13-11-2020, 04:29 PM
स दिन भी कुहू मौसी हमारे घर आ गयी थी। मेरी नानी का घर यही अहमदाबाद में है इसलिए कभी नानी, कभी कुहू मौसी अक्सर हमारे घर आती रहती थी। मैं अब 19 साल का हो गया था। जैसे ही मौसी आई, मेरी नजर उनके जिस्म पर चिपक गयी। उन्होंने सफ़ेद टी शर्ट और लाल स्कर्ट पहन रखी थी। गले में एक छोटा सा सोने का लोकेट था। मेरी बुरी नजर उनकी चूची पर चली गयी। कुहू मौसी के दूध अभी बड़े होना शुरू ही हुए थे। इसलिए जादा बड़े नही थे। पर 30” के तो आराम से होंगे। वो मुझे बच्चा समझती थी। वो सोचती थी की मुझे कुछ मालूम नही है पर मैं कई लड़कियाँ चोद चूका था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
