में जाकर घोडी बन गयी तो उसने अमित को पास बुलाया और मेरी गाँड का छेद देखने को कहा ।
विजय ,--देखो मेने रेखा का गाँड का छेद कैसे फैला दिया है ।
अमित मेरे गाँड के छेद को छूकर बोला ,--वाओ रीता देखो अपनी भाभी के गाँड का छेद कितना बड़ा हो गया है पूरा खुला है ।
सीमा ,- अरे भैया अब जाकर ही तो भाभी पूरी ब्याहता औरत बनी है आप को विजय को शुक्रिया बोलना चाहिए ।
अमित ,--थैंक्स विजय ।
सीमा ,--उफ भैया आपको तो सुक्रिया बोलना भी नही आता ।
अमित ,--फिर कैसे बोलूं ।
सीमा ,--आप अपनी बहन को बोलिये वो है ना ।
अमित ,--तो तुम बोल दो ।
सीमा ने विजय के होठो को चुमकर कहा ,--विजय जी आप ने मेरी रेखा भाभी को सम्पूर्ण औरत बनाया उसके लिए में अमित की बहन रीता अहसानमंद हूँ आप जब चांहे रीता आप के लिए हाजिर रहेगी ।
तभी विजय एक बार फिर से मेरे पीछे आया और इस बार अपना मूसल मेरी चुत में घुसा दिया मेरी एक कामुक चीख निकली पर दोपहर को विजय ने चुत को ढीली कर दिया था इसलिए लज्जत भरी सिसकियां निकलना चालू हो गयी ।
उधर रीता भी मेरे सामने घोडी बन गयी और अमित को बोली ,--अमित भैया आओ अपनी बहन की गाँड भी अपने लण्ड से चेक करलो पूरी खुल चुकी की नही ।
अमित रीता के पीछे गया ओर अपना लण्ड सीमा की गाँड में डालकर चोदना शुरू कर दिया।
अब दोनों हसिनाएं मेरे बेड पर घोडी बन कर अपनी चुत और गाँड मरवा रही थी ।और दोनों मर्द अपना पूरा दम लगाकर चोदने में लगे थे दोनों ही जल्द झड़ने वाले नही थे ।और दोनों हमारे गाँड और चुत में लवड़ा पेल रहे थे।
लगभग पन्द्रह मिनट की चुदाई के बाद मेरी चुत ने जवाब दे दिया और झड़ने लगी तो विजय ने लोडा निकाल कर गाँड में डाल दिया ।इधर सीमा भी घोडी बने थक गई तो सीधा लेट गयी और अमित मिशनरी स्टाइल में पेलने लगा ।
अमित का लण्ड दर्द करने लग गया था क्योंकि वियाग्रा की वजह से झड़ नही पा रहा था तो उसने सीमा से कहा ।
अमित,--रीता मुझे एक बार झड़ना है प्लीज कुछ करो तो सीमा ने मुझसे पूछा ।
मेने इशारे से कुछ समझाया तो सीमा बोली ,--भैया आप को इसके लिए मेरा एक काम करना पड़ेगा ।
अमित ,--प्लीज बोलो क्या करना है ।
सीमा ,--चलो मेरे साथ बाथरूम में बताती हूँ।
दोनों बाथरूम में चले गए इधर विजय मेरी गाँड को फिर से बड़ा करने में लगा था जो लगातार चालू था ।
लगभग दस मिनट बाद दोनों बाहर आये तो सीमा मेरे कान में बोली ,--तेरे पति को मूत पिला दिया है ।
फिर उसने अमित को घोडी बनने को कहा और विजय को इशारा किया तो विजय ने मेरी गाँड से लण्ड निकाला और एक झटके में अमित की गाँड में घुसा दिया अमित के मुंह से हल्की चीख निकली और फिर वो गाँड मरवाने लगा ।सीमा उसके लण्ड को हाथ घुसाकर मुठ् मारने लगी ।
में भी उठकर अमित के पास गई और झुककर उसके होंठो को चूमकर धीरे से उसके कान में बोली ,--जानू हम रीता को गाँव से बुलाकर विजय के हवाले कर देते है ये रीता को पूरी खोल देगा ।
अमित ,--अहह .....तुम अपने बारे में बोलो ।
में ,--तुम कहो तो कुछ दिन कमला के घर चली जाऊं कुछ दिन और उसकी रखैल बनकर रहूं ।
अमित ,--ओह्ह बन जाओ ।
में ,--पर उसने मुझे गर्भवती कर दिया तो ।
अमित ,--तो हो जाना ।
