16-11-2020, 05:28 PM
(13-11-2020, 02:22 PM)neerathemall Wrote: उसने फिर होठ को चूसते हुए वो मेरी चूचियों को दबाना शुरू कर दिया। अब ना तो वो मुझे सीखा रहा था ना कुछ मैं सिख रही थी। अब तो दो भी जोश में आ गया था और मैं भी जोश में आ गई थी। दोनों एक दूसरे को किश कर रहे थे एक दूसरे के बदन को सहला रहे थे।
वो निचे जाकर मेरे पैरों को अलग अलग कर दिया और मेरी चूत को चाटने लगा। दोस्तों अब मैं आ गई थी पुरे जोश में मैं भी गांड उठा उठा कर उसमे मुँह में अपना चूत रगड़ने लगी। अब चूत से पानी निकलने लगा मुझे पहली बार एहसास हुया की चूत से इतनी पानी निकलती है। वो मेरी चूत को चाटते हुए कहने लगा। तू गजब की माल हो। तुमने खुश कर दिया मुझे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
