18-11-2020, 01:27 PM
हमने मम्मी पापा के आने तक ना दिन देखा ना रात बस चुदाई मे लगे रहे जैसे 2 दिन बाद दुनिया का अंत होने वाला हो उसके बाद तो आयशा को मेरे लंड का ऐसा चस्का लगा है की मम्मी पापा के सोने के बाद वो रोज़ मेरे कमरे मे आ जाती है और सुबह तक चुदाई चलती है फिर चुपके से अपने रूम मे चली जाती है
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.