में ,--क्यों ना विजय को यही रख ले वो अपन दोनों को रोज चोदेगा ।
तभी अमित ने लम्बी आह भरना चालू किया और जब नीचे देखा तो दिनभर से उसके लण्ड में जमें पानी की पिचकारी ने पूरी बेडशीट को गिला कर दिया।
इसके साथ ही अमित बेड पर गिर गया ।तो सीमा बोली ,--रेखा में जा रही हूँ अब रात काफी हो गई है अमित तुम भी इन दोनों को अकेला छोड़ दो ।
अमित उठकर दूसरे रूम में जाने लगा और विजय को बोला ,--विजय अभी आधी रात हुई है तुम सुबह तक इसकी चुदाई करना ।
और फिर अमित और सीमा चले गए उनके जाते ही मेने गेट बंद किया और विजय की गोद मे बैठ गयी ।
विजय मेरे चेहरे को हाथ से ऊपर उठाया और मेरी आँखों मे देखकर बोला ,--मालकिन आप बहुत गर्म औरत हो । आप को चोदना हर किसी के बस की बात नही है।
में उसकी आँखों मे देखकर ,--विजय आज रात में तुम्हारी मालकिन नही बीबी हूँ मुझे जी भर के प्यार करो और घर के हर कोने में हर अंग को प्यार करो ।
विजय ,--क्यों नही मेरी जान ।
तभी विजय का फोन बजा ।विजय फोन देखकर बोला कमला का फोन है ।मेने कहा उठाओ ना ।विजय ने दूर से स्पीकर ऑन करके बोला ।
विजय ,--बोलो मसाज बेबी ।
कमला ,--क्या कर रहे हो मेरे ठोकु।
विजय ,--बस ठुकाई कर रहा हूँ तेरी मालकिन की मसाज बेबी ।
कमला ,--तभी तो मेने अपने ठोकु को छोड़ के आई हूँ ।कि मेरी मालकिन को मस्त कर दो ।
विजय ,--मस्त माल है तेरी मालकिन क्या ठुकवाती है ।
कमला ,--बहुत बड़ी रण्डी है मेरी रेखा भाभी ।
जब रेखा ने मुझे रण्डी कहा तो मैने विजय की छाती की चुम लिया।
विजय भी मेरी निप्पल चुम कर ,-- वो तो देख ली उसने दोनों छेदों में आराम से मेरा लण्ड ले लिया ।
कमला ,--उसको मस्त चोदना मेरे अमित भैया गांडू है इसलिए बिचारी प्यासी रहती है ।
विजय ,--अरे उनकी गाँड मार कर मेने ठंडा कर दिया वो अब दूसरे रूम में चले गए ।
कमला,--और सीमा भाभी ।
विजय ,--वो भी नीचे गयी ।
कमला ,--मतलब अभी आप दोनों ही हो रेखा भाभी क्या कर रही है ।
विजय ,--मेरी चूची जो तुमने बड़ी कर दी उसको चूस रही है ।
कमला ,--इसका बतलब वो सब बातें सुन रही है ।
विजय ,--अहह .....सब सुन रही है औऱ मुझे तड़पा रही है देखो लण्ड को पकड़ लिया ।
कमला ,--चलो मज़ा आ रहा है ना तुमको मेरे ठोकु ।
विजय ,--बस एक ही कमी है जो तुमको पता है की मुझे चोदते समय क्या पसन्द है ।
कमला ,--अरे मेरे ठोकू पति उसमे क्या दिक्कत है उसमें तो भाभी को भी मज़ा आएगा फोन दो भाभी को में बोल देती हूँ ।
विजय ने मुझे इशारे से बोलने को कहा मेने कहा,-- बोल मसाज लेडी ।
कमला ,--अरे मेरा ये ठोकू पति को रंडियाँ चोदने में मज़ा आता है और जवान होते ही रंडियों के पास जाकर गालियां सिख गया इसलिए वो चोदते समय गाली देकर चोदता है तो जल्दी झड़ जाता है ।
में ,--तो बोल ना कुतिया क्या दिक्कत है ।
कमला ,--बस आप को मां बहन की गंदी गालियां देकर चोदना चाहता है ।
में ,--तो बहन चोद तेरी मां क्यों चुद रही है गाली तो वो मुझे देगा ना ।
कमला ,--हराम की जनी तू पक्की रण्डी है भोसडी वाली ।
और उसके साथ ही फोन कट गया कमला द्वारा दी गयी गाली ने मेरी चुत को फड़का दिया ये सोचकर कि एक दो टके की नोकरानी ने मुझ मालकिन को कितनी गंदी गाली से नवाजा है ।
