17-03-2019, 11:59 AM
मेरे जीजू राज भी किसी से कम नही थे और किसी से मैं सबसे पहली बार आकर्षित हुई थी तो उनसे ही ,वो सचमे एक गजब की व्यक्तित्व के मालिक थे,हा काले थे लेकिन सच्चे मर्द थे,बलशाली भुजाए,चौड़ा बालो से भरा हुआ सीना ,गजब के आकर्षक,सभी से प्यार से मिलने और बोलने वाले और सबसे बड़ी बात महिलाओं की इज्जत करने वाले,उनका केयर करने वाले ….वाह आई लव माय जीजू…..मेरे सपने में अगर पति की कोई छबि थी तो वो मेरे जीजू ही थे,मैं उस दिन का बेसब्री से इंतजार करने लगी जब वो आएंगे,दीदी से मिलने की बेचैनी से ज्यादा जीजू से मिलने की खुसी मेरे अंदर मचल रही थी ,और मैं जानती थी की वो होली में दीदी के साथ ही घर आने वाले है,दीदी की पहली होली थी तो वो मायके में ही मनाने वाली थी और जीजू उन्हें छोड़कर अपने घर जाते लेकिन फिर शाम तक हमारे घर आने वाले थे,मैं जीजू से मिलने और उनके साथ होली में खूब मस्ती करने के मूड में थी,मेरी बेताबी को देखकर चाची में यहां तक कह दिया की सम्हलकर जीजा और साली का रिश्ता बहुत ही नाजुक होता है,थोड़ी भी चूक हुई तो तू साली से घरवाली बन जाएगी,मेरी माँ और चाची इसपर खूब हँसे थे लेकिन मुझे ये वहां तो अच्छा नही लगा और मैं अपने कमरे में मुह फुला कर आ गई लेकिन चाची की बात को सोचकर पता नही क्यो एक अजीब सी बेचैनी मेरे मन में होने लगी और मेरे होठो में इस बात को सोच सोच कर ही मुस्कुराहट सी आने लगी…
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!