13-11-2020, 04:30 PM
“तुम बहुत स्वीट हो भांजे” वो कहने लगी और मुझे दोनों बाहों में भर ली। उसके बाद नंगी लेटे लेटे खूब चुदवाई वो।
“आप कहो तो बाहर माल निकाल दूँ” मैंने कुछ देर बाद कहा
“नही अंदर ही करो!! अच्छा लगता है” वो बोली और मुझे सीने से चिपका ली।
फिर मैंने 8 10 बड़े बड़े झटके उनकी चूत में मारे और अंत में झड़ गया। मौसी भी पसीना पसीना हो गयी। मुझसे चिपककर फिर से होठो पर किस करने लगी। इस तरह फ्रेंड्स मैंने अपनी सेक्सी मौसी को चोदा। उसके बाद हम दोनों के बीच में अश्लील जोक्स होने लगा। जब कुहू मौसी बैगन वगैराह काटती होती तो मैं कहता “ये वाला बैगन तो आपके लिए सही रहेगा” वो मुस्कुरा देंती। कुछ दिन बीत गये। चुदाई नही हो आई। फिर कुहू मौसी वापिस जाने वाली थी। मेरी नानी की तबियत कुछ ठीक नही थी। उनका फोन आ गया था।
“जिगनेश!! कल मैं जा रही हूँ” मौसी कहने लगी
“आप कहो तो बाहर माल निकाल दूँ” मैंने कुछ देर बाद कहा
“नही अंदर ही करो!! अच्छा लगता है” वो बोली और मुझे सीने से चिपका ली।
फिर मैंने 8 10 बड़े बड़े झटके उनकी चूत में मारे और अंत में झड़ गया। मौसी भी पसीना पसीना हो गयी। मुझसे चिपककर फिर से होठो पर किस करने लगी। इस तरह फ्रेंड्स मैंने अपनी सेक्सी मौसी को चोदा। उसके बाद हम दोनों के बीच में अश्लील जोक्स होने लगा। जब कुहू मौसी बैगन वगैराह काटती होती तो मैं कहता “ये वाला बैगन तो आपके लिए सही रहेगा” वो मुस्कुरा देंती। कुछ दिन बीत गये। चुदाई नही हो आई। फिर कुहू मौसी वापिस जाने वाली थी। मेरी नानी की तबियत कुछ ठीक नही थी। उनका फोन आ गया था।
“जिगनेश!! कल मैं जा रही हूँ” मौसी कहने लगी
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.