गाली सुनते ही मेने विजय को कस कर पकड़ लिया और उसके होंठ को प्यार से चूमकर बोली ,--विजय मेरे ठोकू राजा इतनी सी बात तुम मुझे भी बोल सकते थे ।
विजय ,-अरे रानी मेने सोचा कि पता नही तुमको गाली आती है या नही क्योंकि मेने घरेलू औरतों को कम और रंडियाँ ज्यादा चोदी है फिर कमला भी तो पहले रंडिपना ही करती थी इसलिए गाली सुनकर फिर गाली देकर चोदने में मज़ा आता है ।
में ,--चूतिये तुझे समझ नही आया क्या की एक ब्याहता औरत अपने पति के सामने चुत मरवा रही है और उसका पति गाँड मरवा कर अपनी बीबी को तुम्हारे हवाले कर गया तो ये बीबी किसी वेश्या से कम है क्या।
विजय ,--अरे साथ देने में तो तु बड़ी बड़ी राण्डों को मात देती है पर मुझे क्या पता था कि तू इतनी छिनाल है।
में ,--तू पक्का रण्डी की औलाद है तेरी मां पक्की चुड़कड रही होगी जवानी में ।
विजय ने इतना सुनते हिमुझे गोद से उतारा और बेड पर सुला के एक शॉट में अपना लोडा मेरी चुत में घुसा दिया जिससे मेरी चीख़ निकल गयी।
में चीखते हुए ,--साले ये तेरी मां की चुदी हुई चुत नही तू जिसमे एक झटके में लोडा पेल दिया ।
विजय बूब्स मसलते हुए ,--रण्डी चिल्ला मत तेरा हिजड़ा पति बोल कर सोया है में तेरी चुत को अपनी माँ से भी बड़ी कर दूंगा चोद चोद कर ।
और फिर वो मुझे जोर जोर से चोदने लगा में भी उसकी चुदाई में दर्द के साथ मिलने वाले आनंद का मज़ा लेते हुए बोली ।
में ,-आह ........तू बहुत बड़ा भड़वा है मुझे अपनी रखैल बना ले ।
विजय धक्के लगा ते हुए ,--तेरे जैसी गरम कुतिया रखैल नही बाज़ारू रण्डी होती है तुझे तो किसी कोठे पर बैठकर धंधा करना चाहिए तभी तेरी चुत शांत रहेगी साली वेश्या ।
में ,--ओह्ह.......हराम के बीज तू बात कर किसी बड़ी वेश्या से जो मुझे दिन भर चुदने का मौका दे।
विजय ,--पहले मुझे तेरी चुत को भोसड़ा बनाने दे फिर तेरे को ही नही तेरी ननद को भी रण्डी बना दूंगा ।
में ,--बना देना उसको भी में उसको बुलाकर तेरे से ही नथ उतरवाऊंगी उसकी ।
कुँवारी ननद की बात सुनते ही विजय की स्पीड बढ़ गयी और वो तेज धक्के लगाने लगा में भी उसकी गालियों से झड़ने वाली थी बड़ी मुश्किल से अपने आप को रोका हुआ था जब मुझे लगा कि अब विजय आने वाला है तो खुद को ढीला छोड़ दिया और उसके साथ ही खल्लास होकर गिर गयी।
विजय भी मेरे ऊपर गिरा हुआ था उसका लण्ड चुत से फिसल कर बाहर आ गया था वो मेरे ऊपर से उठा और बाथरूम जाने को बोला तो मेने कहा चलो बताती हूँ।
में बेड पर से खड़ी हुई और उसको बाथरूम में लेकर गयी वो मूतने के लिए खड़ा हुआ पर उसको मुत्त आने में समय लगता देखकर खुद भी उसके पास गाँड चौड़ी करके मूतने बैठ गयी में मुत्त रही थी तभी मेरी गाँड पर गरम गरम पानी गिरा ।जब पीछे मुड़कर देखा तो विजय के मुत्त की धार सीधी मेरी गाँड पर गिर रही थी में मुस्करा कर विजय की तरफ घूमी तो उसका मुत्त मेरी नाभि और चुत के बीच गिरने लगा ।
विजय ने लण्ड को ऊपर नीचे करके मेरी चुचियाँ और पूरा नीचे का शरीर अपने मूत्र से भीगा दिया। तो में आगे हुई और अपना चेहरा उसके लण्ड के सामने कर दिया जिससे कुछ बूंदे मेरे मुंह मे भी चली गयी ।
