13-11-2020, 04:26 PM
मै लगातार बिना आउट हुए तेजी से चुदाई कर रहा था, थोड़ी देर बाद मैंने उनकी चूत को बजाना बंद कर दिया और मैंने मौसी के टांगो को उठा दिया और अपने मुह से थोडा थूक निकाल कर मौसी के गांड और अपने लंड में भी लगा लिया। और उनकी गांड में डालने के लिया उनके टांगो को फैलाया औए अपने लंड को उनकी गांड में घुसेड दिया । मेरा लंड मौसी के गहद में घुसते ही मौसी की गांड का छेद सुकुड गया और मेरा लंड बाहर आ गया। मैंने फिर से अपने लंड को उनकी गांड में डाल कर उनकी गांड मारना शुरू किया। मेरे लंड की दर्द को मौसी सह नही पा रही थी और आऊ….. आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…. सीसी..हा..हा…..हा……अई…अई….अई……अई….इसस्स्स्स्स्स्स्स्……उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह…..चोदोदोदो…..मुझे और कसकर चोदोदो दो दो दो करके बहुत तेज तेज चीखने लगी। मैंने लगातार 30 मिनट तक अपने मौसी की गांड मारी। थोड़ी देर बाद मेरा माल निकलने वाला था इसलिए मैंने अपने लंड को मौसी की गांड से बाहर निकाल कर अपने हाथो से मुठ मारने लगा। बहुत देर तक तेजी से मुठ मरता रहा और कुछ देर बाद मेरा माल निकलने लगा । मेरा माल निकलने के बाद थोड़े समय के लिए मेरे आँखों के सामने अँधेरा छा गया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