विजय के पूरे अण्डकोष खाली हो गए तो में खड़ी हुई और पानी के फव्वारा चालू कर दिया जिससे दोनों भीगने लगे और फिर दोनों ने एक दूसरे को साबुन से रगड़कर स्नान किया और तोलिये से साफ करके बाहर आ गए ।
बाहर आकर विजय ने फिर से अपनी बची हुई देसी दारू पीने को कहा तो दोनों रूम से नेंगे ही बाहर आये विजय जग में बची हुई देसी पीने लगा तो में भी बोतल उठाकर नीट ही पीने लगी ।
विजय ने पूरा जग खाली कर दिया वही मेने भी चार पांच पेग के बराबर पी गयी ।
फिर दोनों वापस रूम में आये तो विजय मेरी गोद मे सर रख दिया में विजय के बालों में अंगुली करते हुए बोली ,--विजय तुम मेरे आज रात के नही जिंदगी भर के लिए पति हो जब भी तुमको मुझे चोदना हो मुझे सिर्फ इशारा कर देना ।
विजय मेरे बूब्स से खेलते हुए ,--डार्लिंग मुझे कमला को ठंडा करने के साथ सीमा भाभी को भी चोदना होता है साथ ही कॉलोनी की एक और भाभी है जिनकी होटल में चुदाई होती है वो भी मेरे आते ही पहुंच जाती है मेरे आने की खबर सुनकर ।
में ,--तो इस बार भी सीमा गयी थी क्या ।
विजय ,--हां पूरे दिन चुद कर आई थी एक सप्ताह पहले वो भी मेरी बीबी जैसी ही है ।
में ,--कोई बात नही ,डार्लिंग जब भी मौका मिले में तैयार रहूंगी तुमने आज मुझे जन्नत दिखा दी ।
विजय ,--अभी तो रात बाकी है कुछ ऐसा करो की मेरा लवड़ा जल्दी से पूरा तन जाए ।
मेने उसको गोद से उठाया और बोली चलो । फिर अलमारी से एक कैरीबेग लियाँ और दोनों दूसरे रूम में जहां अमित सो रहा था आये और अमित को उठाया।
और बोली ,--अमित यार विजय का लण्ड पूरा खड़ा नही हो रहा प्लीज हेल्प चाहिए ।
अमित ,--बोलो क्या करना है ।
में ,--तुम थोड़ा विजय का लण्ड चूस कर खड़ा कर दो में तुम्हारी गाँड मरती हूँ ।
फिर मेने कैरीबेग से स्ट्रिप लेस्स डिलडो निकाला और उसका एक हिस्सा चुत में डालकर बेल्ट गाँड से बांध लिया ।अमित भी घोडी बन गया तो मेने बेड पर चढ़कर उसकी गाँड मारने लगी विजय भी अपना सेमि हार्ड लण्ड अमित के मुंह मे घुसा दिया जिसे अमित चुसने लगा ।
मेने अपना हाथ घुसाकर अमित का लण्ड पकड़ लिया और मुठ मरते हुए गाँड मारने लगी।पांच मिनट भी नही हुये की अमित के लण्ड के पानी से मेरा हाथ भीग गया और विजय का लोडा भी टाइट हो गया ।
मेने अपना डिलडो निकाला फिर अमित तो गाल पर किश किया और विजय को इशारा करके रूम से बाहर आने लगी तो अमित बोला ,--विजय ये थॉडी तो बेशरम लग रही है ।
विजय ,--आप चिंता मत करिए अमित बाबू सुबह आप को रेखा बदली हुई मिलेगी कल से वो एक घरेलू औरत नही बल्कि कोठे की रण्डी जैसी मिलेगी ।
फिर विजय रूम में आया तो में घोडी बनकर तैयार थी विजय ने अपना घोड़ा मेरी चुत में डाला और बोला ,--रेखा तू तो पहले से ही रण्डी है ।
में ,--हां ,बहन के लोडे में तो अमित के सामने दिखावा कर रही थी ।
विजय ,--साली में तो तुझे अच्छी औरत समझ रहा था लगता है तेरी मां ने तुझे किसी हरामी से चुदवा कर पैदा किया है ।
में ,--तो तू कोनसा शरीफ इंसान का बीज है रण्डी की औलाद ,तू भी किसी कुते का बीज है ।
दोनों एक दूसरे को गालियाँ देकर चुदाई करते रहे विजय ने सुबह पांच बजे तक मेरी चुत और गाँड को हर स्टाइल में चोद कर गुफा बना दिया और फिर दोनों सो गए ।